फर्स्ट टाइम मास्टरबेशन का मजा मैंने मोबाइल में देसी ब्लू फिल्म देख कर लिया था. मेरा दोस्त खेल के मैदान में स्मार्ट फोन लाया और उसने मुझे इंडियन सेक्स मूवी दिखाई.
दोस्तो, कैसे हैं आप लोग! आशा करता हूँ कि आप सभी लोग ठीक होंगे.
आपका मेरी फर्स्ट टाइम मास्टरबेशन की कहानी में स्वागत है. यह मेरी पहली कहानी है, जो भी गलतियां हो माफ कर दीजिएगा.
मेरा नाम विपुल सिंह है और मेरी हाइट 5 फुट 10 इंच है. मैं दिखने में गोरा हूं और एकदम फिट हूँ. मतलब न ज्यादा मोटा … और न ज्यादा पतला हूं.
इस समय मेरी उम्र 20 साल है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है.
मैं फतेहपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहता हूं. अपने गांव का नाम मैं गोपनीय रखना चाहता हूं.
हमारे परिवार में कुल 15 सदस्य हैं.
मेरे पापा के तीन भाई हैं. मेरे पापा सबसे बड़े हैं.
हम दो भाई और दो बहन हैं. दोनों बहनें मुझसे बड़ी हैं. मेरे बड़े चाचा के तीन बच्चे हैं. उनकी दो बेटी और एक बेटा है.
उनकी दोनों बेटियों की शादी होने वाली है. बेटा भी मुझसे बड़ा है. मेरे छोटे चाचा के दो बच्चे हैं. उनके दोनों लड़के हैं.
हमारा परिवार संयुक्त परिवार है. कुल मिलाकर हम पांच भाई और चार बहन हैं.
हमारे गांव का घर बहुत बड़ा बना है.
हमारा एक अन्य घर गांव से 10 किलोमीटर दूर एक कस्बे में बना हुआ है.
गांव में कोई बड़ा स्कूल ना होने के कारण हम सभी भाई बहन अपने बड़े चाचा और चाची के साथ कस्बे वाले घर में रहते हैं.
इतना सब कुछ लिखने का आशय यह है कि जो कुछ भी मेरे साथ हुआ, वो मेरी जैसी फैमिली के लिए होना सर्वथा अनायास हुआ था, जिसने मुझे असंजस में डाल दिया था.
जब मैं छोटा था, तभी से मैं अपने चाचा और चाची के यहां रहने आ गया था.
बचपन से अपनी चाची के यहां होने के कारण मैं अपनी चाची जी को मम्मी बुलाया करता हूं. हमारे चाचा और चाची हम सभी लोगों को बहुत प्यार करते हैं.
मैं इस समय इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूं.
मेरी यह कहानी 5 साल पहले की है, जब मैं जवान हुआ ही था और स्कूल में 12वीं क्लास में पढ़ता था.
वो स्कूल हमारे घर के पास में ही था. उस समय मैं कोचिंग में भी पढ़ने जाता था.
मेरे स्कूल में चार मित्र बन गए थे. हम पांचों दोस्त बहुत घुले-मिले थे.
सभी दोस्त एक साथ स्कूल जाते और शाम को एक साथ कोचिंग जाया करते थे.
मेरे एक दोस्त का नाम दीपू था.
उसके पास एक स्मार्टफोन था जो कि उसने उस वक्त नया नया खरीदा था.
हमारी कोचिंग और स्कूल में फोन ले जाना प्रतिबंधित था जिसके कारण कोई लड़का या लड़की अपने फोन को स्कूल नहीं ले जाता था.
दीपू रविवार को फोन ले जाता था.
उस दिन हम सब स्कूल के मैदान में खेलने जाते थे.
हम सभी दोस्तों को मैच खेलना और मैच देखना बहुत पसंद था.
हम रविवार को कोचिंग के बाद शाम को पास के ही एक ग्राउंड में मैच खेलने भी जाते थे.
एक बार हम मैच क्रिकेट खेल रहे थे तो उस दिन दीपू ने मुझे पहली बार देसी ब्लू फिल्म दिखाई.
मुझे देसी ब्लू फिल्म देख कर बहुत अच्छा लगा.
मैं पहली बार हिंदी में डायलॉग वाली फिल्म देख रहा था.
उसमें जब लड़की के मुँह से मादरचोद बहन के लौड़े जैसी गालियां सुनी, तो लंड खड़ा हो गया.
फिर हम दोनों ने वहीं पूरी देसी ब्लू फिल्म देखी और मैच खत्म होने के बाद करीब दो घंटे तक हम चार लोगों ने बहुत सारी देसी ब्लू फिल्में देख डालीं.
हम सभी जवान लंड उछाल मारने लगे थे.
