बहन की चूत की भाई से चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी दीदी के कहने पर उनकी अनचुदी चूत को चाट कर गर्म करके अपने लंड से खोल दिया.
कहानी के पिछले भाग
बड़ी बहन की कुंवारी बुर चाटने का मजा
में आपने पढ़ा कि मैं अपनी आपा को नंगी करके उनके साथ गन्दा ओरल सेक्स कर चुका था.
अब आगे बहन की चूत की भाई से चुदाई:
मैंने आपा से पूछा- क्या आपने पहले कभी किसी के साथ सेक्स किया है?
आपा ने मेरी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए कहा- तुम्हें क्या लगता है?
तो मैंने कहा- मैंने आप जैसी शरीफ लड़की जिंदगी में कभी नहीं देखी … मुझे नहीं लगता कि आपने कभी सेक्स किया होगा.
इस पर आपा मुस्कुराई और बोली- बेटा, कभी भी किसी लड़की को शरीफ मत समझना. हाँ यह बात सच है कि मैंने कभी सेक्स नहीं किया है. लेकिन सेक्स के अलावा मैंने और भी बहुत कुछ किया है.
मैंने जिज्ञासा से उनसे पूछा- आपने क्या-क्या किया है और किसके साथ किया है?
तो उन्होंने बताया कि उनके कॉलेज में एक लड़का है विशाल, वह उनका बॉयफ्रेंड है और वह उसके साथ चुम्मा चाटी कर चुकी है.
उन्होंने बताया कि वह और उनका बॉयफ्रेंड विशाल अक्सर पार्क में मिलते हैं और एक दूसरे के साथ चुम्मा चाटी करते हैं. विशाल उनके बूब्स भी दबाता है.
फिर उन्होंने बताया- अभी परसों ही विशाल और मैं एक साथ मूवी देखने गए थे. तब वहाँ पर मूवी के बीच में विशाल ने मुझसे अपना लंड चुसवाया था. मैंने जिंदगी में पहली बार लंड चूसा था और विशाल ने मेरी चूत भी चाटी थी. हालांकि मैंने कपड़ों के ऊपर से विशाल को लंड कई बार सहलाया था और उसने भी कपड़ों के ऊपर से मेरी चूत और मेरे बूब्स कई बार सहलाए थे. एक बार तो हम दोनों कॉलेज के पीछे एक रूम में चले गए थे. उस दिन हमने तय किया था कि हम लोग सेक्स करेंगे. विशाल और मैं दोनों नंगे हो चुके थे. विशाल अपना लंड मेरी चूत में डालने वाला था कि तभी पता नहीं अचानक किसी के आने की आहट हुई और हम दोनों वहां से भाग गए. उस दिन विशाल के खड़े लंड पर धोखा हो गया था.
यह कहकर आपा हंसने लगी.
मैंने उनसे कहा- आपा, आप चुदाई का प्रोग्राम कब बनाने वाली थी उसके साथ?
आपा ने कहा- मैं जल्द ही विशाल को बुलाकर उसके साथ चूत चुदाई करवाने वाली थी. लेकिन तुम्हारा कांड सुनकर मैं इसमें फंस गई. और जब से मैंने उस वीडियो में तुम्हारा लंड देखा था तब से मेरा मन तुमसे चूत चुदाई करवाने का करने लगा था क्योंकि तुम्हारा लंड विशाल की लंड से थोड़ा सा बड़ा है. विशाल का लंड एकदम काला है, तुम्हारा लंड थोड़ा सा गोरा भी है. मुझे तुम्हारा लंड अच्छा भी लगा.
मैंने पूछा- क्या अब आप विशाल के साथ सेक्स करोगी?
तो वे बोली- विशाल मेरे ऊपर बहुत रुपए खर्च करता है. वह मेरी हर जरूरत पूरी करता है. मुझे अच्छे रेस्टोरेंट में खाना खिलाता है और शॉपिंग भी करवाता है. इसलिए अगर मौका मिला तो मैं उसके साथ भी सेक्स कर लूंगी क्योंकि वह चूत बहुत अच्छी तरीके से चूसना जानता है. हालांकि चूत चूसना तुम भी बहुत अच्छी तरीके से जानते हो.
यह सुनकर मैंने उनके बूब्स दबाकर कहा- आप तो बहुत सीधी और शरीफ बन के कॉलेज जाती थी. मुझे नहीं पता था कि आप वहां जाकर यह सब करती हो!
नसरीन आपा हंसती हुई बोली- यह सब मैंने अभी 15 दिन पहले से ही शुरु किया है क्योंकि मेरी सभी सहेलियाँ अपने अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करती हैं. फिर साली कुतियाँ आकर मुझे अपनी चुदाई कहानियां सुनाती हैं. और कोई कोई तो अपनी वीडियो भी बना कर लाती है और मुझे दिखाती है.
आपा ने आगे बाताया- वैसे भी यह विशाल मेरे पीछे बहुत दिनों से पड़ा हुआ था. यह लड़का मुझे बहुत अच्छा भी लगता है. विशाल तो मुझसे शादी भी करना चाहता है.
