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गर्लफ्रेंड और मेरी पहली चुदाई- 2

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फर्स्ट सेक्स विद देसी GF की कहानी में पढ़ें कि कैसे एक अंकल की साली से दोस्ती के बाद उसने मुझे अंकल के घर बुलाकर अपनी चूत का उद्घाटन करवाया.

दोस्तो, मैं कमल एक बार पुन: अपनी गर्लफ्रेंड की पहली चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.
कहानी के पिछले भाग
अंकल की साली से दोस्ती और चुम्बन
में अब तक आपने पढ़ा था कि होटल में अपनी मुहब्बत का इजहार करने के बाद मैं ममता के उसकी दीदी के घर आने का इन्तजार कर रहा था कि उसकी कॉल कब आएगी.

अब आगे फर्स्ट सेक्स विद देसी GF:

वो दिन आ गया.
चार दिन बाद ममता का फोन आया.

वो बोली- आज मैं दीदी के घर आ रही हूँ. वहीं आकर तुम्हें कॉल करती हूँ. अभी फ़ोन रखती हूँ.
मैंने ओके कह कर फ़ोन रख दिया.

फिर दिन में 3 बजे उसका कॉल आया.
वो बोली- मैं दीदी के घर आ गई हूँ. तुम्हारे लिए एक खुशखबरी है.
मैं बोला- जल्दी बताओ क्या है?

वो बोली- जीजू की आज नाइट ड्यूटी है, तो आज रात वो सब कुछ हो सकता है, जो उस दिन अधूरा रह गया था.
मुझे बहुत खुशी हुई.

मैंने सोचा कि शायद आज इसकी कसी चूत चोदने को मिल जाएगी.
सामने से मैं बोला- ठीक है बेबी, रात को मिलते हैं.

वो बोली- मैं कॉल करूंगी, तुम आ जाना.
मैं बहुत खुश था और रात होने का इंतजार करने लगा.

फिर शाम गहरा गई.
रात होते ही उस की कॉल आई, वो बोली- आ जाओ, जीजू चले गए हैं और दीदी भी दूसरे रूम में सो गई हैं. तुम बाहर आकर मुझे कॉल करना.

मैं जल्दी से गया और बाहर जकर उसे कॉल की.
उसने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर आने का इशारा किया.

मैं बिना देर किए अन्दर चला गया.
उसने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया.

उतने में ही मैंने पीछे से उसे पकड़ लिया और उसे अपनी तरफ घुमा कर किस करने लगा.

वो भी मेरा साथ देने लगी.
हम दोनों के होंठ जुड़ गए.

किस करते करते हमें 10 मिनट हो गए थे.
मैंने और देर नहीं की और उसकी टी-शर्ट उतार दी और वापस किस करने लगा.

किस करते करते मैं उसे बेड के पास ले गया और उसको हल्के से धक्का देकर बेड पर गिरा दिया.
वो बेड पर गिरते ही पैर पसार कर मुझे अपने ऊपर आने के लिए इशारा करने लगी.

मैंने देर ना करते हुए सीधे उसके लोवर के दोनों पांएचे पकड़ कर खींचने लगा.
उसने भी गांड उठा दी और मैं लोअर उतारने लगा.

मैं इतने जोश में था कि उसके लोवर के साथ उसकी चड्डी भी नीचे आने लगी.
मैंने उसके दोनों कपड़े एक साथ निकाल दिए.

जैसे ही उसका लोवर और चड्डी उसके शरीर से अलग हुए, मैं देखता ही रह गया.
उसकी चूत पर एक डिजायन के आकार में हल्के हल्के बाल दिख रहे थे, एकदम ट्रिम किए हुए.
साफ़ समझ आ रहा था कि उसने मेरे लिए ही अपनी चूत को मखमली झांटों से सजाया है.

सच में उसकी चूत बहुत सुंदर लग रही थी.

ये देख कर मुझसे रुका नहीं गया, मैंने बिना देर किए अपनी टी-शर्ट निकाली और ऊपर से नंगा हो गया.

वो मेरे सीने को कामुकता से देख रही थी.

तभी मैंने अपना लोवर और चड्डी भी निकाल दी. मैं उसके सामने पूरा नंगा हो गया.

वो मेरे सामने बस एक ब्रा में थी.
उसे देख कर मेरा लंड जोर मारने लगा था.

मैंने आव देखना ना ताव, बेड पर चढ़ गया और उसकी चूत से सामने बैठ गया.
मेरा लंड उसकी चूत फाड़ने के लिए गुर्रा रहा था.

उसने शर्म से अपनी आंखें बंद की हुई थीं.
मैंने बिना देर किए उसके पैर फैला दिए और लंड चूत के मुँह पर रख कर अपनी गर्लफ्रेंड के ऊपर छा गया.

वो मेरे होंठों को चूमने लगी थी.
मेरा लंड उसकी चूत को चूम रहा था. वो भी अपनी चूत को लंड के मुहाने पर सैट करने के लिए अपनी गांड हिला रही थी.

जैसे ही लंड ने चूत की फांकों में अपना सर फंसाया, उसने कमर उठाई और उसी वक्त मैंने दाब दे दी. लंड का मुंड चूत के मुँह में घुस गया.

