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किरायेदार भाभी की चूत चुदाई का मौक़ा

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नंगी भाभी हिंदी चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे हमारी किरायेदार भाभी ने मुझे पटाकर मेरी अन्तर्वासना जगाई और अपनी चूत की सेवा मेरे लंड से करवाई.

हैलो फ्रेंड्स, मैं वरुण दिल्ली से हूँ.

यह सेक्स स्टोरी 3 साल पहले की है.

हमारे यहां ऊपर का एक फ्लोर खाली था.
हम लोग उसके लिए किसी किराएदार की तलाश में थे.

कुछ दिन बाद एक शादीशुदा कपल रहने के लिए आए.
उसमें पति की अच्छी जॉब थी, तो वो ऑफिस के काम से अक्सर शहर से बाहर रहता था और साल में दस बारह बार विदेश भी जाता रहता था.

उसकी वाइफ अनिता काफी सुंदर महिला थी. वो देखने में एक नंबर की माल थी.
थोड़ा सांवला सा रंग, चूचियों का साइज 34 इंच का रहा होगा, पतली सी कमर और उठी हुई गांड थी.

मेरा तो पहली बार देखते ही उसे चोदने का मन हो गया था.

उनका एक साल का एक बेटा भी था. अनिता भाभी का धीरे धीरे मेरे घर पर आना जाना होने लगा.

एक दिन शाम के समय मैं छत पर बैठा हुआ था और कुछ पढ़ रहा था.
कुछ देर बाद मैं नीचे जाने लगा तो मैंने उनकी फ्लोर पर आते समय देखा कि भाभी के कमरे का दरवाज़ा खुला है.

मेरी नजर पड़ी, तो भाभी व्हिस्की की बोतल लेकर पैग बना रही थीं.
उन्होंने मुझे देख लिया और मैं नजर चुरा कर नीचे चला आया.

अगले दिन मैं फिर से शाम को छत पर जाकर बैठा तो भाभी भी पास आकर बैठ गईं.
मैं जरा असहज हो गया; मेरे दिमाग में कल का सीन ही चल रहा था.

तभी भाभी ने कहा- कल क्या देख रहे थे?
मैंने कहा- कुछ नहीं, बस मैं तो निकल रहा था तभी नजर पड़ गई थी.

भाभी कुछ नहीं बोलीं.
मैंने आगे पूछा- आप रोज पीती हो?

वो बोलीं- नहीं, कभी कभी मन हो जाता है.
मैंने कहा- ओके.

वो मुझसे बोलीं- तुम पियोगे मेरे साथ?
वैसे तो मैं पीता नहीं था लेकिन मैंने सोचा कि मौका अच्छा है.

भाभी भी मूड में लग रही थीं तो मैंने हां कर दी.
मैं भाभी के साथ उनके रूम में आ गया.

उधर हम दोनों ने दारू पी और वहीं बैठ कर बातें करने लगे.
नशे का सुरूर बढ़ने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने भाभी को पकड़ लिया और मुँह आगे करके उनके होंठों पर किस कर दी.
तभी भाभी ने मुझे धक्का दिया और बोलीं- ये क्या कर रहे हो … तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?

उनका ये रूप देख कर मैं सॉरी कह कर वहां से नीचे आ गया.
अगले दिन मैंने भाभी से सॉरी कहा और उन्होंने भी कह दिया- ओके, कोई बात नहीं, तुमने पहली बार पी थी इसलिए नशे में ऐसा हो गया होगा.

पर भाभी के इरादे नेक नहीं नहीं लग रहे थे.
मैं चेयर पर बैठा था. भाभी नीचे फर्श पर बैठी थीं. वो झुकी हुई कुछ कर रही थीं.
उनके पूरे बूब्स दिख रहे थे. बूब्स साइज भी काफी बड़ा लग रहा था.
ऐसा शायद गहरे गले का टॉप पहनने के कारण लग रहा था.
मेरा तो मन कर रहा था कि इन्हें अभी चूस लूं.

तभी भाभी बोलीं- मेरे सूट का कपड़ा कैसा है?
मैंने बोला- अच्छा है.

वो बोलीं- टच करके देखो.
मैं समझ गया कि कहां टच करना है.

मैंने उनके मम्मों को टच किया. मुझे बड़ा गर्म गर्म सा लगा.

भाभी हंस दीं- क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- कपड़ा देख रहा हूँ.

भाभी बोलीं- कपड़ा देख रहे हो या मेरे दूध दबा रहे हो.
मैंने कहा- हां उन्हें भी दबा कर देख रहा हूँ.

वो बोलीं- तो क्या देखा?
मैंने कहा- यही कि आपके बेबी ने आपके दूध काफी रसीले कर दिए हैं.

भाभी- हां मगर मेरा बेबी पूरा रस नहीं पी पाता है, इसलिए इनमें दर्द रहता है.

