लेस्बियन्ज़ लव का मजा लीजिये इस कहानी में! बुआ अपनी भतीजी से पूरी खुली हुई है. बुआ अपनी भतीजी के घर गयी तो सेक्स की बातें शुरू हो गयी.
लेखक की पिछली कहानी: पति पत्नी की अदला बदली करके चुत गांड चुदाई
फ्रेंड्स, मैं अन्तर्वासना पर प्रकाशित हर सेक्स स्टोरी को बराबर पढ़ती आई हूं.
मेरा नाम शालिनी है. मेरी उम्र करीब चालीस साल है. हाईट करीब पांच फिट तीन इंच की है.
मेरी 34-30-36 की फिगर भी काफी मस्त है और मैं कानपुर के पास पनकी की रहने वाली हूँ.
मैं ज्यादातर लैगिंग्स और टाइट टॉप पहनना पसंद करती हूं जिससे मेरा फिगर और भी अच्छा दिखता है.
लेकिन बाहर कहीं रिश्तेदारी में जाती हूँ, तो साड़ी पहनती हूँ.
गली के मर्द देखकर आहें भरते हैं और मुझे मजा मिलता है.
मेरे हसबैंड की उम्र करीब पचास साल की है और वो देखने में सामान्य व्यक्ति हैं.
मेरी सेक्स लाइफ शादी के बाद कुछ सालों तक ठीक रही लेकिन अभी पांच साल से कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है.
मेरे पति अब महीने में एक या दो बार ही सेक्स कर पाते हैं … और जब सेक्स करते भी हैं तो दो चार धक्कों में झड़ जाते हैं; मैं प्यासी रह जाती हूं.
मेरा एक बेटा है, जो इण्टर में पढ़ता है और कानपुर के ही एक हॉस्टल में रहता है.
मेरी सेक्स कहानी दो साल पहले उस समय की है जब मैं अपनी भतीजी के बुलंदशहर घर गई थी.
मेरी भतीजी का नाम मंजू है. वह मुझसे पांच साल छोटी है और शादीशुदा है.
उसका फिगर मुझसे काफी कम है. शायद 30-28-32 का है, हाईट भी करीब पांच फिट दो इंच की है.
हम दोनों शादी से पहले सहेलियों की तरह रहती थीं.
अभी भी हमारे बीच सहेलियों जैसा ही चलता है.
पांच साल पहले उसकी जिस लड़के से शादी हुई थी, उसका नाम रोहित है. रोहित की उम्र अभी करीब चालीस साल की है.
उसकी हाईट करीब पांच फिट आठ इंच की है और सामान्य बॉडी है.
रोहित रिश्ते में मेरा दूर का देवर भी लगता है.
मंजू और रोहित शादी के बाद मुझे व मेरे पति को लगातार अपने घर बुलंदशहर बुलाते रहे थे.
हम लोगों को समय नहीं मिल पाने के कारण उसके घर नहीं जा पा रहे थे.
एक बार हम लोगों ने गर्मी के मौसम में बुलंदशहर जाने का प्रोगाम बनाया और शाम को बुलंदशहर पहुंच गए.
घर पर सिर्फ मंजू और उसका पांच साल का लड़का ही थे. उस दिन रोहित काम के सिलसिले में बाहर गया था.
मंजू हम लोगों को देखकर खुश हो गई.
हम लोगों ने चाय पानी लिया.
कुछ देर बाद मंजू खाना बनाने किचन में चली गई.
उसके साथ मैं भी किचन में आ गई और उसकी मदद करने लगी.
रात के नौ बजे के आसपास खाना तैयार हो गया.
मेरे पतिदेव अनिल काफी थके थे इसलिए वो खाना खाकर सोने चले गए.
हम दोनों रोहित के आने का इंतज़ार करने लगीं और उसी के साथ में खाने का भी.
मैं और मंजू घर की बातचीत करने लगीं.
हम साथ में टीवी भी देख रही थीं.
मैंने मंजू से कहा- कोई मूवी चैनल लगा दो.
उसने मूवी चैनल लगा दिया.
संयोग से उस वक्त जिस्म मूवी चल रही थी, उसमें किसिंग सीन देखकर मैं और मंजू एकटक फिल्म देखने लगीं.
फिर जैसे ही वो सीन हटा, हम दोनों एक दूसरे को देखने लगीं और मुस्कुरा दीं.
इसी बीच सनी लियोन का कंडोम वाला विज्ञापन आ गया, वो भी स्ट्राबेरी फ्लेवर वाला.
मंजू बोली- बुआ आपने कभी स्ट्राबेरी का आनन्द लिया है?
