हॉट वाइफ नॉनवेज सेक्स कहानी में मेरे पति मुझे गैर मर्द से चुदवाने में रुचि रखते थे. उन्होंने मेरा एक दोस्त भी बनवा दिया. लेकिन मैं उस दोस्त से पति को बिना बताये चुद गयी.
दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं पुणे में रहता हूँ.
आज मैं आपके लिए एक ओर नई सेक्स कहानी लेकर आया हूँ, जो अभी दिसंबर 2021 की है.
इस कहानी की नायिका और कोई नहीं, मेरी बीवी सीमा है, जिसकी चुदाई की कहानी को आपने मेरी पिछली सेक्स कहानी
मेरी पहली चुदाई उसके यार से
में पढ़ा था.
आज की ये हॉट वाइफ नॉनवेज सेक्स कहानी आप मेरी मदमस्त बीवी सीमा की जुबानी ही सुनें. मुझे उम्मीद है कि मेरी पिछली कहानी की तरह इस कहानी को भी आप उतना ही प्यार देंगे.
दोस्तो, मैं आप सबकी चहेती सीमा. आप सभी को प्यार भरा चुम्बन और जोशीला आलिंगन.
आपको आज मैं जो कहानी बताने जा रही हूँ, वो अभी कुछ महीने पहले की है.
इस कहानी में मैंने थोड़ा नादानी जैसा किया है. अगर आपको बुरा लगे तो मुझे माफ कर देना.
जैसे आप सभी जानते हैं मेरी उम्र 24 साल थी. अभी 2022 में मैंने 25 वां जन्मदिन मनाया है.
मुझे 32-सी की ब्रा लगती है, अभी मेरा फिगर 34-32सी-36 का हुआ है.
मैं इतनी खूबसूरत हूँ कि मुझ पर हर कोई मर मिटने को तैयार रहता है.
मेरे हस्बैंड को मेरी यार की चुदाई के बारे में जैसे ही पता चला, तो उनके दिमाग़ में मुझे किसी गैर मर्द से चुदवाने की फैंटेसी पैदा हो गई.
उन्होंने मुझे ये बात बोल कर भी बताई और हर रात मेरी चुदाई करते वक़्त मुझे ‘तुम एक गैर मर्द से चुद रही हो.’ बोल बोल कर मेरे अन्दर गैर मर्द से चुदाई करवाने की लालसा को जागृत कर दिया.
इसके चलते मैं अपने हस्बैंड की कल्पना को पूरा करने के लिए एक गैर मर्द से चुदाई करने के लिए तैयार हो गई.
अब मेरे हस्बैंड से मेरे लिए एक ऐसा मर्द ढूंढने लगे जो दूर का हो और चुदाई के बाद किसी तरह की कोई परेशानी ना हो.
कुछ ही दिनों में हमको एक ऐसा मर्द मिल गया जिसकी हमको तलाश थी.
उसका नाम साहिल था, पर सब उसको सनी बोलते थे.
सनी की उम्र 38 साल की थी और वो एक शादीशुदा मर्द था.
जब मेरे पति ने सनी से मेरी बात करवाई तब मैं बहुत डरी हुई थी क्योंकि ये पहली बार था जब मैं किसी अजनबी से बात कर रही थी.
सनी से बात करते वक़्त मैं एकदम बच्चों जैसे बात कर रही थी, जैसे मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा हो.
फिर ऐसे ही बातों से हमारे बातें आगे बढ़ने लगीं.
जल्दी ही हम दोनों की फोन पर जब तब बातें होने लगीं.
मैं सनी के साथ अकेले मिलने आऊं, ऐसा सनी चाहता था क्योंकि वो मुझे बेपनाह प्यार करना चाहता था और मैं भी मेरे पति को बिना बोले ये सब करना चाहती थी.
इसलिए मैंने सनी के साथ मिलने का प्रोग्राम बना लिया.
तयशुदा दिन से पहले ही मैंने अपने पति से झूठ कहा कि मेरी सहेली के घर कोई कार्यक्रम है, इसलिए मुझे 2 दिन के लिए उधर जाना है.
