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बुआ की बेटी की पहली चुदाई

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पोर्न बहन सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी बुआ की बेटी बहुत सेक्सी है और मॉडर्न है. उसने मेरी तरफ कदम बढाया और खुद से सेक्स के लिए प्रोपोज़ किया.

मेरा नाम शेखर है और मैं लखनऊ में रहता हूँ। मेरी उम्र 29 साल, कद 5’8″ है।

यह पोर्न बहन सेक्स कहानी मेरे और मेरी बुआ के बेटी के बीच हुई जबरदस्त चुदाई की एक सच्ची कहानी है।
इसमें जरा भी फेंकने वाली बातें नहीं हैं, कहानी पढ़कर जरूर आपको मजा आएगा।
कहानी पढ़कर सभी से निवेदन है कि अपनी अपनी राय जरूर दें।

मैं एक मल्टीनेशनल कम्पनी में प्राइवेट जॉब करता हूँ।
ऑफिस के काम के सिलसिले में मुझे अक्सर दिल्ली जाना पड़ता है।

मेरी बुआ दिल्ली के जनकपुरी में रहती हैं और मैं दिल्ली में उन्ही के यहाँ रुकता हूँ।

उनके परिवार में बुआ, फूफा, एक बेटा हर्षित उम्र 23 वर्ष और एक बेटी आयुषी उम्र 19 वर्ष हैं।
मैं अक्सर ही उनके घर पर रुकता हूँ.

पहले मेरे अन्दर अपनी बुआ के बेटी आयुषी के लिए कोई गलत विचार नहीं था।
मैं उससे राखी भी बंधवाता था।

लेकिन आयुषी दिल्ली के परिवेश में रही है और कुछ ज्यादा ही माडर्न है।
उसके कपड़े पहनने का फैशन भी ऐसा है कि किसी की भी नीयत डोल जाए।

उसकी उम्र 19 वर्ष, उसका फीगर 34-28-32 है, लम्बाई 5’4″ और रंग गोरा और स्किन इतनी चिकनी कि हाथ रखो तो फिसल जाए।
वह अक्सर टाइट जींस, शार्ट और स्लीवलेस डीपनेक वाले टॉप इस तरह के कपड़े पहनती है कि आयुषी का पूरा जिस्म उभर कर सामने आ जाता है।

आयुषी बहुत ही खुले विचारों वाली है।

हम अच्छे दोस्त भी थे और वह मुझ से सब बातें शेयर करती थी।

बात दो साल पहले की है.
आयुषी का एक फेसबुक पर बॉयफ्रेंड बन गया, फेसबुक पर चैटिंग से शुरू होकर फोन कॉल पे भी बातचीत होने लगी।
और फोन पर ही उसको प्यार हो गया.

लेकिन एक दिन पता चला कि वह लड़का विवाहित है, उसकी पत्नी ने फेसबुक पर चैटिंग पढ़ ली और आयुषी को भी गाली दी और इन दोनों का ब्रेकअप करा दिया।

आयुषी ने यह सब मुझसे बताया.
अब आजकल बॉयफ्रेंड कोई बड़ी बात तो है नहीं कि मैं उसकी घर पर शिकायत करता।

मैंने आयुषी को समझाया.
लेकिन वह बहुत ही ज्यादा डिप्रेशन में थी तो अक्सर मुझे काल करके घण्टों तक बात किया करती थी।
मैं भी उसकी हालत को देखते हुए उसका मन बहलाए रखता।

एक दिन आयुषी ने मुझसे बोला कि वह मुझे बहुत पसंद करती है और मुझे बॉयफ्रेंड बनाना चाहती है।
तो मैंने उसको डाँटा कि यह कैसे सम्भव है, हम दोनों भाई बहन हैं।

