हॉट कजिन चुदाई कहानी में मेरी सहेली अपनी बुआ के बेटे के बड़े लंड से चुद कर चूत फाड़ चुदाई का मजा ले गयी. उसने बताया कि उसकी अम्मी भी उस लंड से चुद चुकी थी.
मेरे प्यारे दोस्तो, मैं रेहाना अपनी एक सहेली अहाना की एक सच्ची कहानी सुना रही हूँ।
आप अहाना के शब्दों में ही यह हॉट कजिन चुदाई कहानी पढ़ें.
मैं 22 साल की एक मस्त नौजवान लड़की हूँ. खूबसूरत हूँ, हॉट हूँ और बोल्ड भी!
मेरा एक भाई है वह सिंगापुर में काम करता है।
यहाँ मैं अपनी अम्मी और अब्बू के साथ रहती हूँ।
मेरी दो फूफी जान हैं और दो खाला जान भी!
साथ में उनकी बेटियां और बेटे भी हैं।
मेरे तीन चचा जान भी हैं।
उनके भी बेटियां और बेटे हैं।
हमारे यहाँ इन सब के बीच में ही आपस में निकाह हो जाता है।
निकाह होने से नए रिश्ते बन जाते हैं।
बहनें बीवियां बन जातीं हैं और भाई जान शौहर बन जाते हैं।
अम्मी खाला फूफी चची जान सब सास बन जाती हैं।
बेटियां एक दूसरे की बहुएं बन जाती हैं।
छोटी लड़कियां सालियाँ बन जाती हैं और लड़के जेठ या देवर बन जाते हैं।
अब्बू लोग एक दूसरे की बेटियों के ससुर बन जाते हैं, आपस में एक दूसरे के समधी समधिन बन जाते हैं।
जो रिश्ता पहले बाप बेटी का, चचा भतीजी का, मामू भांजी का होता है वही रिश्ता ससुर बहू का हो जाता है।
वहीं दूसरी तरफ बेटियां कभी अपनी अम्मी जान की भाभी बन जाती हैं.
कभी देवरानी या जेठानी हो जाती हैं तो कभी ननद हो जाती हैं.
और कभी कभी तो सौत भी बन जाती हैं।
इस तरह आपस में ही चुदाई के कई रिश्ते भी पैदा जाते हैं और फिर आपस में ही खूब घपाघप, भकाभक, धकाधक चुदाई होने लगती है।
रात में अक्सर तो पता ही नहीं चलता कि लोग बेटियां चोद रहे हैं या बहुएं चोद रहे हैं या दूसरों की बीवियां चोद रहे हैं।
औरतों को भी पता ही नहीं चलता की कि अपने देवर से चुदवा रही हैं या अपने दामाद से चुदवा रही हैं या जेठ से चुदवा रही हैं या फिर अपने ससुर का लंड पेलवा रही हैं।
कुछ भी हो … लेकिन ऐसे में चुदाई का मज़ा सबको खूब आता है।
कोई भी किसी की भी बुर चोदने में कोई कसर नहीं छोड़ता!
बस जिसकी बुर मिलती है उसी में लौड़ा पेल देते हैं।
इसीलिए हम सबने भी एक फार्मूला बना लिया है कि बस पेलवाये जाओ लंड और चुदवाये जाओ बुर!
दो साल पहले की बात है।
मैं अपना मोबाइल लिए बैठी थी।
अचानक उसकी घण्टी बजने लगी तो मैं एक तरफ कोने में जाकर बात करने लगी।
मैंने कहा- हां भोसड़ी की, बहुत दिन के बाद तूने फोन किया? चलो कोई बात नहीं … हां उसे भी जानती हूँ और उसके लंड को भी जानती हूँ. मोटा है उसका! नहीं यार … मुझे झांट भर के लंड बिल्कुल पसंद नहीं … उसकी माँ की चूत … वो बुर चोदी बातें बहुत करती है बस! गांड उसकी जल्दी फटती है … ज़फर का लौड़ा बहन चोद बड़ा मोटा है … तेरी चूत का भोसड़ा बन जायेगा … हां हां वह एक अच्छी लड़की है … वो तो मादरचोद अपने दोस्तों की माँ चोदता है … पहले तुम पकड़ के देखो फिर मुझे बताना … हां यार, मैं भी चुदवा लूंगी अपनी माँ … ठीक … किसी दिन तेरी माँ चोद दूँगी … ओके!
