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होटल में स्टेप मॉम की मस्त चुत चुदाई- 2

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मॉम चुत चुदाई कहानी में मैंने अपनी सौतेली मम्मी की चूत मारी होटल के कमरे में! हम दोनों ने कैसे इस खेल की शुरुआत की और फिर कैसे मजा लिया?

दोस्तो, मैं रेक्स एक बार पुन: अपनी मॉम की चूत चुदाई की कहानी में आप सबका स्वागत करता हूँ.
कहानी के पहले भाग
स्टेप मॉम की मस्त चूत चोदने की लालसा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं और मेरी सौतेली मॉम एक दूसरे के साथ सेक्स में साथ देने लगे थे.

अब आगे मॉम चुत चुदाई कहानी:

मैं- अब समझी ना मॉम … आप अपने बेटे के प्यार को.

मॉम वासना से बोलीं- तुझे जो करना है, जल्दी से कर ले बेटा.
मैंने मॉम की सलवार उतार कर फैंक दी और जल्दी से उनकी चड्डी को खींच कर उनकी नीचे से नंगी कर दिया.

आज मैंने पहली बार मॉम की चूत को नंगी देखा था.

उनकी चूत एकदम गोरी और क्लीन शेव्ड थी. उनकी चूत में पानी भरा हुआ था.

मैंने तुरंत मॉम का पांव अपने कंधे पर रखा और उनकी चूत को चाटने लगा.
वो भी मादक सिसकारियां लेने लगीं- आह ह हह हाअ!

मैं- तेरी चूत बड़ी मस्त है मॉम.
मॉम- आह यस बेटा … चाट ले.

मैं अपनी उंगली भी डाल डाल कर मॉम की चूत का सारा पानी पी रहा था और वो सिसकारियाँ लेकर मचल रही थीं.
साथ ही मॉम मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थीं.

मैंने मॉम की चूत को चाट चाट कर लाल ऊपर आकर उनके मुँह को चूसने लगा.

मॉम भी अपनी चूत के पानी का स्वाद लेने लगीं.
वो भी चुम्बन में मेरा साथ देती हुई अपनी चूत का पानी साझा करने लगीं.

मुझे किस करते हुए मॉम ने मेरी टी-शर्ट निकाल दी और मैंने पैंट अलग कर दी.

अब मैं पूरा नंगा हो चुका था; मेरा लौड़ा फुल टाइट था.
मैंने मॉम को किस करते हुए खड़ी कर दिया और उनका टॉप निकाल दिया.

अब मेरी मॉम सिफ ब्रा में ही रह गई थीं वो भी उनके मम्मों से हटी हुई थी.
मैं मॉम को किस करने लगा.

वो भी पूरा मज़ा लेती हुई मुझे किस कर रही थीं और चिपक रही थीं.

मॉम की चूत और मेरा लंड एक दूससे से रगड़ रहा था. उनके चुचे ब्रा से निकल कर मुझे छाती पर रगड़ने लगे थे.

मैंने मॉम की ब्रा खोली और तुरंत ही उनके मम्मों को पकड़ लिया.
मैं मॉम के मम्मों को देख कर उन पर टूट पड़ा.

मेरी मॉम के मम्मों पर काले निपल्स थे और एकदम टाइट हो गए थे.
मैं मॉम के दोनों निप्पलों को चूसने लगा और किस करने लगा.

मॉम मादक आवाजें निकालने लगीं- ऑह बेटा … अहह मज़ा आ रहा है और चूस ले … आह बेटा … अपनी मॉम का दूध निकाल दे … आह बेटा और तेज़ी से चूस.

मैंने अपने हाथों से मॉम के मम्मों को पकड़ा और एक को मुँह में भर कर चूसने और दूसरे को मसलने लगा.
फिर एक हाथ से मॉम की देह का एक एक हिस्सा टच करने लगा था.

उन्होंने भी अपने पांवों को चौड़ा कर दिया था.
मॉम मजे से साथ दे रही थीं.

अब रूम में हम दोनों की आवाजें आने लगी थीं.
मॉम- अब बस भी कर बेटा … आह कितना चूसेगा ऑह आह बेटा.

मैं- हां मेरी जान तेरे चुचे हैं ही इतने मस्त … उउहा उम्मउह.
मॉम- आह आ आ आह अच्छा दूसरा भी तो है … उसे भी चूस ले.

