मैरिड गर्ल सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं पड़ोस की लड़की को पसंद करता था पर उसकी शादी हो गयी. जब वो मायके आयी तो मुझे उसकी चूत चुदाई का मौक़ा कैसे मिला?
दोस्तो, आप सभी आंटी, दीदी, भाभी और लड़कियों के लिए मैं अभी यहां पर नया आया हूँ, तो प्लीज आप सभी मेरा थोड़ा सहयोग करना.
मैं आप सभी को अपने बारे में थोड़ा बहुत बता देता हूँ. मैं एक नौजवान लड़का हूँ और अभी तक कुंवारा हूँ. मेरा नाम निखिल है और मैं कोटा का रहने वाला हूँ.
मेरी हाईट 5 फीट 8 इंच है, रंग गोरा है. मेरा लंड 7.5 इंच लंबा व 3.5 इंच मोटा है.
यह कोई बनाई हुई कहानी नहीं है, बिल्कुल सही घटना है और कुछ साल पहले की मैरिड गर्ल सेक्स कहानी है.
जब ये घटना घटी थी, तब हम लोग कोटा में रहते थे.
मैं उस समय अपनी ग्रेजुएशन के बाद नौकरी की तलाश में था.
उस समय मोहल्ले की जवान लड़कियों की शादी हो रही थी.
उनमें से एक लड़की पायल थी.
पायल पर मेरी अक्सर नज़र रहती थी.
वो मुझे बहुत ही ज्यादा दिलकश और खूबसूरत लगती थी. उसके फिगर का साईज 36-30-32 था. उसके तने हुए दूध मेरे लंड को खड़ा कर देते थे.
उसकी उम्र 26 साल की थी, रंग गोरा था और बदन बहुत सेक्सी लगता था.
एक दिन उसकी शादी हो गई और मैं उदास हो गया था.
लेकिन पायल की खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि उसने लव मैरिज की थी और अब वो अपनी पसंद के लड़के से शादी करके राजकोट जा रही थी.
शादी के 6 महीने बाद जब वो वापस कोटा आई तो मैंने उसे चौराहे पर देखा.
शायद वह घर जाने के लिए टैक्सी के इंतज़ार में खड़ी थी.
पायल बिल्कुल बदल चुकी थी. पर पायल का अब भी फिगर बिल्कुल वैसा ही था, जैसा मैंने उसे पहले देखा था.
तभी अचानक से एक टैक्सी पायल के आगे आकर रुकी.
जैसे ही पायल अन्दर की तरफ बढ़ी, तो उसकी कमर पर लगा चाबी का गुच्छा निकलकर नीचे गिर गया.
पायल उस गुच्छे को जैसे ही उठाने के लिए नीचे झुकी, तो मुझे उसके बूब्स दिख गए.
वाह क्या बूब्स थे, एकदम गोरे और बड़े बड़े मीठे फल से ऐसे लग रहे थे, जैसे पके हुए पपीता हों.
जब वो चाबी उठाकर उठी, तब उसके पेट से साड़ी हट गई और मैंने उसकी नाभि को देख लिया.
उसकी नाभि करीब दो इंच गहरी और काफी लंबी व एकदम गोल थी.
उसे देखकर मेरा लंड धीरे धीरे टाईट होने लगा.
मुझे ऐसा लग रहा था कि पायल अपनी नाभि रोज़ अपने पति के लंड से चुदवाती है.
इतना सब मैं सोच ही रहा था कि उसी बीच टैक्सी आगे बढ़ गई और वह घर की तरफ जा चुकी थी.
लेकिन मैं अब भी रोड पर खड़ा रहकर उसी के बारे में सोच रहा था.
अब मैं उसे करीब से देखने के लिए तड़प रहा था.
दूसरे दिन जब मैं घर से बाजार जा रहा था, उसी बीच पायल मुझे उसके घर के बाहर दिखी.
उसने आगे बढ़कर मुझसे बोलना चाहा, मैं भी उसकी तरफ देख कर मुस्कुरा दिया.
