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पड़ोसन लौंडिया की सीलतोड़ चुत चुदाई का मजा

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देसी हॉट सेक्सी गर्ल को चोदा मैंने! वो पड़ोस में रहने वाली कुंवारी लड़की थी. वो बिल्कुल मक्खन माल थी. मैं उसे चोदना चाहता था. तो बात बनी कैसे?

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रिंकू है.

मैं इस फ्री सेक्स स्टोरीज का नियमित पाठक हूं और रोज आप लोगों की कहानियां पढ़ कर अपना लिंग हिलाता हूं.

इसीलिए मैंने भी सोचा कि क्यों न मैं भी इस पटल पर अपनी सेक्स कहानी भेजूं और आप सभी को अपने बारे में हुई घटना के बारे में बताऊं.

मैं जयपुर का रहने वाला हूं. ये सेक्स कहानी मेरे और मेरी पड़ोस में रहने वाली एक सुंदर देसी हॉट सेक्सी गर्ल की बात है.

वो लड़की बहुत सेक्सी थी, उसका नाम शीतल था.

शीतल का फिगर साइज 30-28-32 का था. उसका रंग एकदम गोरा था, वो बिल्कुल मक्खन माल लगती थी.

एक बार मैं कॉलेज से अपने घर आ रहा था, तब मैंने देखा कि मेरे घर पर तो ताला लगा हुआ है.

मैंने मेरे पड़ोस में पूछा.

तो उधर शीतल ने चाभी देते हुए बताया- तुम्हारे मम्मी पापा बाहर गए हैं और कल तक आएंगे. तुम आज शाम का खाना मेरे घर खा लेना.

मैंने उससे कहा- ठीक है.

मैं उससे घर की चाबी लेकर घर आ गया.

तभी मैंने देखा कि कोई मेरे पीछे पीछे आ रहा है. मैंने देखा तो वो वही लड़की शीतल थी.

मैं शीतल को अपने पीछे आते देख कर चौंक गया और मैंने उससे पूछा- तुम यहां क्या कर रही हो?

उसने कहा- मैं तुम्हारे लिए चाय लेकर आई हूं. मेरी मम्मी भी पापा के साथ जाते समय तुम्हें चाय देने की कह गई थीं.

यह कह कर उसने मेरी तरफ चाय की केतली पकड़ा दी.

मैंने पूछा- इसका मतलब तुम्हारे मम्मी पापा भी घर पर नहीं हैं?

उसने हां कहा.

मैंने उससे चाय की केतली लेते टाइम उसका हाथ छू लिया.

मुझे उसका हाथ बहुत मुलायम लगा तो मैंने कुछ पल के लिए उसके हाथ को नहीं छोड़ा.

उसी पल मैंने उसकी आंखों में देखा तो वो मेरी ओर देख कर हंस दी.

उसके बाद वो जाने लगी, तो मैंने उससे पूछा- तुम्हारी मम्मी और पापा कहां हैं?

उसने कहा- वो दोनों कुछ काम से मार्केट गए है और शाम तक आएंगे.

मैंने अपने मन में ही उससे चोदने का ख्याल बना लिया और उससे कहा- तो तुम घर पर क्या करोगी … मेरे साथ मेरे घर पर ही आ जाओ.

उसने कहा- हां घर पर अकेली कुछ करूंगी तो नहीं, बस बोर ही होऊंगी.

मैंने कहा- हां हां तभी तो कह रहा हूँ कि यहीं रुक जाओ.

उसने थोड़ा सोचा, फिर हां कह दी.

हम दोनों घर में आकर बैठ गए.

मैंने उससे पूछा- कुछ खाओगी?

उसने कहा- हां खा लूंगी … क्या है?

मैंने फ्रिज में से उसके लिए और मेरे लिए केक निकाल लिया.

हम दोनों ने केक खाना शुरू कर दिया और बातें करने लगे.

बातों ही बातों में मैंने उससे पूछा- कोई गेम खेलें?

उसने पूछा- कौन सा गेम!

तो मैंने उससे गेम बताते हुए कहा- इस गेम में हम एक दूसरे को चैलेंज देंगे.

वो समझ गई, उसने हां कह दिया.

मैंने सबसे पहले उससे कहा- पहले तुम बताओ कि तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?

उसने मना किया और कहा- अब तुम बताओ कि तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?

मैंने उसे मना कर दिया.

वो हंसने लगी, तो मैंने उससे कहा- इसमें हंसने की क्या बात है.

वो कुछ नहीं बोली और हम दोनों गेम में मन लगाने लगे.

अब हमारा गेम थोड़ा बढ़ने लगा था.

फिर मैं एक चाल लूज कर गया.

उसने मेरी तरफ देख कर स्माइल दी.

मैंने उससे पूछा- बताओ मुझे क्या करना है?

