Xxx गर्ल फक स्टोरी में पढ़ें कि मेरी गर्लफ्रेंड को चुदाई की बहुत प्यास थी। एक बार रात को मैं उसे चोदने उसके घर गया तो देखा कि वो अपने अंकल की गोद में बैठी हुई थी।
सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार!
मेरा नाम आकाश है।
मेरी पिछली कहानी थी: सहेली ने अपने बॉयफ्रेंड से मुझे चुदवा दिया
अब इस Xxx गर्ल फक स्टोरी का मजा लें.
मेरी एक गर्लफ्रेंड है जो 12वीं कक्षा में पढ़ रही है।
मुझे मेरी गर्लफ्रेंड की एक आदत से बहुत परेशानी है।
वह हर किसी लड़के पर लाइन मारती रहती है; अपनी मौसी के लड़के तक को उसने नहीं छोड़ा है।
एक रात की बात है, उसका फोन मेरे पास आया।
वो फोन पर कहने लगी कि सेक्स करने का बहुत मन कर रहा है।
रात का वो वक्त ही ऐसा था कि उसकी बातें सुनकर मेरा भी लंड खड़ा हो गया।
मेरा मन भी गर्लफ्रेंड की चुदाई के लिए करने लगा।
मैं उठकर उसके घर के पास चला गया।
फोन पर उसने बताया था कि उसके पापा के कोई दोस्त भी घर पर आए हुए हैं।
जब मैंने उसके घर के पास जाकर फोन किया तो उसने मना कर दिया।
मैंने पूछा तो कहने लगी कि अभी पापा जाग रहे हैं।
फिर मैंने सोचा कि यहां तक आ गया हूं तो थोड़ा इंतजार ही कर लूं।
मैं वहीं रुक गया।
रात काफी हो गई थी।
फिर मैंने सोचा, कम से कम देखूं तो सही कि उसके घर में क्या चल रहा है।
उनके घर के पीछे एक सूखा पेड़ था जिस पर से चढ़ना काफी आसान था। मैं पहले भी एक दो बार उनके घर में इसी पेड़ से दाखिल हो चुका था।
मैं पेड़ से चढ़ते हुए उनकी छत पर पहुंच गया।
जीना खुला था और मैं सीढ़ियों से नीचे जाने लगा।
मगर बीच रास्ते में ही मैं ठिठक गया। मैंने देखा कि वो सीढ़ियों में किसी आदमी की गोद में बैठी हुई मंद आवाज में कुछ बातें कर रही थी।
मैं चुपचाप वहीं बैठकर उन दोनों की हरकतें देखने लगा।
फिर उनकी बातें सुनी तो पता चला कि वो उसके अंकल थे।
वो उसको पूजा बेटी कहकर बुला रहे थे।
अंकल बोले- पूजा बेटी, जब भी तुम्हारे घर आता था तो तुम्हारी छातियों को देखकर मेरा लंड मचल जाता था। तुम्हारी चूत में जाने के ख्याल से ही मेरा लौड़ा तनकर लोहा हो जाता था। आज मैं वो जलती ख्वाहिश पूरी करूंगा।
पूजा ने कैपरी पहनी थी और ऊपर टॉप डाला हुआ था।
अंकल उसके टॉप के ऊपर से ही उसकी चूचियों को दबा रहे थे।
वो भी अंकल के गले में बांहें डालकर लेटी थी।
फिर उन दोनों के होंठ मिल गए।
यह देखकर मुझे गुस्सा आने की बजाय उत्तेजना होने लगी।
मेरा लंड भी उनकी हरकत को देखकर खड़ा होने लगा।
उनके चुम्बनों की पुच-पुच की आवाज मुझे साफ सुनाई दे रही थी।
यह आवाज मेरे लंड को और ज्यादा कठोर बना रही थी।
धीरे-धीरे उनका जोश बढ़ता जा रहा था और वो दोनों पागलों की तरह एक दूसरे के होंठों को खाने लगे थे।
कुछ देर बैठे रहने के बाद अंकल खड़े हो गए और गोद में उठाए हुए ही उसकी चूचियों में मुंह देने लगे।
फिर उन्होंने पूजा को नीचे उतार दिया और अपनी पैंट खोलने लगे।
पैंट खोलकर उन्होंने नीचे गिरा दी और अंडरवियर पहने रहे।
फिर उन्होंने पूजा को भी कैफरी खोलने को कहा।
पूजा ने कैफरी खोली और नीचे गिरा दी।
अब वो नीचे से पैंटी में थी।
अंकल ने उसके टॉप को उठा दिया.