न जाने किस सोच में मैं उसके पास गया तो वो मुझसे जल्दी से बोली- घर में आ जाओ.
मैं अन्दर आ गया.
उसने कहा- बैठो, मैं तुम्हारे लिए नाश्ता लाती हूँ.
मैंने उससे पूछा कि अंकल आंटी कहां हैं?
पायल ने मुझे बताया- वो किसी की शादी में जयपुर गए हुए हैं और एक हफ्ते बाद लौटेंगे.
मैंने जैसे ही उसके मुँह से यह सब सुना, तो मेरे दिल में एक मीठी हूक सी उठी.
मैं सोचने लगा कि मैं पायल को इन 7 दिनों में जरूर पटा कर पा लूंगा.
कुछ देर ऐसे ही सामान्य बातचीत के बाद मैं अपने घर आ गया.
मुझे आज बहुत अच्छा लगा था.
फिर शाम हुई और धीरे धीरे रात भी हो गई.
मैं उस समय अपने कमरे में था.
मेरे कमरे से पायल का कमरा साफ दिखाई देता है.
पायल भी सामने वाले कमरे में थी.
उसने मुझे देखा और आवाज़ लगाई- आ जाओ, खाना खा लो.
मैंने मना किया लेकिन उसके एक बार और बोलने पर, मैं उसके घर के अन्दर आ गया.
मैंने देखा कि पायल ने लाल साड़ी पहन रखी थी, जो उसके बदन पर एकदम टाईट पहनी हुई थी.
उसके ब्लाउज से बूब्स बाहर आने को तड़प रहे थे और ब्रा की डोरी साफ साफ दिख रही थी.
पायल ने साड़ी नाभि से करीब पांच इंच नीचे पहनी हुई थी जिससे उसकी नाभि साफ साफ दिख रही थी.
मुझे लगा कि शायद पायल को पता लग गया है कि मैं उसकी नाभि को देखना पसंद करता हूँ.
जब मैं उसकी नाभि देख रहा था, तो उसने मुझे यह सब करते हुए देख लिया था.
हम लोग खाना खाने लगे और खाना खाने के बाद हम पहले के दिनों की बातें करने लगे.
मैंने उसकी लव लाइफ के बारे में जानना चाहा तो उसने बताया कि अब उसका पति पहले जैसा नहीं रहा. अब वो उसे समय ही नहीं देता है.
ये बताते हुए वो रुआंसी सी हो गई और सर झुका कर बात करने लगी.
हम दोनों काफी देर तक बैठे बात करते रहे.
अब रात के 12 बज गए और पता भी नहीं चला था.
मैंने पायल से कहा- मैं तुम्हें अकेला नहीं छोड़ सकता.
वो मुझे देखने लगी.
उसकी बड़ी बड़ी काली आंखें जो गीली थीं, मैंने हाथ बढ़ा कर उन्हें पौंछा और उसे गले लगा लिया.
वो भी मेरे गले से लग गई और फफक फफक कर रोने लगी.
मैं उसके पीठ को सहलाने लगा.
उस समय उसके मम्मे मेरे सीने में धंसे हुए थे.
मुझे अजीब सा अनुभव हो रहा था.
वो बोली- आज तुम इधर ही सो जाओ.
मैंने उसकी पीठ को सहलाते हुए कहा- हां ठीक है … तुम शांत हो जाओ.
वो शांत हुई और मेरे सीने से अलग होकर मुझे निहारने लगी.
मैंने उसकी तरफ देखा तो वो हल्की सी मुस्कान अपने चेहरे पर लाती हुई बोली- तुम कितने केयरिंग हो.
मैंने मन में सोचा कि हां और मैं बहुत बड़ा चोदू भी हूँ. तुम अपनी टांगें तो खोलो, फिर बताता हूँ.
कुछ देर बाद हम दोनों एक ही कमरे में सोने लगे थे.
