Xxx ओपन सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी सौतेली माँ के सामने अपनी गर्लफ्रेंड को लाकर चोद देता था. मेरी माँ को भी लंड की जरूरत थी तो मैंने उनकी मदद की.
दोस्तो, मेरा नाम अंशु है. मैं 22 साल का हूँ.
मैं एक आईटी फर्म में काम करता हूँ.
मेरे पापा फौज में हैं. उन्होंने दूसरी शादी की हुई है और मैं उनकी पहली बीवी का बेटा हूँ.
दरअसल मैं आपको बताऊँ तो ये बड़ा अजीब रिश्ता था. मेरी मम्मी मेरे पापा के गुजर जाने के बाद अपने देवर के साथ पत्नी बन कर रहने लगी थीं.
बाद में मेरी मम्मी की एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो जाने के कारण उनके पति यानि मेरे अब के पापा ने एक और लड़की से शादी कर ली थी जो अब मेरी मॉम बन गई थीं.
मेरी मॉम और मेरे बीच आठ साल का अंतर था जबकि मेरे पापा और मेरी नई मॉम के बीच पंद्रह साल का अंतर था.
मेरी दूसरी मॉम और मैं एक साथ रहते हैं. मैं और मॉम बहुत क्लोज़ हैं. हम दोनों आपस में सब कुछ शेयर कर लेते हैं. मैं उन्हें कभी भी अपनी सौतेली मॉम नहीं मानता हूँ.
यह Xxx ओपन सेक्स कहानी मेरी मम्मी पर ही आधारित है.
मॉम मेरी गर्लफ्रेंड्स के बारे में जानती हैं और कुछ बार तो उन्होंने मेरी चुदाई भी देखी है, जब मैं अपनी गर्लफ्रेंड्स को घर लाकर चोदता था.
एक बार तो मैंने एक कमसिन लौंडिया को घर में लाकर उसकी सील तोड़ी थी, तब साली बहुत जोर जोर से चिल्लाने लगी थी.
उस दिन मॉम ने मुझे आवाज भी लगा दी थी- उसके साथ क्या कर रहा है, वो क्यों इतना चिल्ला रही है?
तब मैंने भी कह दिया था- अरे यार मॉम ये सील पैक है, इसलिए साली कुछ ज्यादा चिल्ला रही है.
उस पर मॉम ने हंस कर कहा था- तो क्या ऐसे पेलेगा कि पूरा मुहल्ला सुने?
मैं हंस दिया था और वो लौंडिया, जो मेरे लवड़े के नीचे दबी थी … वो भी इस बात को सुनकर चौंक गई थी कि हम दोनों माँ बेटे, चुदाई को लेकर कितने फ्रेंक हैं.
कभी कभी तो हम दोनों माँ बेटे साथ में बैठ कर शराब भी लेते हैं.
मेरी मॉम को सिगरेट पीने की आदत है, तो हम दोनों एक साथ बैठ कर सिगरेट के छल्ले उड़ा लेते हैं.
जब हम दोनों शराब और सिगरेट का मजा लेते हैं, उस समय मैं मॉम के साथ बैठ कर ब्लू-फिल्म भी देख लेता हूँ.
कहने का आशय ये कि मेरी मॉम मेरी फ्रेंड हैं.
मैंने उन्हें चोदा भर नहीं हैं बाकी सारी चुदाई की बातें कर लेता हूँ.
मेरी मॉम देखने में बहुत गोरी हैं. उनका फिगर 36-30-38 का है.
जब वो मोहल्ले में चलती हैं तो सारे मर्द पागल हो जाते हैं.
मॉम जब बाहर जाती हैं तो ज़्यादातर साड़ी पहनती हैं लेकिन घर में वो नाइटी पहनती हैं.
उन्हें मेकअप करना अच्छा लगता है. वो बहुत ही ज्यादा खुले विचारों वाली महिला हैं.
