Xxx मामी सेक्स कहानी में पढ़ें कि मैं नानी के घर गया तो मैंने मामी को गर्म करके चोद दिया. यह मेरी पहली चुदाई थी. कैसे हुआ यह सब … खुद पढ़कर मजा लें.
सबसे पहले सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्ते.
दोस्तो, ये मेरी पहली और सच्ची चुदाई की कहानी है जो मैं आप लोग के सामने पेश करने जा रहा हूँ.
मेरा नाम रॉकी है. यह बदला हुआ नाम है.
यह Xxx मामी सेक्स कहानी उस वक्त शुरू हुई थी जब मैं गर्मियों की छुट्टी में दिल्ली में अपनी नानी के घर रहने आया हुआ था.
मेरे मामा ऑफिस में जॉब करते हैं और घर पर नानी और मामी रहती हैं.
नानी की तबियत ठीक नहीं रहती थी, तो वो ज्यादातर लेटी रहती थीं.
उस दिन घर में मैं, मामी व नानी ही थे, मामूजान अपनी जॉब पर गए थे.
नानी सोई हुई थीं.
ये बात उस वक्त की है, जब लोग सीडी प्लेयर पर ही मूवी देखा करते थे.
उस दिन मैं भी सीडी प्लेयर पर मूवी देख रहा था.
साथ में मामी बैठी थीं जो नानी की मालिश कर रही थीं.
मूवी खत्म हुई तो मैं दूसरी मूवी देखने के सीडी के डिब्बे में देखने लगा.
उस समय मेरे हाथ सीडी के डब्बे में जो मूवी हाथ लगी, वो एक ब्लू फिल्म थी.
उसके ऊपर एक नंगी लड़की की फोटो लगी थी, जिसे देख कर मैं समझ गया कि ये एक ब्लू-फिल्म की सीडी है.
मैंने उसे सीडी को एक ओर रख दिया और एक दूसरी सामान्य मूवी लगा कर देखने लगा.
इतने मामी ने नानी की मालिश खत्म की और ऊपर अपनी वाली फ्लोर पर चली गईं.
नानी सो गई थीं.
अब जब मामी कमरे में नहीं थीं तो मेरे मन में आया कि क्यों न मैं ब्लू फिल्म देखूं.
मैंने देर न करते हुए ब्लू फिल्म लगा दी और म्यूट करके देखने लगा.
मैं सेक्स मूवी देखने में इतना मस्त हो गया कि ये भी याद न रहा कि कोई मुझे देख भी सकता है.
वही हुआ भी … मामी कब ऊपर से नीचे आ गईं, मुझे पता ही नहीं लगा.
उन्होंने भी चुपके से फिल्म देखना शुरू कर दी थी और एकटक देखती रहीं.
कुछ देर बाद जब मेरी नजर मामीजान पर पड़ी तो मैंने देखा कि मामी फिल्म देख रही थीं और वो अपनी टांगों के बीच में अपना हाथ रगड़ रही थीं.
उनकी आंखों में वासना साफ़ साफ़ झलक रही थी.
उसी वक्त मेरी नजरें मामी की नजरों से मिलीं और वो एकदम से सकपका गईं.
मैंने भी तत्काल मूवी को बंद किया और टीवी पर चैनल लगा दिया.
तब मैंने खिसियाते हुए कहा कि ये टीवी पर आ रही थी.
मामी उस वक्त सहमी हुई थीं तो शायद उन्हें भी लग रहा होगा कि कैसे बात को खत्म किया जाए.
उन्होंने कुछ भी नहीं कहा और वो अन्दर चली गईं.
उनके जाने के बाद एक पल के लिए गांड तो मेरी भी फट गई थी कि ये क्या बवाल हो गया.
पर ज्यादा कुछ हुआ नहीं क्योंकि मामी ने बाद में भी मुझसे कुछ नहीं कहा था.
फिर उनकी एक बात मुझे और भी याद आ गई.
वो अक्सर मुझसे पूछती रहती थीं कि तेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं.
उससे मुझे लगा कि मामी इस बात को समझती हैं कि मैं जवान हो गया हूँ.
ऐसे ही कुछ दिन तक चलता रहा.
मैं मौका पाते ही मूवी को लगा देता और देखता रहता.
एक दिन मैं और मामी बैठ कर हंसी मजाक कर रहे थे.
उन्होंने मुझसे कहा- रॉकी, वो उस दिन वाला चैनल लगा कर तो देख, क्या पता वो वाली मूवी आ रही हो.
मैंने मामी की तरफ देखा.
तो उन्होंने आंख दबा दी.
मैंने रिमोट से चैनल बदलने का ड्रामा किया और कहा कि मामी चैनल पर तो उस जैसी मूवी आ नहीं रही है … कहो तो सीडी लगा दूँ?
वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगीं और बोलीं- मतलब तू उस दिन भी सीडी प्लेयर पर देख रहा था न!