मैंने दोनों चूचों को एक करके अच्छे से चाट कर लाल कर दिए.

अब मैं बेड पर आ गया और मॉम को अपने लंड की तरफ इशारा किया.
वो समझ गईं और जल्दी से उठ कर उन्होंने मेरा लंड पकड़ लिया और देखने लगीं.

मॉम- तेरा लौड़ा तो पूरा गीला हो चुका है … और ये तो इतना ज्यादा टाइट हो गया है.
मैं- हां मॉम तेरे लिए ही टाइट हां पड़ा है.

मॉम- तेरा लौड़ा बहुत मोटा है बेटा … कितनी को चोदा है इससे?
वो हंसती हुई बोलीं और मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगीं.

मैं- अभी तक 7 को चोदा है मॉम आप आठवीं हो.
मॉम- वाहह बेटा इतनी सारी को तूने मज़ा दे दिया और अब जाकर मुझे दे रहा है.

मैं- अभी तक तू लेने को रेडी नहीं थी ना मॉम … इसलिए देरी हो गई. वरना ये लौड़ा तो कब से तेरी चूत का पानी माँग रहा था. आज हाथ आई है साली.

मॉम- अच्छा अब तू इतना बोलना लग गया है. मुझे साली बोल रहा है.
मैं- सॉरी मॉम अब से साली नहीं बोलूँगा. रंडी बोलूँगा … चलेगा न!

मॉम हंस कर बोलीं- साले तुझे जो बोलना हो, बोल सकता है मादरचोद.
मैं- हां तो रंडी, अब खेलना बंद कर … और अपने मुँह का कमाल दिखा.

मॉम- हां साहब.
मॉम खड़ी होकर घोड़ी बन गईं और मेरे मुँह की तरफ गांड रख कर बैठ गईं.

वो मेरे लंड को अच्छे से चूसने लगीं और आवाजें निकालने लगीं- उम्म … उंहाआ आह!

मॉम मेरे लौड़ा को पकड़ कर पूरा मुँह में लेकर मजा देने लगी थीं.
वो आईटीआई बड़ी रांड हो गई थीं कि एक ही बार में पूरा लंड मुँह में गले तक अन्दर लेकर निकाल रही थीं.

मैं उनकी गांड को सहलाते हुए अपनी उंगली को उनकी चूत में घुमा रहा था.

मॉम अब मेरे लंड को अपनी जीभ से चाटने लगीं और लंड के गोटे चूसने लगीं.
वो लंड पर थूक लगा कर उसे मस्त कर रही थीं और बार बार मुँह में लेकर चूस रही थीं.

मैं भी उनकी गांड पर चमाट मार रहा था और वो मचलती हुई मेरा लंड चूस रही थीं. मेरी गोटियों को भी अच्छे से सहला और चाट रही थीं.
मैंने लंड की झांटें साफ़ कर रखी थीं.

वो बड़े मजे से पूरा लंड चाट रही थीं. मॉम मेरे लंड के नीचे गांड के छेद को भी थोड़ा ऊपर करके उसमें अन्दर जीभ डाल कर चाटने लगी थीं.

जैसे ही मॉम ने मेरी गांड को चाटा, मुझे मानो करेंट आ लग गया.
मैंने अपनी गांड थोड़ी और ऊंची की जिससे वो सही से गांड का छेद चाट सकें.

मैं भी उनकी गांड में उंगली डालने लगा.
वो पहले गांड में उंगली डालने के लिए ना ना कर रही थीं लेकिन मैंने अपना लंड पर लगे हुए उसके थूक से अपनी उंगली पूरी गीली कर दी और धीरे धीरे उनकी गांड को अपनी उंगली से चोदने लगा था.

वो भी मजे में मेरे लंड और मस्ती से चाटने लगी थीं.

मेरी उंगली के गांड में अन्दर जाते ही वो उछल पड़तीं. उनको मजा आने लगा था तो उन्होंने अपनी गांड को और फैला दिया.
अब मैंने मॉम के चूतड़ पकड़ कर उनका पांव मेरा ऊपर से लेकर साइड में कर दिया.

अब हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गए थे और एक दूसरे को चाट कर मजा देने लगे.
हम दोनों ने सेक्स की गोली खाई हुई थीं, जिसकी वजह से हमारा जोश सातवें आसमान पर था और हम दोनों मजे से एक दूसरे को चाटे चूसे जा रहे थे.