इन सब बातों के बीच में मैं धीरे-धीरे आपा की चूत को अपनी उंगलियों से सहला रहा था.
जिसका असर यह हुआ कि आपा ने मुझसे कहा- अभी यह सब बकचोदी छोड़ो और जो करना है वो करते हैं!
उनकी यह बात सुनते ही मैं उनके ऊपर आकर उनके बदन को छेड़ने लगा.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
अब मेरा लंड नसरीन के मुंह में था और मैं उनकी चूत चाट रहा था. मैं कभी कभी उनकी गांड के छेद को भी चाट रहा था.
आपा की गांड का छेद हल्का सा काला था लेकिन वह बहुत ही खूबसूरत लग रहा था.
उनकी चूत गुलाबी रंग की थी अनछुई चूत जैसी!
फिर मैंने धीरे धीरे उनकी चूत में उंगली करनी शुरू कर दी.
अभी मेरी एक उंगली ही उनकी चूत में गयी थी कि आपा के मुंह से चीख निकली.
मैं समझ गया कि शायद आपा की चूत में पहली बार किसी की उंगली गई है. वरना आपा इतनी सीधी और शरीफ थी कि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने खुद भी कभी अपनी चूत में उंगली की होगी.
तो मैंने अपनी उंगली धीरे-धीरे उनकी चूत में डालनी जारी रखी.
उधर आपा मेरा लंड जोर-जोर से चूस रही थी और बीच-बीच में मेरे लंड पर काट रही थी.
मैंने अपनी उंगली उनकी चूत में डाली और उनके चूतड़ों को अपने मुंह में दबाकर जोर-जोर से उनकी चूत पर काटना शुरू कर दिया.
जिससे आपा की आवाज जोर-जोर से निकलने शुरू हो गई बहुत जोर जोर से- हाँ … ले मेरी जान … चाट ले मेरी चूत … हाहा मेरी जान सलीम … चोद डाल अपनी इस बहन को!
मेरी बहन बहुत जोर जोर से बोल रही थी तो मुझे डर लग रहा था कि कहीं अम्मी यह सब ना सुन लें.
तो मैंने आपा के चूतड़ों पर थप्पड़ मारते हुए कहा- यार आपा मरवाओगी क्या? धीरे-धीरे बोलो. कहीं अम्मी ने सुन लिया तो गज़ब हो जायेगा.
आपा ने मुंह से मेरा लंड बाहर निकाल दिया, बोली- अम्मी चुदाने गई अपनी अम्मी! अभी तो मुझे जल्दी से चोद … वरना मैं मर जाऊंगी.
तभी आपा ने मेरा लंड हाथ से पकड़ कर खड़ा किया और खुद उस पर बैठने के लिए पोजीशन तैयार कर ली.
क्योंकि आपा पहली बार चूत चुदाई करवा रही थी तो उनको दर्द भी होना था.
यह अहसास उनको पहले से था.
तो अभी मेरे लंड का टोपा ही अंदर गया था कि उनके मुंह से जोर की चीख निकली.
वे बोली- बस इससे ज्यादा मत डालना … बस ऐसे ही करो.
अब क्योंकि मैंने भी सिर्फ एक ही बार सेक्स किया था और आपा जैसी हसीन लड़की के साथ में पहली बार ही सेक्स कर रहा था तो मुझसे भी रुका नहीं जा रहा था.
मैंने आपा को पकड़ के नीचे लेटाया और उनके ऊपर आकर उनकी टांगों के कंधे पर रख लिया.
अपना लंड मैंने उनकी चूत पर सहलाना शुरु कर दिया और उनसे पूछा- आपा मैं अपना लंड आप की चूत में डाल दूं क्या?
तो आपा ने मेरी आंखों में देख कर कहा- हम दोनों भाई बहन एक दूसरे के साथ नंगे लेटे हुए हैं. क्या ऐसी हालत में भी मैं तुमसे मना कर सकती हूं?
मैंने उनकी आंखों में देखकर हंसते हुए अपना लंड धीरे-धीरे उनकी चूत में डालना शुरू कर दिया.
मेरा लंड अभी एक इंच ही अंदर गया होगा कि आपा ने मुझे रोक दिया.
उनकी आंखों से आंखों से आंसू आने शुरू हो गए.
आपा की आंखों में आंसू देख कर मुझे थोड़ी घबराहट होने लगी.
मैंने कहा- आपा बाहर निकाल लूं क्या?
तो उन्होंने कहा- नहीं, बस ऐसे ही रहो. अभी धक्का मत देना. ऐसे ही धीरे-धीरे अंदर बाहर करो तुम!
मैंने धीरे धीरे से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया.
आपा का दर्द थोड़ा शांत हो रहा था.
तो मैंने धीरे-धीरे अपने लंड में दबाव देना शुरू किया और लगभग आधा लंड मैंने आपा की चूत में डाल दिया.
आपा की जोर की ‘आआआ आआह हह हहह आआईईईई मार दिया बहनचोद!’ चीख निकली.
मैंने किस करके आपा की आवाज को दबा दिया.