पति ने भी हां कह दी और मैं भी जाने की तैयारी करने लगी.
सनी से तय समय के अनुसार मैं उससे मिलने चली गई.
जिस दिन मैं सनी से मिलने गई थी, उस दिन मैंने लाल रंग की टी-शर्ट और ब्लू कलर की स्कर्ट पहनी हुई थी.
जब सनी मुझे लेने आया, तब वो मुझे ही देखता रह गया.
उसकी नजर बार बार मेरे बदन पर गड़ी जा रही थी.
जब मैंने उसको हिला कर उसका ध्यान हटाया, तब उसको होश आया.
फिर मैं उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठ गई.
सनी पूरे रास्ते बस मेरी तारीफ ही कर रहा था. मैं बहुत खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ, कड़क माल हूँ … और ना जाने क्या क्या.
ऐसी ही कामुक बातें करते करते हम होटल पहुंच गए.
मुझे बहुत जोर की सुसु लगी थी इसलिए मैं जल्दी से होटल के अपने वाले रूम में घुस गई.
मैंने जल्दबाजी में पैंटी बाहर उतार दी और बाथरूम में घुस गई.
ये मेरी पहले से आदत है कि मैं जब भी बाथरूम में जाती हूँ, तब मैं अपनी पैंटी बाहर ही निकाल कर अन्दर जाती हूँ.
जब मैंने सुसु की, तब दिमाग ने काम करना शुरू किया. उसी वक्त मुझे याद आया कि मैंने ये क्या कर दिया.
अब मुझे बहुत शर्म आ रही थी.
फिर भी मैं वैसे ही अनजान बन कर बाहर आई.
तब देखा कि सनी के हाथ में मेरी पैंटी थी और वो उसे सूंघ रहा था.
पैंटी में जहां मेरी चूत चिपकी हुई थी, वहां वो चाट रहा था.
यह देख कर मुझे बहुत शर्म आई.
मैंने उससे मेरी पैंटी मांगी तो वो बोला- आकर ले लो.
जब मैं अपनी पैंटी उससे लेने आगे बढ़ी, तो उसने मुझे पकड़ कर बांहों में भर लिया और मुझे पलंग पर लिटा दिया.
वो मुझे किस करने लगा.
शुरू में तो मुझे झटका सा लगा और मैं उसकी पकड़ से छूटने की कोशिश करने लगी.
पर सनी ने मुझे बहुत कसके पकड़ रखा था, इसलिए मेरी हर कोशिश नाकाम हो रही थी.
सनी लगातार मुझे किस कर रहा था इसलिए मैं धीरे धीरे बहकने लगी और उसका साथ देने लगी.
उसने किस करते करते मेरी टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाल दिया और अपना हाथ मेरी पीठ पर ले जाकर मेरी ब्रा खोल दी.
उसने मेरी टी-शर्ट और ब्रा एक साथ निकाल दी.
मुझे बहुत शर्म आने लगी इसलिए मैंने चादर से अपने आपको ढक लिया.
फिर सनी खड़ा हुआ और वो एक एक करके अपने सारे कपड़े उतारने लगा.
मुझे उसे ऐसा देखने में शर्म आने लगी इसलिए मैंने चादर से अपना मुँह छुपा लिया.
तभी सनी ने रूम की लाइट बंद कर दी, जिससे पूरे रूम में अधेरा हो गया.
तब मैंने महसूस किया कि सनी मेरे पैरों को चूमते हुए धीरे धीरे ऊपर आने लगा.
मैंने तुरंत अपने हाथों से अपनी चूत ढक ली और पैर भी मोड़ दिए.
पर सनी बहुत चालाक था, वो जैसे ही मेरी चूत तक पहुंचा, उसने मेरे मम्मों पर हमला कर दिया.
वो अपने हाथ को ले जाकर मेरे निप्पल को रगड़ने लगा, जिससे मैंने उसका एक हाथ अपनी चूत से हटाया और उसको रोकने लगी.