उनके साथ बस एक ही समस्या है कि वो पापा के साथ नहीं रह पा रही हैं.
पापा आर्मी की जॉब में होने की वजह से घर पर नहीं रह पाते हैं. उनकी पोस्टिंग बदलती रहती है. कभी कश्मीर में, तो कभी आसाम में हो जाती है.
वो दरअसल स्पेशल टास्क फोर्स के हिस्सा हैं, जिस वजह से उनकी ड्यूटी बहुत ज्यादा व्यस्तता वाली है और कोई निश्चित नहीं रहता है कि वो कब कहाँ होंगे.
इसी वजह से उन्हें छुट्टी भी बहुत कम मिलती है.
कुछ दिन पहले मैंने घर में मॉम को देखा था कि वो बहुत दुखी थीं.
मैंने उनसे पूछा तो कहने लगीं- कुछ नहीं यार, मैं ठीक हूँ.
फिर वो हंसने लगीं.
मैंने उन्हें हग किया तो वो सुबकने लगीं.
तब मैंने उनकी पीठ सहलाते हुए पूछा- पापा की याद आ रही है ना!
वे बोलीं- हां बेटा, मैं बहुत प्यासी हूँ.
मैंने कहा- चलो अपनी प्यास दारू से बुझाते हैं.
वो हंस पड़ीं और हम दोनों दारू पीने लगे.
उस दिन मॉम ने चार पैग लगा लिए थे और वो कुछ ज्यादा ही बहक गई थीं.
वो मुझसे कहने लगीं- मुझे सेक्स की प्यास थी और तूने दारू पिला कर मेरी इस प्यास को और ज्यादा भड़का दिया है.
मैं समझ गया कि मॉम नशे में हैं और अब इन्हें सुला देना चाहिए.
मैंने मॉम से कहा- आप कमरे में चलिए और अब सो जाइए.
मॉम मेरे साथ कमरे में आ गईं और लेट कर मोबाईल चलाने लगीं.
कुछ देर बाद शायद मॉम की चूत को लंड की बहुत ज्यादा जरूरत थी.
हालांकि मैं कई बार उन्हें हस्तमैथुन करते देख चुका था मगर वो सब मैंने चुपके से देखा था.
आज चूंकि मॉम ने मुझे अपने कमरे में ही सोने के लिए कह दिया था तो वो सब मेरे सामने ही हो रहा था.
मॉम काफी नशे में थीं और उन्हें इस बात का होश ही नहीं रहा कि मैं उनके बाजू में ही लेटा हूँ.
कुछ देर बाद मॉम ने अपनी नाईटी उतार दी और ब्रा-पैंटी भी हटा दी.
फिर उन्होंने गाली देते हुए कहा- साली कुतिया चूत … तू मानेगी नहीं … आज मैं तेरा भोसड़ा बना कर ही रहूँगी.
इसके बाद मैंने देखा कि उन्होंने दराज से वाइब्रेटर निकाला और अपनी चूत पर लगा कर मास्टरबेट करने लगीं.
वो डिल्डो उनकी चूत में पूरा घुस गया था और वो कामुक सिसकारियां ले रही थीं.
फिर जब वो पलटीं तो मुझे देख कर रोने लगीं.
मैं उनके पास को सरक गया और उन्हें चुप कराने लगा.
मॉम एकदम नंगी थीं लेकिन चूंकि हम दोनों के बीच कोई पर्दा नहीं था तो झिझक नाम की कोई बात नहीं थी.
मैंने कहा- मॉम मुझे पता है आप सेक्स के लिए तड़फ रही हो.
उन्होंने कहा- हां बेटा, तुम्हारे पापा महीनों नहीं आते हैं मैं अपनी प्यास कैसे बुझाऊँ?
मैंने कहा- मॉम आप इतनी सुंदर हो, किसी और के साथ अपनी प्यास क्यों नहीं बुझा लेती हो?