इसके बाद हम सभी दोस्त रास्ते भर उन्हीं इंडियन ब्लू फिल्मों की बातें करते हुए वापस आ गए.
जब रात हुई तो मैंने घर के बाकी सदस्यों के साथ खाना खाया और ऊपर छत पर सोने के लिए बिस्तर लगा लिया.
घर के सभी लोग एक-एक करके सोने लगे.
मुझे नींद नहीं आ रही थी.
जैसे तैसे मैं आंख बंद करके सो गया.
रात को करीब 1:00 बजे जब मेरी नींद खुली तो मुझे पेशाब लगी थी.
मैं पेशाब करने के लिए छत पर बने बाथरूम में गया और पेशाब करने के बाद वापस बिस्तर में आ गया.
अब मुझे दोस्त के मोबाइल वाली देसी ब्लू फिल्म की याद आ गई.
मेरा लंड कुछ ही देर में एकदम से खड़ा हो गया.
मैं अपने लंड को धीरे धीरे सहलाने लगा.
मेरा लंड आसमान की तरफ मुँह करके खड़ा हो गया.
मुझे और जोश आ गया.
मैंने अपनी अंडरवियर को और पैंट को घुटनों तक उतार दिया और सीधा लेट गया.
मैं उस ब्लू फिल्म को याद करके धीरे-धीरे अपने लंड को सहलाने लगा.
यह मेरा पहली बार था तो मेरा हाथ दर्द करने लगा.
मैं दूसरे हाथ से लंड को सहलाने लगा.
करीब 20 मिनट के बाद मेरा शरीर अकड़ने लगा और अचानक से मेरे लंड से धीरे धीरे करके सफेद रंग का कुछ तरल पदार्थ निकलने लगा.
ये देख कर मैं काफी डर गया क्योंकि मुझे लगा कि ये खून तो नहीं निकल रहा है.
चूंकि छत में अंधेरा होने के कारण मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
हालांकि इसके बाद मुझे काफी आराम मिला. मैंने अपना अंडरवियर और पैंट पहन लिया.
कुछ ही देर में मुझे चैन की नींद आ गई.
यह मेरे जीवन का पहला मास्टरबेशन का मजा था.
जब मैं सुबह उठा तो मेरे अंडरवियर में सफेद सफेद दाग लगे हुए थे जो रात को लंड से निकले पानी के थे.
कुछ देर बाद मैं सामान्य हो गया.
फिर जब मैं फ्रेश होने गया, तो फिर मुझे वही देसी पोर्न फिल्में याद आ गईं. मैं बाथरूम में ही अपने लंड को फिर से हिलाने लगा.
करीब 20 मिनट बाद फिर से वही सफेद तरल पदार्थ निकला.
इस बार मैंने उस सफेद पानी को देख लिया.
मैं अपने हाथ में उस रस को लेकर अपनी नाक के पास ले गया, तो उस पानी से काफी अजीब सी महक आ रही थी.
कुछ देर बाद मैं फ्रेश होकर स्कूल जाने की तैयारी करने लगा.
फिर मैं स्कूल आ गया और वहां मैंने अपने दोस्त को रात वाली बात बताई.
मेरे दोस्त ने कहा- यह जो पदार्थ तुम्हारे लंड से निकला था, उसे वीर्य कहते हैं.
मैंने कहा- इस सबमें तो बहुत मजा आया यार!
मेरे दोस्त दीपू ने भी कहा- रात को मैंने ब्लू फिल्में देख कर दो बार मुट्ठ मारी और तब मुझे चैन की नींद आई.
मेरे एक दोस्त ने कहा- तुम कोई चिकना पदार्थ या तेल लगाकर मुठ मारोगे, तो तुम्हें और भी मजा आएगा. इससे तुम्हारा लंड और खड़ा हो जाएगा और गर्म भी बहुत हो जाएगा.
स्कूल से आने के बाद शाम को मैंने खाना खाया, फिर सोने की तैयारी करने लगा.
कुछ देर बाद मैं पानी पीने के बहाने नीचे आया और मम्मी की सिंगारदानी से वैसलीन की डिब्बी ले ली.
कुछ देर में सभी लोग सो गए.
करीब 11:00 बजे मैंने दोनों तरफ देखा, तो सभी लोग सो रहे थे. मैंने अपने पैंट से वैसलीन निकाली और अपना पैंट नीचे उतार कर अलग रख दिया.
मैंने अपने आपको चादर के अन्दर लिया और चड्डी को भी नीचे उतार दिया.
मैंने वैसलीन की डिब्बी से थोड़ी सी वैसलीन निकाल कर लंड के ऊपरी भाग में लगाई और धीरे धीरे अपने लंड को सहलाने लगा.