पूजा ने नीचे से ब्रा नहीं पहनी थी.
और अंकल ने उसकी चूचियों में मुंह लगा दिया।
अंकल अब मस्ती में होकर मेरी गर्लफ्रेंड के बूब्स को चूसने लगे।
पूजा ने अंकल के अंडरवियर के ऊपर से ही उनके लंड को सहलाना शुरू कर दिया।
यह नजारा देखकर मुझसे भी रुका न गया और मैंने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया और धीरे धीरे मुठ मारने लगा।
अब अंकल ने पूजा की चूत को भी पैंटी के ऊपर से सहलाना शुरू कर दिया।
पूजा ने अपने बदन को अंकल के हाथ के सहारे छोड़ दिया और चूत अंकल के हाथ पर रगड़ते हुए प्रतिक्रिया देने लगी।
वे दोनों हवस में पागल हो चुके थे।
रात की चांदनी में ये कामुक नजारा देख मैं भी तड़प सा गया था।
मेरा लंड एकदम से कड़क हो चुका था।
अब अंकल ने पूजा की पैंटी को उतरवा दिया और नीचे बैठ गए।
पूजा को उन्होंने खड़ी रखा।
फिर उसको दोनों टांगें खोलकर उनकी गोद के दोनों ओर टांगें करके खड़े होने को कहा।
पूजा ने दोनों टांगें अंकल के घुटनों के दोनों तरफ कर लीं, इससे पूजा की चूत ठीक अंकल के मुंह के सामने आ गई।
अंकल ने मेरी गर्लफ्रेंड की गांड पर दोनों हाथ कस दिए और उसकी चूत को अपनी तरफ धकेलते हुए उस पर मुंह लगा दिया।
पूजा की चूत पर अंकल के होंठ लगते ही उसकी सिसकारी निकल पड़ी और वो आह्ह … स्स्स … आह्ह … स्स्स … करने लगी।
इससे अंकल का जोश और ज्यादा बढ़ने लगा।
वो मेरी गर्लफ्रेंड की चूत को चाट चाटकर खाने लगे।
पूजा की चूत में भी जैसे आग लगी हुई थी। पूजा बार-बार अंकल के सिर को चूत की ओर धकेलते हुए उनके मुंह को चूत पर दबा रही थी।
या यूं कहें कि उनके होंठों पर अपनी चूत को रगड़ने की कोशिश कर रही थी।
अब पूजा से रुका नहीं जा रहा था और वो अंकल से चोदने के लिए कहने लगी।
फिर अंकल दोबारा से खड़े हो गए। उन्होंने अपनी चड्डी को नीचे खींच दिया।
इससे पहले कि वो कुछ और करते, पूजा ने झट से नीचे बैठकर अंकल के लंड को मुंह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी।
वो ऊम्म … आह्ह … मुच … पुच … जैसी आवाजें करते हुए अंकल के लंड चूस चाट रही थी।
कभी उनकी गोटियों को मुंह में भर लेती, जिससे अंकल की कामुक आह्ह … निकल जाती थी।
काफी देर तक वो अंकल के लंड की चुसाई करती रही और अंकल भी मजे से चुसवाते रहे।
फिर उन्होंने पूजा को हटने के लिए कहा।
पूजा उठी तो उन्होंने उसको कसकर बांहों में भींच लिया और उसकी चूत पर लंड को रगड़ने लगे।
तो पूजा एकदम से चुदने के लिए मचल उठी।
