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गर्लफ्रेंड की चूत में गाजर और गांड में लंड

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Xxx लड़की की सेक्स कहानी में पढ़ें कि स्कूल की सबसे सेक्सी और चालू छिनाल लड़की मेरी दोस्त बन गयी. वो मेरा लंड चूसने लगी थी पर चुदाई का मौक़ा नहीं मिल रहा था.

दोस्तो, मैं राज दिल्ली का रहने वाला हूँ.
मैं ना ही बहुत गरीब हूँ, ना ज्यादा अमीर घर का हूँ.
आप यूं कह लीजिए कि साधारण मध्यम वर्ग का एक युवा हूँ.

Xxx लड़की की सेक्स कहानी तब की है, मैं जब बारहवीं क्लास में गया, तब मेरी एक गर्ल फ्रेंड बनी.
उसका नाम रजिया था.

वह एक नम्बर की छिनाल टाइप की लड़की थी.
साली के नखरे इतने कि पूछो मत.

वह स्कूल में चूत में गाजर ठूँस कर आती थी, कभी कभी तो गांड में भी.
उसको यह सब करने में बहुत मज़ा आता था.

यह बात मुझे तब पता चली, जब मैंने उसे चोदने के लिए नंगी किया.
मैं देख कर सोच में पड़ गया कि ये साली पूरा दिन अपनी चूत में गाजर कैसे डालकर रहती है.

वह क्लास में किसी को घास तक नहीं डालती थी.
मगर हमारे बीच दोस्ती हो गयी.

एक दिन मैंने मौका पाकर उसको आई लव यू बोल दिया.
उस दिन तो वह मुझे कुछ नहीं बोली.
पर अगले दिन मुझे अकेले में बुला कर उसने भी मुझे लव यू टू कहा और किस कर लिया.

उस दिन हम दोनों में एक किस के अलावा और कुछ नहीं हो पाया.

उसके बाद हम दोनों ने बहुत बार किस किया.
कभी कभी तो ट्यूशन में भी हम लोग शुरू होने लगे.

मैं कपड़ों के ऊपर से उसके बूब्स दबा दबा कर उसको बहुत मज़ा देता.
एक बार क्लास रूम लॉक करके रजिया ने मेरे लंड की मुठ भी मार दी थी.

रजिया को एक मोटे लंड की तलाश थी जो उसे मेरे लौड़े में दिखाई दे गया था.
पर वह बहुत ही ज्यादा नखरे वाली थी.

पूरे स्कूल में उससे सेक्सी मस्त फिगर वाली लड़की नहीं थी.
उसके बूब्स तो इतने मस्त थे कि किसी बूढ़े का भी लंड खड़ा हो जाए!

और यदि एक बार रजिया चूस दे तो किसी नपुंसक के लंड में भी जान आ जाए.

हम दोनों के यूनिट टेस्ट नजदीक आ गए थे.
उसी वक्त हम दोनों को मौका मिल गया और उस दिन हम दोनों ने बहुत देर तक किस का मजा लिया.

उस दिन स्कूल के बाथरूम में उसके निप्पलों को मैंने बहुत जोर से काट भी लिया था.

उधर ही एक बार तो उसने भी मेरा लंड चूस लिया था.
पर चुदाई के नाम पर वह कुतिया फिर से नखरे करने लगी.

उसका कहना था कि लंड का मजा तसल्ली से लेने में आता है.
उसकी इस बात में दम भी थी.

इसी तरह समय बीतता गया और हम दोनों ऐसे ही मजे लेते गए.
पर चुदाई नहीं हो पाई.

हम दोनों की बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा भी आ गई थी.

अब हम दोनों पास होने के लिए उस टाइम पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लगे.

परीक्षा के अंतिम दिन सभी खुश थे.

मैंने रजिया से बाथरूम में चलने का इशारा किया, पर वह ‘नहीं …’ बोलने लगी.

स्कूल से बाहर निकल कर उसने घर में कॉल किया और अपनी अम्मी को बोला कि हम सभी दोस्त लोग पार्टी करने जा रहे हैं. घर आने में थोड़ा टाइम लग जाएगा.
उसके बाद उसने मुझसे तुरंत एक ओयो रूम बुक करने को बोला.

उसकी बात सुनकर उस वक्त तो समझो मैं पागल ही हो गया था.
मैंने तुरंत नेट पर रूम सर्च किया तो नजदीक में ही एक ओयो होटल था.
तो मैंने उसमें एक कमरा बुक कर दिया.

वह बोली- चलो अब जल्दी से … मुझे सुसू आ रही है.
मैंने कहा- तुझे सूसू करने के लिए कमरा चाहिए था क्या?

वह हंस कर बोली- नहीं सुसू करने के बाद तेरा मोटा लंड लेने के लिए कमरा चाहिए था घोंचू!

