सेक्सी वाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं छुट्टी वाले दिन दारू पी रहा था. मैंने कोल्डड्रिंक में अपनी बीवी को भी पिला दी. मैं उसे चोदने लगा. उसकी भतीजी आई हुई थी.
आज छुट्टी का दिन था.
मेरी एक आदत है कि मैं छुट्टी के पहले दिन की शाम और अगले दिन जब मेरी छुट्टी रहती है, तब दोपहर को ड्रिंक जरूर करता हूं.
उस दिन भी दोपहर को ऊपर वाले कमरे में बैठा बैठा ड्रिंक कर रहा था.
जब मैं चौथा पैग पी रहा था, तभी मेरी बीवी सोनू (बदला हुआ नाम) ऊपर के कमरे में आ गयी.
वो बोली- मेरी भतीजी चंदा आयी है, वो 3-4 दिन अपने यहां रहेगी. मैं उससे बातें कर रही हूं, अगर आपको कुछ चाहिए हो, तो मुझे कॉल कर देना. ठीक है?
मैंने हां में सर हिलाया और उसे जाने को बोला.
लेकिन हकीकत तो ये थी कि मैंने उसकी बात अच्छे से सुनी ही नहीं थी.
क्योंकि मैं 4 पैग लगा कर पूरा मदहोश हो चुका था.
मुझे बस अपनी बीवी की प्यारी सी चूत याद आ रही थी. मन कर रहा था कि उसकी नाजुक चूत को चूमता रहूं.
तभी मेरे दिमाग में एक ख्याल आया कि अगर मेरी बीवी भी थोड़ी सी ड्रिंक कर ले तो मजा आ जाएगा.
वो न जाने कैसे रियेक्ट करेगी?
बस ये सोचा तो आज मेरा मन इसको अमल में लाने को बेकरार हो गया.
सवाल था कि लेकिन वो कैसे ड्रिंक करेगी?
फिर याद आया कि क्यों ना कोल्डड्रिंक में मिला कर पिलायी जाए!
मैंने एक गिलास कोल्डड्रिंक में एक पैग व्हिस्की मिला दी और बीवी को आवाज दी.
‘सोनू, थोड़ी नमकीन देना.’
बीवी नमकीन लेकर आयी.
वो नमकीन रखकर वापिस जाने को मुड़ी तो मैंने उसे रोका- सोनू, एक मिनट रूकना. वो अपने घरेलू खर्च की जो लिस्ट है, उसमें एक बात समझ नहीं आयी. क्या एक बार समझा सकती हो?
बीवी ने हां में सर हिलाया और मेरे पास वाली कुर्सी पर बैठ गयी.
फिर वो हिसाब समझाने लगी तो मैंने वो कोल्ड ड्रिंक वाला गिलास उसको पकड़ा दिया.
मैंने कहा- लो थोड़ी कोल्ड ड्रिंक पी लो, गर्मी बहुत हो रही है.
बीवी ने भी हां में सर हिलाते हुए गिलास लिया और बोली- हां जी, गर्मी ने तो सारा दिमाग गर्म कर रखा है.
ये बोलते बोलते उसने एक ही घूंट में गिलास खाली कर दिया.
फिर 3-4 मिनट तक वो हिसाब समझाती रही.
बीवी बोली- कुछ आया समझ में?
मैंने भी हां में सर हिलाया.
वो बोली- ठीक है, मैं नीचे हूं कुछ चाहिए तो आवाज लगा देना.
ये बोलते वक्त उसकी जीभ थोड़ी सी लड़खड़ाई.
मैं समझ गया कि ड्रिंक ने असर दिखाना शुरू कर दिया है.
वो जाने लगी तो मैंने कहा- बार बार क्यों डिस्टर्ब करूं, ऐसा करो थोड़ी बर्फ दे दो. फिर और कुछ नहीं चाहिए.
तो वो बोली- ठीक है, अभी लायी.
वो उठी और जाने लगी तो उसकी चाल में हल्की सी लड़खड़ाहट नजर आने लगी थी.
मेरे मन में अलग सी गुदगुदी होने लगी.
