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एक पत्रकार की बीवी की चूत चुदाई

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Xxx हिंदी में कहानी में पढ़ें कि मेरे बैंक में एक भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी क्योंकि मैंने उसकी मदद की थी. धीरे धीरे हम सेक्स की बातें करने लगे. उसके बाद …

दोस्तो, मेरा नाम आर्यन है.
मैं बहुत सालों से अन्तर्वासना का नियमित पाठक रहा हूँ.
आज मैं अपनी पहली Xxx हिंदी में कहानी लिख रहा हूं.

मेरी उम्र उस वक्त 26 साल थी.

मैं दिखने में बहुत गोरा, हैंडसम और देर तक टिकने वाला हूँ.
ऐसा वे सब लड़कियां बोलती हैं, जिनकी मैंने चुदाई की है.
एक बार जो लड़की मेरे लौड़े के नीचे से निकल जाती है, उसे मेरी चुदाई करने का तरीका अत्यधिक प्रभावित कर देता है और वह बार बार मेरे लौड़े से चुदना चाहती है.

जिन पाठिकाओं को मेरे बारे में ज्यादा जानकारी चाहिए है, उनके लिए लिख रहा हूँ कि मेरी लंबाई 5 फ़ीट 6 इंच है. मेरे लौड़े की साइज भी काफी मस्त है. ये 6 इंच लंबाई और 2.50 इंच मोटाई का है.
मैं बहुत ही रोचक और प्यारी बातें करता हूँ, ऐसा सब लोग बोलते हैं.

दोस्तो, यह तो आप भी जानते हैं कि शादीशुदा भाभियों आंटियों को चोदने में कोई डर नहीं रहता है.
एक तो उनको अच्छा एक्सपीरियंस होता है जिससे वह चुदाई खुल कर करवाती हैं और दूसरा उनके प्रेग्नेंट होने का खतरा भी कम रहता है.
अगर प्रेग्नेंट हो भी गईं तो वह अपने पति का बच्चा बता सकती हैं.

इसलिए मैं हमेशा शादीशुदा औरतों को चोदने का मजा लेता हूं.
उसमें कोई रिस्क नहीं रहता है.

मेरी पहली चुदाई एक पत्रकार की बीवी के साथ हुई थी.

यह उस वक्त की कहानी है जब मैं मध्यप्रदेश के एक जिले में बैंक में अधिकारी था, वहां पर मेरी मुलाकात कविशा से हुई थी.
वह बैंक में किसी काम से आई हुई थी.

कविशा दिखने में ज्यादा सुंदर नहीं थी.
उस वक्त उसकी उम्र 38 साल की रही होगी लेकिन लगती कोई 30 साल की थी.

अक्सर बैंक में लोग शिकायतें करते हैं कि बैंक वाले मदद नहीं करते हैं.
मगर मैं ऐसा नहीं हूँ; मैं भरसक प्रयास करता हूँ कि बैंक में आने वाले सभी की मैं यथासंभव मदद कर सकूँ.

उस दिन कविशा अपने किसी काम से बैंक आयी थी.
उसने मुझे अपने काम का आवेदन दिया और चली गयी.

आवेदन लिखने में मैंने उसकी मदद की और सही से प्रार्थना पत्र लिखवा कर ले लिया.
वह बड़ी खुश थी और मुझे धन्यवाद कर रही थी.

जल्द ही मैंने उसका काम कर दिया और आवेदन में उल्लेखित मोबाइल नंबर पर उसको कॉल करके सूचित कर दिया.
मैंने न जाने क्या सोच कर उसका नंबर अपने मोबाईल में फ़ीड कर लिया.

कुछ दिनों बाद उसका मिस कॉल आया.
नाम से मिस कॉल आते ही मैंने वापस कॉल किया तो उसने कहा- सर, गलती से कॉल लग गया.
मैंने कहा- कोई बात नहीं. ऐसी गलती से मुझे अच्छा लगता है कि कम से कम किसी को मेरा नंबर अपने मोबाईल में सेव करने का मन हुआ.
वह हंसने लगी.

कुछ देर बाद मैंने कॉल काट दिया.
दो दिन बाद मैंने फिर से कॉल लगाया और पूछा- क्या हाल चाल हैं?
उसने बोला- सर ठीक हूँ.
मैंने कहा- मैं सर नहीं हूँ. आपसे उम्र में छोटा भी हूँ. आप नाम से बुलाएं तो अच्छा लगेगा.