वो अंकल के लंड पर हाथ ले गई और उसकी चूत में लेने की कोशिश करने लगी।
अंकल उसकी चुदास को भांप चुके थे, उन्होंने लंड को पकड़ा और चूत पर सटाकर पूजा पर झुक गए।
अंकल का मोटा लौड़ा पूजा की चूत में घुस गया।
उसकी हल्की चीख ने इस बात का संकेत दे दिया कि लौड़ा उसकी चूत में घुस चुका था।
उन्होंने सीढ़ियों की दीवार के साथ पूजा को सटाया और उसकी चूत में हल्के हल्के धक्के देने लगे।
पूजा वहीं सीढ़ियों में खड़ी हुई चुदने लगी।
यह देखकर मैं भी तेजी से लंड पर हाथ चलाने लगा।
अंकल ने उसकी टीशर्ट को निकाल फेंका और उसको ऊपर से भी पूरी नंगी कर लिया।
वो मेरी नंगी गर्लफ्रेंड की चूचियों को चूसते हुए उसकी चूत में लंड को पेलने लगे।
पूजा को भी जैसे अंकल के लंड से चुदने में पूरा मजा आ रहा था। वो ज्यादा आवाज नहीं कर रही थी लेकिन उसकी हल्की सिसकारियां मेरे कानों तक पहुंच रही थीं।
कुछ देर चोदने के बाद अंकल पीछे हट गए; उन्होंने आंगन में बिछी खाट पर चलने के लिए कहा।
वो दोनों खाट पर चले गए।
मैं हैरान था कि उसके पिताजी के रहते वो कैसे अंकल से चुदवा रही है।
शायद उसके पिताजी सो चुके थे इसलिए वो रात में अंकल से चुदाई का मजा ले रही थी।
खाट पर जाकर अंकल उसको लेकर लेट गए और उसकी चूत के दाने के सहलाने लगे।
वो भी दोनों टांगें खोले आराम से अपनी चूत को रगड़वा रही थी।
अंकल ने उसका हाथ अपने लंड पर रखवा दिया और उससे मुठ मरवाने लगी।
लेटी हुई वो एक हाथ से अंकल के लंड की मुठ मारने लगी।
पूजा अंकल के लंड के सुपारे को अच्छे से सहला रही थी जिससे अंकल की सिसकारियां निकल रही थीं।
फिर उसने अपनी पैंटी ली और अंकल के लंड के टोपे पर रगड़ने लगी।
इससे तो अंकल के तन-बदन में आग लग गई और उन्होंने पूजा का मुंह दोनों हाथों में भरकर जोर से उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया।
पूजा गूं … गूं की आवाज करने लगी.
अंकल शायद कुछ ज्यादा ही जोश में आ गए थे; अंकल ने छोड़ा तो पूजा हांफ रही थी।
अब वो पूजा के ऊपर आ गए और बाहर से ही अपना लंड उसकी जांघों पर चूत के आसपास रगड़ने लगे।
पूजा को भी मजा आ रहा था।
वो अंकल के हाथों को अपनी चूचियों पर रखवा कर भिंचवाने लगी।
कुछ देर ऐसे ही मजा लेने के बाद अंकल ने पूजा की चूत पर थूक लगाया और लौड़ा अंदर सरका दिया।
पूजा के मुंह से एक बार फिर लंड लेने वाली आह्ह … निकल गई।
अंकल ने पूरा लंड मेरी गर्लफ्रेंड की चूत में उतार दिया और लगे उसे फिर से पेलने!
