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साली के साथ वो सात दिन की चुदाई- 1

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हॉट साली Xxx कहानी में पढ़ें कि मेरी बीवी की तबीयत खराब हुई तो उसने अपनी बहन को बुला लिया. अपनी साली की उन्मुक्त जवानी देखकर मैं बहकने लगा.

दोस्तो, कैसे हो आप लोग, मैं संजीव नाथ उर्फ़ आदित्य, फिर से आप लोगों के बीच अपनी दूसरी सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूं.

आपने मेरी Xxx चुदाई
मेरी बीवी ने मेरे साथ सुहागरात मनाई
को पढ़ा और मुझे मेल भेजे. आप सभी का बहुत बहुत आभार

आज मैं अपनी साली के साथ 7 दिन गुजारने की सेक्स कहानी सुना रहा हूँ

मेरी साली इकलौती है. उसका नाम सुप्रिया है. उम्र 24 साल है, ऊंचाई 5 फिट 2 इंच है. चूचों का आकार 32 इंच का है.
वो बहुत गोरी और एकदम मस्त माल है.

यह घटना मेरे और मेरी साली के बीच बीवी के बीमार हो जाने के बाद हुई.
मुझे इस बात का अहसास भी नहीं था कि इस दौरान हम दोनों के बीच सेक्स भी हो जाएगा.

हुआ यूं कि मेरी बीवी की तबियत खराब हो गई थी. घर में मेरे और मेरी बीवी के अलावा कोई नहीं था.
मैं अकेला क्या कर सकता था. मुझे अपनी जॉब भी देखनी थी.

अपनी बीवी को इलाज के लिए डॉक्टर के पास लेकर आना जाना और उसकी देखभाल के लिए कोई और नहीं सिर्फ मैं ही था.

मैंने अपनी बीवी से कहा- यार सुनो कुछ दिनों के लिए क्यों ना सुप्रिया को यहां बुला लिया जाए.
मेरी बीवी बोली- उसकी पढ़ाई का नुकसान होगा. मैं सब संभाल लूंगी, तुम बस कुछ दिनों के लिए ऑफिस से छुट्टी ले लो.

मेरी बीवी ने जब मुझसे ये बात कही, तो मैं बोला- छुट्टी तो ले सकता हूं, पर मेरा नया नया जॉब है. मैं ज्यादा छुट्टी लूंगा, तो काफी पैसे कटेंगे. तुम अपनी बहन को यहीं बुला लो, वो अपनी पढ़ाई यहीं कर लेगी.
बीवी बोली- अरे यार, अपने घर में एक ही तो कमरा है. कैसे होगा, बिस्तर भी एक ही है.

मैंने कहा- सब एडजस्ट हो जाएगा, तुम उसकी चिंता मत करो. तुम्हारी तबीयत खराब है, वो तुम्हारी देखभाल कर लेगी. तुम जल्दी ठीक हो जाओगी और तुम्हारा मन भी लगा रहेगा. मैं सुप्रिया के साथ खाना बना लिया करूंगा.
बीवी बोली- ठीक है, मैं सुप्रिया को फोन कर देती हूं.
मैंने कहा- ठीक है.

मेरी बीवी ने अपनी बहन से बात कर ली और उसे अपने घर ले आने के लिए मुझे बस स्टॉप पर जाना था इसलिए अगले दिन मैं ऑफिस नहीं गया.

मेरी साली ने सुबह 7 बजे फोन किया और वो बोली- दीदी मैं बस में चढ़ गई हूं. तुम बस मुझे लाने के लिए जीजू को बस स्टॉप पर भेज देना.
बीवी बोली- ठीक है.

बीवी मुझसे बोली- सुप्रिया को लेने के लिए 8.30 बजे बस स्टॉप पे चले जाना. वो बस में बैठ गई है.
मैं बोला- ठीक है.

अपनी साली को लाने के लिए मैं 8.10 तक रेडी हो गया.
मैंने बाइक बाहर निकाली और साली को लेने बस स्टॉप चला गया.

कुछ मिनट के इन्तजार के बाद बस आ गई.
साली बस से उतरी और मुझे देख कर ‘जीजू जीजू …’ कह कर आवाज लगाने लगी.

मैं बाइक पर बैठा था, उसकी आवाज सुनकर मैं साली को देखने लगा.
तभी वो मेरे करीब आ गई.

