हॉट गर्ल बिहारी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं पटना में किराए के कमरे में रहता था. मकान मालिक की बेटी से मेरी दोस्ती हो गयी. एक दिन वो खुद मेरे कमरे में आई और …
दोस्तो, आप सबको नमस्कार. मेरा नाम नक्ष है और मैं हरियाणा (हिसार) का रहने वाला हूं. ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
पूर्व में मेरे साथ एक रोमांटिक घटना हुई थी जिसे मैं एक हॉट गर्ल बिहारी सेक्स कहानी के रूप में लिखने का प्रयास कर रहा हूँ.
मैं उस वक्त 21 साल का था और पढ़ता था. मुझे बहुत दूर बिहार के एक कॉलेज में एडमिशन मिला था.
उस टाइम मैं पटना बिहार में एक रूम किराए पर लेकर रहता था.
उस घर के जो मकान मालिक थे, वो एक आंटी अंकल थे.
उनके घर में उनकी बेटी जवान कामिनी और बेटा भी रहते थे.
अंकल के बेटे की जॉब लग गई थी तो वो बंगलोर चला गया था.
बेटी की शादी होनी थी, जिसके लिए अंकल लड़का खोज रहे थे.
अंकल अपने बिज़नेस के सिलसिले में अक्सर घर से बाहर कोलकाता रहते थे, वो महीने में एकाध बार ही घर आ पाते थे.
आंटी की बेटी कामिनी अक्सर मुझसे बात करने आ जाया करती थी.
उससे बात करके मुझे भी अच्छा लगता था.
कुछ ही दिनों में कामिनी मुझसे बहुत ज्यादा घुल-मिल गई थी.
वो मुझसे खूब मीठी मीठी बातें किया करती थी.
मैं मन ही मन कामिनी से बहुत प्यार करने लगा था.
एक दिन उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है?
मैंने कहा- नहीं है.
उसने कहा- कभी जरूरत नहीं होती है क्या?
मैंने कहा- हां होती तो है … लेकिन क्या करूं!
कामिनी एक आंख दबा कर मुस्कुरा दी.
मैंने भी उससे पूछा- कामिनी तुम्हारा मन नहीं करता क्या?
कामिनी बोली- हां करता तो है, लेकिन मैं भी क्या करूं?
इस बात पर हम दोनों हंस पड़े और अब इसी तरह से कामिनी मुझसे खुलने लगी थी.
कामिनी का फिगर का साइज करीब 32-30-34 का था. कामिनी बहुत कामुक लड़की थी.
वो पौंछा लगाते समय या कपड़े धोते समय मुझे अपनी चूचियों को दिखा देती थी.
कामिनी के बूब्स देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता था.
एक दिन कामिनी बोली- आज मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है. आज मैं तुम्हारे रूम में सो जाती हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.
वो मेरे रूम में मेरे बिस्तर के पास अपना बिस्तर लगा कर बाहर चली गई.
रात को जब वो कमरे में आई, तो उसे देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.
मेरे दिमाग में उसकी चूत चुदाई के सपने घूमने लगे थे.
उस दिन उसने नाईटी पहनी हुई थी. वो बहुत हॉट लग रही थी.
मैंने लोअर पहन हुआ था. उसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.
कुछ देर बाद वो लेटने लगी, तो उसने लेटने से पहले नाईट बल्ब ऑन कर दिया और लेट गई.
कामिनी ने अपनी आंखें मूंद लीं.
मगर मुझे आज नींद कहां आने वाली थी. मैं तो बस उसी को देखे जा रहा था.
कुछ ही देर में कामिनी की नाइटी जांघों तक उठ गई और उसकी चूचियां मुझे गर्म करने लगीं.
एक घंटे तक तो मैं कामिनी को देख कर लंड सहलाता रहा.
इसके बाद मुझसे नहीं रहा गया तो मैं उसके बिस्तर पर पहुंच गया और उसके एक दूध को पकड़ कर दबाने लगा.
उसी समय वो एकदम से उठ गई और उसने कहा- ये तुम क्या कर रहे हो?
मैंने न जाने किस झौंक में कह दिया- कामिनी, मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा है. मुझे आज तुमको चोदना है.
वो मेरी आंखों में देखने लगी, फिर बोली- नहीं, ये गलत है. मैं ऐसा नहीं कर सकती.
मैंने कहा- मुझे कुछ नहीं पता कामिनी तुम मुझे आज रोको मत.
मैं उसके दूध दबाए जा रहा था.
कुछ ही पलों में कामिनी भी गर्म हो चुकी थी.
मेरे सामने उसने भी समर्पण कर दिया और अपने हाथ ढीले कर दिए. वो बोली- तुम किसी को बोलोगे तो नहीं!