उन्होंने कहा- मैं तुम्हारे पापा के साथ चीट नहीं कर सकती.
मैंने बोला- यह कोई चीटिंग नहीं है. आप सेक्स के लिए तड़फ रही हो, इसमें किसी के साथ सेक्स कर लेने से आप पापा के साथ धोखा नहीं करोगी. ये तो मैं बस आपसे अपनी जिस्मानी भूख मिटाने के लिए कह रहा हूँ. मेरे ख्याल से आपको किसी मर्द के साथ अपनी सेक्स की भूख मिटा लेनी चाहिए. फिर मैं आपके साथ हूँ तो आपको कोई झिझक नहीं होनी चाहिए.
मॉम मुझे देख रही थीं.
एक पल रुकने के बाद मैंने आगे बोलना शुरू कर दिया- हम लोग साथ में ब्लू-फिल्म देख लेते हैं. शराब सिगरेट पी लेते हैं और आप भी मुझे अपनी गर्ल फ्रेंड्स के साथ सेक्स करते हुए देखती हैं. ऐसा माँ बेटे का रिश्ता कहीं देखने को नहीं मिलेगा. मैं आपका राजदार रहूँगा मॉम … आप बिंदास अपनी वासना की आग शांत करवा सकती हैं. बल्कि आप कहेंगी तो मैं आपके लिए साथी ढूँढने में मदद करूंगा.
इस तरह से बहुत देर तक समझाने के बाद वो मान गईं.
मैंने उन्हें कपड़े दिए ताकि वो अपने नंगे बदन को ढक सकें.
उसके बाद मैं उन्हें बाहर हॉल में ले आया.
मैंने एक एक पैग और तैयार किया और मॉम के साथ चीयर्स करके बात करना शुरू की कि किस तरह से मॉम के लिए एक ऐसा साथी खोजा जाए, जो उनकी जिस्म की आग को शांत भी कर सके और बाद में वो मॉम को परेशान भी न कर सके.
उन्होंने बोला- अब बता, मैं किसके साथ सेक्स करूं?
मैंने कहा- अगर किसी एक से करोगी, तो बाद में हो सकता है कि वो आपको पैसों के लिए ब्लैकमेल करे. इससे अच्छा है कि हर बार आप अलग मर्द चुनें. इससे आपको तरह तरह का टेस्ट भी मिलेगा और आपकी सुरक्षा भी बनी रहेगी.
ये सुनकर मॉम के चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट आ गई थी.
मैंने उन्हें हँसाने के लिए जरा खुल कर कह दिया- अरे वाह, मेरी मॉम को अलग अलग लंड की बात बड़ी पसंद आई!
मॉम ने मेरी पीठ पर धौल जमाते हुए कहा- तू मुझे पूरा खराब करने के मूड में है. जैसा तू बदल बदल कर अपना मजा करता है, वैसे ही मुझे भी बदल बदल कर मजा दिलाना चाहता है.
मैंने कहा- क्या आपको बदल बदल कर लंड से चुदवाने में कोई दिक्कत है?
वो भी अब खुल गईं और बोलीं- नहीं मुझे हर तरह के लंड से चुदने का मन है और तू मेरे लिए बड़े बड़े लौड़े खोज, जो मेरी चूत की चटनी बना दें.
मैंने मॉम की ये भाषा सुनी, तो एक कदम और आगे बढ़ गया.
तो मैंने सिगरेट सुलगाते हुए कहा- सिर्फ चूत का भोसड़ा ही बनवाना है या अपनी गांड का गड्डा भी बनवाना है?
वो पैग को एक झटके में खत्म करती हुई बोलीं- जब चूत का भोसड़ा बनवाने का सोच लिया है, तो फिर मेरी गांड ने कौन सा पाप किया है … जो उसको गड्डा बनाने वाले लौड़े नहीं मिलेंगे!
मैं खुश हो गया कि अब मॉम एकदम रंडी की भाषा बोलने लगी हैं.