पायल ने मुझे उसके पापा के बेड पर सुलाया और खुद नीचे सो गई.
पायल बोली- मुझे नीचे सोने में बहुत डर लगता है.
मैंने मन में कहा कि तुम भी यहीं ऊपर सो जाओ न. तुम्हें डर भी नहीं लगेगा और मेरे लंड से चुद कर नींद भी अच्छी आ जाएगी.
सामने से मैंने कहा- ठीक है, मैं सोफे पर सो जाता हूँ, तुम बिस्तर पर आ जाओ.
वो बोली- अरे नहीं, तुम सोफे पर क्यों सोते हो … तुम भी मेरे पास यहीं बेड पर सो जाओ.
मैंने कहा कि नहीं मैं सोफे पर ठीक से सो जाऊंगा.
मगर वो बोली- क्यों, क्या तुम मेरे पास नहीं सो सकते?
मैंने कहा- हां तुम्हारे पास क्यों नहीं सो सकता हूँ … मगर …
वो बोली- अगर मगर छोड़ो … तुम अब ज्यादा सोचो मत. आ जाओ इधर ही सो जाओ.
मैं उसके बाजू में सो गया.
दस मिनट हुए होंगे कि पायल मुझसे पूछने लगी- सो गए क्या?
मैं बोला- नहीं.
तो पायल बोली- हां यार मुझे भी नींद नहीं आ रही है. तुम कुछ अपने बारे में भी बताओ ना, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैं बोला- नहीं पायल, मैं जिसे चाहता था, उसकी शादी राजकोट हो गई है.
पायल बोली- क्या तुम मेरे बारे में बोल रहे हो?
मैंने सर हिला कर हां कहा.
उसने कहा कि क्या तुमने कभी सेक्स भी नहीं किया है?
मैं- पायल तुम मुझसे यह क्या पूछ रही हो?
वो बोली- हां मैंने तुमसे पूछा कि तुमने कभी सेक्स किया है कि नहीं? क्या तुम करना चाहोगे?
मैंने पूछा- किसके साथ?
पायल बोली- मेरे साथ.
मैं बोला- नहीं, मैं अब तेरे साथ यह सब कैसे कर सकता हूँ?
वो बोली- क्यों नहीं कर सकते? कल सुबह टैक्सी के इन्तजार के समय रोड पर तुम मुझे किस नजर से देख रहे थे … और अभी बाहर मेरी नाभि और बूब्स को तो तुम बहुत घूरकर देख रहे थे … क्या तब तुम्हारे मन में सेक्स की भावना नहीं आ रही थी?
मैं चुप हो गया था. वो सही बोल रही थी.
पायल बोली- मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगा, तुम भी बहुत सेक्सी हो. आज मैं तुम्हें सामने से बोल रही हूँ कि हम दोनों सेक्स करते हैं.
मैंने कुछ नहीं बोला.
मेरी मौन स्वीकृति समझ कर पायल बोली- मैं कुछ देर में तैयार होकर तुम्हें अन्दर बुलाती हूँ.
वो चली गई.
मैं समझ गया कि आज मेरे लंड को इसकी चुत की गर्मी मिलने वाली है.
फिर मैं सोचने लगा कि ये मेरे साथ चुदने के लिए किस तरह की तैयारी करने जा रही है. क्या ये अपनी चुत की झांटें वगैरह साफ़ करने जा रही है. या दुल्हन बन कर मेरे साथ सुहागरात मनाने के लिए सजने गई है.
ये सब सोचते ही मेरे अन्दर एक जोश सा भर गया और मेरा हाथ लंड पर चला गया. लंड अकड़ने लगा था.
फिर पायल ने तैयार होकर मुझे आवाज़ लगाई- मेरे कमरे में आ जाओ निखिल.
मैं जब अन्दर गया तो उसने दुल्हन का लिबास पहना हुआ था.
वो बहुत प्यारी लग रही थी.
उसने मेरे पैर छुए और मुझसे बोली- आज तुम पहले मेरी मांग भरो तब मैं तुम्हारे साथ सुहागरात मनाऊंगी.