मैं बोली- नहीं, तुम्हारे फूफा को इन सब चीजों से कोई मतलब ही नहीं रहता है. वो तो ऑफिस से आकर खाना खाने के बाद सो जाते हैं. महीना में एक दो बार सेक्स हो पाता है, वो भी ज्यादा देर का नहीं.
वो कुछ नहीं बोली.
अब मैं उससे पूछने लगी- तुम्हारी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?
वो बोली- रोहित को तो हर रोज सेक्स चाहिए. वो भी एक बार में कभी सन्तुष्ट नहीं होते हैं, उन्हें कम से कम दो बार तो पक्के में लेना होता है और मूड बना तो तीन बार भी चोद लेते है.
इसी बीच सामने टीवी पर फिर से सेक्स सीन आ गया.
उस सेक्स सीन चलते चलते ब्लू फिल्म का क्लिप आ गया, जिसमें एक साउथ फिल्म की हीरोइन थी और नीग्रो लड़का था. हीरोइन मस्ती से उस लड़का का लंड चूस रही थी. उस नीग्रो का लंड बहुत ही बड़ा दिख रहा था.
मैं बोली- मंजू टीवी बंद कर दो.
इस पर वो बोली- क्या हुआ बुआ … देखो ना बहुत मजा आ रहा है. केबल टीवी वाला कभी कभी यह सब जोड़कर दिखा देता है. वो क्या है हमने उससे स्पेशल वाला कनेक्शन लिया है.
मैं और मंजू फिर से टीवी देखने लगीं.
इतने में नीग्रो लड़का उस हीरोइन को चित लेटाकर उसकी चूत को चाटने लगा.
उत्तेजना में मेरे कान गर्म होने लगे. मेरी चूत में आग सी लग गई थी.
मंजू के मुँह से भी आह निकल गई.
वो भी अपनी चूत को सहलाने लगी.
मंजू मेरे साथ सटकर बैठ गई. वो मेरे बूब के ऊपर हाथ फेरने लगी क्योंकि वो और मैं एक सहेली की तरह रहती थीं.
शादी के पहले भी हम लोग एक दूसरे के बूब और चूत पर हाथ फेरती थी इसलिए हमें कोई ऐतराज नहीं था.
हम दोनों इसके पहले भी लेस्बियन कर चुकी थीं.
मैं भी उसकी समीज के ऊपर से ही चूची को दबाने लगी.
वह भी मेरी चूची को ब्लाउज़ के ऊपर से दबाने लगी और मस्ती कर रही थी.
टीवी स्क्रीन पर नीग्रो लड़का अब उस लड़की को चोद रहा था और लड़की के मुँह से आह आह ओह ओह निकल रही थी.
इधर मेरी चूत में आग लग चुकी थी, मेरी पैंटी गीली हो रही थी.
इतने में मंजू बोली- बुआ, मेरे पति ने तुम्हें शादी में देखा था, तभी से वह कहते हैं कि तुम्हारी बुआ मस्त माल हैं. एक बार मिल जाएं, तो उन्हें रात भर चोदूंगा और उनकी चूत का भोसड़ा बना दूंगा. मैं उनसे कहती थी कि वह आपकी बुआ सास हैं. इस पर रोहित कहता है कि अरे वह मेरी भाभी भी लगती हैं, इसलिए उन्हें चोदने में कोई बुराई नहीं है.
मैंने पूछा- रोहित का लंड कैसा है?
मंजू बोली- बुआ, तुम्हीं लेकर देख लेना.
मैं बोली- नहीं नहीं मुझे ऐसा नहीं करना है.
लेकिन मेरे अन्दर भी आग लगी थी. मन कर रहा था कि मैं भी रोहित से चुदवा ही लूं.
कुछ देर बाद हम दोनों बुआ भतीजी एक दूसरे से चिपटकर सेक्स का मजा लेने लगी थीं.
हमारे कपड़े उतरने की स्थिति बनने लगी.
मंजू बोली- फूफा जी कहीं उठ गए तो?
मैं बोली- वो अब सवेरे ही उठेंगे.
मंजू भी निश्चिंत हो गई.
उसने मेरे ब्लाउज का हुक खोल दिया और चूची दबाने लगी.
मैं भी उसकी समीज को उठाकर दूध दबाने लगी.
मंजू की चूचियां मुझसे छोटी थीं जिससे मैं उसकी चूचियां आराम से दबा रही थी.
धीरे धीरे मंजू मेरी साड़ी और पेटीकोट उठाकर मेरी पैंटी में हाथ डाल दिया और चूत सहलाने लगी.
मंजू मुस्कुरा कर बोली- बुआ, तुम्हारा तो पानी निकल रहा है.