बात ख़त्म हुई और जैसे ही पीछे मुड़ी तो देखा कि मेरी अम्मी जान खड़ी हैं।
वे मेरी बातें सुन रहीं थीं।
मैं जो बोल रही थी उसे अम्मी जान ने बड़े गौर से सुन लिया।
मैं थोड़ा सहम गयी, थोड़ा डर गई।
अम्मी आगे बढ़ी और मेरे गाल थपथपाकर बोली- तू तो गालियां बहुत बढ़िया देने लगी है बुरचोदी अहाना! अब तू यह भी बता दे कब चुदवा रही है तू अपनी माँ का भोसड़ा? मैं तो उस दिन का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार रही हूँ।
मैंने कहा- नहीं अम्मीजान, ऐसी कोई बात नहीं … मैं तो बस अपनी सहेली से हंसी मजाक कर रही थी।
वे बोली- पर मैं तो बहुत खुश हूँ कि तू अब लंड की बातें करने लगी है, लंड का मज़ा लेने लगी है। अब तू भोसड़ी वाली पूरी तरह जवान हो गयी है। तेरी चूत मेरी चूत बराबर हो गई है। आज से तू मेरी बेटी नहीं, मेरी दोस्त हो गयी है।
अम्मी जान मुस्काराती हुई चली गईं लेकिन मेरी चूत की आग भड़क गई।
इन सब बातों से मेरे तन मन से गुदगुदी होने लगी।
उस दिन से मैं अम्मी जान से पूरी तरह खुल गयी।
मेरी अम्मी जान बेहद खूबसूरत मस्त जवान और एकदम गोरी चिट्टी हैं। उसकी गांड के पीछे जाने कितने लोग लगे रहते हैं।
मैंने बड़ी बारीकी से देखा है कि कुनबे के सारे लोग अपना अपना लंड अम्मी जान को पकड़ाने के फिराक में घूमा करते हैं लेकिन अम्मी जान सबको भाव नहीं देती।
अम्मी केवल मोटे लंड वालों को ही भाव देती हैं।
एक दिन मैं खाला जान के घर चली गई।
उसकी बेटी निदा मेरी खास दोस्त है।
उसने मुझे रात को रोक लिया। मैं भी बड़े प्यार से रुक गयी।
रात को खाना वगैरह खा करके बिस्तर में लेटे लेटे हम दोनों खूब गन्दी गन्दी बातें करने लगीं।
खूब लंड बुर चूत भोसड़ा की बातें करने लगीं।
ऐसा करते करते रात का 1 बज गया।
तभी अचानक उसकी अम्मी यानि मेरी खाला के कमरे से कुछ आवाज़ आयी।
हम दोनों ऊपर से खिड़की से झांक कर अंदर देखने लगीं।
हमने देखा कि हमारी फूफी जान का बेटा आरिफ एकदम नंगे बदन लेटा हुआ है।
वह 23 साल का था और एक ढीली नेकर पहने हुए था। वह जग रहा था।
खालाजान अपने सारे कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी उसके सामने आ गईं।
मैंने उसे पहली बार नंगी देखा था।
मेरे मुंह ऐसे निकला- यार निदा, तेरी अम्मी जान तो गज़ब की हसीन लग रही हैं। इसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ कितनी रसीली और हॉट लग रही हैं यार? क्या मस्त भोसड़ा है तेरी अम्मी का निदा! और क्या मस्त गांड है तेरी बुर चोदी अम्मी जान की!
निदा ने मेरे कान में कहा- मेरी अम्मी जान भोसड़ी वाली गैर मर्दों के लंड की बड़ी दीवानी हैं। बड़ी चुदक्कड़ है मेरी हरामजादी अम्मी जान! मैं पहले भी उसे ग़ैरों से चुदवाते हुए देख चुकी हूँ।
इतने में खाला आरिफ की बगल में बैठ गयी और उसकी नेकर एकदम से खींच कर उतार दी।
अब आरिफ पूरा नंगा हो गया।
उसका लंड टन्न से खड़ा हो गया।
लंड देख कर मैं दंग रह गयी।
खाला ने लंड बड़े प्यार से पकड़ा उसे हिलाया और झुक कर चूमा।
लंड की चुम्मी जिस तरह से उसने ली वह वाकयी देखने काबिल था।
फिर लंड साला बढ़ने लगा।
बढ़ते बढ़ते इतना बड़ा हो गया जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी।
लंड बहन चोद बड़ा लम्बा निकला और मोटा भी!