मैं बोला- ठीक है.
मैंने उसके हाथ से सिंदूर की डिब्बी ली और उसकी मांग भर दी.
वो मुस्कुरा दी.
मैंने पायल को अपनी ओर खींच लिया और उसके गुलाबी होंठों को चूमने लगा.
पायल बिना कुछ बोले किस में मेरा साथ देने लगी.
फिर मैंने पायल को बिस्तर पर लेटा दिया.
मैंने देखा कि पायल ने लहंगा चोली पहन रखा था. उसकी चोली पीछे से पूरी खुली हुई थी. पीछे सिर्फ़ दो डोरी से बंधी हुई थी. उसने ब्रा नहीं पहनी थी. उसकी चोली में से बहुत हद तक बूब्स बाहर आ रहे थे.
जब मैंने नीचे की तरफ देखा तो उसका लहंगा नाभि से 6 इंच नीचे बंधा हुआ था, चूत से थोड़ा ही ऊपर था.
यह सब देखने में बहुत सेक्सी लग रहा था. वो पहले से भी कहीं ज्यादा सेक्सी लग रही थी.
उसकी गहरी नाभि जो कि अब उसके लेटे हुए होने की वजह से और भी गहरी दिखने लगी थी.
मैंने पूछा- पायल तुम्हारी नाभि इतनी गहरी कैसे है?
पहले तो पायल हंस कर बोली- क्यों?
मैंने कहा- बताओ न प्लीज़.
पायल बोली कि मेरे पति पहले मेरी नाभि रोज़ चूसते चाटते और चोदते थे, तो यह बड़ी क्यों नहीं होगी?
मैं लालसा से उसकी नाभि की तरफ देखा.
पायल बोली- तुम्हें मेरी नाभि क्यों पसंद आई है?
मैंने कहा- क्योंकि तुम्हारी नाभि बहुत गहरी है और मुझे ऐसी ही नाभि बहुत पसंद है.
फिर वो बोली- पसंद है, तो कुछ करो ना जानू, क्यों अब किस बात की देर है?
जैसे ही पायल ने मुझसे कहा, मैंने उसकी नाभि को चाटना शुरू कर दिया. मैं अब अपनी जीभ को नुकीली करके उसकी नाभि को चाट रहा था.
पायल के मुँह से सेक्सी आवाज़ आना शुरू हो गई- इस्स्स आअहह उईई मर गई … आह बड़ा मस्त लग रहा है निखिल … अपनी जीभ को थोड़ा और अन्दर करो ना … आह्ह्ह मज़ा आ रहा है … ऐसा मस्त चूसना कहाँ से सीखा तुमने?
मैंने कहा- कहीं से नहीं, तुमको देखकर अपने आप नाभि चूसने का मन करने लगा.
वो बोली- क्या मेरी नाभि इतनी सेक्सी है?
मैंने कहा- हां मेरी रानी, तेरी नाभि बहुत सेक्सी है.
वो बोली- तो थोड़ा और चूसो ना, चूस चूसकर इसे लाल कर दो मेरे जानू.
मैंने पायल की नाभि को हल्के हल्के से काटना चाटना शुरू कर दिया.
पायल के मुँह से मादक आवाजें आ रही थीं- आंह हां और तेज जानू आहह्ह उहहह और तेज़!
पायल पसीने से गीली हो चुकी थी.
मैं उसके पसीने को चाटने लगा.
फिर मैं उठा और किचन में जाने लगा.
पायल बोली- किधर?
मैंने कहा- और मजा लेना है न!
वो बोली- हां.
मैंने कहा- आता हूँ.
मैं गया और फ्रिज में से आइसक्यूब और आइसक्रीम निकालकर ले आया.
मैंने उसके लाल रसीले होंठों पर एक क्यूब रखी और उसे अपने होंठों में दबा कर उसकी गर्दन से होते हुए उसकी नाभि पर ले आया और धीरे धीरे से रगड़ने लगा.
