वर्जिन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी में पढ़ें कि मेरी एक जवान पड़ोसन मुझे बहुत पसंद थी. वो मेरी दोस्त भी थी पर हम सेक्स की बात नहीं करते थे. तो मैंने उसे कैसे चोदा?
दोस्तो,
मेरा नाम फुरकान खान है और मैं बरेली उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ।
मेरी उम्र 20 साल है। मैं काफी हैंडसम भी हूँ। हर लड़की मुझे देखकर फिदा हो जाती है।
मैं पिछले 4 साल से अन्तर्वासना का पाठक हूँ और कहानियां पढ़कर मुट्ठियां मारा करता था।
मेरे लंड का साइज 6 इंच है जो किसी भी औरत या लड़की को संतुष्ट कर सकता है।
सारी बात खत्म करते हुए अब वर्जिन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी पर आते हैं।
यह मेरी पहली चुदाई की सच्ची कहानी है। अगर लिख़ने में कोई ग़लती हो जाये तो अपना दोस्त समझ कर माफ कर देना।
बात अभी दो महीने पहले की है।
मेरे पड़ोस में एक लड़की है जिसका नाम सानिया है।
उसने अभी 2021 में 12वीं की परीक्षा पास की थी।
अब वह कॉलेज में बी कॉम के पहले साल में है.
उसकी उम्र 19 साल है।
मैं और सानिया बचपन से साथ खेले हुए हैं तो हमारे घर पर सानिया का और सानिया के घर मेरा आना जाना लगा रहता है।
सानिया काफी खूबसूरत है, उसकी खूबसूरती को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाये।
वह बहुत गोरी है, बिल्कुल अंग्रेज़न लगती है।
सानिया को मैं शुरू से लाइक करता था। शायद वो भी मुझे पसंद करती थी।
वह मुझसे अपनी हर बात शेयर करती थी।
एक दिन उसने मुझसे पूछा- तेरी कोई जी एफ है?
मैंने बोला- नहीं।
तो वो बोली- इतना हैंडसम लड़का और कोई जी एफ नहीं? मैं नहीं मान सकती।
फिर उसने मुझे अपनी कसम दी, और दोबारा पूछने लगी- बता तेरी जी एफ है या नहीं?
तो मैं बोला- तेरी कसम यार … मेरी कोई जी एफ नहीं है अभी!
वो बोली- तो तूने जी एफ क्यों नहीं बनाई अब तक?
तो मैं बोला- मुझे तेरी जैसी कोई मिली ही नहीं!
इस पर वह शर्मा गयी.
फिर मैंने उससे पूछा- अब तू बता कि तेरी कोई बी एफ है?
तो वो बोली- नहीं!
मेरे मन में ये सुनकर लड्डू फूटने लगे कि ये अभी तक कुंआरी है.
और हम लोग एक दूसरे की आँखों में खो गए.
फिर उसकी अम्मी ने आवाज़ लगा दी और वो चली गयी.
मैं सानिया को सोच सोचकर मुट्ठी मारने लगा और थोड़ी देर में मैंने अपना वीर्य गिरा दिया.
अब मेरा पहला ख्वाब था कि मैं सानिया की कुनारी चूत मारूं।
तब मैं सानिया को किस तरह से चोदा जाये ये मंसूबे बनाने लगा।
एक दिन की बात है मैं सानिया के घर गया।
तो वह मुझसे बोली- अरे अच्छा हुआ फुरकान, तुम आ गए. घर के सभी लोग एक शादी में गये हैं और मैं घर में अकेली बोर हो रही थी. अब तुम आ गए तो तुमसे बात करके मेरा टाइम पास हो जाएगा।
वह मुझे सोफे पर बैठाकर मेरे लिए चाय लेने चली गयी।
जब चाय बनाकर आयी तो उसका दुपट्टा सरकने से मुझे उसके बूब्स दिख गए जिस कारण मेरा लंड खड़ा होने लगा.
उसने मुझे अपने दूध ताड़ते हुए देख लिया और शरमाकर मुझसे थोड़ा दूर जाकर बैठ गयी.
मेरे लंड का आकार पैंट में बढ़ रहा था, वो उफान मार रहा था।
वह मेरे लंड को बड़े गौर से देखने लगी और मुझसे बोली- फुरकान, इसे क्या हो गया?
मैं बोला- इसने कुछ देख लिया।
वो हँसकर बोली- इसको बैठाल दो।
तो मैंने हंस कर कहा- इसको तो तुम बैठाल सकती हो।
वह बोली- नहीं मैं नहीं बैठालूंगी. तुम वाशरूम में जाकर बैठाल लो.
और यह बोलकर हंसने लगी सानिया!
मैं उससे बोला- सिर्फ़ हाथ से बैठाल दो तुम अपने!
तो वो मना करने लगी।
फिर मैं मौका देखकर सोफे पर ही उसे किस करने लगा।
उसने मुझे बहुत हटाया और बोली- यार फुरकान … यह गलत बात है ना!