मैंने कहा- अरे भाभी, मैं किस मर्ज की दवा हूँ. लाओ मुझे दिखाओ मैं दर्द दूर कर देता हूँ.
भाभी हंसने लगीं और बोलीं- अभी मुझे नहाने जाना है. बाद में दर्द दूर कर देना.

मैंने कहा- अरे भाभी पहले दर्द खत्म करवा लो … बाद में नहा लेना.
तभी भाभी बोलीं- नहीं, पहले मैं नहाने जा रही हूँ.

उनका बाथरूम कमरे के बाहर बना था.
जैसे ही वो नहाने गईं, मैं भी बाथरूम में घुस गया और उन्हें किस करने लगा.

भाभी एकदम से डर गईं और बोलीं- नहीं बाहर जाओ, अभी क़िसी ने देख लिया तो मैं कहीं की नहीं रहूंगी.
मैं बाहर आ गया.

उनके तेवर देख कर मैं समझ गया कि ज्यादा जल्दीबाजी ठीक नहीं है.
मैं नीचे चला गया.

उसी रात को व्हाट्सैप पर भाभी का मैसेज आया.
वो मुझसे बातें करने लगीं,

मैंने पूछा- भैया नहीं हैं क्या?
वो बोलीं- ऑफिस के काम से बाहर गए हैं.

तभी मैंने कहा- मैं आ जाऊं?
वो बोलीं- आकर क्या करोगे?

मैंने कहा- कुछ दारू-शारू हो जाए, एक दो पैग व्हिस्की पिला देना. बड़ा मन हो रहा है.
वो बोलीं- हां आ जाओ.

मैं जैसे ही पहुंचा, भाभी ने दरवाज़ा खोला.
मैंने उन्हें देखा तो हैरान रह गया.

भाभी ने ऊपर एक जरा सी ब्रा पहन रखी थी. नीचे डोरी वाली पैंटी थी.
उनके मोटे मोटे चूचे देख कर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया.

मैंने कहा- अरे आप तो पहले से ही तैयार हो?
वो बोलीं- नहीं, मैं तो पूरी नंगी ही सोती हूँ. तुम आ रहे थे, तो ये पहन ली है.

मैंने कहा- अच्छा … वैसे आप बहुत हॉट और सेक्सी माल हो.
वो हंस कर बोलीं- मुझमें क्या सेक्सी है? और मुझसे ये आप आप मत कहो. मैं अभी कोई सीनियर सिटीजन नहीं हूँ.

मैंने कहा- तुम्हारे अन्दर यही तो सबसे ज्यादा हॉट है मेरी जान … जो मेरे सामने है. तुम्हारी बड़ी बड़ी चूचियां.
उन्होंने हंस कर अपनी चूचियां हिला दीं.

मैंने तुरंत उनके होंठों को चूसना आरम्भ कर दिया और चूची मसलने लगा.
वो मेरी बांहों में मचलने लगीं.

जल्द ही मैंने भाभी को बेड पर लेटा दिया और उन्हें लिप किस करने लगा.
हम दोनों के बीच वासना बढ़ने लगी और मैंने उनकि ब्रा पैंटी को उतार दिया.
भाभी एकदम नंगी हो गईं.

मैं उनके बूब्स चूसने लगा.
वो भी मादक आवाजें निकालने लगीं- आ आह.

जैसे ही मैंने भाभी की चूत में उंगली डाली, उनकी चूत एकदम गीली महसूस हुई.

वो कामुक सिसकारियां लेने लगीं.
हम दोनों मस्ती से सेक्स का मजा लेने लगे.

मैंने खूब देर तक भाभी की चूत में उंगली की और होंठों व मम्मों को चूसता रहा.

भाभी बोलीं- अब बस करो और मत तड़पाओ. जल्दी से अन्दर बाहर करना शुरू करो.

मैंने उन्हें उल्टा लेटाया और उनकी गांड पर किस करने लगा.

वो बोलीं- आज कुछ ज़्यादा ही जोश में हो.
मैंने कहा- हां.

वो बोलीं- तो आज कुछ अलग से ही शुरू करते हैं.
मैंने कहा- अलग कैसा?

वो बोलीं- किचन में से लिक्विड चॉकलेट उठा कर ले आओ और मेरी बॉडी पर लगा कर चाटो.
ये सुनकर मैं एकदम जोश में आ गया और कहा- मेरी जान, आज तुम्हारी चूत का भोसड़ा बना दूँगा.

वो बोलीं- पहले अन्दर तो पेलो फिर तो बनाओगे भोसड़ा … या बातों से ही चूत का भोसड़ा बनाना जानते हो?
मैं हंस पड़ा.

तब मैं किचन में गया और चॉकलेट ले आया. मैंने भाभी को चित लिटा दिया.
उनके मम्मों और चूत पर ढेर सारी चॉकलेट लगा दी.