बर्फ की ठंडक और जवानी की गर्मी के मिश्रण से उसके मुँह से ‘ऊहहह अह्ह्ह जानू ईईइ मां …’ की आवाजें आने लगी थीं.
वो बोली- तुम तो कमाल कर रहे हो निखिल … सच में आज मुझे पहली बार इतना मजा आ रहा है.
मैंने कहा- अभी मजा शुरू हुआ है मेरी जान.
फिर उसने दूसरे तरीके से नाभि को मजा देने का कहा तो मैंने उनकी गोरे पेट में आइसक्रीम लगा दी, फिर उसे ऊपर से चाटने लगा.
आइसक्रीम उसकी नाभि में उसे ठंडक दे रही थी.
जैसे ही मैं पायल की नाभि के पास पहुंचा, वैसे ही नाभि को अपने मुँह में भरा और काटते हुए आइसक्रीम चाटने लगा.
पायल ‘ऊहह अह्ह …’ की मादक आवाजें निकाल रही थी.
अब मैंने पायल को पलट कर उल्टा कर दिया और उसकी पीठ पर चूमने लगा.
एक मिनट के लिए मैं रुक कर उसकी मखमल सी चिकनी पीठ को देखने लगा तो पायल मुझसे बोली- कि रुक क्यों गए … चूमो ना जानू.
मैंने उसकी पीठ से खुली हुई चोली की दोनों डोरियों को खोल दिया और चोली को खींच कर बाहर निकाल दिया.
वो एक बार पलट गई.
ऊओफ्फ़ आह क्या बूब्स थे पायल के … एकदम तने और कसे हुए बड़े आकार के गोल गोल खरबूजे से मम्मे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैं अपनी आंखें बन्द करके पायल के मम्मों पर टूट पड़ा.
मैं उसके मम्मों को पागलों की तरह चूसने चूमने लगा.
पायल सिर्फ सीत्कार कर रही थी- आआह निखिल … और ज़ोर से चूसो ना … आह पी लो मेरे जोबन को.
में ज़ोर ज़ोर से बूब्स दबा रहा था और जमकर चूस रहा था और पायल कामुक सिसकारियों के साथ साथ मेरे लंड में जोश भर रही थी.
कुछ देर तक मम्मों का रस पीने के बाद मैंने पायल के लहंगे का नाड़ा खोलने हाथ बढ़ाया तो वो शर्मा गई.
मैंने पायल के लहंगे को उतार दिया और उसको पूरी नंगी कर दिया.
वो अब मेरे सामने सिर्फ़ एक लाल रंग की पैंटी में थी और वो भी काफी गीली हो चुकी थी.
जैसे ही मैंने पायल की पैंटी उतारी, वैसे ही उसने अपनी चुत को अपनी जांघों से छिपा ली.
मैंने पायल से कहा- मेरी जान … मैं तुम्हारी चूत पर आइसक्रीम लगाकर चाटना चाहता हूँ.
पायल को तो ये सुनकर ही गुदगुदी होने लगी.
वो बोली- तुमको जो भी करना है … बिंदास करो मेरे राजा.
पायल की फूली हुई जामुनी रंग की चूत मेरे सामने थी.
मैंने फ़ौरन उस पर आइसक्रीम लगाना शुरू कर दिया.
पायल को गर्म चूत पर ठंडी आइसक्रीम का अहसास हुआ तो वो जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी.
मैंने पायल की चूत को चाटना शुरू कर दिया.
मैं आइसक्रीम चुत पर लगाता जाता और चाटता जाता.
मैंने पायल की पूरी चूत में आइसक्रीम को भर दिया.
चूत की गर्मी से आइसक्रीम पिघल कर अन्दर समा गई.
पायल तो जैसे पागल ही हो गई थी.
वो लगातार चिल्ला रही थी- आआ ह्ह्ह और ज़ोर से चूसो ना निखिल … आईई … मुझे बड़ा मजा आ रहा है.