दोस्तो, मैं सच कह रहा हूँ कि उस वक्त तक मेरे दिमाग में अपनी मॉम के साथ चुदाई करने का ख्याल नहीं आया था.
हां मेरे लंड में जरूर आग लग गई थी और मैं मॉम के सामने ही अपने लवड़े को सहलाने लगा था.
मॉम मुझे देख कर हंस दीं और बोलीं- साले, अपनी मॉम के सामने ही लंड सहला रहा है, शर्म नहीं आती तुझे?
मैंने कहा- मॉम, अपनी बातों से मुझे गर्मी चढ़ रही है … क्या मैं आपके सामने मुठ मार सकता हूँ?
मॉम ने कहा- नहीं … बिल्कुल नहीं. ये गलत है. कल तू अपने लिए किसी लड़की को बुला लेना और उसे चोद कर अपनी आग शांत कर लेना. पर अभी तू मेरे लिए लंड खोजने की बात कर रहा था … उसके बारे में बात कर!
मैंने कहा- ओके मॉम, नेट पर आपके लिए पार्ट्नर्स ढूँढता हूँ.
मॉम बोलीं- पार्टनर्स नहीं … सिर्फ एक पार्टनर. मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूँ.
मैंने कहा- मॉम, आप किसी को नेट पर ब्वॉयफ्रेंड बना लो. लेकिन वो घर आएगा तो किसी ना किसी को पता चल ही जाएगा. क्योंकि मोहल्ले में सबकी नज़रें आप पर ही रहती हैं.
मॉम बोलीं- ठीक है. तू अपने हिसाब से देख ले.
फिर मैंने मॉम के फोन से एक फ़ेसबुक का फेक अकाउंट बना दिया और प्राइवेट नंबर डाल दिया.
मैंने मॉम को चिढ़ाने के लिए लिख दिया कि 3000 रुपए प्रति घंटा में माल उपलब्ध है.
मॉम ने हंस कर कहा- इतने पैसे कौन देगा?
मैंने कहा- थोड़ी देर रूको.
थोड़ी देर में एक मैसेज आ गया.
वो बंदा व्यापारी था. उसने कहा- पूरी रात का क्या लेती है?
मैंने लिखा- अगर अकेले करोगे तो एक रात का 30000 रुपया. दो के साथ 50000 रुपया.
उसने लिखा कि हम 5 लोग हैं.
मैंने मॉम की तरफ देखा.
मॉम ने मजाक समझा और हामी भर दी.
मैंने ओके लिख दिया.
वो बोला- पाँच के एक लाख मिलेंगे.
मैंने लिखा- हाँ ठीक है.
अब मामले की गंभीरता को समझ कर मॉम एकदम से गुस्सा हो गईं कि पाँच को कैसे झेलेंगी वो?
मैंने कहा- एक लाख भी कम नहीं होते हैं और एक रात में ही एकाध महीने का कोटा पूरा हो सकता है.
मॉम कुछ सोच कर बोलीं- लेकिन 5 लोग?
मैंने पूछा- आप सब झेल लोगी, मुझे मालूम है.
मॉम को पापा इतनी बुरी तरह से चोदते हैं कि वो अगली सुबह लंगड़ाने लगती हैं.
मॉम ने मेरी तरफ आँख तरेरी शायद उन्हें भी समझ आ गया था कि मैं क्या कह रहा हूँ.
मैंने हंस कर दांत निकाल दिए.
फिर फोन पर लिखा कि कहां आना है?
उसने एक फार्महाउस का एड्रेस दिया.
मैंने लिखा कि मेरा गार्ड साथ में आएगा.
उसने कहा- ओके.
मॉम ने समझ लिया कि मैं उनके साथ जा रहा हूँ.
अब मैंने मॉम से कहा- आप शिफ़ोन वाली ब्लू साड़ी पहन लो और तैयार हो जाओ.