इस पर आयुषी रोने लगी और बोली- मैं कुछ नहीं जानती. अब अगर तुम बात नहीं करोगे तो मैं जान दे दूँगी।
मैंने उसको बहुत समझाया लेकिन वह नहीं मानी, बोली- भैया, अगर आप मुझे प्यार नहीं दोगे तो उसे किसी और को बॉयफ्रेंड बनाना पड़ेगा और पता नहीं वह कैसा होगा।

तो मैंने भी सोचा की दिल्ली के माडर्न परिवेश में सिंगल यह रहेगी नहीं तो चलो मैं ही इससे बात करता रहूँ।
इस तरह हमारी बातचीत होती रही।

पिछले साल जनवरी में बुआ और आयुषी हमारे घर लखनऊ आए।
हमारा घर बड़ा है और घर में सिर्फ 5 लोग रहते हैं।

उनके आने के बाद दूसरे दिन हम लोग मेरे बेडरूम में बैठे मूवी देख रहे थे।

खाना तैयार होने के बाद सब लोग खाना खाने के लिए डाइनिंग रूम में चले गए।

मैं खाना देर से खाता हूँ तो मैं नहीं गया.
आयुषी ने खाने से मना कर दिया और मेरे साथ मूवी देखती रही।

वह मेरे कम्बल में बैठी थी.
अचानक से आयुषी का हाथ मेरी जाँघ पर आ गया.

मैंने उसकी तरफ देखा तो वह धीरे-धीरे मुस्कुरा रही थी।
मैं धीरे से बोला- दरवाजा खुला है!
तो वह बोली- मैं देखती रहूँगी. कोई आएगा भी तो कुछ पता नहीं चलेगा।

अब क्योंकि वह रिश्ते में मेरी बहन है तो किसी को शक भी नहीं था।

आयुषी ने अपना हाथ मेरे लोअर के अन्दर डाल दिया और मेरा लंड पकड़कर मसलने लगी।
मैं डर रहा था.
एक दो बार मना किया मैंने … लेकिन फिर मुझे भी मजा आने लगा और मैं भी लोअर और फ्रेंची नीचे करके आराम से उससे मुठ मरवाने लगा।

मैं आयुषी को किस भी कर रहा था और उसकी 34″ की चूची भी दबा दबाकर मजे ले रहा था.
वह भी बड़ी उत्तेजित होकर मेरे लंड के साथ खेल रही थी।

अन्तर्वासना के फेंकू लेखकों की तरह मेरा लंड 8-10 इंच का नहीं है, मेरे लंड का साइज 6 इंच है।
और सबको पता है कि अपने देश में 95 प्रतिशत लोगों के लंड का साइज 4-7 इंच ही होता है।

करीब 10 मिनट मेरे लंड से खेलकर आयुषी ने मेरा पानी निकाल दिया।
मुझे भी बहुत मजा आया।

बहुत दिन बाद किसी लड़की का स्पर्श मिला था।
हालांकि मैं पहले भी मैं 8 लड़कियों को चोद चुका हूँ।
एक लड़की के साथ मेरे 7 साल तक शारीरिक संबंध रहे हैं उसको मैंनें बहुत चोदा था लेकिन किन्ही कारणों वश हमारा सम्बन्ध टूट गया था वह कहानी बाद में बताऊँगा।

मेरा पानी निकालने के बाद हम फिर से मूवी देखने लगे.

थोड़ी देर बाद उसने मेरा लंड दुबारा खड़ा कर दिया और कम्बल के अन्दर घुस कर मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।

जिसने भी लड़की को लंड चुसवाया है, उसको पता होगा कि लंड चुसवाने में कितना मजा आता है।
वह भी बहुत अनुभवी तरीके से लंड को चूस रही थी।

करीब 10 मिनट बाद मेरा लंड ने दुबारा वीर्य की पिचकारी उसके मुँह में मार दी।
आयुषी भी मेरे वीर्य की आखरी बूँद तक पी गयी और लंड को चाटकर साफ कर दिया।

मैंने उसकी तरफ आश्चर्यचकित होकर देखा और पूछा कि इतनी अनुभवी तरीके से लंड चूसना कैसे सीखा?
तो वह बोली- दद्दा, मैंने पोर्न मूवीज़ से सब सीखा है.