हम दोनों फटाफट उस होटल में आ गए और रूम की औपचारिकता पूरी करके कमरे के अन्दर घुस गए.

कमरे में आते ही सबसे पहले हम दोनों ने एक दूसरे को बांहों में भरा और होंठों के चुंबन लेने लगे, खूब किस किए.

हमारे बीच कुछ दस मिनट से भी ज्यादा चुम्मा चाटी चली.
इससे पहले हम दोनों ने इतनी देर तक कभी भी किस नहीं किए थे.

उसी दरमियान वह अपनी जीभ मेरे मुँह में देने लगी.

मैंने उसकी जीभ को कुल्फी की तरह चूसा और उसका रस खा गया.
फिर उसने मेरी जीभ को चूसा और मेरे मुँह में बनने वाली लार को चाट गई.

कमरे में कभी मैं उसे किस करते हुए उसके बूब्स मसलने लगता तो कभी वह मेरे होंठों को अपने दांतों से काट लेती.

वह इतनी ज्यादा जोश में आ गयी थी कि पूछो ही मत!
चूमते हुए ही उसने मेरा लंड पकड़ लिया और उसे मसलने लगी.

उसका लंड मसलने का अंदाज ऐसा था मानो वह लंड उखाड़ ही लेगी.
मैंने उससे कहा- साली, उखाड़ कर ही मानेगी क्या?

वह हंस दी और झट से नीचे बैठ कर मेरे पैंट की चैन खोलने लगी.

जल्दी ही उसने मुझे नंगा कर दिया और लंड पकड़ कर चूसने बैठ गयी.

मैं उसके मुँह में लंड आगे पीछे ऐसे चलाने लगा, जैसे उसका मुँह न हो चूत हो.

वह भी अपने गले तक लंड को लेकर चूस रही थी और मेरे आंड पकड़ कर मरोड़ रही थी.

उसके हाथों ने लंड को किसी मुर्गे की तरह गर्दन से पकड़ा हुआ था, जिस वजह से लौड़े से पानी नहीं निकल पा रहा था.

दोस्तो, लंड को यदि उसकी गर्दन से पकड़ कर हिलाया जाए तो मेरा अनुभव कहता है कि स्खलन देर से होगा.

यही हुआ, रजिया मेरे लौड़े को गर्दन से पकड़ कर चूसती रही और उसी वजह से मैं दो मिनट की जगह दस मिनट में झड़ सका.

लंड से जैसे ही माल निकलने को हुआ, मेरे मुँह से आह निकलने लगी और शरीर भिंचने सा लगा.

वह समझ गई कि मेरा माल निकलने वाला है. वह लौड़े को अपने मुँह में अन्दर रखे हुए ही जीभ से लंड की नोक को लिकलिक करती हुई चाटने लगी.

उस समय उसने लौड़े की गर्दन को ढील दे दी थी.
इससे मेरे लंड सारा माल उसके मुँह में निकलने लगा और वह लौड़े से निकले वीर्य की एक एक बूंद गटक गयी.

अब मैंने उसका सलवार और कुर्ता खोल दिया.
वह नंगी हो गयी … बस ब्रा और पैंटी में रह गई थी.

काले रंग की ब्रा पैंटी में वह एकदम चुदक्कड़ रांड लग रही थी.
उसके 32 इंच के बूब्स एकदम गोल थे.
मैं देखते ही टूट पड़ा.

रजिया के मुँह से कामुक सिसकारियां निकलने लगीं.
मैंने उसके दोनों चूचों को बारी बारी से बहुत चूसा और मसला.
उसके निप्पल चूस चूस कर एकदम लाल कर दिए, उनमें अपने दांत भी गड़ा दिए.

वह दांत लगते ही एकदम से सिहर उठी और मुझे धक्का देती हुई बोली- आराम से चूस साले … काट कर खा जाएगा क्या?
मैं हंस दिया.

इसी तरह से हम दोनों की चुम्मा चाटी चलती रही.

फिर मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और चूत में जैसे ही उंगली को डाला, मुझे हैरानी सी हुई.

मुझे उसकी चूत में कुछ आगे को निकला सा महसूस हुआ.

मैंने उसे तुरंत नंगी कर दिया और देखा तो उसने चूत में एक गाजर डाली हुई है.
वह गाजर उसकी चूत में अन्दर तक घुसी हुई थी और उसका पीछे का हिस्सा भर बाहर दिख रहा था.

मैंने उस गाजर के सिरे को पकड़ कर बाहर को खींचा तो वह आह आह करने लगी.
साली रांड ने पूरी पांच इंच की नुकीली गाजर को अपनी चूत में पेला हुआ था.

मैंने उसी गाजर से उसे चोदना चालू कर दिया.
रजिया ने अपनी आंखें बंद कर ली थीं.
उसे देख कर ऐसा लग रहा था मानो वह जन्नत में चली गई हो.