मॉम थोड़ी देर में तैयार होकर आ गईं.
सच में वो बहुत खूबसूरत लग रही थीं.
उन्होंने सुनहले रंग का बिना आस्तीन वाला ब्लाउज पहना था और ब्लू साड़ी. उन्होंने अपने होंठों पर लिपग्लाज लगा रखा था.
मैं बोला- सच में कमाल की माल लग रही हो. आज तो वो सब आपकी गांड मार कर आपको चलने लायक नहीं छोड़ेंगे.
मॉम हंस दीं और बोलीं- तेरे पापा भी तो यही करते हैं.
मैंने ताली बजा कर उनका उत्साह बढ़ाया.
फिर उन्होंने पूछा- अनजान लोगों के सामने कैसे करूंगी, बस यही लग रहा है. कहीं वो लोग बदमाश किस्म के न हों.
मैंने अपनी कमर में फंसी पिस्टल दिखाई और कहा- आप बेफिक्र रहें, आपका गार्ड आप के साथ वहीं रहेगा. बस आप यह मत बोलना मैं आपका बेटा हूँ.
सब कुछ सैट हो गया और हम दोनों वहां कार से पहुँचे.
हम दोनों ने उन्हें देखा और मॉम ने झुक कर नमस्ते करते हुए अपने दूध दिखाए.
उन्होंने पूछा- तुम गार्ड हो?
मैंने अपनी कमर थपथपा कर कहा- हां जी, मैं ही मैडम का गार्ड हूँ और मैं ही सप्लायर भी हूँ.
ये सुनकर मॉम कुछ गुस्सा सी हो गईं. मगर उन्होंने कुछ कहा नहीं.
तभी एक आगे आया.
उसने मॉम को खींच कर अपने सीने से लगाया और उन्हें किस करने लगा.
मैं कमरे में बैठ गया और वो सब मेरी मॉम के साथ मस्ती करने लगे.
थोड़ी देर की चूमाचाटी के बाद उन लोगों ने मॉम को नंगी कर दिया.
मॉम ने पैंटी नहीं पहनी थी.
एक ने गाली दी और बोला– साली रंडी चुदने को तैयार होकर आई है.
मॉम भी अब जोश में आ रही थीं.
वो सिसकारियां ले रही थीं.
मॉम पूरी नंगी थीं और गैर मर्दों की बाँहों में चुदने की तैयारी कर रही थीं.
मुझे मजा आ रहा था. मैं अपना लंड सहला रहा था.
जबकि उन्हें मुझसे शर्म आ रही थी.
एक बंदा उनकी चूत चाटने लगा.
वो आहें भर रही थीं और एक बंदा उनके दूध दबा रहा था.
फिर सबने उन्हें घुटनों पर बैठा दिया और लंड चूसने के लिए बोला.
एक बंदे ने मुझे भी जॉइन करने के लिए बोला.
मॉम घबरा गईं. मगर मैंने भी बहती गंगा में हाथ धोना ठीक समझा.
अब वो एक एक करके सबको ब्लोजॉब दे रही थीं.
आधे घंटे बाद लंड झड़ गए थे और वो भी कुछ थक गई थीं.
उसके बाद दारू का दौर चलने लगा.
फिर जब सब दुबारा उत्तेजित हो गए तो एक बंदा लेट गया और मॉम को अपने ऊपर आने को बोला.
मॉम ने अपनी चूत को उसके लंड पर सैट की और बैठने लगीं.
वो लौड़े पर चूत फंसा कर बैठ गईं और गांड उछालने लगीं.
उसका लंड पापा के लंड से आधा ही रहा होगा तो मॉम को मजा नहीं आ रहा था.
ये बात एक दूसरे बंदे ने समझ ली और वो पीछे से अपना लंड हिलाता हुआ आया और उसने मॉम की चूत में डबल पेनीट्रेट कर दिया.
एकदम से लंड अन्दर घुसा, तो मॉम की चीख निकल गई और उनकी चूत से खून निकलने लगा.