तब मैंने सोचा कि अब ज्यादा देर करना ठीक नहीं है.
मैंने लंड बाहर निकाल के एक झटके में पूरा लंड उनकी चूत में डाल दिया.
आपा को इतना ज्यादा दर्द हुआ कि उन्होंने मेरी कमर में अपने नाखून घुसा दिये.
जिससे हल्की सी मेरी भी चीख निकल गई.
मेरी बहन जोर-जोर से अपने हाथ बिस्तर पर पटक रही थी. वे चीख नहीं सकती थी क्योंकि मैं उन्हें किस किए जा रहा था.
उनकी चीख मेरे होंठों में घुट कर रह गई थी.
मैंने थोड़ी देर ऐसे ही धीरे-धीरे धक्के देने शुरू कर दिए.
5 मिनट के बाद आपा कुछ बेहोश सी होने लगी; मैंने देखा उनकी आंखें धीरे-धीरे बंद हो रही थी.
अब गांड फटने की बारी मेरी आ गई थी.
मैंने अपना लंड तुरंत उनकी चूत से बाहर निकाला. मैंने देखा कि उसमें खून लगा हुआ है.
फिर मैंने आपा की तरफ देखा तो वे हल्की-हल्की बेहोश सी हो रही थी.
मैंने पानी लाकर थोड़ा सा उनके चेहरे पर डाला तो वह हल्का सा होश में आई.
उनकी खुली आंखें खुली देखकर मुझे थोड़ा सा सुकून मिला.
फिर मैंने आपा को उठाकर उनको पानी पिलाया और पूछा- आप ठीक हो?
तो उन्होंने हाँ में इशारा किया.
मैंने आपा से कहा- यार आपा, आपने तो डरा ही दिया था.
तो उन्होंने कहा- मुझे खुद यकीन नहीं था कि मैं ऐसे बेहोश हो जाऊंगी. पर तुम भी बहुत जालिम हो. एकदम से सारा लंड मेरी चूत में डाल दिया. धीरे-धीरे नहीं कर सकते थे क्या?
मैंने आपा को सॉरी कहा और कहा- आप जैसी हसीन लड़की की चूत चुदाई पहली बार कर रहा हूं. तो मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ.
आपा ने हंसकर मुझे अपने गले से लगा लिया और कहा- कोई बात नहीं … अपने भाई के लिए मैं इतना दर्द तो सह सकती हूं.
मैंने उन्हें किस करना शुरू कर दिया.
अब आपा भी जोश के साथ मुझे किस कर रही थी.
मैंने आपा से पूछा- आपा, क्या फिर से मैं अपना लंड आपकी चूत में डाल दूं?
तो उन्होंने हाँ में अपना इशारा दिया.
मैंने फिर से वही पोजीशन ली, उनकी टांगें अपने कंधों पर रखकर उनकी चूत में लंड चलाना शुरु कर दिया.
फिर धीरे-धीरे करके मैंने पूरा लंड उनकी चूत में डाल दिया.
आपा को दर्द अभी भी हो रहा था तो उनकी आंखों से फिर से आंसू आने लगे.
मैंने उनकी आंखों के आंसू भी चाट लिए और प्यार से धीरे-धीरे उन्हें चोदने लगा.
आपा ने जोश में आकर मुझे अपने जिस्म से चिपका लिया जैसे कि वो मुझे अपनी जिस्म में समा लेना चाहती थी.
फिर वे मुझसे बोली- सलीम जोर जोर से चोदो.
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और 10-15 मिनट में दबा के अपनी दीदी को चोदा.
इस बीच आपा दो बार झड़ चुकी थी.
लगभग 10 मिनट बाद मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैंने और जोर जोर से झटके देने शुरू कर दिए.
आपा को पता चल गया था कि मैं झड़ने वाला हूं.
तो उन्होंने एकदम से अपनी चूत में से मेरा लंड बाहर निकाल दिया.
मैंने आपा की तरफ प्रश्नवाचक मुद्रा में देखा तो उन्होंने कहा- वह अभी प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती!
यह कहकर उन्होंने अपने मुंह में मेरा लंड ले लिया और चूसना शुरू कर दिया.
मेरे लंड से पानी निकलने वाला था तो मैंने आपा से कहा- आपा, मेरा पानी निकलने वाला है.
तो उन्होंने एकदम से लंड मुंह से बाहर निकाल दिया और हिलाने लगी.
उन्होंने मेरे लंड की दिशा अपने बूब्स की तरफ कर दी.
लगभग 30 सेकंड बाद ही मेरा सारा पानी निकल गया जिसकी धार सीधे आपा के बूब्स पर जाकर गिरी.
मैं थक कर एक तरफ लेट गया.
इस तरह से बहन की चूत की भाई से चुदाई पूरी हुई.
आपा ने मुझे देखा और प्यार से मुझे किस करते हुए बाथरूम में जाने लगी.
लगभग 10 मिनट बाद अपने आप को साफ करके आपा वापस आई, आकर मेरी बांहों में नंगी ही लेट गई.
इस बहन की चूत की भाई से चुदाई पर अपने विचार मुझे [email protected] पर बताएं.
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