अबकी बार खाट भी चुदाई में चूं … चूं की आवाज करने लगी।
वो पूजा के ऊपर लेट गए और उसकी चूचियों पर मुंह लगाकर पीने लगे।
नीचे से पूजा की चूत में लंड अंदर बाहर हो रहा था।
धीरे धीरे अंकल की स्पीड बढ़ने लगी।
पूजा ने अंकल की पीठ पर दोनों हाथों को कस लिया और उनको बांहों में भर लिया।
अंकल और तेजी से उसकी चूत मारने लगे।
इधर मेरा माल भी निकलने के करीब आ पहुंचा था।
मैंने तेजी से लंड की मुठ मारना शुरू कर दिया।
कुछ ही देर में पूजा की आहें हल्की चीखों में बदल गईं थी।
अंकल के लम्बे मोटे लंड से चुदने में पूजा को भी पूरा मजा आ रहा था।
फिर एकदम से चुदाई को बीच में रोक कर उन्होंने लंड बाहर निकाल लिया; पूजा को भी उठने के लिए कहा।
वो उठी तो उन्होंने पूजा को खाट पर झुका लिया।
अब पूजा की गांड अंकल के लंड के सीध में थी।
एक दो बार पूजा की गांड को जोर से भींचकर उन्होंने उसको दो-तीन बार थपकाया और फिर उसको चूमने लगे।
पूजा के गोरे चूतड़ों पर अंकल दांतों से काटने लगे।
कभी वो उस पर होंठों से चूम रहे थे।
फिर उसकी गांड के छेद को लौड़े से सहलाया।
इसमें भी पूजा को पूरा मजा आ रहा था।
अब अंकल ने उसकी चूत पर लंड का सुपारा टिकाया और फिर से लंड को चूत में अंदर सरका दिया।
पूजा ने खाट को अच्छी तरह से पकड़ लिया ताकि अंकल के धक्कों को बर्दाश्त कर सके।
अंकल एक बार फिर से पूजा की फुद्दी में पीछे से लंड को पेलने लगे।
अब पूजा घोड़ी बनी हुई अंकल से चुद रही थी।
दोनों के मुंह से हल्की सिसकारियां निकल रही थीं।
अंकल का जोश अब सातवें आसमान पर था।
पूजा भी चुदाई में मस्त होकर जैसे गांड को अंकल के सामने फैलाती जा रही थी।
इतने में ही मेरा तो माल वहीं पर निकल गया।
मगर अंकल और पूजा अभी भी चुदाई में लगे हुए थे।
ये दोनों झड़ने का नाम नहीं ले रहे थे।
मुझे शक हुआ कि अंकल शायद गोली खाकर पूजा को चोद रहे हैं।
कुछ देर बाद पूजा का बदन ठंडा पड़ता दिखा। वो शायद झड़ चुकी थी लेकिन अंकल अभी भी लगे हुए थे।
अंकल ने चूत से लंड को निकाला और पूजा के हाथ में दे दिया; उसको मुठ मारने के लिए कहा।
वो अंकल के लंड की मुठ मारने लगी।
थोड़ी देर बाद झटके देते हुए अंकल भी झड़ गए।
खाली होने के बाद अब वो दोनों एक साथ लेट गए।
अंकल अब भी पूजा को किस किए जा रहे थे।
वो बोले- मैं तुम्हें बहुत दिनों से चोदना चाह रहा था लेकिन कह नहीं पा रहा था।
पूजा- कोई बात नहीं अंकल, आपका जब मन करे, आप मुझे चोद लेना। मुझे भी आपका लंड बहुत अच्छा लगा।
मैंने मन ही मन सोचा ‘साली, तुझे सब लड़कों के लंड अच्छे लगते हैं, चुदक्कड़!’
फिर मैं वहां से चला आया।
मुझे पूजा के इस रूप से हैरानी नहीं थी क्योंकि उस Xxx गर्ल फक की आदत के बारे में मैं जानता था।
आने के बाद मैंने लंड को साफ किया और फिर सो गया।
तो दोस्तो, ये थी मेरी चुदक्कड़ गर्लफ्रेंड की कहानी।
आपको स्टोरी कैसी लगी, जरूर बताना।
Xxx गर्ल फक स्टोरी पर कमेंट करें और मुझे मैसेज में भी अपनी राय जरूर दें।
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