वो दर्द से चिल्लाने लगीं.
तभी एक ने उनके मुँह में लंड डाल दिया.
एक बंदा उनकी गांड पर तेल लगा रहा था.
मॉम समझ गईं कि ये ट्रिपल पेनीट्रेट करने वाले हैं.
वो सब हैवानों की तरह लगे थे.
इससे पहले वो कुछ सोच समझ पातीं कि एक ने उनकी पोजीशन कुछ ऐसे सैट की कि मॉम की गांड में लंड डालने की जगह बन गई.
उसने तुरंत अपना लंड मॉम की गांड में पेल दिया.
अब वो सब पागलों की तरह मॉम की चूत और गांड मार रहे थे. मुँह में भी दो के लंड घुसे थे.
मॉम की सांसें ऊपर चढ़ गईं.
मैंने ये देख कर सबको रुकने को बोला.
थोड़ी देर बाद उनकी सांसें सही हो गईं और वो नॉर्मल हो गईं.
तकरीबन 20 मिनट तक तीनों ने उनको पेला.
अब तक 4 बंदे उनके मुँह में झड़ चुके थे.
कुछ ही देर में सभी झड़ गए.
मॉम अपना होश खो चुकी थीं.
फिर मैंने मॉम को एक पैग पिलाया और उन्हें चेतन किया.
मॉम की चूत एकदम से फैल गई थी.
उन्होंने मुझे एक इशारा किया और मैं उनके पास आ गया.
मॉम ने मुझे अपने पास खींचा और मेरे होंठ चूम कर कहा- मैं बहुत खुश हूँ और तुझे इनाम में अपनी चुदाई करने का मौका दे रही हूँ.
मुझे भी मॉम की चुदाई करने का बड़ा मन हो रहा था.
मॉम की हामी मिलने के बाद मैंने भी मॉम की चूत में लंड डाला और उन्हें चोदने लगा.
कुछ बीस मिनट में मैं भी झड़ गया.
सारी रात में मेरी मॉम की केवल दो बार ग्रुप में चुदाई हुई.
फिर उनमें से एक ने मुझे पैसे दिए और धन्यवाद कहा.
मेरी मॉम पूरी तरह से वीर्य से नहा सी चुकी थीं.
मैंने उन्हें फार्म हाउस के स्वीमिंग पूल में धकेल दिया.
पूल का पानी ठंडा था.
मैं भी पूल में आ गया.
मॉम ने मुझे हग कर लिया.
उन्होंने मुझे देखा और हम दोनों किस करने लगे.
फिर हम दोनों ने पूल सेक्स किया.
कुछ देर बाद मॉम ने कपड़े पहने और हम घर चल दिए.
घर पहुँचने के बाद मॉम मुझसे लिपट गईं.
उनकी भूख फिर से जाग गई थी.
हम दोनों ने फिर सेक्स किया और ऐसे ही नंगे सो गए.
दूसरे दिन मॉम अच्छे मूड में थीं मगर उन्हें चलने में तकलीफ़ हो रही थी.
हम दोनों ने किचन में सेक्स किया.
मॉम ने अब बोल्ड कपड़े पहनने शुरू कर दिए.
वो जींस टॉप पहनने लगी थीं.
उन्होंने अपने बूब्स पर पापा का नाम टैटू करवा लिया था.
थोड़े दिन बाद पापा ने आना था. इस बार पापा एक महीने की छुट्टी पर आने वाले थे.
वो रात को आने वाले थे.
मॉम ने सिर्फ़ टॉप और हॉट पैंट पहनी हुई थी.
पापा के आते ही उन्होंने पापा को हग कर लिया और गाल पर किस कर लिया.
इससे पापा चौंक गए कि मॉम इतनी बोल्ड कैसे हो गई हैं.
पापा ने मॉम से कहा- अरे ये क्या कर रही हो … अभी बाबू है.