वह हंसने लगी और उसने कहा- मुझे आपका नाम ही नहीं मालूम है तो कैसे नाम ले सकती हूँ.
मैंने कहा- आप नाम रख लो न!

वह बोली- क्यों आपका कोई नाम नहीं है क्या?
मैंने कहा- नाम तो है. पर तब भी आपको मुझे किस नाम से बुलाना अच्छा लगेगा, मैं कैसे जान सकता हूँ?

वह बोली- बैंक वाले बाबू.
मैंने कहा- ये भी ठीक है … जैसे डीजे वाले बाबू वाला गाना है … वैसे ही बैंक वाले बाबू लिख लो. फिर गाना गा लेना कि बैंक वाले बाबू मेरा फार्म भरवा दो.

वह जोर जोर से हंसने लगी- आप बहुत नॉटी हो!
मैंने कहा- ये तो आपकी जर्रानवाजी है कि अअपने ख़ाकसार को शैतान नाम की इज्जत बख्शी है.

वह और जोर जोर से हंसने लगी.
फिर बोली- चलिए अभी रखती हूं, बाद में बात करते हैं.
मैंने कहा- जी जरूर.

अब हमारी रोज़ फ़ोन पर बात होने लगी.
जिस दिन फोन पर बात नहीं होती, उस दिन चैट से बात होने लगती.

इतनी बातें होने से मुझे उसके बारे में पता चला कि उसके पति एक प्रसिद्ध पत्रकार हैं और उनका चक्कर किसी ओर लड़की के साथ चल रहा है.
इस वजह से उसकी जिंदगी नरक बनी हुई है.

मैंने कहा- कोई बात नहीं, मैं आपके साथ हूँ.

एक रात को हम दोनों की चैट शुरू हुई, तो जल्दी ही उसके पति को लेकर चर्चा शुरू हो गई.

उसने बताया कि उसके पति ने किसी और औरत के साथ अपने संबंध बना लिए हैं और वे अब कभी कभी रात को भी घर नहीं आते हैं.

मैंने उसे जरा और खोलते हुए पूछा- इसका मतलब यह हुआ कि आपके पति को आपमें कोई दिलचस्पी नहीं है?
वह- आप ऐसा कह सकते हैं, पर पूरी तरह से मेरे पति ने मुझसे नाता नहीं तोड़ा है, वे अभी भी मेरे साथ हमबिस्तर होते हैं.

इतना सुनते ही मैंने कहा- मजा आता है या?
जब मैंने आधी बात कह कर छोड़ दी तो उसने लिखा – या …? पूरी बात कहें ना!

मैंने कहा- मैं खुल कर लिख सकता हूं या नहीं?
उसने कहा- हां, आप मुझसे मेरे पति के साथ हुई चुदाई की हर बात पूछ सकते हैं और खुल कर पूछ सकते हैं.

मैंने कहा- ओके, मैं नहीं पूछता, आप खुद ही बताओ कि वे कैसे लेते हैं?
उसने मसखरी की- क्या कैसे लेते हैं?

इस बार मैंने भी लिख दिया- चूत!
वह मुस्करा दी और अपनी मुस्कान उसने हंसने वाली इमोजी से जाहिर की.

फिर उसने लिखा- शुरुआती दिनों में तो वे मेरी पोर पोर दुखा देते थे और पावर बढ़ाने वाली गोली खाकर मुझे एक एक घंटा तक चोदते थे. लेकिन जब से उस रंडी के चक्कर में पड़े हैं, तब से चढ़े और उतरे वाली स्थिति हो गई है.

मैंने कहा- मतलब अब आपके पति को ज्यादा मजा देने वाली मिल गई है!

मेरी इस बात से वह जरा देर के लिए चुप हो गई.
फिर उसने लिखा कि इसका मतलब क्या हुआ?

मैंने कहा- इसका मतलब यह हुआ कि आप अपने पति को उस दूसरी औरत से कम मजा देती हैं.
उसने एक चुप्पी साध लेने वाले इमोजी से अपना उत्तर दिया.