मैंने भी उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसकी पैंटी के अन्दर हाथ डाल कर उसकी चूत को सहलाने लगी.
फिर धीरे से मैंने अपनी एक उंगली उसकी बुर में घुसा दी.
मंजू की मीठी आह निकल गई और उसने अपनी टांगें फैला दीं.
धीरे धीरे मंजू ने मेरी साड़ी उतार दी और पेटीकोट भी, अब मैं सिर्फ पैंटी और ब्रा में रह गई थी.
मंजू यह देखकर बोली- बुआ क्या मस्त लग रही हो. ब्लैक कलर की पैंटी वह भी लेस वाली.
मैंने कहा- हां, इसमें तो चूत के पास ओपनिंग भी है.
मंजू बोली- फिर तो इसे उतारे बिना भी आसानी से लंड अन्दर चला जाएगा.
मैंने भी मंजू की समीज और सलवार उतार दी.
वो भी सफ़ेद की पैंटी और ब्रा में मस्त लग रही थी लेकिन उसका बदन मेरे जैसा गदराया हुआ नहीं था.
हम दोनों एक दूसरे की चूत को सहलाने लगीं.
फिर अचानक मंजू मेरी पैंटी के ऊपर अपना मुँह रखकर चाटने लगी.
मैं भी उसकी पैंटी हटाकर चूत चाटने लगी.
हम दोनों के अन्दर आग लग चुकी थी.
इतने में कॉलबेल बज उठी.
हम दोनों समझ गई कि ये रोहित ही होगा.
एकदम से हड़बड़ा कर दोनों ने कपड़े सही किए.
मैंने साड़ी पेटीकोट और ब्लाउज पहन लिया. मंजू ने भी सलवार समीज पहन ली और टीवी ऑफ कर दी.
मंजू दरवाजा खोलने लगी.
उस समय करीब रात के दस बज गए थे.
रोहित अन्दर आ गया और मुझे देखते ही बोला- अरे भाभी, आप कब आईं?
मैं बोली- हां हम दोनों शाम को ही आए हैं.
रोहित बोला कि अरे भैया भी आए हैं?
मैं बोली- हां, वो सो रहे हैं. यात्रा की थकावट से वह जल्द ही सो गए.
फिर रोहित सोफे पर बैठ गया.
मैं भी उसके सामने बैठ गई.
मंजू बोली- मैं चाय बना कर लाती हूं.
ये कह कर वो किचन में चली गई.
अब मैं और रोहित एक दूसरे से घर के हाल चाल जानने लगे.
इतने में मैंने देखा कि रोहित मेरे मम्मों को बड़ी गौर से देख रहा है.
मैं बोली- इतने गौर से क्या देख रहे हो?
वो झेम्प गया.
फिर मुझे अहसास हुआ कि मेरे ब्लाउज के ऊपर के दो बटन खुले हैं.
मैं उसे अपनी साड़ी से छिपा रही थी.
फिर भी शिफोन की साड़ी से मेरे तने हुए दूध दिख रहे थे.
इतने में मंजू चाय लेकर आ गई.
हम सब लोग चाय पीने लगे लेकिन रोहित मुझे बराबर देखे जा रहा था.
मंजू यह देखकर बोली- रोहित क्या देख रहे हो, वो तुम्हारी बुआ सासू मां हैं, पैर छूकर प्रणाम करो.
इस पर वो बोला- वो मेरी भाभी भी हैं.
मंजू- फिर भी तुम्हें पैर छूना है.
रोहित उठा और मेरे पैर छूने लगा और अपने हाथ को ऊपर की तरफ बढ़ाने लगा.
वो अपना हाथ एकाएक जांघ तक लेकर चला गया.
मैं हड़बड़ा गई.
मंजू ने पूछा- क्या हुआ बुआ?
मैं बोली- कुछ नहीं हुआ.
रोहित सोफा पर बैठ गया.
हमारे बीच फिर से बातचीत होने लगी.
एकाएक रोहित उठा और उसने टीवी ऑन कर दिया.
टीवी स्क्रीन पर वही सेक्स सीन चल रहा था.
रोहित यह देखकर बोला- अब मुझे समझ में आया कि दरवाजा खोलने में इतनी देर क्यों लग रही थी. तो तुम और बुआ मजे ले रही थीं.
मंजू बोली- नहीं, हम लोग जिस्म मूवी देख रहे थे कि उसमें यह वीडियो क्लिप, केबल वाले ने जोड़ दिया था.
रोहित बोला- हां सैटरडे को कभी कभी वो ये सब लगा देता है.