उसने बताया कि वह करीब दो साल से रोज रात को पोर्न मूवीज़ देखती है।
मैं हैरान भी था कि ये भोली भाली दिखने वाले मुझसे 10 साल छोटी बुआ की लड़की तो एकदम रसीली सेक्सडॉल निकली।

थोड़ी देर बाद बुआ आयुषी को सोने के लिए बुलाने आयी और वह जाकर उनके साथ सो गयी।

दूसरे दिन मैं बाथरूम में नहा रहा था, बाकी सब लोग ऊपर छत पर धूप में बैठे थे क्योंकि कई दिन बाद धूप निकली थी।

लखनऊ और उत्तर भारत के लोग जनवरी में होने वाली ठण्ड के बारे में जानते ही होंगे।

मैं नहा रहा था, तभी अचानक आयुषी आ गयी और बोली- दद्दा, दरवाजा खोलो।
मैंने दरवाजा खोल दिया वह अन्दर घुस आयी और मुझसे लिपटकर मुझे चूमने लगी।

लेकिन मुझे बहुत डर लग रहा था कि किसी को पता चल गया तो घर से ही भगा दिया जाऊँगा।
लेकिन आयुषी हवस की आग में जल रही थी और उसको सेक्स की बहुत जरूरत थी.
तो वह बिना किसी डर के मुझसे चिपक कर मुझे चूम रही थी।

मैं भी जोश में आ गया और उसके कपड़े निकालने लगा।
ठण्ड थी लेकिन दो जवान जिस्म एक दूसरे थे चिपके थे तो ठण्ड लग नहीं रही थी।

दोनों पूरे नंगे चिपक कर एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे।

मेरे दोनों हाथ उसके 32 साइज के चूतड़ो को दबा दबाकर मजे ले रहे थे।
आयुषी मेरे होंठ चूस रही थी और उसकी 34″ की चूचियाँ मेरे सीने में दबी जा रही थीं.
उत्तेजना के कारण उसके चूचुक एकदम सख्त खड़े थे और मेरे सीने से लगकर रोमांचक अनुभव दे रहे थे।

आयुषी अपने हाथों से मेरे लंड के फेंट रही थी.
मेरा लंड उत्तेजना के कारण फटा जा रहा था।

जब बर्दाश्त से बाहर हो गया तो मैंने उसका एक पैर कमोड पर रखवा कर आगे की तरफ झुकवा दिया और उसके पीछे आकर उसकी चूत को सहलाने लगा।
उसकी चूत एकदम साफ थी.

मैंने पूछा कि क्या आज ही साफ की है?
तो बोली- नहीं, दिल्ली से ही साफ करके आयी थी. मैंने सोच लिया था अबकी बार लंड का मजा लेकर ही वापस आऊँगी।

मैंने उसकी चिकनी चूत को सहलाया, उसकी चूत पानी छोड़कर गीली हो चुकी थी.
मैं अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

आयुषी कहने लगी- दद्दा प्लीज़ … अब रहा नहीं जाता. जल्दी से अन्दर डाल दो … चूत में बहुत खुजली हो रही है. अब और देर ना करो जल्दी चोदो मुझे!

मैंने उसके चूतड़ों पर चांटे मारते हुए पूछा- कभी पहले लंड का स्वाद लिया है?
तो कहने लगी- नहीं दद्दा, आप ही पहले हो जो मेरी चूत का उद्घाटन करने जा रहे हो।

मैंने देखा उसकी चूत सच में बहुत टाइट थी. मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाली तो उसकी मुलायम चूत अन्दर तक गीली हो चुकी थी और फड़फड़ा रही थी चुदने के लिए।

तो मैंने कहा- जब लंड अन्दर घुसेगा तो दर्द होगा वह सह लोगी?
तो बोली- चाहे जितना दर्द हो लेकिन आज मुझको चुदवाना जरूर है।

मेरी पोर्न बहन सेक्स का मजा लेने के लिए मचल रही थी.