वो बर्फ लेकर ऊपर आयी और रख कर वापिस जाने को मुड़ी तो लड़खडा़ती हुई कुर्सी पर बैठ गयी.
मैं मुस्कुराते हुए उसे देखने लगा.
वो भी मुस्कुरा उठी.
अगले ही पल मैं उसके होंठों को चूम रहा था.
शराब के सुरूर में वो भी साथ देने लगी.
मुझे बस उसकी चूत को चूमने का मन हो रहा था.
बस मैंने उसका पेटीकोट ऊपर किया और उसकी पैंटी को सूंघने लगा.
‘आह … क्या मजेदार महक है तेरी चूत की … मेरा नशा डबल हो गया.’
बीवी ने अपनी टांगों को और ज्यादा खोल दिया.
फिर बस एक झटके में उसकी पैंटी खोली और सटासट उसकी चूत चूमने लगा.
बस 2-3 मिनट में ही उसकी चूत से नमकीन पानी का दरिया बहने लगा.
कुछ शराब की मस्ती और कुछ मेरे होंठों की हरकतों ने उसे ऐसा मस्त किया कि वो मेरा लंड मांगने लगी- बस करो ना, अब तो बस सिर्फ़ लंड ही चाहिए.
इतना बोलकर वो मेरा लंड मेरे पायजामे से बाहर निकाल कर हिलाने लगी.
मेरे लंड का साइज़ सवा छः इंच है. थोड़ा सा काला है मगर इसका सुपारा बिल्कुल गुलाबी है.
मेरी बेसब्र बीवी मेरे लंड को मुँह में लेकर जल्दी जल्दी चूसने लगी.
उसके चूसने के तरीके से साफ पता चल रहा था कि वो चुदने के लिए कितनी बेकरार है.
मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो पा रहा था.
मैंने बीवी को घोड़ी बनाया और लंड को पीछे से एक ही झटके में चूत की गहराई में पहुंचा दिया.
उसकी ‘आह मर गई’ की कराह निकली और वो लंड गड़प कर गई.
मैंने बिना एक शब्द बोले धक्के पे धक्के देना शुरू कर दिए.
कोई 4-5 मिनट इसी तरह चोदने के बाद उसे बिल्कुल सीधा खड़ा किया और हवा में ही थोड़ा सा झुकाकर लंड फिर पीछे से पेला.
लंड नीचे से अपना काम कर रहा था और मैं अपने दोनों हाथों से उसके दूध दबा रहा था.
मेरी सेक्सी वाइफ सेक्स के धक्कों से वो थोड़ा थोड़ा आगे खिसक रही थी.
खिसकते खिसकते हम कब कमरे के दरवाजे पर आ गए, पता ही नहीं चला.
मेरी बीवी की चूत अब बस ठण्डी होने ही वाली थी.
वो जल्दी जल्दी चोदने के लिए बार बार बोल रही थी- आह जल्दी जल्दी दो चार झटके और मार दो … आग तेज हो गई है.
मैं पूरी स्पीड से धक्के मार रहा था.
अचानक बीवी खुशी से सीत्कार उठी- आहहहह … मैं गयी … गयी आह.
मैं भी बस झड़ने वाला था तो बिना रूके धक्के पे धक्का मारते जा रहा था.
अब बस पानी बिल्कुल लंड के सुपारे तक आ चुका था और तभी लंड ने जहर उगल दिया.
‘आहहह …’
मेरा पानी भी एक पिचकारी मारते हुए लंड उसकी चूत में झड़ने लगा.
जैसे ही मेरे लंड ने पिचकारी मारी उसी वक्त मेरी बीवी की भतीजी चंदा (उम्र 22-23 साल) सीढ़ियां चढ़ती हुई बिल्कुल हमारे सामने थी.
मेरी बीवी का मुँह सीढ़ियों की तरफ ही था और मैं पीछे से उसकी चूत में मजे से झड़ रहा था.
मेरी बीवी अपनी भतीजी को बिल्कुल अपने सामने देख कर हक्की-बक्की रह गयी.
मैं भी सकपका गया.
लेकिन मस्ती से झड़ते लंड को चूत से बाहर निकालना इतना आसान भी तो नहीं था, तो पूरा झड़ने तक रूका ही नहीं.