तभी सनी निप्पल से हाथ हटा कर मेरी चूत पर आ गया और चूत को अपने हाथों से मसलने लगा.
वो अपनी एक उंगली को मेरी चूत में अन्दर बाहर करने लगा जिससे मैं जल बिन मछली की तरफ तड़पने लगी और मेरे पैर अपने आप खुल गए.
बस सनी को रास्ता खुला मिल गया और उसने मेरे पैरों के बीच में आकर मेरी चूत पर अपना मुँह रख दिया.
मैं एकदम से सिहर उठी और अपनी चूत को नीचे से ऊपर उठाने लगी.
वो भी अपनी जुबान से चूत को खरबूजे की फांक समझ कर ऊपर से नीचे तक फेरता हुआ चाटने लगा.
एक दो बार चूत की फांकों को चाटा और अगले ही पल उसने मेरी रस छोड़ती चूत में अपनी पूरी जुबान अन्दर डाल दी.
आह … मेरी चूत में मानो आग लग गई.
जैसे ही मुझे ऐसा महसूस हुआ … मेरी टांगें किसी सड़क छाप रंडी की तरह पूरी खुल गईं.
वो मस्त होकर मेरी चूत को चाट चाट कर चूसने लगा. साथ ही वो मेरी चूत के दाने को अपने होंठों से पकड़ कर बाहर को खींचता, जिससे मैं एकदम से छटपटा कर रह जाती.
अब मैं पागल सी होने लगी थी और मेरे मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं- उम्म … आअह … सनी प्लीज … ऐसा मत करो उम्म … आआह मुझे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है सनी अह!
मगर सनी मेरी बातों को सुन कर भी अनसुना कर रहा था और मेरी चूत को कुत्ते की तरह चाट रहा था.
वो चूत चाटने के साथ साथ मेरे दोनों मम्मों के निप्पल मसल रहा था.
उसके इस दोहरे हमले से मैं ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई और मैं सनी के मुँह में ही झड़ गई.
सनी ने भी किसी हब्शी की तरह मेरी चूत का पूरा रस पी लिया और मेरी चूत को चाट चाट कर अच्छे से साफ कर दिया.
कुछ पल बाद जब सनी मेरी चूत से हटा तो उसने रूम की लाइट चालू कर दी.
मैंने रोशनी में खुद को नंगी देखा, तो झट से अपने आपको चादर में छुपा लिया.
सनी को मेरी ये नादानी बहुत अच्छा लगा और वो बिना देर किए चादर के अन्दर घुस कर मुझे किस करने लगा, मेरे दूध चूसने लगा, निप्पल खींचने लगा.
मुझे भी मस्त अहसास होने लगा और मैं फिर से मतवाली होने लगी.
उधर सनी लगातार मुझे किस करते हुए मेरे दोनों पैरों के बीच में आ गया.
उसका लंड मुझे मेरी चूत में टच होने लगा.
एक पल को तो मैं डर गई.
मगर सनी ने मुझे चूमते हुए हौसला दिया कि कुछ नहीं होगा और वो बहुत आराम से मेरी चुदाई करेगा.
उसके समझाने से मैं चुदाई के लिए तैयार हो गई.
अब सनी धीरे धीरे मेरी चूत में लंड उतारने लगा, जिससे मुझे थोड़ा दर्द महसूस होने लगा.
पर सनी ने चूत में लंड घुसा देने के बाद न जाने कौन सा भूत सवार हो गया था, वो पर पता नहीं क्या जोश आ गया.
उसने लंड जड़ तक पेलने के बाद धीरे से मेरी चूत से लंड बाहर निकाला और पूरी ताकत से एक झटके में मेरी चूत में लंड घुसेड़ दिया, जिससे मेरी चूत में बहुत दर्द हुआ और मेरी आंखों से आंसू आने लगे.
मैं चिल्लाना चाहती थी पर सनी ने मेरे होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया था.
इस वजह से मेरी चीख सनी के मुँह में ही दब गई.