मैंने आयुषी की चूत पर अपना लंड रखा और कमर पकड़कर एक झटका मारा तो मेरा सुपारा उसकी चूत में चला गया।
उसको दर्द होने लगा और उसने रुकने का इशारा किया।

मैं झुककर लंड अन्दर डाले डाले ही उसकी चूची मसलने लगा।

उत्तेजित होने के कारण चूचियाँ बहुत टाइट हो चुकी थी और उनको दबाने में जो मजा आ रहा था वह कोई चुदक्कड़ आदमी ही समझ सकता है जिसने इस सुख का अनुभव लिया है।

दो मिनट बाद मैंने एक झटका फिर एक मारा.
लेकिन आयुषी के चूतड़ भारी हैं और पीछे की तरफ निकले हुए हैं तो पूरा लंड अन्दर नहीं जा पा रहा था।

कई बार मैंने पूरा अन्दर डालने का प्रयास किया लेकिन आयुषी के उठे हुए चूतड़ों के कारण पूरा लंड अन्दर नहीं जा पा रहा था।

अब क्योंकि ठण्ड के कारण बाथरूम की फर्श पर लेटकर चुदाई हो नहीं सकती थी तो मैंने आधा लंड डाल कर ही चोदना शुरू कर दिया।

आयुषी आह आह करके चुदाई का मजा ले रही थी।

फिर आयुषी बोली- दद्दा, मुझे आपका पूरा लंड अपनी चूत में लेना है, आप कमोड पर बैठ जाओ मैं आपके लंड पर बैठकर पूरा लंड अपनी चूत में ले लूँगी।

मैंने कहा- वाह मेरी बहना … ये सब कहाँ सीखा?
तो वह बोली- दो सालों से पोर्न देखकर सब सीख गयी हूँ।

मैंने हँस कर उसकी चूतड़ों पर चांटा मारा तो आह करके मुझसे लिपट गयी।

मैं कमोड पर बैठ गया।
उसने अपने पैर फैलाकर अपनी चूत को मेरे खड़े लंड पर रखा और बैठ गयी।
पूरा लंड उसकी चूत में गच्च से घुस गया।

अचानक से पूरा लंड घुसने के कारण वह चिहुँक गयी.
क्योंकि भले ही वह शरीर से मस्त चोदने लायक माल बन चुकी थी लेकिन एक साल पहले उसकी उम्र मात्र 18 साल ही थी और मुझसे 10 साल छोटी थी।

वह उठने की कोशिश करने लगी तो मैंने उसको गले से लगा कर पकड़ लिया और उठने नहीं दिया।
उसकी चूची मेरे सीने में धँसी जा रही थी।
उसके बालों की खुशबू मुझे दीवाना बना रही थी।

कभी आयुषी से राखी बंधवाने वाला मैं आज उसकी चूत में पूरा लौड़ा डालकर बहनचोद बन चुका था।

मुझे अपने आप पर गुस्सा भी आया लेकिन मन ही मन कहा कि अब क्या अब चोदकर मजे ले बस।

थोड़ी देर बैठी रहने के बाद आयुषी खुद ऊपर नीचे होने लगी।
मुझे उसकी टाइट और नाजुक चूत चोदने में अद्भुत सुख मिल रहा था।

भले ही उसने बोला था कि यह उसका पहली बार है लेकिन उसकी चुदाई की कला देखकर मुझे भरोसा नहीं हो रहा था।
वह चुदाई में एक विवाहित औरत से ज्यादा मजा दे रही थी क्योंकि मैं एक नई नवेली भाभी को भी चोद चुका हूँ तो मुझे पता है कि नई भाभियों को चोदने में कितना मजा आता है।