मैंने कहा- ऐसा मजा मुझे भी चाहिए पायल!
वो समझ गई.
मैंने लंड पर आइसक्रीम लगाई और पायल के मुँह के पास अपना लंड रख दिया.
पायल भी मेरे लंड को आइसक्रीम के साथ चूसने लगी.
पायल को ऐसा अहसास पहले कभी भी नहीं हुआ था.
वो तो आइसक्रीम का मजा भी ले रही थी और लंड चूसने का मजा भी ले रही थी.
काफी देर लंड चुत की चुसाई के बाद अब चुदाई का समय आ चुका था.
हम दोनों मदमस्त हो चुके थे.
मैंने कहा- पायल मेरी जान, चुदाई शुरू करें?
पायल ने भी मादक आवाज से कहा- हां मेरे निखिल राजा, आओ चोदो मुझे … मेरी इस चूत को फाड़ दो.
मैंने पायल को गोद में ले लिया और खड़ा हो गया.
पायल मेरी गोद में थी और अपनी दोनों टांगों को मेरी कमर से लपेटी हुई मचल रही थी.
मैंने लंड को पायल की चूत की फांकों में फंसाया और जोरदार धक्का दे दिया.
एक ही झटके में मेरा पूरा लंड पायल की चूत में घुस गया.
पायल की चीख निकल गई और वह तो एकदम से छटपटाने लगी, मीठे दर्द से भरी आवाजें निकालने लगी- ऊह आह ऊ मर गई … मेरी चूत फाड़ दी.
कुछ देर बाद पायल को मजा आने लगा.
अब वह बार बार बोलने लगी- निखिल ओर डालो आआ आहह उउफ्फ़!
पायल हांफ रही थी और मैं जोर जोर से झटके मार रहा था.
उसके मुँह से निकली मादक आवाजें निकल रही थीं और चुदाई की आवाजों से पूरा रूम गूंज रहा था.
कुछ देर बाद पायल की चूत ने जोरदार पानी छोड़ा.
इससे मेरा लंड पूरा भीग गया.
पायल मेरी गोद से उतर कर नीचे खड़ी हो गई और मेरे लंड के सामने बैठ गई.
मैंने लंड उसके मुँह में दे दिया.
वो लंड पर लगा अपनी चुत का रस चाटने लगी.
कुछ पल बाद पायल फिर से उत्तेजित हो गई.
मैंने उसे फिर से अपनी गोद में उठा लिया.
पायल ने अपने पैर मेरी कमर से कस दिए.
मैंने अपने लंड को पायल की चूत में घुसेड़ दिया और पायल को ऊपर नीचे करने लगा.
पायल की आंखों से आंसू निकलने लगे, पर मैंने उसकी जरा भी परवाह नहीं की.
कुछ ही देर में पायल भी फिर से गर्म हो गई और अपनी गांड हिलाने लगी.
इस आसन में हम दोनों थक चुके थे.
मैं पलंग पर लेट गया पर पायल अपना संतुलन बना नहीं पाई और लड़खड़ा कर जमीन पर ही गिर गई.
उसके पैरों में जैसे ताकत खत्म हो चुकी थी.
मैंने उसे सहारा देकर अपने पास खींच लिया.
कुछ देर बाद पायल मेरे लंड के नीचे आ गई और हमारी चुदाई चलने लगी.
करीब दस मिनट और चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गए.
मैरिड गर्ल सेक्स के बाद कुछ देर आराम किया.
अब पायल बोली- निखिल, अब तुम अपने घर चले जाओ … कल आना.
मैं जाने लगा तो पायल ने मेरा हाथ थाम लिया और बोला- कल नहीं, आज रात को तुम मेरे साथ रहोगे … आज पूरी रात चुदाई की रात होगी.
मैं पायल से तो कुछ नहीं बोल पाया मगर मैं वहां रुका नहीं और वहां से घर आ गया.
आपको मैरिड गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल जरूर करें.
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