मैंने कहा- जब मर्द को औरत की कलाबाजियां नहीं मिलती हैं, तो वो ऊब जाता है और दूसरी उस औरत के साथ सेक्स करने लगता है … जो उसके साथ तरह तरह से चुदाई की मस्ती करने लगती है.
उसने एक शब्द में पूछा- जैसे?

मैंने कहा- इसका जवाब लिख कर नहीं दिया जा सकता है.
वह बोली- तो मिलकर दे सकते हैं क्या?

मैंने कहा- हां मिलकर बात की जा सकती है लेकिन उसके बाद ही यह तय किया जाएगा कि आप कितना समझ सकती हैं.
शायद वह समझ गई थी, इसलिए उसने लिखा- पहले मिलते हैं … फिर आगे देखेंगे कि क्या करना है.

दूसरे दिन शाम को मिलने का तय हुआ और हम दोनों एक होटल के रेस्तरां में मिले.
उधर एक केबिन में हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे.

मैंने उससे पूछा- हां आप पूरा किस्सा सुनाइए कि आपके और आपके पति के बीच सेक्स का सिलसिला कैसे शुरू होता था?

उसने बताया- पहले तो वे घर आते ही मुझे पकड़ कर बेडरूम में ले जाकर नंगी कर देते थे और अगले पांच मिनट में ही हमारे बीच सेक्स होना शुरू हो जाता था.
मैंने कहा- और अब?

वह चुप हो गई.
फिर धीरे से बोली- मुझे ही पहल करनी पड़ती है और उस पर भी लगभग हर बार वे मुझे दुत्कार देते हैं.

उस दिन इसी तरह की बातें होने के बाद हम दोनों के बीच कुछ अलग सी बान्डिंग हो गई थी.

एक दिन उसने कहा- आप मुझे कुछ सिखाने वाले थे कि मैं कैसे क्या करूँ कि मेरे पति मुझे वापस पसंद करने लगें.
मैंने उससे कहा- ये सब मैं आपको बिस्तर पर चोद कर सिखा सकता हूँ. यदि आप मुझे चुदना पसंद करेंगी तो मैं आपको सब सिखा दूंगा.
वह राजी हो गई और बोली- ठीक है समय मिलने दीजिएगा.

बस तब से हमारी छुप छुप कर मुलाकातें होने लगी.
कभी पार्क में, तो कभी मार्किट में मुलाकातें होने लगीं.

कई बार उसके घर के पास अंधेरे वाले जगहों पर मैंने उसके दूध भी दबाए, कई बार किस भी किया और कई बार मूवी दिखाने के बहाने उसकी चूत में उंगली भी की.

कई बार शहर से बाहर ले जाकर उससे अपना लौड़ा चुसवाने के लिए कहा, मगर उसने मना कर दिया.
मैंने कहा- लंड चूसना चुदाई की एक बड़ी खास बात होती है. हो सकता है कि आपके पति की सहेली उनका लंड चूसती हो.
यह सुनकर वह चुप हो गई.

दो दिन बाद उसने कहा कि उसका घर इंदौर में है, उसे देखने जाना है.
मैंने कहा- चलो, साथ चलते हैं.
बस वह मेरे साथ बाइक पर इंदौर चली गयी.

हम उसके घर पर पहुंचे.
उसने नीचे वाला फ्लोर किसी को किराए से दिया हुआ था. उसमें कोई फैमिली रहती थी.

हम दोनों सीधे ऊपर वाले फ्लोर पर पहुंच गए और बात करने लगे.

क्योंकि ये मेरा पहला सेक्स था तो मैं बहुत डरा हुआ था.

मैंने बात करते करते उसको जोर से बांहों में भर लिया और जोर से किस करने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने उसके ऊपर के सारे कपड़े खोल कर उसके मम्मे चूसने लगा.
‘उम्म अहह …’

वह पूरी तरह गर्म हो गयी थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी.
उसके मुँह से ‘अहह अहह हहह …’ की सिसकारी निकलने लगीं.

थोड़ी देर बाद मैंने उसकी सलवार को खोल दिया और अब वह सिर्फ एक पैंटी में आ गयी.

मैं उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से चाटने लगा.
उसकी चूत बहुत गर्म हो चुकी थी.

फिर मैंने उसकी पैंटी खोल दी और उसकी चूत चाटने लगा.
मैंने उसके मुँह में अपना लौड़ा डाल दिया.