मैंने कहा- कभी नहीं कामिनी … ये भी कोई बोलने वाली बात है?
कामिनी ने मुझे देखा और आंख मार दी, तो मैं उस पर टूट पड़ा.
अब मैं कामिनी के होंठ चूसने लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी.
उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी थी. मैं किस किए जा रहा था.
मैंने उसके दूध दबाते हुए कहा- अब कपड़े उतार दो कामिनी.
उसने अपनी नाईटी को खोल दिया. अन्दर कामिनी ने ब्लैक कलर की ब्रा पहन रखी थी. उसकी गोरी चूचियां काली ब्रा में बड़ी मस्त लग रही थीं.
मैंने उसकी ब्रा से एक दूध निकाला और उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.
कामिनी ने ब्रा के हुक खोल दिए.
उसकी चूचियों पर काले निप्पल बहुत हॉट लग रहे थे.
मैं मस्ती से कामिनी के एक निप्पल को पी रहा था और दूसरे दूध को मसल रहा था.
कामिनी ने नीचे अन्दर ब्लैक पैंटी पहन रखी थी.
मैं पैंटी के ऊपर से चूत की चुम्मी करने लगा और चाटने लगा.
कामिनी ‘आह आह …’ करने लगी थी.
उसका हाथ मेरे सर को अपनी चूत पर दबाए जा रहा था.
पर मैं ऊपर सरक कर उसके पेट को किस करते हुए नाभि में जीभ घुसाने लगा.
इससे वो और गर्म होने लगी.
नाभि से होते हुए जब मैं उसकी चूत पर वापस आया तो पूरी पेंटी चूत के पानी से गीली हो चुकी थी.
मैंने कामिनी की चड्डी को हटा दिया.
बड़ी मादक खुशबू थी उसकी चूत की!
उसने अपनी चड्डी से चूत को पौंछ दिया और मुझे चूत चाटने का इशारा करने लगी.
मैंने कामिनी की खुली चूत को देखा तो उसकी चूत पर हल्के हल्के काले रंग की झांटें उगी थीं.
कामिनी की चूत बहुत हॉट लग रही थी, मेरे मुँह में पानी आ गया.
मैंने उसकी दोनों टांगें खोल दीं और उसके पैरों के बीच में बैठ गया.
कामिनी की जांघें पकड़ कर मैंने चूत में मुँह घुसा दिया.
कामिनी की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी. इससे चूत बहुत खट्टी और नमकीन लग रही थी.
मुझे चूत चाटने में बहुत मजा आ रहा था. मैं किसी कुत्ते की तरह कामिनी की पकौड़ी सी फूली चूत को चाटे जा रहा था.
वो आह आह करके मेरे सर को अपनी चूत में घुसेड़ लेने की कोशिश कर रही थी.
इस समय कामिनी के शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था.
उसके खुले हुए मम्मे, चिकनी जांघें और गोरी चूत बहुत ही मस्त लग रही थीं.
अपनी जिन्दगी में पहली बार मैं कामिनी को रियल में नंगी देख रहा था.
मैं उसके भरे हुए दूध देख कर कुछ ज्यादा ही पागल हो रहा था.
मुझे रहा न गया और चूत छोड़ कर मैं कामिनी के मम्मों पर टूट पड़ा.
मैं अपने दोनों हाथों से कामिनी के दोनों मम्मों को पकड़ कर उनका रस पीने में और मसलने लग गया था.
कामिनी- आह और जोर से मसलो मेरे चूचों को … पी लो … खा जाओ इन्हें!
इस समय कामिनी चुदासी होकर अंटशंट बोले जा रही थी.
थोड़ी देर में कामिनी उठकर मेरा लंड हिलाने लगी.
उसके बाद मैंने उसे लंड मुँह में लेने को कहा.
पर वो मना करने लगी.
मैंने भी जोर नहीं दिया और मान गया.
मैं चुदाई में कभी किसी को फोर्स नहीं करता हूँ चाहे वो कोई रंडी ही क्यों न हो.
अब मैंने कामिनी को लिटा दिया और उसकी दोनों टांगें फैला दीं.
उसकी गुझिया सी भरी हुई गोरी चूत मेरे सामने खुली हुई थी.
मैंने देर न करके लंड को चूत पर रखा और एक झटके में अन्दर घुसेड़ दिया.
उसकी चूत बहुत गीली हो चुकी थी, तो मेरा लंड सरसराता हुआ अन्दर तक घुसता चला गया.
मैं समझ गया कि कामिनी पहले चुद चुकी है.
मैंने उससे पूछा तो उसने हंस कर हां में सर हिला दिया कि वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुदती थी मगर अभी काफी दिनों से नहीं चुदी थी.