मैं साली को देखते ही सन्न रह गया.
बड़ी मस्त कांटा माल लग रही थी.

उसने काफी गहरे गले की कुर्ती पहनी हुई थी, उसके आधे मम्मों की मस्त नुमाइश हो रही थी.
उसके हिल कर चलने से मेरी साली का आधा क्लीवेज दिख रहा था.

मेरा लंड तो उसके दूध देखते ही खड़ा हो गया था.

साली बोली- हाय जीजू … किधर खो गए आप!
मैंने बोला- हाय … साली साहिबा बड़ी सेक्सी लग रही हो.

वो इठला कर बोली- थैंक्यू जीजू … पर आपने ऐसा क्यों कहा?
मैं बोला- अरे पगली ऐसे कपड़े भी कोई पहनता है क्या. आगे का तो पूरा सिनेमा दिख रहा है. बस के लोग क्या सोच रहे होंगे.

वो हा हा करती हुई हंसने लगी और बोली- मैंने तो दुपट्टा ओढ़ रखा था. थोड़े ही किसी को दिखाने के लिए ये सब ओपन रखा था. वो तो अभी मुझे अपना सामान उठाना था न … इसलिए दुपट्टा हटा लिया है.
मैंने कहा- चलो ठीक है. आ जाओ सामान मुझे दे दो और बाइक पर बैठ जाओ.

मैंने बाइक स्टार्ट की, उसका बैग अपनी बाइक पर आगे पेट्रोल की टंकी पर सैट किया.

उसी समय मेरी साली गांड उचका कर बाइक पर बैठ गई.
उसने अपनी दोनों टांगें दिनों तरफ डाल ली थीं और मुझसे चिपक कर बैठ गई थी.

फिर हम दोनों बातें करते हुए घर आ गए.
दोनों बहनें एक दूसरे को देखकर लिपट गईं और एक दूसरे के हाल चाल पूछने लगीं.

मैं बोला- चलो अब मैं फ्रेश होकर झटपट कुछ बना लेता हूँ.
साली बोली- अरे जीजू आप दीदी के पास बैठो, मैं बना देती हूँ.

मैंने कहा- अरे पगली, तुम सफर से थक गई होगी. तुम फ्रेश हो जाओ और थोड़ा आराम कर लो.
साली हंस कर बोली- अरे जीजू, मैं कोई लन्दन से थोड़ी आ रही हूं, जो इतना थक गई होऊंगी.

ये बोलकर साली ने अपना दुपट्टा कुर्सी पर रख दिया और बाथरूम करने स्नानघर में जाने लगी.

उसके क्लीवेज से जो उसकी पर्पल कलर की ब्रा दिखने लगी थी. मैं बस अपनी साली की सेक्सी बॉडी को देख रहा था.
उसकी रेशमी ब्रा देखते ही मेरा लंड तनकर फूल गया और मेरे पैंट में टैंट बन गया था.

मैं अपनी बीवी से धीमे से बोला- अरे यार, अपनी बहन को कपड़ा ठीक करने को बोलो.
मेरी बीवी ने हां कहा और मैं किचन में चला गया.

सुप्रिया बाथरूम से आ गई और अपनी बहन के पास रखे अपने बैग से कुछ सामान निकालने लगी.
दोनों बहनें साथ में बातचीत में भी लग गईं.

मैं किचन से आकर एक कुर्सी पर बैठ गया था.
मैंने बीवी को फिर से इशारा किया.

बीवी ने अपनी बहन से कहा- सुप्रिया दुपट्टा ले लो.
साली बोली- दीदी गर्मी बहुत है, मैं ऐसे ही ठीक हूँ … रहने दो ना.

मैंने सोचा कि साला जब शिकार खुद ही शेर के पंजों में फंसना चाहता है, तो मुझे क्या पड़ी.

साली मेरी तरफ देख कर बोली- जीजू, आपको बहुत भूख लग रही है न!
मैंने कहा- हां यार, सुबह से कुछ खाया नहीं है.

उसने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा और अपने बैग से एक नाइटी निकाल कर बोली- बस मैं अभी कपड़े बदल कर आती हूँ, फिर आपके लिए जल्दी से कुछ नाश्ता बना देती हूँ.

वो बाथरूम में वापस चली गई और दो मिनट बाद जब वो बाहर निकली तो मेरा कलेजा हलक में आ गया.
साली ने क्या सेक्सी नाइटी पहनी हुई थी.
वो एकदम मस्त माल लग रही थी.