इस बार कमाल हो गया.
वह लंड चूसने लगी.
मैंने उसे उत्साहित किया.

जल्दी ही हम दोनों 69 की पोजीशन लेकर एक दूसरे के लंड चूत चाटते रहे.
उसकी चूत का नमकीन स्वाद मुझे बहुत ही रोमांचित कर रहा था.

उसके बाद मैंने उसकी गांड को चाट कर उसको मज़ा दिया.

थोड़ी देर बाद वह बोलने लगी- प्लीज जल्दी से डाल दो, वरना कोई आ जाएगा.

मैंने अपना 6 इंच लंबा लौड़ा उसकी गर्म चूत में डाल दिया.
जैसे ही लंड अन्दर गया उसको सुकून से मिल गया और वह आंख बंद करके सुकून महसूस करने लगी.

उसकी आह आह निकल रही थी.
मैं उसकी चूत में झटके लगाने लगा.

कुछ ही देर में वह अपनी गांड हिलाती हुई बोलने लगी- आह तेज तेज करो … मज़ा आ रहा है जान … प्लीज और करो … आह जल्दी जल्दी करो.

मैंने झटके मारने की स्पीड बढ़ा दी.
पर मेरा पहली बार था और उसकी चूत बहुत गर्म होने से मेरा रस जल्दी निकल गया.

मैंने सारा गर्म माल उसकी चूत में ही निकाल दिया.

जब मैंने अपना फव्वारा उसकी चूत में निकलते हुए महसूस किया और बोला- प्रेग्नेंट तो नहीं हो जाओगी?
वह बोली- नहीं, मैंने अपना ऑपरेशन करवा लिया है. अब आप कितनी भी चुदाई कर लो, मैं प्रेग्नेंट नहीं हो सकती.

मैं झड़ कर उसके ऊपर लेट गया और लेट कर उसके मम्मे चूसने लगा.
उससे बात करने लगा.

उसने कहा- क्या हुआ, इतने दिनों से लंबा सेक्स करने का बोल रहे थे. अब क्या हो गया है?
मैंने कहा- मेरा पहली बार है और डर लग रहा है. तुम्हारी चूत बहुत गर्म हो रही थी, तो जल्दी निकल गया … अब दूसरी बार में देर तक लंड काम करेगा.

यह सच था कि उसकी चूत काफी दिनों से चुदी न होने के कारण बहुत टाइट थी.
जबकि उसके दो बच्चे भी थे.

उसने कहा- मेरी चुदाई कोई 6 महीने से नहीं हुई है, इसलिए मेरी चूत बहुत गर्म हो रही है.
एक पल रुकने के बाद उसने कहा- चलो कोई बात नहीं, अगली बार मिलेंगे तब बहुत चुदाई करना और मेरी प्यास बुझा देना.

पहले मैंने कहा- क्या अभी दूसरी बार नहीं करना चाहोगी?
उसने सुरक्षा की दृष्टि से सेक्स करने से मना कर दिया.

मैंने भी अगली बार की चुदाई में उसकी प्यास बुझाने का वादा किया और अपनी पैंट को पहन कर नीचे आ गया.
वह पहले नीचे आकर निकल गई थी.

मैं बाद में नीचे उतरा.
तब किरायदार ने मुझसे पूछा कि आप कौन हो और क्यों आए हो?

मैंने कहा- ऊपर वाला रूम देखने आया था.
यह कह कर मैं वहां से जल्दी से बाइक लेकर निकल गया.

यह थी मेरी पहली चुदाई की कहानी.
बाद में मैंने उसकी अच्छे से चुदाई की. उसकी कहानी अगले भाग में सुनाऊंगा.

दोस्तो, मैं अब तक कोई 15 भाभियों, अंटियों और लड़कियों के साथ चुदाई कर चुका हूँ.
उनमें पुलिस वाली, टीचर्स, कलेक्टर ऑफिस वाली, बैंक वाली, नर्स, कॉलेज वाली सब भाभियां शामिल हैं. उन सबको मैं चोद चुका हूं.
उनकी सारी सेक्स कहानी अगले भागों में एक एक करके प्रकाशित करता रहूँगा.

आप मुझे मेल कर सकते हैं कि Xxx हिंदी में कहानी कैसी लगी ताकि मैं आपको अपनी अगली कहानी जल्दी लिख सकूं.
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