मैंने अब मॉम की चूत से लेकर गांड तक चाटना शुरू कर दिया था.
उन्होंने भी गांड से लेकर लंड तक चूसना शुरू कर दिया था.

वो मस्ती से चाटने में लगी थीं और मुँह में लंड लेकर उससे खेलने लगीं.

अब हम दोनों का फुल मूड बन गया था.

मॉम- कैसी लग रही है मेरी मुँह की सेवा?
मैं- तेरी मुँह की सेवा बेस्ट है यार. आज तक इतना अच्छा किसी ने नहीं चाटा था. अब मुझसे और रुका नहीं जाता मेरी रंडी.

मॉम- मुझे भी बेटा … आ जा मुझे चोद दे मेरे लाल!
अब मॉम खड़ी हो गईं.

मैंने अपने लंड पर थूका तो मॉम एक पेशेवर रंडी की तरह से मेरे लंड से पूरा थूक चूस कर पी गईं.
मैंने जितनी भी लार अपने मुँह में भरी हुई थी, वो भी किस करके मॉम के मुँह में डाल दी.

अब मॉम उठीं और बैग से कंडोम निकाल कर मुझे पहनाने लगीं.
उसके बाद मॉम ने अपने मुँह की लार मेरे मुँह में वापस डाल दी और चुदाई की पोजीशन में आ गईं.
मॉम अपनी चूत खोल दी और उस पर थूक लगाने के लिए कहा.

मैंने मुँह से थूक उनकी चूत पर और गांड के छेद पर लगा दिया.
अब मॉम की चूत पूरी गीली होकर चमक रही थी.

मैं- तू कंडोम लेकर आई थी रंडी?
मॉम- ये कंडोम तो सुबह में वॉशरूम में मिले थे.

मैं- अच्छा लगता है अपने पहले इस बेड पर किसी की अच्छी ठुकाई हुई है.
मॉम- हां, लेकिन पूरा पैक साबुत ही छोड़ दिया था चूतियों ने.

मैं- कोई नहीं यार … हम इस्तेमाल कर लेंगे.

मैंने अपना लंड को मॉम की चूत पर सैट किया और अन्दर धक्का मारने लगा.
मॉम की चूत इतनी गीली हो रखी थी कि एक ही बार में मेरा तीन इंच अन्दर चला गया.

मॉम- आह बेटा आराम से … बहुत टाइम से चुदी नहीं हूँ मैं.
मैं- आज के बाद तू ये कभी बोल नहीं पाएगी क्योंकि अब तुझे हमेशा रोज़ में चोदूंगा.
मॉम- हां मादरचोद … तू ही तो अब राज करेगा मेरी चूत पे.

मैंने धीरे धीरे मेरा आधा लंड चूत में पेला और अन्दर बाहर करने लगा. जिससे मॉम की चूत खुलने लगी.

मॉम- आह बेटा हां … ऐसे ही आराम आराम से आह म्म उहह!
मैं- हां साली अभी आराम से ही कर रहा हूँ.

धीरे धीरे मैंने मॉम की चुदाई करना चालू कर दी और वो भी मेरा साथ देती हुई मजा लेने लगीं.
मॉम की चूत अब पूरी तरह से खुल गई थी.

मैंने अब अपना पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया.

वो एक बार फिर से दर्द से चीख पड़ीं. उन्होंने मुझे कस कर जकड़ लिया और मेरा लंड थोड़ी देर के लिए उनकी चूत में यूं ही घुसा रहा.

अब मैंने मॉम की चूत को चोदना शुरू कर दिया और उनको अपनी बांहों में भींच कर ताबड़तोड़ चोदने लगा.

मॉम- आह जान … आ आह … आह अहह ऊऊहह मां … और तेज चोद दे बेटा आंह और जोर से.

मैंने मॉम को कुछ देर यूं ही चोदा और अब आसन बदल दिया. मैंने मॉम के पैरों को अपनी कमर पर रखवाया और उनके दोनों साइड अपने हाथ रख कर चूत और फैला दी.
अब मैं मॉम की चूत में जोर जोर से शॉट मारने लगा. मेरा लंड उनकी चूत के पानी की वजह से एकदम हीरे सा चमकने लगा था.