उसकी इस झीनी सी नाइटी में से उसके आधे से ज्यादा दूध साफ़ दिखाई दे रहे थे.
मेरा तो लंड हाहाकार मचाने लगा था.

मैंने बीवी की तरफ देखा तो उसने आंखें मूंद ली थीं और वो आराम कर रही थी.

मैं सोचने लगा कि अपनी बीमार बीवी को तो चोद नहीं सकता; उसकी तो तबियत खराब है.
लगता है मुझे साली को ही चोदना पड़ेगा. इसकी हरकतें भी चुदने वाली लग रही हैं.

मेरी साली के जिस्म पर इस नाइटी ने उसको और भी सेक्सी बना दिया था.
वो एकदम मस्त सेक्सी बम सी लग रही थी.
मेरा मन कर रहा था कि साली को अभी ही पटक कर चोद दूं, मगर बीवी सामने लेटी थी.

कुछ देर बाद साली ने नाश्ता बना दिया और कमरे में ले आई.
मैंने अपनी बीवी को जगाया और हम तीनों ने नाश्ता किया.

नाश्ते के दौरान भी मेरी नजरें अपनी साली के आधे दिख रहे मम्मों पर ही टिकी थीं.

नाइटी पर दुपट्टा भी नहीं होता है, इसलिए मुझे मजेदार सीन दिख रहा था.
मेरी बीवी भी मुझे देख रही थी कि मैं सुप्रिया के स्तनों को घूर रहा हूं.

बीवी कुछ नहीं बोली.
फिर हम तीनों का नाश्ता खत्म हुआ.

मेरी बीवी नाश्ता करने के बाद बिस्तर पर लेट गई और अपनी आंखें बंद करके आराम करने लगी.
मेरी साली बर्तन उठाकर उन्हें धोने चली गई.
सुप्रिया किचन में जाकर दोपहर के खाने के लिए तैयारी करने लगी.

मैं किचन में जाकर उससे बोला- अभी बैठ जाओ सुप्रिया. अभी लंच में देर है. बाद में तैयारी कर लेना.
वो बोली- मैं यहां बैठने नहीं आई हूँ जीजू, दीदी या आपको कोई दिक्कत नहीं हो, इसलिए मैं यहां आई हूं.

मैंने कहा- अरे वाह, मेरी साली को हम दोनों के लिए इतनी चिंता है. ये बात तो तुझे गले लगाने जैसी है.
ये कह कर मैंने अपनी बांहें फैला दीं. मुझे अंदाजा ही नहीं था कि मेरी साली मेरी बांहों में खुद आ जाएगी.

वो मेरी फैली हुई बांहों में कटे पेड़ की भांति झूल गई.
मैं एकदम से झनझना गया. उसका मादक बदन मेरे बाहुपाश में था.

उसका बदन इतना गर्म था कि क्या बोलूं.
उसके जिस्म से सेक्सी महक आ रही थी.
सुप्रिया के गुंदाज मम्मों ने मेरे लंड का जोश जगा दिया था.

मैं अपनी साली को अपनी बांहों में भरकर कसके गले से लगाने लगा.
साली भी मेरा साथ देने लगी.

मैंने चुपके से उसके कान में बोल दिया- आज रात को तुम मेरे बगल में सोना.
साली को समझ में आ गया कि मैं क्या चाहता हूँ.

उसने मेरे हाथ को मसला और झटक कर मुझसे अलग हो गई वो मुझे सेक्सी मुस्कान दे रही थी. उसने मुझे किचन में से धक्का दिया और अपना काम करने लगी.

मैं भी अपने काम में लग गया. बीवी आराम कर रही थी. मैं उससे पूछा कि दवा ले ली.
उसने हां कहा और सोने लगी.

थोड़ी देर के बाद मेरी बीवी की नींद लग गई.
उधर सुप्रिया भी खाना बनाने में लग गई थी.

मैंने किचन में जा कर देखा तो सुप्रिया पसीना से पूरी लथपथ हो गई थी.
उसने गर्मी के कारण अपनी सेक्सी नाइटी को घुटने के ऊपर तक उठा दी थी, साथ ही अपनी नाइटी के दो हुक भी खोल दिए थे.