उसने कहा- अपनी टी-शर्ट उतारो.

मैं उसकी तरफ देखने लगा कि ये तो पहले से ही स्कीम फिट किए बैठी है.

मैंने उसकी तरफ बनते हुए देखा और पूछा- क्या?

उसने फिर से कहा- हां … अपनी टी-शर्ट उतारो … और जल्दी करो.

मैंने उसकी वासना समझते हुए उससे कहा- मैं उतार दूंगा, पर पहले तुम अपनी टी-शर्ट उतारो.

वो मुझे घूरने लगी और बोली- मैं जीती हूँ, तुमको मेरी बात माननी पड़ेगी.

मैंने अपनी टी-शर्ट उतार दी.

अगली बाजी मैं जीत गया और मैंने उससे उसकी टी-शर्ट उतारने की कह दी.

वो मेरी तरफ फ़िर से घूरने लगी.

मैंने कहा- अगर नहीं करना तो बता दो या तुम हार मान लो.

उसने कहा- मैं कभी हार नहीं मानती.

ये कहते हुए उसने अपनी टी-शर्ट उतार दी.

उसने अन्दर काली ब्रा पहनी थी. उसमें उसके चूचे बहुत सेक्सी लग रहे थे.

मेरा तो मन कर रहा था कि उन्हें अभी निचोड़ लूं.

वो मुझे चूचियों को घूरते हुए देख रही थी और उसकी आंखों में शरारत दिख रही थी.

ये सब देख कर मेरे लिंग ने हरकत करना शुरू कर दी.

उसने वो नोटिस कर लिया.

फिर उसने मुझे अपनी बनियान उतारने को कहा.

मैंने झट से उतार दी.

फिर गेम आगे बढ़ा और मैंने उससे इस बार उसकी शॉर्ट्स उतारने को कहा तो उसने मना कर दिया.

मैंने कहा- ठीक है, मतलब तुम हार गई हो.

वो सोचने लगी, तो मैंने कहा- रुको, तुम्हारे लिए एक सुविधा कर देता हूँ.

मैंने उठ कर रूम को अन्दर से बंद कर दिया और कहा कि अब कोई नहीं आएगा.

उसने अपनी शॉर्ट्स उतार दी.

क्या बताऊं … क्या माल लग रही थी वो … उसने लाल पैंटी पहनी थी.

फिर मैंने कहा- अब मुझसे कैसी शर्म इसको भी उतार दो.

वो खेल भूल गई और मेरे सामने खड़ी हो गई.

उसने जैसे ही अपनी पैंटी उतारी, मेरी नजर उसकी चूत पर गड़ गई.

इतनी प्यारी चुत लग रही थी कि क्या बताऊं.

मेरा मन उसकी चुत में ही लग गया था … आंखें अपलक उसी छेद पर लगी हुई थीं.

तभी उसने मुझे आवाज लगाई, मगर मेरा तो ध्यान कहीं और ही था.

तभी उसने मेरे लंड को हाथ लगा कर मुझे हिलाया तो मैं जाग गया.

वो हंसने लगी.

फिर उसने मुझसे मेरी शॉर्ट्स उतारने को कहा तो मैंने झट से उतार दिया.

उस दिन मैंने अन्दर चड्डी नहीं पहनी थी. जैसे ही मैंने शॉर्ट्स उतारा, तो उसने आंखें बंद कर लीं.

मेरा 6 इंची लंड हिलोरें मार रहा था.

अब मैंने उससे कहा- क्या हुआ … शर्मा क्यों रही हो … इधर देखो!

उसने अपनी आंखों से हाथ हटाया तो वो बस मेरे लंड को ही घूरे जा रही थी.

मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसे पकड़ कर अपने सीने से लगा लिया.

वो कसमसाई तो मगर मुझसे दूर नहीं हुई.

मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिए.

मैं उससे किस करने लगा, वो भी मेरा साथ देने लगी.

मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके संतरे दबाना शुरू कर दिए.

उसके मुँह से ‘आह्हह … उफ्फ … ओह … की आवाजें निकलने लगीं.

मैंने उसके मुँह को होंठों से ही दबा लिया और किस करने लगा.

वो बस घू घूं कर रही थी.

फिर मैं उसके गले के पास किस करते हुए नीचे गया और ब्रा के ऊपर से ही उसकी चूचियों को काटने लगा.

इससे वो और कामुक हो गई, वो मेरा सिर अपनी चूचियों पर दबाने लगी.

उसको इतनी तेज मस्ती चढ़ी कि उसने जोर से मेरा सिर अपनी चूचियों में दबा दिया.

मुझे सांस लेने में तकलीफ होने लगी.

फिर मैंने उसका हाथ हटाया और उसको किस करते हुए उसके पेट पर पहुंच गया.