आज काफी दिन बाद लंड लेने से उसको दर्द होने लगा था.
वो कराहती हुई बोली- आह मर गई … थोड़ा बाहर निकालो … मुझे दर्द हो रहा है.
मैंने कामिनी की एक न सुनते हुए लंड अन्दर बाहर करना चालू कर दिया और कामिनी को चोदने लगा.
जब चूत में अन्दर लंड घुसा था तो मैं कहां रुकने वाला था.
मैं कामिनी के दोनों दूध पकड़ कर उसे जोर जोर से चोद रहा था.
कामिनी की बहुत तेज आवाजें आ रही थीं.
मैं उसकी मादक आवाजें सुनकर और भी उत्तेजित हो रहा था.
करीब दस मिनट की चुदाई के बाद कामिनी बोली- नक्ष, मुझे तेरे ऊपर आकर चुदाई करवानी है.
अब वो मेरे ऊपर आ गई.
उसके बाद उसने खुद लंड पकड़ कर अपनी चूत में सैट किया और उसके ऊपर बैठ कर झटके देते हुए लंड चोदने लगी.
मुझे भी मजा आ गया.
उछल उछल कर कामिनी लंड चूत में ले रही थी जिससे उनके दूध उछल रहे थे.
कामिनी के उछलते हुए मम्मों को देख कर मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
मैं उसके दूध मसलने लगा.
कामिनी बोले जा रही थी- आह और चोदो मुझे … बहुत दिनों के बाद चुद रही हूँ मैं … आह बहुत सुकून मिल रहा है.
करीब 15 मिनट के बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
कामिनी की चूत मेरे मुँह पर थी और मेरा लंड उसके गालों को छू रहा था.
जितनी तेज तेज मैं उनकी चूत चाटता, उतनी तेजी से वो मेरा लंड के आसपास किस कर रही थी, मगर मुँह में नहीं ले रही थी.
पांच मिनट चूत चाटने के बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया और पीछे से इसकी गोरी गांड देख कर मैं उत्तेजित हो गया.
मेरे सामने कामिनी के चूतड़ों में फंसा उसकी गांड का छेद लुपलुप कर रहा था.
गांड के नीचे कामिनी की लम्बी चूत भी फड़क रही थी.
मेरा मन बहक गया.
मैंने चूत में लंड डालने की जगह उसकी गांड में लंड घुसा दिया.
वो एक ही झटके में नीचे गिर गई और दर्द से कराहने लगी. मुझ पर गुस्सा होने लगी.
कामिनी बोलीं- हट जा … मुझे नहीं करवाना कुछ भी … तुमने गांड में लंड क्यों डाला!
मेरा लंड उसकी गांड से निकल गया.
मैंने उसके होंठों को किस किया और कहा- जान … तुम्हारी गांड बहुत मस्त लग रही थी. इसलिए खुद को रोक ही नहीं पाया. प्लीज मुझे अपनी गांड मार लेने दो.
वो बोलीं- नहीं … गांड नहीं … चूत में ही कर ले.
मैं बातें करते हुए उसकी गांड में उंगली करने लगा.
वो मना किए जा रही थी.
मैंने तेल की शीशी उठाई और उंगली में तेल लगा कर पहले गांड ढीली करना शुरू कर दी.
थोड़ी देर में गांड ढीली हो गई
मैंने लंड पर भी तेल लगा लिया था.
फिर मैंने उसे वापस घोड़ी बनाया और गांड में लंड डाल दिया.
गांड फाड़ चुदाई में काफी देर तक दर्द हुआ मगर बाद में उसको अच्छा लगने लगा.
बस कुछ ही सेकंड बाद मैं मस्ती से कामिनी की गांड मार रहा था.
अब तो वो खुद पीछे हो हो कर खूब मस्ती से अपनी गांड मरवा रही थी.
मैं भी धकापेल लंड गांड में पेले जा रहा था.
कुछ मिनट बाद मैंने लंड निकाला और एकदम से चूत में डाल कर तेजी से सेक्स करने लगा.
कामिनी बोली- नक्ष, मेरा होने वाला है.
मैं और तेज झटके लगाने लगा.
कामिनी हवस में गालियां देना लगी- चोद साले कमीने …. आह आज मेरी चूत को फ़ाड़ दे …. पूरा अन्दर तक पेल कर चोदो और अन्दर डाल कुत्ते हरामी आनंह चोद मुझे … फ़ाड़ दे अपनी कामिनी की चूत आंह मुझे अपना बना ले बस.
मैं भी बोलने लगा- ये लो साली और चुद … आज तेरी चूत गंड दोनों फाड़ूंगा … आह और अन्दर ले साली कमीनी … आज तेरी सारी गर्मी निकाल दूँगा … बहुत गर्मी है तेरी चूत में.