मैंने भी कह दिया- हां, वो तो मैंने सीडी लगा रखी थी पर आपसे झूठ बोल दिया था.
इस पर मामी ने कहा- अच्छा … तो फिर से एक बार लगा कर दिखा ना!
मैंने देर न करते हुए पोर्न मूवी की सीडी लगा दी और मामी के साथ बैठ कर देखने लगा.
उसमें एक नीग्रो एक कमसिन लौंडिया के ऊपर चढ़ा हुआ उसे दबादब चोद रहा था.
मामी उस काले हब्शी का लौड़ा देख कर मस्त हो रही थीं, उनका मूड लगातार सेक्सी होता दिख रहा था.
पर मेरी इतनी हिम्मत नहीं हो रही थी कि मामी के ऊपर हाथ डाल सकूँ.
चुदाई की फिल्म सामने चल रही थी. बाजू में मामी बैठी थीं.
मेरा लंड तो सलामी देने लगा था.
मैं धीरे से मामी और करीब सरक आया.
मैंने उनसे कहा- देखो ना मामी, ये कालिया कैसे उस गोरी की ले रहा है! क्या मामू भी आपकी ऐसे ही लेते हैं?
मामी ने फिल्म देखते हुए वासना भरी आवाज में कहा- तेरे मामू तो मुझे सीधा लिटा कर ही लेते हैं.
उनकी इस बात से मेरी थोड़ी हिम्मत बढ़ गई और मैंने मामी के चूचे पर हाथ रख दिया.
कमाल की बात ये हुई कि मामी ने मेरे हाथ को हटाया नहीं.
उन्होंने एक बार मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा कर वापस फिल्म देखने लगीं.
ये देख कर मैंने हल्के हल्के से उनके चूचे दबाने शुरू कर दिए.
अब मामी को मजा आने लगा था, वो गर्म होने लगी थीं.
उनकी भी सांसें तेज़ हो रही थीं.
मेरा भी लंड खड़ा हो रहा था.
मैंने उनको अपनी बांहों में खींच लिया और चूमने लगा.
बाजू में नानी सो रही थीं तो मामी की गांड फट गई कि कहीं लफड़ा न हो जाए.
वो मुझसे छूट कर नानी की तरफ देखने लगीं.
मैं समझ गया कि मामी की चूत तो लंड के लिए मचल रही है लेकिन गांड फटने के कारण मामला सैट नहीं हो पा रहा है.
अभी मैं कुछ सोचता कि मामीजान की कैसे लूँ, तभी मामी उठीं और वहां से जाने लगीं.
मैंने धीमे से पूछा- मामी कहां जा रही हो?
मामी ने कहा- ऊपर अपने कमरे में.
मैंने पूछा- क्या मैं भी आ जाऊं?
तो मामी ने आंखों से इशारा कर दिया कि हां आ जाओ.
ये कह कर वो अपने कमरे में चली गईं.
मैं भी देर न करते हुए सीधा मामी के कमरे में चला गया.
मामी अपने बेड पर लेटी हुई थीं.
मेरी मामी देखने में कोई ज्यादा सुंदर नहीं थीं और न ही गोरी चिट्टी थीं.
मगर उनका जिस्म बड़ा ही भरा हुआ और मस्त था.
फिर उस वक्त मेरे लिए तो वो किसी कैटरीना कैफ से कम भी नहीं थीं.
लंड को छेद की जरूरत थी और हाथों को मम्मों की!
मैं उनके पास उनके बेड पर बैठ गया और उनके एक चूचे पर हाथ फेरने लगा.
इससे मामी को मजा आने लगा और उन्होंने अपनी आंखों को बंद कर लिया.
इससे मेरी हिम्मत और भी ज्यादा बढ़ गई.
अब मैंने मामी के चूचे उनकी कमीज के नीचे से हाथ डाल कर दबा दिए.
ये मेरे लिए पहली बार था, जब मैंने ऐसा किया था.
मामी के 36 साइज के चूचे मेरे हाथ में नहीं आ रहे थे.
मैंने मामी की कमीज ऊपर उठा दी.
और पहली बार जिंदगी में मैंने किसी औरत के नंगे चूचे देखे थे.
मैंने देर न करते हुए उनके निप्पल को मसलना शुरू कर दिया और जल्दी से एक निप्पल को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया.
मामी सीधा लेटी हुई बस मजा ले रही थीं.
फिर मैंने धीरे से मामी की सलवार का नाड़ा खोल दिया.
इस पर मामी ने मुझसे कुछ नहीं कहा.
मैंने देखा कि मामी ने नीचे पैंटी नहीं पहनी है और उनकी चूत पर हल्की हल्की झांटें भी उगी हैं.
उस वक्त उनकी वो झांटें मेरे लिए मायने नहीं रखती थीं क्योंकि उससे पहले मैंने किसी की भी चूत नहीं देखी थी और ना ही मुझे चूत चोदने का कोई अनुभव था.