मैं उसके पेट को चाटने लगा.

वो अपने हाथ-पैर बिस्तर पर पटक रही थी. शायद उससे रहा नहीं जा रहा था. जैसे ही मैंने उसकी पैंटी को छुआ, तो वो पूरी गीली हो गई थी.

मैंने उसकी चूत में उपर से ही उंगली करना शुरू कर दिया, जिससे उसके मुँह से सीत्कार के मीठे स्वर फूट पड़े और वो ‘ऊंह … आह … ओह …’ की आवाज करने लगी.

उसकी पैंटी को मैंने उतार दिया और उसकी चूत पर एक हल्का का किस किया, तो उसको शरीर सिहर गया.

मैंने उसकी चूत की फांकों को खोला और उसकी चूत में जीभ घुसाने लगा.

इससे वो ऐसे तड़पने लगी जैसे कोई बिना पानी की मछली होती है.

उसकी चूत से खट्टा मीठा स्वाद आ रहा था जिसे मैं पूरा चाटता जा रहा था.

कम से कम 10 मिनट की चूत चुसाई के बाद मैंने उसके मुँह में अपना लंड दे दिया तो वो उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.

उस टाइम में एक अलग ही आनन्द में आ गया था, मेरे मुँह से प्यार भरी सीत्कार निकल रही थी.

थोड़ी देर बाद मैंने उससे लिटाया और उसके कूल्हे के नीचे एक तकिया रख दिया.

उसके बाद मैंने उसकी चूत में लंड रखा और एक धक्का मारा, पर मेरा लंड फिसल गया क्योंकि उसकी चूत बहुत टाईट थी.

मैंने अपने लंड पर थूक लगाया और उसके बाद उसके दोनों चूचों को पकड़ कर लंड को एक जोरदार धक्के के साथ उसकी चूत में डाल दिया.

मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ आधा अन्दर घुस गया.

वो अपने हाथ पैर पटकने लगी और मुझे कहने लगी- आंह इससे बाहर निकालो … मैं मर गई.

शीतल इसलिए छटपटा रही थी क्योंकि उसकी सील टूट गई थी.

मैं किस्मत वाला था जो मुझे सील पैक चूत चोदने को मिली थी.

उसकी चूत से खून आ रहा था.

उसके बाद मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसे किस करने लगा. उसके चूचे दबाने लगा, जिससे उसका दर्द कम हो गया.

जैसे ही उसका दर्द कम हुआ, मैंने एक और झटके के साथ पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.

अब उसकी आंख से आंसू आने लगे तो मैंने उसे किस किया.

फिर मैंने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू किया.

पहले उसे दर्द हुआ … लेकिन 10 मिनट के बाद उसे जोश आने लगा और वो ‘आह … उम्म्म … ओह … यस … उफ्फ … और जोर से डालो … आंह पूरा अन्दर डालो …’ कहने लगी.

इससे मुझे भी जोश आने लगा और मैं और ताकत से लग गया.

मैं अन्दर तक अपना लंड उसकी चूत में अन्दर बाहर करने लगा.

कुछ देर बाद मैंने उससे घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड एक झटके के साथ पेल दिया और उसे चोदने लगा.

पूरे कमरे में मादक आवाजे आने लगीं.

मैं उसे ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था.

वो मेरा लंड मस्ती से लिए जा रही थी.

तभी एकदम से उसकी चूत टाईट होने लगी और वो झड़ गई.

अब वो लम्बी लम्बी सांस ले रही थी और उसके रस की वजह से मेरा लंड आसानी से उसकी चूत में अन्दर तक जाने लगा था.

थोड़ी देर बाद मेरी स्पीड भी तेज हो गई और 2-4 झटकों के बाद मैं भी झड़ने को हो गया.

मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर मैंने उसके मुँह दे दिया और अपना सारा माल झाड़ दिया.

वो माल खा गई और लंड को चाट कर साफ़ कर दिया.

चुदने के बाद वो देसी हॉट सेक्सी गर्ल बड़ी मादकता से मेरी ओर देखने लगी और बोली- कब से तुम्हारे साथ करने का मन था.

मैंने कहा- हां, मेरा मन भी काफी दिनों से था.

उसने इठला कर कहा- कभी इशारा तक तो नहीं दिया?

मैंने कहा- मेरी फटती थी.

वो हंस दी और मेरे सीने से लग गई.

हम दोनों फिर से चुदाई में लग गए.

तो दोस्तो यही थी मेरी पहली सेक्स कहानी, जिसमें मैंने अपनी पड़ोसन देसी हॉट सेक्सी गर्ल को चोदा था.

इसके बाद अगली सेक्स कहानी में मैं आपके लिए एक नई रसीली सेक्स कहानी लाऊंगा जो उसी की छोटी बहन की चुदाई की कहानी है.

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