करीब 10 मिनट पोजीशन बदल बदल कर चोदने के बाद मेरा लंड पानी छोड़ने वाला हुआ तो मैंने लंड आयुषी की चूत से बाहर निकालना चाहा.
तो वह बोली- दद्दा यह मेरी पहली चुदाई है तो मैं आपके लंड का रस अपनी चूत में ही लेना चाहती हूँ।

तो मैंने कहा- क्या मुझे मामा और पापा एक साथ बनाना चाहती हो तुम?
तो उसने हंस कर कहा- नहीं दद्दा, मैं गोली खा लूँगी लेकिन आपके लंड का रस मेरी चूत में लूँगा।

मैंने भी अपने झटकों की रफ्तार बढ़ाई और उसको जल्दी जल्दी चोदने लगा.
वह भी अपनी तरफ से जवाबी झटके लगा रही थी।

उसने मुझे अपनी पूरी ताकत से दबोच लिया और अपने नाखून मेरी पीठ में घुसा दिए।
आयुषी की आँखें बन्द होने लगी और वह बड़ी जोर से चिल्ला उठी।

मैंने तुरंत अपने होंठों से उसके होंठ दबा दिए. मैं डर गया कि कहीं किसी ने सुन ना लिया हो क्योंकि ये बाथरूम में रूम का अटैच बाथरूम है तो आवाज ऊपर तक नहीं गयी और हम बच गए।
और धन्य हो वह कमोड जिसके ऊपर इतनी धमाकेदार चुदाई हो गयी और वह टूटा नहीं।

झड़ते समय आयुषी ने मेरे कन्धे पर काट लिया।
उसके दाँत लग गए और हल्का खून भी आ गया लेकिन इसमें इतना दर्द नहीं हुआ जितना मजा अपने से 10 साल छोटी बहन की चुदाई करके आया।
वह चुदाई आज भी याद करके लंड खड़ा हो जाता है।

बाथरूम से निकल कर हम बाहर आए तो उसके चेहरे पर दर्द की झलक भी थी और चुदाई के मजे की मुस्कराहट भी थी।

मैंने आयुषी से पूछा कि उसका पहली बार था तो चुदाई में खून क्यों निकला?
तो बहना बोली- दद्दा, एक बार पोर्न देखकर गर्म हो गयी थी तो चुदाई की हवस में चूत में मोमबत्ती डालने की वजह से चूत की सील टूट गयी थी। मैंने सोचा चलो सील टूटी या नहीं लेकिन इतने चौकस और गर्म माल को हचक कर चोदने को मिला यह कम है क्या!

उस दिन हालांकि मैं आयुषी को एक बार चोद चुका था लेकिन बाथरूम में हुइ चुदाई से मेरा मन नहीं भरा था क्योंकि मिशनरी पोजिशन मेरी पसंदीदा पोजिशन है और सबसे ज्यादा मजा मुझे मिशनरी चुदाई में ही आता है।
ऊपर से इतनी रसीली और नाजुक कली को एक बार रौंद कर कहाँ मन भरने वाला था।

आधा घण्टे बाद मेरा लौड़ा फिर से अपने ताव में आ चुका था और दूसरी बार आयुसी की चूत में घुसने के लिए बेताब होने लगा।

आयुषी छत पर जाकर धूप में सो चुकी थी क्योंकि जब लड़की की जबरदस्त चुदाई हो जाती है जिसमें वह अन्दर तक निचुड़ जाए उसके बाद उसे मस्त नींद आती है।

मैं ऊपर गया तो सब लोग बुआ से बातें कर रहे थे और मेरी पोर्न बहन आयुषी चारपाई पर उल्टा लेटी सो रही थी।
उसके निकले हुए चूतड़ देखकर मेरे लंड का बुरा हाल हो रहा था, मन कर रहा था वहीं चुदाई शुरू कर दूँ।

लेकिन मैं मजबूर था तो जाकर उसी चारपाई पर बैठ गया।
नजर बचाकर बीच-बीच में आयुषी के चूतड़ों को भींच देता तो कभी चूचियों को दबा देता।

