गे लव गांडू स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मुझे अपने दोस्त से प्यार हो गया था. वो बहुत ही स्मार्ट है, लड़कियां उसकी बहुत दीवानी रहती हैं. मैं उसका दीवाना था, उससे गांड मरवाना चाहता था.
दोस्तो, कैसे हैं आप सब लोग!
ऊपर वाले की कृपा से सब अच्छे ही होंगे.
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बस स्टैंड पर मिला हरियाणवी फौजी
आपने पढ़ी, पसंद की,
धन्यवाद.
अब मैं आप लोगों का प्यारा जइन खान उर्फ़ ज़ैनी वापस अपने प्यारे से बॉयफ्रेंड से अपनी गांड चुदाई की गे लव गांडू स्टोरी लेकर हाजिर हूँ.
प्रीत मेरा प्यारा सा लव है.
मैं उसे बहुत प्यार करता हूँ.
प्रीत राजस्थान का रहने वाला था मगर वो मुंबई में रहता है.
वो 26 साल का जवान लड़का है और उसे मॉडलिंग का बहुत शौक है.
वो मुंबई में अकेले ही रहते हैं. उन्होंने भाड़े पर एक फ्लैट ले रखा है.
वो बहुत ही स्मार्ट लगते हैं. लड़कियां उनकी बहुत दीवानी रहती हैं.
मुझे तो आप लोग जानते ही होंगे, मैं आप लोगों का प्यारा सा ज़ैन गे बॉटम हूँ. मेरी उम्र 22 साल है.
मैं वैसे तो ज्यादा स्मार्ट नहीं हूँ, पर ठीक हूँ.
बिस्तर में मैं अच्छे अच्छों को सेक्स के लिए पागल कर देता हूँ.
लोग मेरे साथ सेक्स करने के लिए बेताब रहते हैं … मैं सेक्सी ही इतना हूँ कि क्या करूं.
मेरी और प्रीत की लव स्टोरी फेसबुक से शुरू हुई थी.
मुझे प्रीत जी से पहली बार बिना देखे ही इतना प्यार हो गया था कि आज तक किसी से नहीं हुआ.
मगर प्रीत जी की एक गर्लफ्रेंड भी थी.
मैं नहीं चाहता था कि प्रीत जी उस लड़की से मिले या उसे प्यार करें.
जब भी प्रीत मुझसे फेसबुक पर उस लड़की के बारे में बात करते थे तो मुझे बड़ा गुस्सा आ जाता था.
प्रीत जी से मैं बहुत ज़्यादा प्यार करने लगा था और शायद इसी वजह से मैं उन्हें किसी और का होते हुए नहीं देख सकता था.
मैं मेरठ से था और प्रीत मुंबई से … फिर भी मैं उन्हें बहुत प्यार करता था.
एक बार मैं प्रीत जी से बोला- प्रीत जी, मुझे आपके साथ रहना है.
तो वो बोले- ठीक है आ जाओ मेरे फ्लैट पर रह लेना.
मैं अपने जानू के प्यार में इतना पागल हो गया था कि उसी वक्त मैंने अपना टिकट तत्काल में बुक किया और मुंबई चला गया.
मुम्बई में हम दोनों साथ रहने लगे मगर मैं ये बिल्कुल नहीं चाहता था कि प्रीत जी अपनी गर्लफ्रेंड से मिलें या वो फ़ोन पर भी उससे बात करें.
तीसरे दिन शाम को प्रीत जी ने कुछ ज़्यादा ही ड्रिंक कर ली.
मैं उन्हें जैसे तैसे करके फ्लैट पर ले आया.
मैंने उन्हें बेड पर लेटाया, उनके जूते मोज़े उतारे … टाई निकाली और शर्ट के बटन खोले, बेल्ट निकाली.
मैंने उनका सर ऊपर किया और सर के नीचे तकिया लगा दिया.
प्रीत सोते हुए और भी ज़्यादा सेक्सी लग रहे थे.
वो मुझसे कपड़े उतरवाने में कुछ दिक्कत सी कर रहे थे.
मैं बार बार उन्हें छू रहा था ताकि उनके कपड़े उतार सकूँ.
मगर वो नशे में थे तो मेरी बात समझ ही नहीं रहे थे.
मैंने प्रीत जी से कहा- सुनो जानू … कपड़े तो उतार दो पहले, बाद में सोना.
वो हूँ हां करके नशे की हालत में लेट गए.
मैंने प्रीत की शर्ट निकाली, बनियान निकाली.
उफ्फ्फ … क्या बॉडी थी प्रीत जी की.
उनकी छाती पर घने बाल, बदन एकदम गठीला, चेहरे पर हल्की हल्की शेविंग!
मैं तो दीवाना हो रहा था … बस दिल कर रहा था कि प्रीत जी को अपने दिल में बसा लूँ, अपनी सांसों में बसा लूँ.