मैं उठकर जाने लगी तो रोहित बोला- क्यों जा रही हो भाभी, भैया तो सो रहे हैं न. हम लोग भी थोड़ा देख लेते हैं.
तभी मंजू ने भी मेरे हाथ को पकड़ कर मुझे अपने पास बिठा लिया.
फिर हम लोग सेक्स क्लिप देखने लगे.
वो नीग्रो लड़का साउथ इंडियन एक्ट्रेस को घोड़ी बना कर जम कर चोद रहा था.
उसका काला लंड चूत के पानी से मस्त चमक रहा था.
वो लड़की आह आह कर रही थी.
इसी बीच मंजू ने मेरी चूची पर हाथ रख दिया और दबाने लगी.
मेरे शरीर में आग लग गई थी.
मैं भी मंजू की चूची को समीज के ऊपर से दबाने लगी.
मंजू ने मेरे ब्लाउज के बटन को खोल दिए और ब्रा के ऊपर से ही दूध दबाना शुरू कर दिया.
यह सब देख कर रोहित अपनी जगह से उठा और मेरे बाजू में बैठ कर मुझे किस करने लगा.
मंजू मेरी बगल से हट गई.
अब मैं और रोहित एक दूसरे को चूमने लगे. वो मेरे होंठों को कस कर चूसने लगा.
रोहित इतना कस कर मेरे होंठों को चूसने लगा कि उसने मेरे होंठ को काट लिया.
मैं दर्द से कराह उठी और बोली- थोड़ा धीरे से करो.
मंजू बोली- बुआ, ये बेड पर जानवर जैसा सेक्स करने लगते हैं.
वो रोहित से बोली- थोड़ा धीरे धीरे करो न!
रोहित अब मेरे होंठों छोड़कर नीचे की तरफ आने लगा और मेरी साड़ी को हटा आकर बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा.
मैं अपने आपको रोक नहीं सकी और मैंने खुद ही अपनी ब्रा को ऊपर उठा दिया.
मेरे दूध देखकर वो पागलों की तरह चूसने लगा.
वह मेरी दोनों चूचियों को पकड़ कर कस कस कर दबा रहा था.
मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मजा भी आ रहा था.
धीरे धीरे रोहित मेरे बदन को चाटने लगा था.
मेरे बदन में आग लग चुकी थी.
नाभि के पास आते ही उसने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और पैंटी के ऊपर से मेरी बुर को चाटने लगा.
मेरी बुर में आग लग गई थी.
वो मेरी पैंटी के बीच में जो छेद था, वह उस छेद में जीभ डालकर बुर को चाटने लगा.
मैं आह ओह कर रही थी. मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था.
इसी बीच मंजू ने रोहित का पैंट खोल दिया और उसका अंडरवियर भी उतार दी.
उसका विकराल लंड देखकर मैं सिहर गई और सोचने लगी कि मैं तो समझ रही थी कि ज्यादा बड़ा नहीं होगा, लेकिन उसका लंड उसके शरीर के अनुपात से काफ़ी ज्यादा बड़ा था.
मेरे पति देव का इसका आधा ही होगा.
मंजू लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगी.
देखते ही देखते उसने लंड मुँह में ले लिया और मस्ती से चूसने लगी.
मैं भी मस्ती में आ गई थी.
मैंने मंजू की समीज सलवार उतार दी. अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी.
वो लंड को आराम से चूस रही थी.
मैंने मंजू की पैंटी उतार दी और उसकी चूत में उंगली डाल कर उसे चोदने लगी.
वह भी आह आह करने लगी.
मंजू अपने मुँह से लंड निकालकर मेरे मुँह में देने लगी तो मैं मना करने लगी.
तब मंजू बोली- बुआ, आज स्ट्रॉबेरी वाला मजा ले ही लो.
मैं कुछ समझती कि वह उठी और अल्मारी से एक कंडोम का पैकेट ले आई.
उस पर सनी लियोन का फोटो बना था और स्ट्राबेरी का भी.
उसमें से मंजू ने एक कंडोम निकाल कर रोहित के लंड पर चढ़ा दिया और लंड को मेरे मुँह के पास ले आई.
उसमें से स्ट्राबेरी की सुगंध आ रही थी.
मैं अपने आपको रोक नहीं सकी और और उसके लंड को मुँह में ले लिया.
दोस्तो, मैं शालिनी आपको अपनी चूत गांड की चुदाई की कहानी में अगले भाग में मिलूंगी.
मेरी यह लेस्बियन्ज़ लव स्टोरी आपको कैसी लग रही है?
मुझे मेल जरूर करें.
[email protected]
लेस्बियन्ज़ लव कहानी का अगला भाग: भतीजी के घर में घमासान- 2