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अपनी गर्लफ्रेंड की चूत का भोसड़ा बना दिया

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बिग डिक हॉट बेब की चूत में गया तो वह चीख पड़ी और बेहोश सी हो गयी. लेकिन गलती उसी की थी, उसने ही जिद करके सेक्स करने का प्रोग्रम बनाया था.

दोस्तो, मेरा नाम कान्हा है.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है जो मेरी और मेरी जीएफ की है.
उसका नाम कामिनी है. वह अब शादीशुदा है.
मैंने उससे बहुत प्यार किया है मगर हमारे बीच कभी सेक्स नहीं हुआ था.

दरअसल हम दोनों एक दूसरे से जैसे ही जुड़े थे, उसके कुछ महीनों बाद ही उसकी शादी हो गई थी.
उस समय उसने मुझसे कहा था कि भले ही मेरी शादी हो रही है लेकिन तुम मेरे पहले प्यार हो और मैं तुम्हें कभी नहीं भूल सकती हूँ.

इसलिए वह मुझसे जुड़ी रही और हम दोनों आपस में बातचीत करते रहते थे.

यहाँ एक बात मैं अपनी महिला पाठकों को भी बता देना चाहता हूँ कि मेरा लंड सामान्य से बहुत बड़ा है. आमतौर पर भारतीयों का इतना बड़ा लौड़ा, बिग डिक नहीं होता है. ये मोटा भी काफी ज्यादा है. यदि इसकी लम्बाई और मोटाई को आप सही से समझना चाहें तो आपको एक बड़े आकार का खीरा देखना होगा. जब आप उस बड़े खीरे को हाथ में लेंगी और मुझे या मेरी इस सेक्स कहानी को याद करेंगी तो आपको मेरे इस तरह से खास लंड की काफी याद आएगी.

मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से पहले भी कई बार चुदाई की है जो रंडी बाजार में की थी.
पहली बार एक रंडी की चुदाई करने के बाद मुझे समझ आ गया था कि मेरा लंड किसी भी लड़की की चूत को तहस नहस कर सकता है.

इसी सोच ने मुझे कुछ डरा भी दिया था कि कहीं मैंने किसी घरेलू कुंवारी लड़की को पेला तो शायद वह मर ही ना जाए.
जैसे ही मेरे दिमाग में यह बात घुसी तो मैं बेहद परेशान हो गया और गुमसुम रहने लगा कि पता नहीं मुझे कोई लड़की मिलेगी भी या नहीं.

क्या मुझे अपनी प्यास बुझाने के लिए सदैव रंडी के साथ ही सेक्स करना पड़ेगा.
खैर … मैं लड़कियों को देखता और बस शांत रह जाता.

इसी बीच मुझे कामिनी का साथ मिला.
मैंने कामिनी से बहुत प्यार किया मगर कभी उसके साथ सेक्स करने की कोशिश नहीं की.

मेरे दिमाग में मेरे बड़े लंड से कामिनी को चोदने की बात आती और मैं डर जाता कि कहीं कामिनी को कुछ हो गया तो पता नहीं मेरे साथ क्या होगा.

दूसरी तरफ कामिनी ने सोचा कि मैं बहुत अच्छा लड़का हूँ और इसने सेक्स के लिए मुझसे दोस्ती नहीं की है.

जब कामिनी की शादी की बात चलने लगी, तब मुझे दुख का अहसास तो हुआ मगर एक खुशी भी हुई क्योंकि कामिनी ने हमारी दोस्ती को बनाए रखने की बात कही थी.
इससे मुझे कामिनी से बहुत प्यार था और मैं उसके साथ हर तरह की बात कर लेता था सिवाए अपने लौड़े की बात के.

आप सोच रहे होंगे कि मैं अजीब किस्म का लड़का हूँ, जो चुदाई से डरता है.
हां भाई, मैं ऐसे किसी भी ताजी जवान लड़की के साथ सेक्स करने की बात नहीं सोच पाता हूँ क्योंकि मुझे एक अनजाना सा भय रहता है.

जब भी मुझे सेक्स करने की इच्छा होती है, मैं रेड लाइट इलाके में जाकर अपने लिए कोई बहुत ज्यादा चुदी-पिटी सी रांड तलाश करता हूँ और उसके साथ सेक्स करने के लिए नंगा होता हूँ.
उसी समय वह मेरे लौड़े को देख कर मना करने लगती है. मगर तब भी दस बार में से छह बार मैं रांड को चोद ही लेता हूँ.