अब जैसे ही मस्ती का सुरूर उतरा, वैसे ही मैंने लंड बीवी की चूत से बाहर निकाला और कमरे के अन्दर हो लिया.
बीवी जल्दी से अपने आप को ठीक करने में जुट गयी लेकिन हल्के हल्के नशे ने उसकी कोशिश पर पानी फेर दिया.
खैर … अब जो होना था हो गया.
वो दोनों बुआ भतीजी तो जैसे तैसे सहज हो गईं लेकिन मेरी हालत बिल्कुल खराब थी.
क्योंकि चुदाई के नशे में मैं तो ये भूल ही गया था कि बीवी की भतीजी भी घर में है और हम कमरे का दरवाजा बंद किए बिना ही चोदा चोदी में मस्त हो गए थे.
एक डेढ़ घण्टे तक घर में बिल्कुल सन्नाटा सा पसरा रहा था.
मैं सोच रहा था कि मेरी बीवी अपनी भतीजी को पता नहीं कैसे सफाई पेश कर रही होगी.
यही सोचता रहा और मैं ऊपर वाले कमरे से बिल्कुल बाहर नहीं निकला.
इस घटना के करीब तीन घण्टे के बाद मेरी बीवी ऊपर कमरे में आयी.
मैं कुर्सी पर चुपचाप बैठा था.
उसके चेहरे पर बहुत हल्की सी स्माइल थी.
मैंने पूछा- सोनू तुम्हारी भतीजी जाने क्या सोच रही होगी? यार मैं तो बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं.
बीवी बोली- जी, शर्मिंदा तो मैं भी हुई थी लेकिन उसे मैंने समझाने की कोशिश की है.
मैंने उत्सुकता से पूछा- कैसे समझाया होगा?
बीवी बोली- मैंने कहा कि तुम्हारे फूफा जी व्हिस्की के नशे में थे.
मैंने कहा- हां, ये तो सही कहा.
बीवी- चंदा बोली कि फूफा जी तो पहले से ही ड्रिंक करते आ रहे हैं … लेकिन बुआ आप थोड़े ही नशे में थीं, कम से कम कमरे का दरवाजा तो बंद कर लेतीं.
मैंने कहा- फिर?
बीवी बोली- तब मैंने उसे समझाया कि तुम्हारे फूफाजी ने मुझे भी मजाक में कोल्ड ड्रिंक में मिला कर व्हिस्की पिला दी थी.
तब मेरी भतीजी बोली- बुआ, मर्द नशे में ऊंच नीच सब भूल जाते हैं और फूफाजी तो वैसे भी जमकर पीते हैं. उनसे कंट्रोल होना मुश्किल था, लेकिन आप तो औरत हो, जरा सी व्हिस्की से आप भी टुन्न हो गईं … ये बात जम नहीं रही. मेरे दोस्त कहते हैं कि एक पैग से कुछ नहीं होता.
मैंने अपनी बीवी को ऐसे देखा जैसे वो चंदा का कोई राज उजागर करने वाली हो.
मेरी बीवी बोली- मैंने उससे पूछा कि तुमने कभी पी है?
तो चंदा बोली कि नहीं!
फिर मेरी बीवी ने कहा- तो तुम खुद एक पैग पीकर देखो तब बताना कि औरतों को एक पैग से कुछ नहीं होता.
मैंने बीवी से कहा- अरे फिर वो क्या बोली?
बीवी- उसने मेरा चैलेंज एक्सेप्ट कर लिया है. आपने जैसे मेरे लिए ड्रिंक बनाया था, वैसा ही एक ड्रिंक मेरी भतीजी के लिए भी बना दो. फिर देखती हूं, उसे मेरी बात पर भरोसा होता है या नहीं.
मैंने अपनी बीवी को आश्चर्य से देखा.
वो बोली- क्या देख रहे हो, आप तो बना ड्रिंक बना दो, फिर देखती हूं कि उसे एक पैग से नशा होता है या नहीं.
मैं बोला- ठीक है, तुम्हें उससे जीतना तो पड़ेगा ही!