मैं बोला- चूत और लंड में सब सही और जायज़ होता है।
फिर वह भी मुझे किस करने लगी।
हम लोग 15 मिनट किस करते रहे।
फिर मैं उसे उठाकर बेडरूम में ले जाने लगा तो वह बोली- पहले मेन गेट बंद कर दो, नहीं तो कोई आ जायेगा।
मैं जल्दी से मेन गेट बंद करके आया और उसको लिटा दिया।
फिर मैंने उसके कपड़े उतारे और सारे कपड़े उतार दिए।
अब वह मेरे सामने ब्लैक पैंटी में थी और एकदम कयामत लग रही थी।
फिर मैंने उसकी ब्रा हटा दी और उसके दूध पीने लगा।
फिर कुछ देर दूध पीने के बाद मैं उसकी पैंटी उतारने लगा.
उसकी बुर बिल्कुल सफेद थी और चूत में से पानी निकल रहा था जिस कारण उसकी चूत के छोटे छोटे बाल बहुत खूबसूरत लग रहे थे.
फिर मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दी और थोड़ी देर में वो झड़ गयी।
उसका नमकीन चूत का पानी बड़ा अच्छा लगा मुझे!
फिर मैंने पैंट में से अपना लंड निकालकर उसके मुँह में दे दिया.
वो मजे से चूसने लगी।
थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद मैंने उसको सीधा लिटाकर उसकी बुर के छेद पर अपने लंड का टोपा टिकाया और अंदर को धकेला तो वो फिसल गया.
फिर डाला … फिर फिसल गया.
अब सानिया ने अपने हाथ में मेरा लंड लेकर अपनी चूत के छेद पर रखा और बोली- अब अंदर डालो!
मैंने एक ही झटके में अपना पूरा 6 इंच का लंड उसकी बुर में घुसा दिया।
तो उसकी चीख निकल गयी।
मैंने उसके मुंह पर हाथ रखकर उसकी चीख को बंद कर दिया।
वह दर्द के मारे झटपटाने लगी और कहने लगी- मुझे छोड़ दो.
और गिड़गिड़ाने लगी, बोली- मुझे नहीं करना … छोड़ दो मुझे!
मैंने उसकी एक ना सुनी और पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया और थोड़ी देर तक उसके ऊपर लेट गया.
कुछ देर के बाद मैंने तेज से झटके मा रना शुरू किये और थोड़ी देर में वो भी मज़ा लेने लगी और बोलने लगी- फाड़ दो मेरी चूत को … यह मुझे बहुत सताती है … मुझे निकाल दो इसकी सारी गर्मी अपने मूसल लंड से!
और खूब मज़े करते हुए चुदने लगी सानिया जान!
वह फिर से बोलने लगी- आह आह आह … आह ऊह … और तेज … और तेज़ और तेज़ फुरकान … फ़क मी हार्ड प्लीज!
मैं उसकी चूत में तेज झटके मारते मारते थकने लगा लेकिन फिर भी मैं लम्बी रेस के घोड़े की तरह उसे चोदता रहा.
औऱ 15 मिनट बाद मैं और वो साथ में चरमसुख को पहुँच गए.
उसके बाद मैंने सानिया के मुंह मे अपना लंड दिया और फिर उसके मुंह को चोदने लगा, अपना सारा पानी मैंने उसके मुंह में ही गिराया.
फिर हम दोनों काफी देर लेटे रहे.
15-20 मिनट बाद ही मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया और मैंने उसकी एक टांग ऊपर उठाकर उसकी चूत में लंड डाल दिया.
कुछ देर बाद उसको घोड़ी बनाकर मैं सानिया को चोदने लगा.
थोड़ी देर में वो फिर पानी छोड़ गई और अकड़ने लगी.
20 मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया।
उस दिन वर्जिन कॉलेज गर्ल Xxx का मजा मैंने खूब लिया.
चुदाई के दूसरे दिन मैंने उसे देखा तो वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.
जब मैंने उससे लंगड़ाने का कारण पूछा तो बोली- ये सब तुमने किया है।
यह सुनकर मैं हँसने लगा.
और उसके बाद तो मैं उसको मौक़ा मिलते ही चोदने लगा.
मैंने उसको बहुत सी अलग अलग पोजीशन में चोदा. मैंने गांड भी मारी सानिया की कई बार!
उसे भी मेरे साथ सेक्स करने में बहुत मजा आता है. वह मुझे कभी मना नहीं करती.
दोस्तो, सच में चूत मारने में बहुत मज़ा आता है.
तो यह थी मेरी पहली कहानी!
इसके बाद में अपनी एक और नई चुदाई की कहानी लेकर आऊंगा.
दोस्तो, आप मुझे बताना ज़रूर कि मेरी पहली वर्जिन कॉलेज गर्ल Xxx कहानी आपको कैसी लगी.
कमेंट में भी मुझे अपनी राय ज़रूर दें.
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