मेरे मुंह में पानी आ गया।
मेरी इच्छा हुई कि मैं अभी अंदर जाकर खाला के साथ लंड पकड़ कर चूमूँ, उसे अपने गले से लगाऊं, अपने मुंह में लूँ और खूब मस्ती से चूसूं।
आरिफ भाई जान का बिना झांट का चिकना चिकना लंड मुझे बहुत बढ़िया लगा।
मैं यह भी सोचने लगी कि मेरी उम्र के लड़के का लंड जब अभी से इतना बड़ा है तो आगे चल कर और कितना बड़ा हो जाएगा?
यह सच है दोस्तो कि आरिफ के लंड ने मेरा दिल जीत लिया।
मेरी निगाहें तो आरिफ के लंड पर टिक गईं।
निदा भी बड़े गौर से आरिफ का लंड देखने लगी और अपनी अम्मी जान को भी देखने लगी कि वह किस तरह से लंड का इस्तेमाल करेगी।
इधर मेरे भी बूब्स खुल गए और निदा के भी।
वह मेरे मम्मे दबाने लगी और मैं उसके मम्मे!
तब तक उधर आरिफ ने खाला को नीचे लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ बैठा।
उसने अपना मोटा लंड पेल दिया खाला के भोसड़े में!
खाला के मुंह से चीख निकल पड़ी- हायल्ला बड़ा मोटा है तेरा भोसड़ी का लंड बेटा आरिफ! यह तो मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा देगा. तेरी माँ ठीक ही कह रही थी कि मेरे बेटे का लंड पेलवाओगी तो तेरी बुर फट जाएगी भाभी जान!
खाला के मुंह से यह बात सुन कर मैं सोचने लगी कि क्या फूफी जान ने अपने बेटे का लंड पकड़ा है? क्या उसने अपने बेटे से भी चुदवाया है?
वैसे मैं कई ऐसी औरतों को जानती हूँ जो अपने बेटे से भी चुदवा लेतीं हैं।
उधर आरिफ खाला की चूत घपाघप चोदने में जुट गया।
खाला भी बड़ी मस्ती से चुदवा रही थी; खूब मजे ले ले कर चुदवा रही थी।
इधर निदा मेरी चूत में उंगली कर रही थी और मैं निदा की चूत में!
हम दोनों ही मादरचोद बिल्कुल नंगी थीं और नंगी नंगी खाला की चुदाई देख रही थी।
आरिफ बड़ी देर तक चोदता रहा।
कुछ देर बाद जब वक चित लेटा तो उसका लंड आसमान ताकने लगा।
ऐसे में लंड वाकयी बड़ा लाजवाब लग रहा था।
खाला जान उसी लंड पर बैठ गयी।
लंड गच्च से उसकी चूत में घुसा और वह भी झुक कर लंड पर अपनी गांड उठा उठा के पटकने लगी।
मैं समझ गयी की खालाजान बुरचोदी महा चुदक्कड़ औरत है।
उसे अपने बेटे के बराबर लड़के से चुदवाने में कोई शर्म नहीं।
ऐसी ही हरामजादी बेशरम औरतें अपने बेटों से भी अपने जिस्म की हवस मिटाने के लिए चुदवा लेती हैं।
आखिर में मैंने जब खाला को झड़ता हुआ लंड चाटते हुए देखा तो वाकयी बड़ा मज़ा आया।
फिर हम दोनों सो गयीं और सवेरे 8 बजे उठी।
उसके बाद मैं अपने घर चुपचाप चली गयी।
मेरे साथ निदा भी थी।
मुझे देखते ही अम्मी बोली- कहाँ गांड मरा रही थी तू अपनी अहाना?
मैंने कहा- मैं गांड नहीं मरा रही थी अम्मी जान!
इतने में निदा बोल पड़ी- मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदा रही थी खाला जान!
अम्मी फिर बोलीं- देखा अहाना, एक निदा है जो अपनी माँ बड़े प्यार से चुदवाती है और एक तू है बुरचोदी जिसे अपनी माँ चुदाने की फुर्सत ही नहीं! पता नहीं किसका लंड हिलाया करती है तू?
मैंने कहा- अरी मेरी हरामजादी अम्मीजान, असली बात यह है कि कल रात भर फूफी के बेटे आरिफ ने खाला का भोसड़ा चोदा। हम दोनों ने छुप छुप कर उसकी पूरी चुदाई देखी. क्या मस्त लौड़ा है फूफी के बेटे आरिफ का अम्मीजान … एकदम अजगर सांप की तरह मोटा और लंबा!