मॉम बोलीं- तो क्या हुआ वो हमारा बेटा है और अब वो बड़ा हो चुका है. सब समझता है.
फिर मॉम ने पापा को नहाने जाने को बोला.
पापा नहा के आए और हम सबने खाना खाया.
मॉम ने किचन जाते वक़्त पापा के होंठों पर किस कर लिया.
अब मैं सोने चला गया.
दस मिनट बाद मॉम के रूम से उनकी कराहने की आवाज़ आने लगी. मॉम ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थीं.
मुझे लग रहा था कि पड़ोसी भी उनकी आवाज़ सुन रहे होंगे.
मैं रूम से बाहर निकला तो देखा उनके रूम का दरवाज़ा आधा खुला था.
पापा मॉम को डॉगी बना कर चोद रहे थे.
मुझे नींद आई हुई थी तो मैं चला गया.
सुबह उठा तो मैं देख कर शॉक हो गया.
मॉम किचन में पापा को ब्लो जॉब दे रही थीं.
पापा मुझे देख कर घबरा गए.
मॉम मदहोश थीं.
उन्होंने पापा को जाने नहीं दिया.
थोड़ी देर में वो झड़ गए.
पापा ने मुझसे सॉरी बोला.
मैंने कहा- कोई बात नहीं.
इस बात के बाद मैं और पापा खुल गए थे. मॉम भी अब घर में अक्सर ब्रा पैंटी में ही घूमने लगी थीं.
जब हम टीवी देख रहे होते, तो वो पापा की गोद में बैठ जातीं. पापा भी बोल्ड हो चुके थे.
एक दिन मॉम पापा के ऊपर नंगी बैठी थीं.
मैंने ध्यान नहीं दिया.
पापा का लंड मॉम की चूत के अन्दर था और मॉम उछल रही थीं.
फिर मॉम झड़ गईं.
अब पापा की छुट्टियाँ खत्म हो गई थीं.
पापा ने इशारे से मुझसे कहा- अपनी मॉम को खुश रखना.
मैंने उनका इशारा समझ लिया था.
फिर शाम को पापा चले गए.
उस रात को मैंने मॉम को खूब चोदा.
कुछ दिन बाद पता चला कि मॉम प्रेग्नेंट हैं.
मॉम ने पापा को भी बताया.
पापा को लगा, ये उनका बच्चा है.
मगर वो मेरा बीज था.
उन्हीं दिनों एक बुरी खबर आई कि कश्मीर में एक बम ब्लास्ट में मेरे पापा शहीद हो गए थे.
मॉम बहुत रोईं लेकिन उन्हें मेरा सहारा था.
मैं आईटी सेक्टर में था, तो मुझे पापा की जगह फौज में स्थायी ऑफिस वाली नौकरी मिल गई.
मैं मॉम को लेकर अपनी जॉब पर आ गया.
सबके सामने हम दोनों मॉम बेटा थे और सबको मालूम था कि मेरी मॉम पापा के बच्चे की माँ बनने वाली हैं.
कुछ दिन बाद मैंने मॉम से शादी करने की इच्छा जताई.
उन्होंने कहा- मैं सबके सामने शादीशुदा हूँ और तुम मेरे बेटे हो!
मैंने कहा- हम ये शादी कहीं दूसरी जगह जाकर करेंगे.
वो मान गईं.
अब वो कुछ दिनों में एक बच्चे को जन्म देंगी.
जो सबकी निगाहों में मेरे पापा का बच्चा होगा मगर वास्तविकता हम दोनों को ही पता थी.
मैंने सोच लिया है कि फौज की नौकरी से वीआरएस ले लूँगा और मॉम को लेकर किसी अनजान जगह जाकर पति पत्नी की तरह खुल कर रहूँगा.
आपको मेरी Xxx ओपन सेक्स कहानी कैसी लगी प्लीज कमेंट्स करके जरूर बताएं.
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