Xxx बॉस वाइफ सेक्स कहानी एक ककोल्ड पति की है जिसने बहाने से मुझे अपनी सेक्सी बीवी से मिलवाया. फिर उसकी बीवी ने मुझे अपने रूप और वासना के जाल में फंसा कर सेक्स किया.
दोस्तो, मेरा नाम सोनू सिंह है. मैं रहने वाला तो एक गांव का हूँ, जो कि झारखंड में पड़ता है पर अभी मुम्बई में रहा रहा हूँ.
मेरी हाईट 6 फीट 2 इंच है और मेरे लौड़े का साइज़ कुछ ज्यादा ही बड़ा है जो किसी अच्छी खासी रंडी को भी रुला दे.
बी.टेक. करने के बाद मुझे मुम्बई में एक कंपनी में जॉब मिल गई.
मैं जॉब में चला गया और अपने काम में मस्त रहता था.
मेरे काम से खुश होकर बॉस ने मेरा प्रमोशन कर दिया जिससे मेरी आय भी बढ़ गई.
अब मैंने एक 2 बीएचके वाला फ्लैट ले लिया जो एक रिहायशी इलाके में था.
इधर बहुत बड़े-बड़े लोगों के घर थे.
मुझे बाद में पता चला था कि मेरे बॉस का भी घर मेरे पास ही था.
मैंने उन्हें बताया कि सर मैंने आपके घर के पास में ही घर ले लिया है.
वे मेरी तरफ खुश होकर देखने लगे और बोले- कभी घर आना!
मैंने कहा- जी सर जरूर.
यह Xxx बॉस वाइफ सेक्स कहानी इनी सर और इनकी बीवी की है.
एक दिन की बात है, बॉस अपनी कोई फाइल घर में भूल गए थे, जिसको लाने के लिए मुझे उनके घर भेजा गया.
मैं फाइल लाने की बात सुनकर हैरान था कि ये चपरासी का काम मुझे करने के लिए क्यों कहा जा रहा है.
मैंने कहा- सर पियून को भेज कर मँगवा लूँ?
वे बोले- मिस्टर सिंह, आप मेरी बात का बुरा मत मानना, ये फाइल आपको ही लानी पड़ेगी. क्योंकि ये गोपनीय फाइल है और यदि आप जाना नहीं चाहते, तो कोई बात नहीं. मैं खुद जाकर ले आता हूँ.
जब बॉस ने कहा तो मुझे समझ आ गया कि यह कोई जरूरी काम है जो मुझे करने के लिए कहा जा रहा है.
मैंने उनसे कहा- सॉरी सर, मैं ले आता हूँ.
अब मैं उनके घर के लिए निकल गया.
जब मैं बॉस के घर पहुंचा, तो वहां का नजारा देख कर मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं.
बॉस की बीवी ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर आने को बोलीं.
मैं उनकी खूबसूरती देख कर जैसे खो सा गया था.
फिर उन्होंने चुटकी बजाई, तब जाकर मुझे होश आया.
क्या माल थी वो … शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.
उनकी फिगर 36-30-38 की थी, रंग एकदम बिल्कुल दूध के जैसा गोरा … और चाल का तो मत ही पूछो, एकदम गांड मटका कर चलती थीं.
उस समय वो एक हाफ निक्कर पहने हुई थीं और ऊपर एक चुस्त टॉप था, जिसमें से उनकी आधी से ज्यादा चूचियाँ बाहर को निकल रही थीं.
टॉप बिना आस्तीन का था तो मैडम की सफाचट बगलें भी देखने को मिल रही थीं.
वास्तव में मस्त माल थीं वो!
मैंने तो आंखों से ही उन्हें चोद लिया था.
उन्होंने मुझे चाय ऑफ़र की तो मैं बैठ गया.
फिर उन्होंने नौकरानी से चाय मंगाई और मुझे खुद अपने हाथों से दी.
फ़िर चाय पीते पीते थोड़ी बहुत बातें हुईं.
उसके बाद मैं फाइल लेकर ऑफिस आ गया और काम खत्म करने के बाद घर आया.
उनका फिगर अभी भी मेरी नजरों के सामने घूम रहा था.
मुझे सारे दिन से उन्हीं का ख्याल आ रहा था तो मैंने जल्दी से दरवाजे बंद करके उनके नाम की मुठ मारी, तब जाकर मुझे कुछ राहत मिली.
फिर बॉस को कुछ दिनों के लिए बाहर जाना पड़ा तो बॉस की बीवी ऑफिस आने लगीं.
चूंकि बॉस ने कुछ दिन तक ऑफिस में उनकी बीवी की मदद करने को मुझसे कहा था तो मैं अक्सर उनके आस-पास ही रहता था.