पांच मिनट में ही वह झड़ भी गयी.
झड़ने के बाद उसके चेहरे पर एक मस्त मुस्कान थी.
उसे बहुत ज्यादा मज़ा आया था.

मैंने गाजर बाहर निकाली और उसका सारा पानी चाट चाट कर खा लिया.

जब मैंने उससे पूछा कि गाजर कैसे डाले हुए रह लेती हो?

वह बोली- ये तो मेरा रोज का खेल है.
ये सुन कर मैं और ज्यादा जोश में आ गया.

हम दोनों अब 69 में आकर एक दूसरे का आइटम चूसने चाटने लगे.
मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था.

हमारे पास निरोध नहीं था.
वह बोली- कुछ नहीं होगा, बस अन्दर मत निकालना.

मैंने उसे कुतिया बना कर पीछे से लंड डाल दिया.
उसे मेरा लौड़ा बहुत टाइट लगा.
उसकी अह निकल गयी.

मैंने रजिया से पूछा- अब तक कितनों से चुदाई करवा चुकी हो?
उसने अपने अब्बा, भाई, हमारे गणित के टीचर, प्रिसिंपल सर और जीवन का नाम गिनवा दिया.
जीवन हमारे स्कूल में बाथरूम साफ़ करता था, वह भी उसको चोद चुका था.

मुझे ये सब सुन कर बहुत बुरा लगा पर मुझे उस टाइम चोदना चालू रखना था.

करीब 20 मिनट तक घमासान चुदाई के बाद मेरा रस निकलने वाला था.
वह बोली- अन्दर मत निकालना … मुँह में दे दो.

मैंने चोदना बंद किया तो वह तुरंत घूम कर लंड चूत से निकलवाया और मुँह में लेकर चूसने लगी.

मैं उसकी चूत में उंगली चलाने लगा.
हम दोनों साथ में झड़ गए.

हमने थोड़ी देर बात की.
फिर हम दूसरे राउन्ड के लिए तैयार हो गए.

उसी बीच हम दोनों को कुछ खुराफात सूझी.
मैंने उसकी गांड में गाजर डाल दिया और पीछे से अपनी गांड को सटा लिया.
मगर मेरी गांड के अन्दर जरा सी भी गाजर नहीं गई.

रजिया ने वहीं रखी तेल की शीशी उठाई और मेरी गांड में तेल लगा दिया.
अपने आप ही खुद की गांड में तेल लगाया और हम दोनों एक दूसरे से सट कर कुत्ते जैसे होने लगे.
गांड रगड़ने में बहुत मज़ा आया.

मेरी गांड में दर्द होने लगा था पर रजिया को अभी और चुदाई करवानी थी.
हम दोनों ने पोजिशन चेंज की.

अब उसने गाजर निकाल कर चूत में डाल ली और मेरे लंड से खेलने लगी.

कुछ देर में लंड अपने आकार में आ गया, रजिया मेरा लंड अपनी गांड में डाल कर कूदने लगी.

उसकी चूत में गाजर और गांड में लंड था.
उसके मुँह से कामुक सिसकारियां निकल रही थीं.

पूरे रूम में फच की आवाजें आ रही थीं.

बीस मिनट में हम दोनों एक साथ में झड़ गए.
वह मेरे ऊपर एकदम से गिर गयी.

हम दोनों ने काफी बातें भी की.

उसने मुझे बताया कि उसके अब्बा मुझे नंगी करके अम्मी के सामने मेरी चुदाई करते हैं.
उसकी अम्मी भी एक नम्बर की छिनाल हैं.

रजिया ने अपने फोन पर सीक्रेट फ़ोल्डर खोल कर अब्बा और अम्मी की चुदाई का वीडियो दिखाया.

उसकी अम्मी रजिया से भी ज्यादा सेक्सी फिगर की लग रही थीं.

एक फिल्म में देखा कि रजिया का भाई, अब्बा, अम्मी, रजिया और एक कोई बाहर का आदमी रजिया और उसकी अम्मी को जानवरों जैसे चोद रहा था.

Xxx लड़की रजिया ने चुदाई के बाद कहा- आज तक मैंने इतना मोटा लंड कभी नहीं लिया था, बहुत मज़ा आया. अब मैं घोड़े जितना मोटा लंड भी ले सकती हूँ.

हमने समय देखा तो 3 घंटे हो गए थे.

हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन कर निकलने का तय किया.
मैंने उसे पैंटी नहीं पहनने दी, वह पैंटी मैंने रख ली.

उसके बाद हम दोनों ने बहुत बार चुदाई की.
आगे की सेक्स कहानी में मैं बताऊँगा कि कैसे मैंने रजिया की अम्मी और बहन की चुदाई की और थ्रीसम सेक्स का मजा लिया.

आपको मेरी Xxx लड़की की सेक्स कहानी कैसी लगी, मेल करके जरूर बताइएगा.
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धन्यवाद

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