इतना प्यार मुझे आज तक किसी पर नहीं आया था, जितना लाइफ में मुझे प्रीत जी से हुआ.
मैंने डरते डरते प्रीत जी की बॉडी पर हाथ फेरा, तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया.
मुझे काफी अच्छा लगा. मैं उनका हाथ छुड़ा कर अलग होने लगा.
प्रीत जी ने कहा- कहां जा रही है?
मैंने कहा- कहीं नहीं बाबू, मैं यही हूँ.
तभी उन्होंने मेरा हाथ जो खींचा, मैं सीधा उनके सीने पर गिर पड़ा.
मैं यही तो एक अरसे से चाह रहा था.
मेरे तो मन ही मन लड्डू फूट रहे थे.
मुझे प्रीत जी ने थोड़ी देर अपने बदन से चिपकाए रखा, फिर मैंने दुबारा उठने की कोशिश की.
तो इस बार प्रीत जी ने मेरे होंठों को अपने होंठों से चिपका लिया.
मैं तो मानो बिल्कुल अब पागल सा हो गया था, आज मुझे मेरा प्यार मिल रहा था.
अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था.
मैं भी प्रीत जी के होंठों को, गालों को, कान को और गले को चाटने लगा.
प्रीत जी भी इस टाइम नशे में थे, वो बहुत सेक्सी मूड में होते जा रहे थे, बहुत रोमांटिक आवाज़ में मेरे लिए कुछ कुछ निकाल रहे थे ‘आह बेबी आहह … मेरी जान … ज़ैनी.’
हम दोनों में चुम्बन सुख का दौर चलने लगा.
कुछ ही देर में प्रीत जी ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरी पैंट के बटन खोलने लगे.
हम दोनों ही बहुत सेक्सी मूड में आ गए थे.
प्रीत जी ने मुझे पलट दिया और मैं उनके मुताबिक पलट गया.
मुझे उन्होंने झट से अपने नीचे लिटा लिया और खुद मेरे ऊपर आकर मेरे नंगे बदन को हाथ फेर कर सहलाने लगे.
उन्होंने मेरे होंठों पर एक बार फिर ज़ोर से किस किया और कहा- अपनी जीभ निकालो जान.
मैंने जीभ निकाली, तो प्रीत जी ने अपने मुँह में मेरी जीभ ले ली और मेरी जीभ को चूसने लगे.
आह … एकदम शहद सा मीठा स्वाद आने लगा था और मेरी गांड में चींटियां रेंगने लगी थीं.
फिर प्रीत जी ने मेरे कान में अपनी जीभ डाल कर चाटना शुरू किया, तो समझो मैं तो बौरा गया था. ऐसा लग रहा था मानो आज जैसे मुझसे ज़मीन पर रहा ही ना जाएगा.
सच में कितना हसीन पल था वो … मैं एकदम से मदहोश हो गया था.
उसके बाद प्रीत जी ने फिर से मेरे गले पर किस किया और मेरे दूध पीना शुरू कर दिए.
एक हाथ से वो मेरे एक निप्पल मसल रहे थे और मुँह से मेरा दूसरा निप्पल चूस रहे थे.
प्रीत जी ने दस मिनट तक मेरे मम्मों को चूसा.
उसके बाद मेरे पेट को और मेरी कमर को किस करके कहा- ज़ैनी यार, तुम कितने क्यूट हो … तुम्हारी गांड भी मस्त है एकदम मोटी मोटी. तुम मुझे पहले क्यों नहीं मिले. तुम्हें मैं अब रोज़ चोदा करूँगा … रोज़ तुम्हें प्यार करूँगा.
मैंने उन्हें बस चूम लिया.
प्रीत ने आगे कहा- लो मेरी ज़ैनी … लो अब अच्छे से अपने बाबू का लंड चूसो.
मैंने अपने हाथ में प्रीत जी का 7 इंच लम्बा मोटा लंड पकड़ा और उसे अपने मुँह के करीब ले लिया.
प्रीत जी ने मेरे सर पर हाथ फेर कर कहा- शर्माओ मत बेबी … लो इसे चूसो.
मैंने प्रीत के लंड को आगे करके उस पर अपनी जुबान की नोक लगायी.
प्रीत के लंड से एक अजीब सी मस्त महक आ रही थी. लंड के सुपारे पर भी थोड़ा थोड़ा पानी बह रहा था.
मैंने उसे जुबान से चाट लिया और प्रीत जी का आधा लंड मुँह में ले लिया.
प्रीत ने मदभरी आवाज में कहा- आंह बेबी … प्लीज पूरा ले लो प्लीज बेबी … माय स्वीटहार्ट!
मैंने पूरा लंड अन्दर लेने की कोशिश की तो प्रीत का लंड मेरे हलक तक चला गया.
मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मुझे उलटी आ रही हो.
मैंने लंड वापस मुँह से बाहर निकाला और दुबारा चूसना शुरू कर दिया.