कामिनी बोली- आंह मैं आ रही हूं नक्ष … आह.
मैं बोला- हां मेरी जान कामिनी … आंह मेरा भी होने वाला है … जल्दी बोलो, रस कहां निकालूं?
कामिनी बोली- अन्दर ही डालो नक्ष.
हम दोनों तेज तेज करने लगे.
तभी कामिनी ने मुझे जोर से भींच लिया.
उसके नाखून मेरी पीठ पर गड़ गए और हम दोनों एक साथ झड़ गए.
मेरे लंड की पिचकारी कामिनी अन्दर महसूस कर रही थी.
मैं लंड को अन्दर फुला रहा था.
कामिनी बोली- नक्ष, यार क्या कर रहे हो … बहुत मस्त लग रहा है. ऐसा लग रहा है, जैसे तुम अन्दर रुक रुककर पिचकारी मार रहे हो.
मैंने कामिनी की पूरी चूत मेरे वीर्य से भर दी.
फिर मैंने लंड बाहर निकाला तो हम दोनों का पानी बाहर आने लगा.
कामिनी की चूत से बहुत सारा पानी बाहर आ गया था.
कामिनी बोली- नक्ष मेरा इतना पानी कभी नहीं निकला.
फिर हम लोग नंगे ही लेट कर बातें करने लगे.
कामिनी ने पूछा- अब तक कितनी चोद चुके हो?
मैंने कहा- तुम तीसरी थी.
कामिनी- अरे वाह … तुम तो चोदने में बहुत एक्सपर्ट हो. मुझे भी लगा कि तुम पहली बार नहीं चोद रहे हो. किधर से सीखा?
मैं- ये सब मैंने पोर्न मूवी में देखा था … लेकिन तुमको चोद कर मुझे बहुत मजा आया. तुमको चोदने का मेरा सपना था, जो आज पूरा हो गया.
कामिनी- तुम बहुत कमीने हो, तुम हमेशा मेरे मम्मों में झांकते थे, तभी मुझे पता चल गया था कि तुम मुझे चोदना चाहते हो.
मैंने कहा- और तुम कौन सी कम हो … तुम भी तो मुझे अपने मम्मों की झांकी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हो.
कामिनी हंस पड़ी और बोली- हां रे … मेरा दिल आ गया था तेरे पे!
हमारे बीच ऐसी ही बातें होती रहीं.
मैं कामिनी के बोबे दबा रहा था.
कुछ ही देर में मेरा मूड फिर से बन गया.
मैं और कामिनी कुर्सी से कुर्सी सटाकर सामने सामने बैठ गए और कामिनी के पैर खोल कर चूत के अन्दर लंड घुसा दिया.
कामिनी ने मेरे हाथ कसके पकड़ रखे थे और लंड चूत में अन्दर रगड़ खाने लगा था.
मैंने चूत में धीरे धीरे झटके देने शुरू कर दिए. इससे कामिनी एकदम से गर्मा उठी.
वो खुद से झटके मारने लगी और बोली- आह मजा आ रहा है … आह जोर जोर से चोदो प्लीज.
मैं जोश में आ गया और स्पीड में चुदाई करने लगा. मैं इस वक्त बहुत तेज चोद रहा था.
बीस मिनट चूत चोदने के बाद मैंने कामिनी को दीवार के सहारे से खड़ा कर दिया.
उसका एक पैर ऊपर की ओर उठाया और आगे से लंड को उसकी चूत में डाल दिया.
अब पोजीशन ये थी कि उनका एक पैर मेरे हाथ में, दूसरे हाथ में उसका गला था.
मैं ताबड़तोड़ चोदने लगा.
क्या बताऊं दोस्तो, मुझे कितना मजा आ रहा था. पूरा रूम चुदाई की आवाज से गूंज रहा था.
मैं कामिनी को चोदे जा रहा था.
कुछ और मिनट बाद मेरा और कामिनी का एक साथ पानी छूट गया.
हम लोग पसीने से नहा गए थे.
कामिनी थक गई थी, लेकिन बहुत ख़ुश नजर आ रही थी.
उस रात एक बार और चुदाई हुई, फिर हम दोनों सो गए.
अब यह बिहारी सेक्स … चुदाई का खेल, हम दोनों का रोज का काम हो गया था.
हम दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन कामिनी का रिश्ता कहीं और तय हो चुका था इसलिए वो भी मजबूर थी.
वो अपने मम्मी पापा के खिलाफ नहीं जाना चाहती थी.
दोस्तो, मेरी हॉट गर्ल बिहारी सेक्स कहानी कैसी लगी?
मुझे मेल करके जरूर बताएं जिससे मैं अगली सेक्स कहानी और अच्छे से लिख सकूं.
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