सनी का लंड मेरे पति से बड़ा और मोटा था, जिसकी वजह से मुझे काफी दर्द हो रहा था. मैं सनी से छूटने की कोशिश करने लगी, पर सनी ने मुझे कसके पकड़ रखा था.
सनी ने मुझे तब तक जकड़े रखा था, जब तक मेरा दर्द कम नहीं हुआ.
जब मेरा दर्द कम हुआ, तब सनी ने मुझे छोड़ा और मेरी चूत में अपना लंड अन्दर बाहर धीरे धीरे करके मेरी चूत की चुदाई करने लगा.
जब उसने मेरे होंठों को छोड़ा, तो मैंने उसके हाथ को जोर से काटा. क्योंकि मुझे बहुत दर्द हुआ था.
सनी को मेरे काटने से कोई फर्क नहीं पड़ा, उल्टा उसे और जोश आने लगा.
वो और जोर जोर से मेरी चुदाई करने लगा. इस वक्त सनी पूरी ताकत से मेरी चूत में लंड घुसाने लगा था, जिससे मुझे दर्द और मजा दोनों एक साथ हो रहा था.
मुझे सनी का लंड मेरी चूत में चाहिए भी था और नहीं भी चाहिए था.
मैं इसी कशमकश में थी, पर सनी बिना रुके मेरी चूत को फाड़ रहा था.
हमारा चुदाई का पहला राउंड 25 मिनट तक चला, जिसमें सनी और मैं एक साथ झड़ गए.
झड़ने के बाद भी सनी बहुत देर तक मेरी चूत में लंड डाले पड़ा रहा.
फिर जैसे ही सनी उठा, मैं अपनी ब्रा पैंटी उठा कर बाथरूम में भाग गई और अपनी चूत और चूचों को साफ करने लगी.
सनी के लंड का रस अब भी मेरी चूत से टपक रहा था, जिसे देख देख कर मैं खुद ही बहुत शर्मा रही थी.
तभी सनी बाथरूम में घुस आया और उसने शॉवर चालू कर दिया.
मैं अचानक से पानी गिरने से चौंक गई, मैं अपने आपको तौलिया से ढकने की कोशिश करने लगी.
सनी मुझे छेड़ने लगा, जिससे मैं धीरे धीरे फिर से गर्म होने लगी.
तभी सनी ने मेरी चूत पर हाथ रख दिया और वो मेरी चूत मसलने लगा.
हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे की हरकतों से गर्म होते चले गए और कब सनी का लंड मेरी चूत में चला गया, मुझे पता ही नहीं चला.
हमारी बाथरूम चुदाई शुरू हो गई. मैं बहुत शर्मा रही थी क्योंकि ऐसी चुदाई मैं पहली बार कर रही थी.
सनी मुझे ऐसे शर्माते हुए देख कर और जोश में आ गया और वो पूरी ताकत से मेरी चूत फाड़ रहा था.
बाथरूम में भी हम दोनों ने जम कर चुदाई की और थक कर बेड पर आकर सो गए.
दो दिन तक सनी ने मेरे साथ कम से कम चुदाई के 10 राउंड किए.
उन 2 दिनों में मेरी ऐसी चुदाई मैंने कभी नहीं की थी.
दो दिन बाद मैं सनी से विदा लेकर घर आ गई.
मेरे पति को ये भनक तक नहीं हुई कि मैं सनी से चुद कर आई हूँ.
थोड़े दिन बाद मैंने खुद मेरे पति को ये सब बताया कि कैसे मैंने सनी से चुदाई की.
इसे सुन कर वो थोड़े नाराज भी हुए और खुश भी क्योंकि मैंने उनकी फंतासी पूरी जो की थी.
दोस्तो, ये थी मेरी गैर मर्द से चुदाई की कहानी.
मैं उम्मीद करती हूँ कि मेरी पिछली सेक्स कहानी की तरह इस हॉट वाइफ नॉनवेज सेक्स कहानी को भी आप बहुत प्यार देंगे.
अब मैं आपसे विदा लेती हूँ. आप अपनी राय मुझे जरूर मेल के जरिये भेजें.
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