प्रीत जी तो मानो आज फुल मूड में थे.
उन्हें लंड चुसवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
वो लंड चुसवाते हुए बोल रहे थे- आह बेबी … चूसो आह और बेबी ज़ैनी मेरी जान … चूसो इसे.
मैं कभी प्रीत जी का लंड चूसता तो कभी लंड के नीचे का हिस्सा चूसने लगता.
प्रीत बहुत सेक्सी होते जा रहे थे.
उनके लंड के पास के बाल बहुत ही अच्छे लग रहे थे.
मैं बार बार उसके लंड के बालों को किस करता. कभी लंड चूसता, कभी लंड के नीचे का हिस्सा चाटता और चूसता.
प्रीत अपने दोनों हाथों से मेरे दोनों दूध दबा रहे थे.
फिर प्रीत ने मुझे अपने हाथों से पकड़ा और खड़ा करके मुझे गोद में उठा कर बेड पर लिटा दिया.
अब प्रीत फिर से एक बार मेरे होंठों का रस पीने लगे और मैं प्रीत की बगल को किस करने लगा, उनकी बगल को चाटने लगा.
प्रीत ने कहा- आह ज़ैनी बस करो … अब मुझसे रहा नहीं जा रहा.
मैं- रूको बाबू, अभी थोड़ा और प्यार करने दो.
प्रीत ने कहा- नहीं जान, बस करो. अब तुम जल्दी से बस घोड़ी बन जाओ.
मुझे प्रीत जी ने उल्टा लिटा दिया और अपने लंड को तेल लगाने लगे.
वो अपने लंड में तेल लगा कर मेरे करीब आए और मेरी गांड को किस किया.
फिर मेरी कमर को अपनी जीभ से चाटा.
मैंने कहा- प्रीत जानू, प्लीज आराम से अन्दर करना.
प्रीत ने कहा- हां जान, तुम जान हो मेरी … टेंशन ना लो तुम … मैं आराम से ही करूँगा.
इतना बोल कर प्रीत ने मेरी गांड के नीचे एक तकिया लगा दिया, जिससे मेरी गांड ऊपर उठ गयी.
वो मेरी गांड के छेद में तेल लगा कर उसे हल्के से सहलाने लगे.
अब प्रीत ने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर सैट किया और एक ज़ोर से धक्का दे मारा.
फिर एकदम से ताकतवर झटका मार कर प्रीत जी ने मेरी गांड में अपना आधा लंड घुसा दिया था.
प्रीत ने मेरी तो मानो जान ही निकाल दी.
मैं रोता हुआ बोला- प्रीत जी, प्लीज निकालो … बहुत दर्द हो रहा है.
प्रीत थोड़ी देर ऐसे ही रूके रहे, उन्होंने मुझे चूमा और सहलाया.
अब तक उनके लंड ने मेरी गांड में जगह बना ली थी और मेरा दर्द भी थोड़ा कम हो रहा था.
प्रीत ने फिर दुबारा एक ज़ोर से धक्का मारा.
इस बार में पूरी तरह से तड़प गया.
प्रीत का पूरा लंड मेरी गांड के अन्दर जा चुका था.
वे मेरे गले को और मेरे होंठों को चूसने लगे जिस वजह से मुझे अब दर्द कम महसूस हो रहा था.
प्रीत ने फिर से अपना आधा लंड बाहर निकाला और जोर से धक्का मारा.
इस बार मुझे ज़्यादा दर्द नहीं हुआ.
अब धकापेल मेरी गांड मारी जाने लगी.
मैं भी अब प्रीत जी के साथ अपनी गांड की खुजली खत्म करने लगा.
प्रीत जी के धक्के काफी अन्दर तक लग रहे थे.
उनकी जांघें मेरे चूतड़ों से रगड़ खा रही थीं जो बस मेरे मन को आसमान में उड़ने जैसा महसूस कर रहा था.
प्रीत जी ने मुझे कभी डॉगी की पोज़ में चोदा, कभी मेरी टांगें उठा कर चोदा. कभी मेरे मुँह में डाल कर, कभी खड़ा करके … मतलब पूरी रात मेरी चुदाई हुई.
उन्होंने हर बार अपने लंड का सारा पानी मेरे मुँह में डाला.
मुझे भी प्रीत जी के वीर्य का स्वाद बड़ा अच्छा लगा.
अब मुझे उनसे बहुत ज़्यादा प्यार हो गया है. मैं क्या करूं बताओ प्लीज … वो मुझे बहुत इग्नोर करते हैं.
मैं नहीं चाहता कि वो अपनी गर्लफ्रेंड से मिलें या उससे शादी करें. वो बस मेरे ही रहें सिर्फ मेरे.
तो दोस्तो, आप लोगों को मेरी यह प्यारी सी गे लव गांडू स्टोरी कैसी लगी. मुझे कमेंट्स करके बताएं.
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