वो हां कहने लगी.
मैं- अच्छा एक छोटा सा पैग तुम्हारे लिए भी बना दूं क्या?
और मैं शरारत से मुस्कुराया.
बीवी बोली- नहीं, एक पैग ने ही तो इतना कबाड़ा करवाया है. अब एक और पैग !! ना बाबा! आप तो बस उसके लिए ही बना दो.
मैं बोला- सोनू डार्लिंग, एक पैग से वो पक्का नशे में टुन्न हो जाएगी क्योंकि वो तो कभी पीती नहीं तो नशे में टुन्न पड़ी रहेगी. इधर अपन एक राउंड और मार लेंगे.
वो बोली- जी मूड तो मेरा भी है, मगर कहीं फिर से गड़बड़ हो गयी तो?
मैं बोला- यार कुछ नहीं होगा, वो नीचे नशे में टुन्न पड़ी रहेगी, इधर अपन अपनी चोदा चोदी कर लेंगे, प्लीज अब मान जाओ.
बहुत मिन्नत के बाद बीवी भी एक पैग पीने को तैयार हो गयी.
इस बार मैंने कोल्ड ड्रिंक के दोनों गिलास में थोड़ी सी ज्यादा व्हिस्की मिला दी और एक गिलास उसकी भतीजी के लिए दे दिया.
बीवी अपनी भतीजी को कोल्ड ड्रिंक का गिलास पिलाकर वापिस ऊपर कमरे में आ गयी.
वो बोली- उसने कोल्ड ड्रिंक का पैग पी तो लिया है, अब चढ़ और जाए, तो उसे भी यकीन हो जाएगा कि एक पैग से नशा होता है या नहीं.
फिर मैंने मुस्कुराते हुए दूसरा गिलास अपनी बीवी को पकड़ा दिया.
उसने धीरे धीरे पीते हुए पूरा गिलास खाली कर दिया.
मैंने भी अपने लिए एक पटियाला पैग बनाया और एक ही सांस में खाली कर दिया.
बीवी को फिर हल्का हल्का नशा छाने लगा. वो बोली- मैं उसे देख कर आती हूं.
मुझे पता था कि दोनों की कोल्ड ड्रिंक में व्हिस्की पहले से ज्यादा है, तो इन दोनों को नशा होने में बिल्कुल भी टाइम नहीं लगेगा.
मेरी बीवी तो टुन्न होना शुरू भी हो चुकी थी.
वो भतीजी को देखने लड़खड़ाते कदमों से जाने लगी.
तभी मुझे एक मजाक सूझा.
मैंने एक ही झटके में अपनी बीवी की साड़ी खोलकर उतार दी.
अब वो सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में मेरे सामने खड़ी थी.
वो मस्त माल लग रही थी.
उसे कुछ भी फर्क नहीं पड़ा.
मैंने उसे चूमना शुरू किया तो वो भी मुझे चूमने लगी. मतलब उसे साड़ी खुलने पर बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ा .
पड़ता भी कैसे अखिर व्हिस्की ने असर दिखाना शुरू कर दिया था.
फिर वो बोली- अच्छा मैं आती हूं, जरा उसे भी देख आऊं कि एक पैग से उसे कुछ हुआ या नहीं!!
मैं बीवी को मस्ती में उकसाते हुए कहा- हां जाओ, लेकिन ये ब्लाउज तो उतार दो. घर तुम्हारा है, तुम्हारी भतीजी का थोड़ी है, जो वो तुम्हें ज्ञान पेल रही थी.
व्हिस्की के नशे में बीवी भी जोश में आ गयी और उसने फटाक से ब्लाउज उतार कर फेंक दिया.
वो नीचे जाने लगी तो मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी.
उसने बिल्कुल भी ऐतराज नहीं किया.
उसके चूचे हवा में झूल रहे थे.
फिर वो नीचे चल दी.
मैं भी चुपके चुपके उसके पीछे सीढ़ियां उतरने लगा.
जैसे ही मेरी बीवी नीचे वाले कमरे के दरवाजे के पास पहुंची, जहां उसकी भतीजी बैठी थी.