बॉस की बीवी का नाम तो मैं नहीं बता सकता मगर मैं उनको जूली नाम से संबोधित करूंगा ताकि आपको भी जूली मैडम की जवानी के नाम पर लंड हिलाने में सहूलियत हो.
मैं जूली मैडम के साथ ही ऑफिस आता था और उनको रोजाना ऑफिस से घर ले जाने का काम भी मुझे ही करना था.
उनके घर जाने का अवसर मिलने लगा तो जूली मैडम से निकटता बढ़ने लगी.
वे भी मेरे साथ बिंदास होकर बात करने लगी थीं.
उनकी मुक्त हंसी से मुझे अपने दिल पर कटार सी चलती महसूस होती थी.
जूली मैडम के घर में एक नौकरानी थी, जो उनक्से थोड़ी कम ही हॉट थी मगर वो भी साली माल ही थी.
वह मैडम के साथ ही उनके घर में रहती थी.
वह मुझे कुछ तिरछी निगाहों से देखती थी और उसके बाद मुस्कान बिखेरती हुई अन्दर चली जाती थी.
एक दिन मैंने मैडम से इस बात को कहा भी … तो उन्होंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है, वह बस हंसमुख है इसलिए आपको ऐसा लगा होगा.
इस तरह से मेरा मैडम के घर आना जाना होता रहा.
इसी बीच मैडम एक दो बार मेरे फ्लैट पर भी आईं मगर ज्यादा देर नहीं रुकीं.
फिर एक दिन की बात है.
ऑफिस में बहुत देर तक काम हुआ था, रात के 8 बज चुके थे.
मैं बॉस की बीवी को लेकर उनके घर के लिए निकला था तो रास्ते में उन्होंने एक मेडिकल शॉप के पास गाड़ी रुकवाकर कुछ लाने को कहा और खुद उतर कर चली गईं.
फिर वहां से सामान खरीदने के बाद घर आते आते 10 बज चुके थे.
उन्होंने मुझे अपने घर में ही रुक जाने को बोला- यदि आपको कोई दिक्कत न हो तो आज यहीं रुक जाइए!
मैं भी यही तो चाह रहा था.
मैंने ओके कह दिया.
तब मैंने गाड़ी खड़ी की और घर के अन्दर आ गया.
मैंने देखा कि उनके घर में कोई नहीं था; नौकरानी भी नहीं थी.
मैंने बॉस की बीवी से उसके बारे में पूछा, तो वे बोलीं- घर में कोई नहीं है. वो छुट्टी लेकर गई है.
मैंने खाने के बारे में पूछा, तो वे बोलीं- गाड़ी में बैठे बैठे ही ऑर्डर कर दिया था, आता ही होगा.
फिर हम दोनों खाने का इंतजार करने लगे.
उन्होंने चाय की पूछी तो मैंने तुरंत हां कर दी.
पर वे बोलीं- वैसे ये वक्त चाय का होता नहीं है.
मैंने कहा- हां, वक्त तो खाने का है, पर जब तक खाना नहीं आता … तब तक कुछ गर्म ही ठीक रहेगा.
वे बोलीं- जब गर्म लेना ही है तो कुछ ज्यादा गर्म ही क्यों न लिया जाए!
मैं समझ नहीं पाया और उनकी तरफ सवालिया नजरों से देखने लगा.
वे बोलीं- ड्रिंक चलेगी?
मैंने हंस कर कह दिया- हां जी बिल्कुल!
वे विहस्की की बोतल और गिलास उठा लाईं.
हम दोनों जाम टकराने लगे.
हम दोनों दारू पीते पीते बातें करने लगे, तब तक खाना भी आ गया.
मैंने जाकर ले लिया.
अब तक हम दोनों के तीन तीन पैग हो गए थे; खासा नशा हो गया था.
फिर साथ में खाना खाने के बाद मुझे पेशाब लगी तो मैंने वाशरूम के लिए पूछा.
उन्होंने अपने बेडरूम वाले वाशरूम के लिए बता दिया.
मैं तुरंत गया क्योंकि मेरा लौड़ा कुछ ज्यादा ही फड़क रहा था.
मैंने वहां जाकर मुठ मारी, लेकिन फिर भी लौड़ा वैसा ही खड़ा था.
मैं जब वाशरूम से निकला तो पसीने से लथपथ था.
बॉस की बीवी भी वहीं पर आ गई थीं और वो मेरे खड़े लौड़े को देख रही थीं.
उन्होंने मुझे अपने पास बैठने को कहा और कुछ पल बाद रोने लगीं.
मैं अचकचा गया.
तभी वे बोलीं- मेरे पति मुझे खुश नहीं कर पाते हैं. शादी के सात साल के बाद भी मुझे बच्चे नहीं हुए हैं.