वैसे ही उसके आधे मम्मे दिख रहे थे. दो हुक और खोलने से उसके स्तन लगभग पूरे दिखने लगे थे, केवल निप्पल ही नहीं दिख रहे थे.
मैं ये देख कर दंग रह गया और सुप्रिया से बोला- सब कुछ दिख रहा है मैडम जी.

साली हंस कर बोली- हां यार जीजू, गर्मी बहुत है. आप तो जानते ही हो कि मुझसे गर्मी बर्दाश्त नहीं होती है. फिर यहां बाहर का कौन है, जो मुझे देखेगा.
मैंने लंड सहला कर कहा- मैं तो हूँ.

उसने मेरे हाथों की हरकत को देखा और होंठ दबाती हुई बोली- आप तो मेरे जीजू हैं … आपका तो मुझ पर पूरा अधिकार है …. मेरा मतलब मुझे देखने का अधिकार है.

ये बोलकर साली ने आंख दबा दी.
मैं समझ गया कि लौंडिया चुदने को मचल रही है.

मैंने कहा- तुम्हारी दीदी देख लेगी, तो मुझ पर शक करने लगेगी कि मेरा तुम्हारे साथ कुछ चल रहा है.
उसने कहा- दीदी सो रही हैं. उनको पता है कि मैं खाना बना रही हूँ और आप कुछ काम कर रहे हैं. हम दोनों के बीच थोड़ी बहुत छेड़छाड़ तो स्वाभाविक है जीजू. यदि थोड़ा बहुत कुछ कर भी लेंगे, तो दीदी को थोड़ी ना पता चलेगा.

ये बोलकर साली किचन में ही मुझसे चिपक गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर मसलने लगी.
मेरा लंड तन कर बड़ा हो गया था.

साली लंड की लम्बाई महसूस करके बोली- इतना लंबा हो गया, दीदी को चोद कर उनका भर्ता बना देता है. मुझे सब पता है. मैं तो आपकी दीवानी उसी दिन हो गई थी, जिस दिन दीदी को आपने पहली बार में ही उन्हें बेहोश करने तक चोदा था. दीदी ने मुझे सब बताया था. मैंने भी उसी दिन सोच लिया था कि जब तक मैं अपने जीजू का मोटा तगड़ा लंड अपनी चुत में नहीं ले लूंगी, तब तक मुझे चैन नहीं मिलेगा.

जब सुप्रिया ने इतना खुल कर मेरे साथ चुदाई की इच्छा जताई तो मैंने भी कह दिया- हां सुप्पी, मैं भी तुम्हारी चुत चोदने के लिया पागल था. कब तुम मुझे मिलोगी चोदने के लिए, बस यही सोचता रहता था. आज से तुम जितने दिन यहां रहोगी, हर रात को जी भर के सेक्स करेंगे.
साली भी बोली- हां जीजू, मैं तैयार हूं.

हम दोनों किस करने लगे और मैं अपने एक हाथ से Xxx साली के बड़े दूध को दबाने लगा और मसलने लगा.

मेरी हॉट साली भी अपना एक हाथ मेरी पैंट के अन्दर डाल कर लंड मसलने लगी.

साली सेक्स के लिए बेचैन थी, बोली- अपना लंड दिखाओ ना जीजू!
मैं बोला- साली जी, तुम्हारी दीदी उठ जाएगी, तो समस्या हो जाएगी. रात को जो करना है, वो करेंगे न!

साली नहीं मानी वो बोली- नहीं, मुझे अभी देखना है.
वो मेरा लंड बाहर निकाल कर हाथ से हिलाने लगी और ऊपर नीचे करने लगी.

मुझे भी जोश आ गया.
मैं साली के दोनों स्तनों को जोर जोर से दबाने लगा.

तभी सुप्रिया ने अपनी नाइटी खोल दी और सामने से वो एकदम नंगी हो गई.
उसने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी.

मस्त गोरी हूर के जैसी मेरी साली कयामत बरपा रही थी.
उसका सारा बदन पसीना से लथपथ होने से और भी ज्यादा सेक्सी लग रहा था.

हम दोनों एक दूसरे के गर्म बदन का पूरा मजा लेने लगे थे.

अगले भाग में मैं आपको हॉट साली सेक्स की घटना सुनाऊंगा. तब तक आप मुझे मेल करें.
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हॉट साली Xxx कहानी का अगला भाग: साली के साथ वो सात दिन की चुदाई- 2

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