मैं हर एक झटके में पूरा लंड अन्दर बाहर करके अपनी मां चोद रहा था.

मॉम की चूत के रसीले पानी से फछ फछ की आवाजें आने लग्गी थीं
मेरी मॉम भी नीचे अपनी गांड उछाल उछाल कर मेरे शॉट्स को संगत दे रही थीं.

मॉम के बूब्स उछलने लगे थे और मैं उनको देख देख कर लंड अन्दर बाहर करने में लगा था.

करीब ऐसे ही 5 मिनट तक शॉट मारने के बाद मॉम की चूत लाल हो गई. उनके मुँह पर स्माइल सुहागरात वाली मुस्कान आने लगी.

मैंने लंड निकाल कर चूत को थपकी दी और मॉम से घोड़ी बनने को कहा.

मेरी मॉम झट से खड़ी हुईं और एक पर्फेक्ट घोड़ी बन कर अपना पिछवाड़ा हिलाने लगीं.

मॉम- ले जल्दी से चढ़ जा..
मैं- हां मां की लौड़ी अभी ले भोसड़ी की रांड साली.

मैंने मॉम की गांड को अच्छे से फ़ैलाया और देखा. उनकी चूत से पानी टपक रहा था.
मैंने मॉम की कमर पकड़ कर अपना लंड पीछे से मॉम चुत में एक झटके में डाल दिया.

वो एकदम से उछल पड़ीं और लंबी सास लेने लगीं. मॉम ने तकिए में अपना सर रख दिया.

मैंने अब उन्हें चोदना शुरू कर दिया और उनकी गांड फुदक फुदक कर आगे पीछे होने लगी. बड़ी कामुक सी आवाज़ हो रही थी.
पीछे से मॉम की गांड का छोटा सा छेद बहुत ही मस्त लग रहा था.

ठीक वैसी ही गांड थी मॉम की, जैसी हम पॉर्न मूवीज में देखते है.
मॉम के बूब्स मस्त लटक कर हर एक शॉट के साथ झूला झूल रहे थे.

मॉम- आह बेटा ऐसे ही चोद … जोर से … फाड़ डाल मेरी चूत … आंह मैं चलने काबिल ना रहूँ, आज इतना चोद मेरी चूत मादरचोद.
मैं- हां साली रंडी … तेरी जैसी माल आज तक चोदने नहीं मिली मुझे. आज तो तेरी भोस का भोसड़ा बना दूँगा. साली भोसड़ी की छिनाल …. भड़वी. ले लम्ड ले बहन की लौड़ी.

रूम में छप छप और गालियां गूँजने लगी थीं.
हम दोनों माँ बेटे चुदाई में मदहोश होने लगे.

ऐसे ही चुदाई को 30 मिनट हो गए थे और अब मेरा पानी निकलने वाला हो गया था.
अब तक मेरी मॉम भी ढीली हो गई थीं. उनकी चूत का भी पानी निकल गया था.
चूत रस मेरे लंड और उनकी जांघों से होता हुआ गिरता दिख रहा था.

मैं- आंह रंडी निकलने वाला है मेरा … आह …
मॉम- आह आह हां मादरचोद … मेरा तो निकल चुका है भोसड़ी वाले आंह!

मैं- हां पता है साली … जल्दी बोल रांड साली मेरे लंड का पानी मुँह में लेगी?
मॉम- हां क्यों नहीं … तेरे लंड से मेरा छेद पहली बार चुदा है … जरूर पूरा पानी पी लूंगी साले आह … ला लंड मुँह में दे दे कमीने.

मैंने अपना लंड बाहर निकाला और कंडोम निकाल कर मॉम के मुँह की तरफ करके लंड हिलाने लगा.
मॉम लंड चूसने लगीं.

जैसे ही मेरा पानी निकलने लगा, मॉम ने अपना मुँह खोला और तुरंत ही पूरा पानी निकल गया.
वो लंड चूस कर पीने लगीं और जैसे ही रस निकला, वो एक ही बार में वो सारा वीर्य पी गईं.

अब हम दोनों में फिर से 69 हुआ और दोनों ने एक दूसरे के लंड चूत को चाट कर साफ़ कर दिया.

दोस्तो, यह मॉम चुत चुदाई कहानी कैसी लगी आपको? आप मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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