यह कह कर वो जोर जोर से रोने लगीं.
मैं उन्हें दिलासा देने के बहाने उनके गले से लग गया.
फिर अचानक ही उन्हें किस भी करने लगा और किस करते करते कब हम दोनों अधनंगे हो गए, पता भी नहीं चला.
जब मुझे होश आया तो मैंने देखा कि बॉस की बीवी ऊपर सिर्फ ब्रा में थी और मैं सिर्फ अंडरवियर में.
अब मैं खड़ा हुआ और उनको भी खड़ा करके उनकी साड़ी खोल दी, नीचे बंधा पेटीकोट भी निकाल दिया.
वे सिर्फ स्किन कलर की ब्रा और पैंटी में थीं जो उनके शरीर से पूरी तरह मैच कर रही थी.
बाद में उन्होंने बताया कि पैग में सेक्स की गोली डाली हुई थी … जिससे आपका लौड़ा 5-6 घंटों तक खड़ा रहेगा और आप 5-6 घंटों तक बिना थके सेक्स कर पाएंगे.
मैंने उनकी तरफ देखा तो वो बोलीं- यह दवा मेरे पति पर काम नहीं करती क्योंकि दवा सिर्फ उनके ऊपर असर करती है जिसके पास लवड़ा हो. लुल्ली वालों पर असर करेगी भी तो मेरे किस काम की?
ये कह कर वो हंसने लगीं.
उनकी वासना को देखकर मैं पूरे जोश में आ गया था.
मैंने उनकी ब्रा और पैंटी फाड़ दी और भूखे कुत्ते की तरह उन पर टूट पड़ा.
मैं उनके बूब्स को दबा रहा था और निचोड़ कर लाल कर दिया था, साथ ही मैं उनकी चूत में उंगली कर रहा था.
वे भी मुझे अपने दूध चुसवा रही थीं और आह आह करती हुई मेरे सर को अपने मम्मों में दबाए जा रही थीं.
मैं नीचे आया और उनकी नंगी चूत को किसी आईसक्रीम की तरह चाटने लगा.
उन्होंने मेरा सर पकड़ा और अपनी चूत में धकेलने लगीं.
लगभग दस मिनट के बाद वो झड़ गईं. मैंने उनका सारा रस पी लिया.
मैं अभी भी अंडरवियर में था.
अब उन्होंने कहा कि अपने उस्ताद के दर्शन कराओ.
मैंने कहा- मुँह में लेना पड़ेगा.
वे लंड चूसने के लिए तैयार हो गई.
मैंने अपना अंडरवियर जैसे ही उतारा तो वे दंग रह गईं.
मेरा लंबा मोटा लौड़ा देख कर वे डर गई थीं.
मैंने झट से अपना लौड़ा उनके मुँह में दे दिया मगर लंड का सुपारा ही बहुत मुश्किल से अन्दर जा रहा था.
कुछ 5 मिनट तक लंड चुसवाने के बाद अब बारी आई चोदने की.
मैंने कंडोम मांगा तो उन्होंने मुझसे कहा- मुझे तुमसे बच्चा चाहिए.
तो मैंने कहा- आपके पति को पता लगा तो?
इस पर वो बोलीं- ये सब करने का उनका ही ऑर्डर है.
मैं भौंचक्का था.
अब वो बोलने लगीं- प्लीज़ चोदो जल्दी … मुझसे रहा नहीं जा रहा है.
मैंने लंड सैट करके हल्का सा एक धक्का लगाया तो फिसल गया.
मैंने दुबारा से ट्राई किया, इस बार सिर्फ टोपा ही अन्दर गया था और वे छटपटाने लगीं.
मैं रुक गया और कुछ पल बाद फिर से एक झटका लगा दिया.
इस बार मेरा 4 इंच घुस गया.
वे एकदम से रोने लगीं.
मैं फिर से रुक गया.
और कुछ देर बाद मैंने फाइनल शॉट मारा.
इस बार वो एकदम से बेहोश हो गईं.
मैं बहुत देर तक रुका रहा और उन्हें किस करता रहा.
जब उन्हें होश आया, तो उन्होंने अपनी कमर हिला कर इशारा कर दिया.
मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी, वो अब भी रो रही थीं.
कुछ मिनट के बाद उन्हें आराम मिला तो अब वे साथ देने लगीं.
उस रात उन्हें 4 बार चोदा.
अगले दिन वो ठीक से चल भी नहीं पा रही थीं.
उसके 9 महीने बाद उन्हें जुड़वां बच्चे हुए जो मेरे लौड़े का कमाल था.
दोस्तो, आपको Xxx बॉस वाइफ सेक्स कहानी कैसी लगी, कमेंट जरूर करना.
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