तो मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स की बात सुना रहा था कि कैसे क्या हुआ.

उस दिन हम दोनों ऐसे ही कॉल पर बात कर रहे थे.
उसने मुझे बताया कि उसका पति उसको संतुष्ट नहीं कर पाता है.

मैं उसकी ये बात सुनकर थोड़ा हैरान हुआ कि कामिनी मुझसे ऐसी बात करके क्या हासिल करना चाहती है.
क्या वह मेरे साथ सेक्स करने की बात सोच रही है.

मैंने इससे पहले कभी किसी घरेलू लड़की के साथ सेक्स नहीं किया था.
बातों ही बातों में उसने मुझसे अपने दिल की बात कह दी और वह जिद करने लगी कि मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है.

मैंने उसे समझाया कि कामिनी यह बात ठीक नहीं है. तुम किसी के घर की इज्जत हो, तुम मेरे साथ सेक्स करके खुद को खराब मत करो.

मगर वह मानने को राजी नहीं थी.
वह मुझसे रोज़ बोलने लगी थी कि कब आओगे मिलने?

उसका मिलने आने का मतलब था कि कब उसकी चुदाई करने आओगे.
मैं उससे टरकाने जैसी बात करता था.

एक दिन उसने मेरी मर्दानगी को ललकार दिया.
वह कहने लगी- शायद तुम भी नामर्द हो. इसलिए मुझे मना कर रहे हो.

यह सुनकर मेरी झांटें सुलग गईं. मैंने भी कह दिया- तुम मुझसे चुद कर रोओगी.
उसने मेरी बात को हल्के में लिया और कहने लगी- अच्छा क्या तुम गामा पहलवान हो?

मैंने उससे बहुत समझाया लेकिन वह नहीं मानी और मैंने भी मन बना लिया कि कामिनी को चोदना ही है.

अगले ही दिन मैंने उससे मिलने का प्लान बना लिया.
उसके घर में उसका पति और कामिनी की सास रहती थीं.

मैंने उससे मिलने के लिए उसके शहर में गया और उसके घर के पड़ोस में ही एक घर किराए पर ले लिया.

उससे एक दो दिन ऐसे ही कॉल पर बात चली.
उसे मालूम हो गया था कि मैं उसके पड़ोस में रहने लगा हूँ.
मेरे इस घर की छत कामिनी के घर की छत से मिली हुई थी.

उसने दूसरे दिन से ही मौका तलाशना शुरू कर दिया था.

उसके पति को अपने काम से दिल्ली जाना था और उसकी सास की तबीयत ठीक नहीं रहती थी, जिस वजह से वह रात को नींद की दवा खाकर सोती थी.

जिस दिन कामिनी का पति दिल्ली जा रहा था, उसी दिन कामिनी ने मुझसे आने के लिए कहा- रात को घर आ जाना.
मैंने उससे उसकी सास के लिए पूछा, तो उसने बताया कि वह दवा खाकर सो जाती हैं … तो उनका कोई डर नहीं है. तुम बस ऊपर छत पर आकर मेरा इंतजार करना.
मैंने हामी भर दी.

रात में मैं उसके घर की छत पर चला गया और उसको कॉल करके बताया कि मैं आ गया हूँ.
वह ऊपर आ गई.

उसने गाउन पहना हुआ था शायद उसके अन्दर उसने कुछ भी नहीं पहना था.

हम दोनों छत पर बने एक कमरे में आ गए.

कामिनी ने दिन में उस कमरे में सारी व्यवस्था कर दी थी.
कमरे में आकर उसने दरवाजा बंद कर दिया और मुझसे लिपट गई.

मैंने उसको बहुत किस किया.
मैं बहुत जोश में था क्योंकि वह मेरे साथ सेक्स करने वाली पहली घरेलू लड़की थी.

किस करने के बाद उसने मुझे एक दवा दी और खाने का कहा.

मैंने उससे पूछा- ये काहे की दवा है.
वह हंस कर बोली- तुम्हारी टाइमिंग बढ़ाने के लिए है.

मैंने कहा- इसकी जरूरत नहीं है.
वह बोली- मुझे है … मैं जैसा कह रही हूँ, तुम बस वैसा करो.

उसने मुझे जबरन वह दवा खिला दी और मैं बेबस सा उसे देखने लगा.
खैर … किसी का क्या प्रारब्ध है, मैं कैसे क्या कर सकता था.