मैं भाभी के चूचे चूसने लगा.
मुझे उनके निप्पल खींच खींच कर चूसने में मजा आ रहा था.
वो सीत्कार करने लगीं- आह आह मेरी जान … चूसो इन्हें.

फिर मैंने उनकी चूत में जीभ डाल दी.
चूत में जीभ का अहसास पाते ही वो तड़प उठीं और कहने लगीं- चाट लो मेरी जान … ऐसा मेरे पति कभी नहीं करते हैं. काश तुम रोज रात मेरे बिस्तर पर होते तो अब तक मेरी चूत को ठंडक मिल गई होती.

तभी मैंने उनके मम्मों के बीच में लंड को फंसाया और खूब रगड़ा.
उनके बड़े बड़े चूचे खूब चोदे और इस काम से चूचों में लगी चॉकलेट मेरे लंड पर भी लग गई.

वहीं चॉकलेट से सना लंड मैंने भाभी के मुँह में दे दिया, उन्होंने खूब मज़े से लंड चूसा.

उसके बाद हम दोनों ने दो दो पैग व्हिस्की के लगाए और चुदाई की मस्ती में आ गए.

अब चुदाई की बेला आ गई थी.
मैं कंडोम लगा कर चित लेट गया और भाभी ने टांगें उठा कर मेरे लंड पर आसन जमा लिया.

जैसे ही लंड चूत के अन्दर गया, भाभी ‘आह आह दर्द हो रहा है वरुण मेरी जान …’ कहती हुई तड़फ उठीं.

वो उठने लगीं मगर मैंने उन्हें लंड पर दबा दिया और कहा- आज जो हो रहा है, हो जाने दो जान … ये मौका फिर नहीं मिलेगा.

मैंने झटके मारना शुरू कर दिए.
लंड अन्दर तक घुस गया.

मैं लगातार गांड उठा कर भाभी को चोदने लगा.
पट पट की आवाज आने लगी.

भाभी- आ आह आह … दर्द हो रहा है.
मगर मैं लगा रहा.

कुछ देर बाद भाभी की आवाज बदल गई और वो मजा लेटी हुई सीत्कारने लगीं- यस आह … चोदो यस … मजा आ रहा है.
मैंने भाभी को खूब चोदा.

फिर लंड से उतार कर सीधा लेटा दिया और उनकी टांगें कंधे पर रख कर चूत में लंड फिर से डाल दिया.
भाभी- आह … आज तक कभी भी ऐसे नहीं करवाया था … आह मजा आ गया.

अब भाभी ने भी गांड उठा कर लंड लेना शुरू कर दिया था.
मैंने गहरे झटके मारना शुरू किए.

भाभी ‘यस यस अहह आह आह …’ करने लगीं.
कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने भाभी से कहा- अब घोड़ी बनो.

वो घोड़ी बन गईं.
जिस पोज का मुझे इंतज़ार था, वो पोज मेरे सामने था.

मैंने कंडोम उतार कर लंड पर तेल लगाया.
भाभी बोलीं- क्या कर रहे हो, पेलो न!
मैंने कहा- बस जान देखती जाओ.

मेरा प्लान था कि भाभी की गांड मार ली जाए.
वो प्यार से कहता तो देती नहीं.

मैंने पहले उनकी चूत में लंड रगड़ा, फिर अचानक से गांड पर लंड रख दिया.
भाभी बोलीं- आंह … ये क्या कर रहे हो?
मैंने इतने में ही एक झटका मारा. मेरे लंड पर तेल लगा हुआ था, सीधा लंड गांड के अन्दर घुस गया.

भाभी रोने लगीं- आई मर गई … आह बाहर निकालो … दर्द हो रहा है.
मैंने उनकी एक न सुनी और 4-5 झटके मार दिए.

वो किसी तरह से मुझसे छूट कर आगे हो गईं. लंड निकल गया.
वो बोलीं- साले, तूने बिना मेरी परमीशन के गांड में लंड कैसे पेला.

वो चिल्लाने लगीं.
मैंने सॉरी कहा और फिर चुदाई के लिए उन्हें मना लिया.

वो फिर से घोड़ी बन गईं.
मैंने उन्हें हचक कर चोदा और उनकी चूत में ही झड़ कर सो गया.

आधा घंटा बाद मैं फिर से लग गया.
इस तरह से मैंने भाभी को सुबह तक चार बार चोदा.

भाभी अब मेरी चुदाई की जुगाड़ बन चुकी हैं.
उनके पति को आने काम से फुर्सत नहीं है और मैं उनके पति की गैरमौजूदगी में अब भी भाभी को चोदता हूँ.

बाद में वो मुझसे गांड भी मराने लगी थीं.
उसके लिए मैंने उन्हें कैसे तैयार किया, उसकी सेक्स कहानी बाद में लिखूँगा.

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