अम्मी बोली- हां हां सब पता है मुझे! निदा की अम्मी ने मुझे सब बता दिया है। उसको मालूम है कि तुम दोनों ने उसकी चुदाई देखी है। वह तो तुम लोगों को दिखा दिखा कर और ज्यादा मस्ती से चुदवा रही थी। मगर ये बताओ मुझे क्या तुम लोगों की चूत में आग नहीं है? आग होती तो फ़ौरन कूद पड़ती उसकी चुदाई में! इतना बढ़िया लंड देख कर कौन भोसड़ी वाली बिना चुदे रह जाती? मैं तेरी जगह होती तो लंड अपनी अम्मी की बुर से निकाल कर अपनी बुर में पेलवा लेती। निदा तू बता भोसड़ी वाली लंड की तुझे ज्यादा जरुरत है या तेरी माँ को?
निदा ने कहा- मुझे ज्यादा जरूरत है लंड की खाला जान! अब मैं आगे से ऐसा ही करुँगी। उसकी चूत से लंड निकाल कर अपनी चूत में पेला करूंगी।
मैंने कहा- मैं तो आज ही आरिफ भाई जान का लंड अपनी बुर में पेलूँगी। जब से मैंने उसका लंड देखा है तबसे मुझे चैन नहीं मिल रहा है।
अम्मी ने कहा- तुम्हें मालूम है अहाना कि उसका लंड इतना बड़ा और मोटा क्यों है?
मैंने कहा- अच्छा, तो तुम्हें कैसे मालूम हुआ कि आरिफ का लंड इतना बड़ा है?
अम्मी ने कहा- अहाना, मैं तेरी माँ हूँ। निदा की माँ चोदने के पहले, आरिफ ने तेरी माँ का भोसड़ा चोदा था। तब मैंने उसके लंड का पूरा मज़ा लिया था. इसलिए मैं उसके लंड के बारे में सब कुछ जानती हूँ। एक राज़ की बात मैं बता रही हूँ जो मेरी ननद यानि आरिफ की माँ ने मुझे बताया था। आरिफ का असली बाप दुबई का एक शेख है जिसका लंड 9″ का था और मोटा 5″ का। आरिफ की माँ उसके लंड पर मर मिटी। उसका लंड अपने बुर में पेलवाने के लिए बेताब हो गईं और आखिरकार लंड पेलवा ही लिया। उसने खूब मस्ती से उस शेख़ से चुदवाया। आरिफ की माँ ने चुदवाते हुए खुदा से दुआ की थी कि मेरे बेटे का लंड भी इतना ही बड़ा और मोटा हो। बस वह प्रगनेंट हो गयी और खुदा ने उसकी दुआ कुबूल कर ली। तभी आरिफ को इतना बड़ा लंड मिला। आरिफ का लंड अपने असली बाप के लंड पर गया है।
अम्मी जान की इस बात में मेरी उत्तेजना और बढ़ा दी।
मैं मौक़ा देख कर सीधे फूफी जान के घर पहुँच गयी।
दरवाजा खुला तो मैं अंदर घुस गयी।
मैंने आरिफ भाई जान को देखा।
वह बहुत ही स्मार्ट और हैंडसम लग रहा था।
मुझे देखते ही वह बोला- अरे तू अहाना इतनी बड़ी हो गई! तू तो मस्त जवान हो गई यार! बड़ी हसीन भी हो गयी हो। मैं तुम्हें बहुत दिनों के बाद देख रहा हूँ।
मैंने बड़े अदब से कहा- तुम भी तो बड़े हैंडसम हो गए हो भाईजान! जाने कितनी लड़कियां तुम फ़िदा हो गई होंगी अब तक।
वह हंसने लगा और तब तक फूफी जान आ गई।
वे बोली- अरे अहाना, अच्छा हुआ कि तुम अभी आ गयी। देखो मैं बाहर जाने वाली हूँ। अब तुम दोनों मिलकर बातें करो मैं अपनी फ्रेंड के घर जा रही हूँ आज उसके यहाँ एक स्पेशल पार्टी है। ऐसा कह कर फूफी जान चली गयी।
मुझे मौक़ा मिल गया।
घर में केवल मैं थी और आरिफ भाई जान।
मैंने तो अपनी बाहें उसके गले में डाल दी और उसके गाल चूम कर बोली- भाई जान, तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो। सच पूछो तो मैं तुम्हे चाहने लगी हूँ। तुमसे प्यार करने लगी हूँ।
वह भी बोला- अहाना, तुम भी बहुत अच्छी और खूबसूरत लग रही हो।
उसने अपना हाथ मेरे बदन पर फिराया तो मैं सिहर उठी। मेरे बदन में सुरसुरी होने लगी।
उसका हाथ जब मेरे बूब्स पर आया तो मैं निढाल हो गई।
उसके मुंह से निकला- सच में तुम जवान हो गई हो अहाना!