मैंने उसी पल अपनी बीवी को पीछे से पकड़ा और उसे फिर से चूमने लगा.
वो भी पलट कर मुझे चूमने लगी.
पहले वाले पैग से दूसरे वाले पैग में व्हिस्की ज्यादा थी, तो एक ही गिलास में मेरी बीवी तो बिल्कुल टुन्न हो चुकी थी.
मेरी बीवी आयी तो वो अपनी भतीजी को देखने थी और व्हिस्की के नशे में मुझसे लिपट गयी.
अपने दूध खुद से मेरे मुँह में देने लगी.
उसे नशे में ये डर भी नहीं रहा कि उसकी भतीजी कहीं देख ना ले.
ये डर तो मुझे भी होना चाहिए था लेकिन मुझे अपने बनाए ड्रिंक पर यकीन था कि उसकी भतीजी भी नशे में चूर हो चुकी होगी.
मेरा तन बदन पूरी मस्ती में डूबा हुआ था.
मैं उस मस्ती को अच्छी तरह से एंजॉय कर लेना चाहता था.
मेरी बीवी मेरे सर पर हाथ रख कर मेरे मुँह को अपने गोल गोल बॉल के पास लाने के लिए दबा रही थी.
मैंने भी उसकी इच्छा के अनुसार उसके दूध चूमने शुरू कर दिए. वो मेरे हाथ को अपने नितंबों पर कस रही थी.
अचानक मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया. पेटीकोट सर्र से नीचे गिर गया.
लेकिन मेरी बीवी को रत्ती भर भी डर या संकोच नहीं लगा कि कहीं उसकी भतीजी ने देख लिया तो क्या होगा.
अब मेरी बीवी सिर्फ पैंटी में मेरे सामने खड़ी थी.
उसकी गोरी गोरी मांसल टांगें देख कर मेरी जीभ उन्हें चाटने के लिए लपलपाने लगी थी.
वो मुझसे लिपट कर मेरे होंठ चूमने लगी.
मैंने उसे रोका और याद दिलाया- सोनू डार्लिंग, पहले अपनी भतीजी को तो देख लो.
थोड़ी सी हड़बड़ा कर वो सीधी हुई और बोली- हां हां, मैं तो भूल ही गयी. ओके … एक मिनट, आती हूं!
वो उस कमरे की तरफ मुड़ गयी जहां उसकी भतीजी भी एक पैग लगाकर टुन्न हो रही थी.
जब मेरी बीवी अपनी भतीजी द्वारा मुझसे चुदते हुए पकड़ी गयी थी, तब उसने सारे कपड़े पहन रखे थे.
मैं तो पीछे से उसकी साड़ी उठाकर उसे चोद रहा था.
तब मेरी बीवी शर्म से लाल हो गयी थी. वो अपनी भतीजी से नजर नहीं मिला पायी थी.
मगर अब हालात बदल चुके थे. मेरी बीवी सिर्फ चड्डी में अपनी भतीजी के हालचाल पूछने जा रही थी और वो चड्डी भी मैंने उसके जाते जाते नितंबों से नीचे सरका दी थी.
अब मेरी बीवी की सिर्फ चूत परदे में थी बाकी सब कुछ खुलमखुल्ला था.
मुझे बस इतना ही देखना था कि अब आगे क्या होगा क्योंकि बीवी भी नशे में टुल्ल और उसकी भतीजी भी नशे में टुल्ल थी.
ऊपर से मेरी बीवी नंगी पुंगी ही उसके सामने जाने वाली थी.
आगे का धमाका देखने की उत्सुकता से मैं अपनी बीवी के पीछे पीछे हो लिया.
मेरी बीवी नशे में लगभग झूमते हुए कमरे के अन्दर चली गयी.
मैं दरवाजे की ओट से अन्दर देखने लगा.
अभी बस इतना ही दोस्तो, अब इससे आगे क्या हुआ, ये सब सेक्सी वाइफ सेक्स कहानी के अगले भाग में बताऊंगा.
आप कमेंट्स करना न भूलें.
सेक्सी वाइफ सेक्स कहानी का अगला भाग: बीवी और उसकी भतीजी की एक साथ चुदाई- 2