मामी मेरे सामने आधी नंगी लेटी हुई थीं
उनकी सलवार घुटनों से नीचे थी और कमीज चूचे से ऊपर.
ये कहो कि मामी बीच में से नंगी और ऊपर नीचे से छुपी हुई थीं.
जैसा कि असल जिंदगी में होता है.
मैंने कहा- मामी, मेरा खड़ा हो गया है.
ममी ने कहा- तो बैठा ले ना. खुली तो पड़ी है मेरी. आ जा जल्दी से.
ये कह कर मामी ने मुझे अपनी चूत के सामने आने को कहा.
मैंने उनकी टांगें फैलाईं और अपना लंड उनकी चूत पर रख कर उसे अन्दर करने लगा.
जैसा कि मैंने कहा, मुझे चुदाई का कोई भी अनुभव नहीं था, तो मेरा लंड मामी की चूत में नहीं जा रहा था.
अब मामी ने मेरा लंड पकड़ कर खुद अपनी चूत के मुँह पर लगाया और कहा कि अब कर अन्दर.
मैंने देर न करते हुए अपने लौड़ा मामी की चूत के अन्दर कर दिया.
सच कहूं दोस्तो, उनकी चूत इतनी गर्म थी कि पूछो मत.
मेरे लंड को ऐसा लगा मानो किसी खौलती चीज में मुँह डाल दिया हो.
मेरा लौड़ा अन्दर जाते ही जैसे जलने लग गया था.
मामी ने भी हल्के से आह की आवाज निकाली और गांड हिलानी शुरू कर दी.
मैंने भी आगे पीछे होना शुरू किया और मामी ने मजे लेना शुरू कर दिया.
मामी बोलीं- जरा रोज रोज से रगड़ ना … तेरा मस्त है.
मैंने कहा- मुझे तो बड़ी आग सी लग रही है. अन्दर से कितनी गर्म हो आप!
वो बोलीं- हां, तेरा मामू चढ़ा नहीं है ना काफी दिनों से. चल जल्दी जल्दी चोद और जरा दूध भी चूस ले अनाड़ी चोदे.
मैंने मामी के मुँह से दूध चूसने का सुना तो अप्पना मुँह उनके एक थन पर लगा दिया और खींचते हुए चूसने लगा.
साथ में लंड भी चूत में मस्त चल रहा था.
सच में दूध चूसते हुए चूत चुदाई करने में बड़ा मजा आ रहा था; अन्दर तक सनसनी हो रही थी.
कुछ पल बाद जब मुझे अहसास हुआ कि मैं चुदाई कर रहा हूँ, तो भेजा चलना शुरू हुआ.
मैं आंख खोल कर मामी को देखने लगा.
मामी बस अपने होंठ काटती हुई मेरी कमर को पकड़े हुई थीं और मुझे अपने ऊपर खींच छोड़ रही थीं.
उनकी टांगें भी हवा में उठी हुई थीं.
मगर वो सब नहीं हो रहा था, जैसा सेक्स कहानी में पढ़ता था या ब्लू फिल्म में देखता था.
उस तरह से मामी ना तो आह्ह्ह आआआई कर रही थीं और ना ही कुछ और बोल रही थीं.
सच बताऊं तो उस समय समझ आया कि ये उन्ह आह आदि सब बातें कहने की होती हैं … असली चुदाई में ऐसा कुछ नहीं होता है.
मैंने धक्के लगाना शुरू कर दिया था और मामी आंखें बंद करके बस धक्कों का मजा ले रही थीं.
मेरे हर धक्के के साथ मामी के हिलते हुए चूचे मुझे और भी ज्यादा मस्त कर रहे थे.
मुझे धक्के लगाते हुए करीब 5 मिनट हो चुके थे.
मैं नहीं जानता था कि मामी इस बीच झड़ चुकी थीं या नहीं झड़ी थीं लेकिन मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने धक्के मारते मारते मामी की चूत में ही सारा माल निकाल दिया और वहीं मामी के ऊपर थक कर लेट गया.
सच कहूं तो में नहीं जानता था कि चुदाई कैसे करते हैं या इसमें पहले क्या करना चाहिए.
पर ये मेरी बिल्कुल सच्ची Xxx मामी सेक्स कहानी है, जो मैंने आप लोगों के साथ साझा की है.
इसके बाद मैं उठा और मैंने अपना मुरझाया हुआ लंड बाहर निकाला और अपने कपड़े पहनने लगा.
मामी ने भी अपने कपड़े सही किए और मेरे साथ ही नीचे आ गईं.
तो दोस्तो, यह थी मेरी पहली और सच्ची Xxx मामी सेक्स कहानी … आपको कैसी लगी.
मुझे ईमेल करके जरूर बताएं.
इससे आगे क्या हुआ, यह मैं आपको अगली स्टोरी में बताऊंगा.
तब तक नमस्ते.
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