उसने मेरे बूब्स बड़े प्यार से खोला और मस्ती से दबाने लगा, चूमने लगा मेरे बूब्स!
उसका ऐसा करना हुआ कि मैं मस्ती से भर उठी। मेरा जोश बढ़ गया।
मेरी हिम्मत बढ़ गयी और फिर मैं अपने आपको रोक नहीं सकी।
मेरा हाथ उसका लंड टटोलने लगा।
लंड बहन चोद खड़ा था।
मुझे उसके मन की बात मालूम हो गयी।
लंड चीज ही ऐसी है जो मन की बता देता है।
मैंने लंड को ऊपर से ही दबाकर कहा- ये मुझे दे दो भाई जान … मैं इसका दीदार करना चाहती हूँ। मैं इसे देखने के लिए बेताब हूँ।
उसकी बनियान मैंने उतार दी तो वह ऊपर से नंगा हो गया।
मैंने उसकी चौड़ी छाती पर मस्ती से हाथ फिराया।
छाती वाकई बड़ी सेक्सी लग रही थी।
और फिर पजामा का नाड़ा खोल दिया।
नाड़ा खुलते पजामा नीचे गिर पड़ा और वह एकदम नंगा हो गया मेरे आगे!
मैंने फटाक से घुटने में बल बैठ कर उसका लंड पकड़ लिया और ताबड़तोड़ उसकी कई चुम्मियाँ ले लीं।
मेरी बेताबी देख कर उसका लंड और तन कर खड़ा हो गया।
मैं गनगना उठी उसका लंड देख कर! मैं यह सोच कर और मस्त हो गयी कि मैंने जिस लंड को दूर से देखा था आज वही लंड मेरे हाथ में है।
मैंने अपने पर्स से इंची टेप निकाला और लंड का साइज नापने लगी।
लंड का साइज साला 9″ x 5″ का निकला।
मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा।
मेरे मुंह से निकला- बाप रे बाप इतना बड़ा लंड? इतना मोटा लंड? इतना खूबसूरत लंड भाई जान? खुदा ने बड़े इत्मीनान से बनाया है तेरा लंड भाई जान!
मैं मजे से चाटने और चूसने लगी लंड।
फिर वह मुझे हॉट कजिन चुदाई के लिए अपने बेड पर ले गया।
मेरा पजामा खोल कर मुझे पूरी तरह नंगी कर दिया।
मैं भी उसके सामने नंगी होकर बड़ा गुमान करने लगी, वह मेरी बुर चाटने लगा।
हम दोनों वासना में डूब चुके थे।
उसने कहा- अहाना, तेरी चूत तो बड़ी टेस्टी है बहनचोद!
मैंने जवाब दिया- अरे भाई जान, ये तो साली तेरी ही है, जो चाहो करो।
उसने फिर देर नहीं लगायी और पेल दिया अपना मस्ताना लंड।
मैं चिल्ला पड़ी- उई माँ … मर गयी मैं! फट गई मेरी बुर! बड़ा मोटा है तेरा भोसड़ी का लंड! बाप रे बाप … यह तो मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा।
वह बोला- अब जो भी हो … मैं तुझे खूब हचक हचक के चोदूंगा, अहाना। मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने कल तेरी माँ का भोसड़ा चोदा था। आज तेरी बुर चोद रहा हूँ। तू भी बुर चोदी अपनी माँ की तरह बड़ी चुदक्कड़ है अहाना।
मैंने कहा- हां हां मैं चुदक्कड़ हूँ भोसड़ी के आरिफ, तेरी माँ की चूत … तेरी बहन की बुर … मैं चुदक्कड़, मेरी माँ चुदक्कड़। तू भी बहनचोद जहाँ जाता है वही पेल देता है अपना लंड! कल तूने मेरी खाला की फुद्दी में पेला था लंड! आज मैं तेरे लंड की चटनी बनाउंगी। भून डालूंगी तेरा मादरचोद लंड अपनी चूत में डाल कर! मेरी चूत बड़ी ज़ालिम है, हर एक लंड को भुने हुए बैगन की तरह बाहर निकालती है मेरी चूत!
इन सब बातों से उसका लंड साला और फूल गया।
फिर क्या … उसने चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दी और मैं भी अपनी गांड उठा उठा के बराबर जवाब देने लगी।
बस कुछ देर में ही मेरी चूत ढीली हो गयी और उसका लंड भी उगलने लगा वीर्य … फिर हम दोनों बड़ी देर तक एक दूसरे से चिपके रहे।
तो दोस्तो, यह थी मेरी एक सच्ची हॉट कजिन चुदाई कहानी।
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