अब कामिनी मुझसे बोली- तुम आज मेरी चूत को चोद चोद कर वह हाल कर दो, जो किसी रंडी का भी ना हुआ हो. मुझको इतना चोदना … इतना चोदना कि मैं दो दिन तक बिस्तर से भी ना उठ पाऊँ!
ये सुनकर मेरे अन्दर काफी हिम्मत या गई और मैंने उससे कहा- ठीक है मेरी रंडी … आज मैं तुझे इतना चोदूंगा इतना चोदूंगा कि तू बहोश हो जाएगी, साली तूने मेरी चुदाई देखी नहीं है.

वह समझ रही थी कि मैं दवा खाने के कारण अति उत्तेजित हो गया हूँ इसलिए ऐसा कह रहा हूँ.
और वह मंद मंद मुस्कुराने लगी.

मैंने पूछा कि एक बात ठीक से समझ ले कि यदि तुझे ज़्यादा दर्द हुआ, तो रोना नहीं!
वह बोली- चाहे जो भी हो जाए, मैं कितना भी चिल्लाऊँ, लेकिन तुम मुझे छोड़ना मत, मुझे चोदते ही रहना … आज तुम चुदाई की सब हदें पार कर देना.

कामिनी की शादी को काफी समय हो गया था. उसका पति उसे चोदता तो था, लेकिन तब भी वह बहुत प्यासी थी.
अब मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और उसके दूध दबाने लगा.

कुछ देर बाद जब उसने मेरा लंड देखा, तो वह घबरा गई और लंड पकड़ कर कुछ अचंभित होकर देखने लगी.
मैं समझ गया कि अब इसकी माँ चुद गई.
इधर साली ने मुझे दवा खिला दी थी तो बिना चोदे वापस जाने का मूड नहीं हो रहा था.

फिर कामिनी अपना मन बना कर बोली- ठीक है, आज तुम अपने इस नागराज को मेरी गुफा में ठूंस ही दो, जो होगा सो देखा जाएगा. अब चाहे मेरी चूत की धज्जियां ही क्यों न उड़ जाएं. आज तुम मुझे ठंडा कर दो.

बस इतना बोल कर वह मेरा लंड चूसने लगी.
कुछ ही देर में उसका पागलपन अपने चरम पर आ गया था और वह मेरे खीरे जैसे मोटे लंड को अपने हलक तक लेने लगी थी.
लेकिन लंड उसके मुँह के हिसाब से लगभग दोगुने से भी ज्यादा था तो यह संभव ही नहीं था कि वह उसे पूरा अन्दर ले सके.

फिर भी वह लंड चूसती रही और लंड अपनी औकात से ज्यादा सख्त हो गया था.
वह मुझसे बोली कि तुम मेरे बाल पकड़ कर इसे मेरे हलक कर पेलो.

मैं भी उसकी यह बात सुनकर जोश में आ गया था और उसके बाल पकड़ कर अपने लंड पर जोर लगाते हुए उसका मुँह चोदने लगा.
कुछ देर बाद मैं उसको बैठा कर दीवार से लगाया और उसके बाल पकड़ कर धक्का लगा दिया.

मेरा लंड 4 इंच उसके मुँह में घुस गया.
बिग डिक से हॉट बेब ने आह भर ली और आंखों में आँसू आ गए.
वह छटपटाने लगी.

मैंने फिर से एक और धक्का मारा तो लंड और अन्दर चला गया.
इस बार मेरा उसके गले में जाकर फंस गया.

उसने पूरी ताकत लगा कर मेरे लंड को अपने मुँह से बाहर निकाल दिया और सुपारा चूसने लगी.

मैंने उसका गाउन उतारा और उसको बेड पर लिटा दिया.
उसकी चूत में से बड़ी ही मादक महक सी आ रही थी.

दोस्तो, एकदम गुलाबी चूत देख कर मन कर रहा था कि खा जाऊँ.
फिर मैं 69 की पोजीशन में आ गया और हम दोनों एक दूसरे के लंड चूत को चूसने लगे.

वह कुछ देर बाद बोली- बस अब पेल दो.
मैं सीधा हुआ और उसकी चूत पर अपना लंड रख कर चूत का होंठों पर रगड़ने लगा.

वह बहुत ज़्यादा गर्म हो चुकी थी, अपनी गांड उठाती हुई बोली- कान्हा, अब डाल भी दो यार … और मत तड़फाओ.

मैंने उसकी चूत पर लंड रख कर जैसे ही धक्का लगाया, तो लंड अन्दर नहीं गया.
उसकी चूत बहुत टाइट थी.