कुछ एक मिनट बाद मेरा लंड लोहे जैसा कड़क और गर्म हो गया.
मुझे मजा आने लगा.
मैं तेज तेज लंड हिलाने लगा और उसमें से पट पट पट की आवाज आने लगी.
मैंने अपने दोनों तरफ देखा तो सभी लोग सो रहे थे.
मैं और जल्दी-जल्दी लंड हिलाने लगा, मुझे और मजा आने लगा.
करीब 15 मिनट बाद मेरा शरीर अकड़ने लगा और लंड से जोरदार पिचकारी निकली.
आज कल से ज्यादा वीर्य निकला था और आज, कल से ज्यादा मजा भी आया था.
कुछ देर बाद मेरा एक बार फिर से मूड बन गया.
मैंने वैसलीन की डिब्बी से पूरी वैसलीन अपने लंड पर लगा ली और फिर से जल्दी-जल्दी लंड हिलाने लगा.
इस बार और ज्यादा फटफट की आवाज आने लगी और इस बार कुछ मिनट बाद झड़ गया.
आज बहुत मजा आया. फिर मैंने अपनी अंडरवियर से लंड को पौंछकर कपड़े पहन लिए और सो गया.
अब यही कार्यक्रम रोज होने लगा.
फिर मेरे चाचा जी ने बड़ी दीदी को एक स्मार्टफोन खरीद दिया जिससे वह पढ़ाई किया करती थी.
रात को मैं उनसे गेम खेलने के बहाने फोन लेकर उसमें ब्लू फिल्म देखा करता था और उसी फोन के ऊपर मुट्ठ मार लिया करता था.
एक दिन मैंने जैसे ही ब्लू फिल्म खोलने के लिए गूगल खोला तो उसमें कल वाली ब्लू-फिल्म चलने लगी.
मैंने ध्यान दिया कि मैंने तो पेज बंद कर दिया था, फिर ये कैसे खुल गया.
अचानक से मुझे लगा कि मेरी बहन ने मेरी सर्च हिस्ट्री को देख कर ऐसा किया है.
अब मैं बहुत घबरा गया था कि मेरी बहन ने मेरी करतूत पकड़ ली है.
कुछ देर सोचने के बाद मैंने गूगल की हिस्ट्री को खंगाला तो मुझे ढेर सारी साइट्स दिखने लगीं.
मैंने उसमें देखा कि एक भाई बहन सेक्स की फिल्म भी थी.
उसमें विदेशी पोर्न में भाई बहन की फिल्म थी.
मैं देखने लगा और मजा लेने लगा.
कुछ देर बाद मुझे होश आया कि मेरी बहन भी इस तरह की ब्लू-फिल्म देखने का मजा लेती है.
पहले तो मुझे कुछ अजीब सा लगा क्योंकि हमारी संस्कृति में भाई बहन के बीच ऐसा करना सिखाया ही नहीं जाता है.
फिर मैंने और देखा तो अन्तर्वासना का पेज खुल गया; उसमें भाई बहन के बीच चुदाई की तमाम सेक्स कहानी पढ़ने को मिलीं.
उनसे जाना कि भारत क्या संसार के हर देश में सेक्स में सिर्फ लंड चूत का ही रिश्ता होता है. भाई बहन या मां बेटे के बीच सेक्स सामान्य सा दिखा.
अब मेरी सोच बदलने लगी थी.
तब भी मेरे अन्दर इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं अपनी बहन के साथ सेक्स जैसी कुछ बात कर सकूँ.
मैं सब कुछ भूल कर सेक्स कहानी पढ़ने लगा और उस दिन भी मैंने अपने लंड से दो बार पानी निकाला और सो गया.
मुझे अब इस सबमें बहुत मजा आने लगा था.
दोस्तो, जो मजा उस समय मुझे आता था, वह आज तक नहीं आया. यही मेरा रोज रात का काम हो गया था. मुझे बहुत मजा आने लगा था.
हालांकि मेरी बहन ने भी मुझसे कुछ नहीं कहा.
मगर हम दोनों के बीच इस बात की जानकारी हो गई थी कि हम दोनों ही अपनी वासना को शांत करने के लिए पोर्न मूवी का सहारा लेते हैं.
अब मैं रोज रात को ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारने लगा था, जिससे कि मेरा लंड बढ़कर लम्बा मोटा भी हो गया.
अभी लंड में लगातार वृद्धि हो रही है. आप सभी प्लीज़ बताएं कि मैं अपनी बहन के लिए क्या सोचूं और क्या करूं.
दोस्तो, मेरी फर्स्ट टाइम मास्टरबेशन की गर्म सेक्स कहानी आपको कैसे लगी, प्लीज कमेंट और मेल में जरूर बताएं.
धन्यवाद.
आपका अपना विपुल
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