थोड़ी देर बाद आयुषी की आँख खुल गई तो वह समझ गयी कि मेरा लंड फिर से फुँफकारने लगा है।

वह बहुत ही स्मार्ट थी तो तुरंत उठकर नीचे आ गयी।

10 मिनट बाद मैं भी उसके पीछे पहुँच गया और उसके बेड पर उसके ऊपर चढ़कर चुदाई के लिए उसको रौंदने लगा।
मुझे अब चुदाई के अलावा कुछ नहीं दिखाई दे रहा था।

आयुषी बोली- दद्दा, प्लीज आज रहने दो आज मेरी पहली चुदाई थी। अभी तक सिर्फ चूत में मोमबत्ती डाली थी चूत में लेकिन आपका लंड मोटा है और जोश में जबरदस्त चुदाई की है तो चूत में जलन हो रही है, आज रहने दो कल जितना मन आए चोद लेना।

मैंने कहा- बहना लेकिन मेरे इस लौड़े का क्या जो तुम्हारी रसीली चूत के लिए उछल रहा है. इसको कैसे शान्त करूँ?
आयुषी बोली- दद्दा, इसको मैं चूस कर शान्त कर दूँगी।

मैंने सोचा कि चुसवाने में भी कम मजा नहीं आता और अभी नाजुक कली है तो जबरदस्ती चोदने से भड़क गयी तो दुबारा चूत देने में नखरे भी करेगी और मेरा उसको सालों तक चोदने का प्लान है।

तो मैंने कहा- अच्छा मेरी प्यारी बहना, आ अपने भाई के लंड को चूस कर अपनी प्यास बुझा ले और मेरे लंड को भी शान्त कर दे।

वह तुरंत मेरा लोवर नीचे करके मेरा लंड निकाल कर चूसने लगी।
मैं बेड पर पड़ा आराम से अपनी बहन को अपना लंड चुसवा रहा था।

क्योंकि एक घण्टे पहले ही मैंने धमाकेदार चुदाई की थी तो दूसरे राउंड में मेरा लंड झड़ने में समय ले रहा था।

करीब आधे घण्टे से आयुषी बहुत ही अनुभवी तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी।

मैं भी बीच बीच में नीचे से झटका लगा देता तो लंड उसकी गर्दन तक घुस जाता लेकिन आयुषी भी लंड की बहुत शौकीन लग रही थी।

चूसने में उसको भी मजा आ रहा था।

करीब 20 मिनट बाद मेरे लंड ने पिचकारी मार दी और मेरा माल आयुषी के मुँह में चला गया जिसको वह पी गयी और मेरे लंड को चाटकर साफ करने लगी।

मेरा लंड चाटते समय वह एक मासूम बच्ची लग रही थी.
मैं सोच रहा था कि कौन कह सकता है इसने अभी 10 साल बड़े अपने भाई के लंड को अपनी चूत और मुँह से दो बार झड़वा कर उसके वीर्य का आखिरी बूँद तक गटक चुकी है।

उस दिन को याद करके आज भी लंड खड़ा हो जाता है।
उसके बाद क्या हुआ, आगे की कहानी में बताऊँगा।

लेकिन मैं पाठकों से पूछना चाहता हूँ कि घर की इज्जत बचाने के लिए मैंने अपनी बुआ की बेटी को चोदा यह सही था या गलत!
क्योंकि आज के जमाने में भाई बहन के बीच चुदाई कोई बड़ी बात नहीं है तो क्या मैंने बहन को चोदकर सही किया?
मैं आपके जवाबों का इंतजार कर रहा हूँ और आपके रिस्पांस के बाद आगे की कहानी सुनाऊँगा।

सभी भाइयों और बहनों से निवेदन है कि मुझे मेल करके इस पोर्न बहन सेक्स कहानी पर अपना रिस्पांस दें।
मेरी मेल आईडी है
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