मैं बार बार लंड अन्दर करने की कोशिश करता और असफल हो जाता.
फिर उसना मेरे लंड पर एक क्रीम लगा दी और बोली- अब जबरदस्ती करके अन्दर डाल ही दो … रुकना मत.

मैंने उसकी चूत में उंगली डाल कर चूत को ढीली की और अब लंड उसकी चूत पर रख कर अन्दर पेला ही था कि उसकी चूत चिरने लगी.

वह आह आह करने लगी और मेरे सीने पर हाथ रख कर मुझे रोकने सी लगी.
इससे लंड वापस निकल गया.

मुझे गुस्सा आ गया.
मैंने उसकी टांगों को और ज़्यादा फैलाया और लंड को चूत के सुराख पर सैट करके एक धक्का लगाया तो लंड चूत में चला गया.

मैं आपको बता नहीं सकता कि क्या अहसास था उसकी चूत में लंड जाने का!
लंड चूत में जाते ही वह जोर जोर से चिल्लाने लगी.

मैं घबरा गया और उससे पूछा कि क्या हुआ, बाहर निकालूँ क्या?
कामिनी बोली- आह आज कुछ भी हो जाए … तुम लंड बाहर मत निकालना, चाहे फट जाए मगर तुम पूरा लंड अन्दर पेल दो.

मैंने कामिनी का मुँह पकड़ा और एक जोरदार धक्का लगा दिया.
उसकी सांस ही अटक गई.

मैं घरेलू औरतों की चुदाई में वाकयी अनाड़ी था. मुझे पता नहीं था कि कैसे चोदना चाहिए था.
मैं तो अब तक चुदी पिटी रंडियों को ही चोदता आया था, तो कामिनी की चूत की माँ चुद गई थी.

मैंने एक और धक्का दे दिया और अपना पूरा लंड अन्दर डाल दिया.

वह छटपटाने लगी और लंड बाहर निकालने की कोशिश करने लगी. उसकी आँखों में से आँसू बह रहे थे.

मैंने कुछ सोच कर लंड बाहर निकाल लिया.
कामिनी रोती हुई गुस्सा करने लगी- लंड बाहर क्यों निकाला?

मैंने उसके होंठ बंद कर दिए और लंड को फिर से अन्दर पेल दिया.
इस बार एक ही धक्के में पूरा हथियार अन्दर पेल दिया था.

लंड जाकर सीधा उसकी बच्चेदानी में लगा और वह बेहोश हो गई.
उसकी चूत सच में बहुत टाइट थी. लौड़ा भी छिल गया था.

मैंने उसके मुँह पर पानी के छींटे मारे … तो वह चिल्लाने लगी.
मैंने एक कपड़ा उसके मुँह में ठूंस दिया और उसे चोदने लगा.

मैं अनाड़ी किस्म का चोदू था, तो बहुत जोर जोर सा चोद रहा था.
वह रो रही थी.

मैं इतनी जोर जोर से चोदने लगा था कि उसका जो पलंग था, वह भी टूट गया.
उसकी चूत से पानी और खून मिक्स होकर बाहर आ रहा था.
चूत में चिकनाहट के कारण मुझे लंड पेलने में मजा आ रहा था.

वह बार बार बेहोश हो जा रही थी.
उसकी इतने बुरी हालत हो गई थी कि वह एक मुर्दा सी पड़ी पड़ी चुद रही थी.

लगभग 20 मिनट तक मैं उसकी चुदाई करता रहा.
वह दो बार झड़ चुकी थी.

मैं गोली खाए हुए चोद रहा था तो झड़ ही नहीं रहा था.
मैंने उसकी चूत को फाड़ कर ही रख दिया था.

काफी देर बाद मैं झड़ा और उसकी चूत में ही अपने लंड का माल निकाल कर उसी के ऊपर ढेर हो गया.
उसका हाल ऐसा हो चुका था कि वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी.

फिर मैं उसको उठा कर नीचे उसके कमरे में लिटा कर उधर ही खड़ा हो गया.
उसकी चूत एकदम सूज कर कचौड़ी सी फूल गई थी.

वह मुझसे धीरे से बोली कि मुझे बाथरूम में लेकर चलो.
मैं उसे लेकर गया.

फिर जैसे तैसे वह अपने आपको संभालती हुई बाहर कमरे में आई और लेट कर सो गई.
मैं उसके कमरे से निकल कर छत के रास्ते अपने कमरे में आ गया.

तो ये थी मेरी बिग डिक हॉट बेब सेक्स कहानी, आपको कैसी लगी. प्लीज मुझे बताएं.

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