फिर जैसे ही मैंने लंड अन्दर को डाला, वो कसमसा उठी.
मैंने और जोर लगा दिया.

मेरा लंड थोड़ा सा ही अन्दर गया होगा कि वो जोर से चिल्लाई और मुझे अपने ऊपर से धक्का देकर हटा दिया.

वो इतनी जोर से चिल्लायी थी कि उसकी दीदी भी उठ गई.
उनकी आवाज आई- क्या हुआ?

उतने में ही मेरी जीएफ बोली- वो कुछ नहीं दीदी, मैं पानी पीने जा रही थी तो सामने से चूहा निकल गया था. मैं घबरा गई थी. सब कुछ ठीक है, आप सो जाओ.
उसकी दीदी बोली- ठीक है, सो जा आराम से. थोड़ा देख कर चला कर!

वो चुप हो गई.
मुझे बहुत बुरा लगा.

मेरे हाथ से चूत चोदने का मौका जो निकल चुका था.
मैंने उसकी तरफ देखा.

वो मुझे गुस्से से देख रही थी.
मैंने उससे सॉरी बोला और उसके बगल में लेट गया.

हम दोनों को आइडिया नहीं था कि पहली बार में कैसे सेक्स किया जाता है. जिस वजह से ऐसा हो गया था.
कुछ देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद मैंने उससे कहा- सॉरी यार, मुझसे गलती हो गई.

वो बोली- कोई बात नहीं.
और वो मुझे किस करने लगी.

करीब दस मिनट किस करते हुए हो गए थे.
मैंने उसकी पीठ के पीछे हाथ डाला और उसकी ब्रा का हुक खोल दिया.
ब्रा उसके बदन से अलग कर दी.

उसके दूध सामने आते ही मेरा लंड पूरे जोश में आने लगा.
मैंने किस छोड़ कर उसके दूध को मुँह में भर लिया और चूसने लगा.

कभी एक को मुँह में लेता, तो दूसरे को दबाता.
ऐसे ही मैंने उसके दोनों मम्मे खूब दबाए और चूसे.

वो भी पूरी गर्म हो गई थी.
मैंने बूब्स छोड़ कर नीचे को आना शुरू किया. किस करते हुए उसकी चूत तक आ गया.

जैसे ही मेरा मुँह उसकी चूत के पास पहुंचा, मुझे ना जाने क्या हो गया, मैं चूत पर टूट पड़ा.

उसकी चूत से जो खुशबू आ रही थी, उससे मैं मदहोश हुआ जा रहा था.

मैंने अपना मुँह उसकी चूत के ऊपर रख दिया.
मेरे इस हमले से उसकी सांसें बहुत तेज होने लगीं.

मैं धीरे धीरे उसकी चूत में जीभ करने लगा और मैंने अपनी पूरी जीभ उसकी चूत के अन्दर पेल दी.
कभी मैं अपनी जीभ चूत के ऊपर दाने पर घुमाने लगता तो कभी दाने को होंठों से पकड़ कर खींच देता, जिससे वो पागल हुई जा रही थी और मेरे सिर को पकड़ कर चूत पर दबाने लगी थी.

मैंने भी बार बार अपनी जीभ उसकी चूत के अन्दर डालने लगा.

ऐसा करने से वो सातवें आसमान में उड़ने लगी.
उसकी कमर उठ कर मेरे मुँह को रगड़ने लगी थी, मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.

मुझे उसकी चूत से खेलते हुए करीब दस मिनट हो गए थे कि अचानक से उसकी सांसें बहुत ही तेजी से चलने लगीं.
वो अपनी कमर ऊपर को उठा उठा कर अपने बदन को अकड़ा रही थी.

मैं भी उसकी चूत को जोर जोर से चूसे जा रहा था.
अचानक से उसकी चूत से पानी जैसा कुछ आने लगा.

वो झड़ चुकी थी.
मैं उसकी चूत के सारे पानी को पी गया.

कुछ देर बाद वो एकदम निढाल हो गई थी.

अब मैं उठा और उसके मुँह के पास आ गया.
वो मुझे गले से लगा कर आई लव यू बोलने लगी.
मैंने उससे कहा- तुम्हारा काम तो हो गया बेबी … पर मेरा क्या होगा?

वो मुस्कुरा कर बोली- मैं हूँ ना. बस मैं इसे चूत में नहीं लूंगी. बाकी तुम कुछ भी कर सकते हो.
मैंने उससे कहा- चलो फिर मेरे लंड को मुँह में ले लो.

उसने झपट कर मेरा लंड पकड़ा और मुँह में लेकर चूसने लगी.
मुझे तो जैसे जन्नत की सैर का मजा मिलने लगा था.

मैं आंख बंद करके उससे अपना लंड चुसवा रहा था.
करीब 10 मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा.

अब बस मेरा होने वाला ही था. मैंने उससे कहा- मेरा होने वाला है.
वो कुछ नहीं बोली, बस लंड चूसती रही.

इतने में ही मेरे लंड से पिचकारी निकलने लगी.
उसने मेरा पूरा माल पी लिया.

लंड को जब तक चूसती रही जब तक लंड निचुड़ नहीं गया.
उसने लंड चाट चाट कर साफ़ कर दिया.

फिर हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेट गए.

कुछ देर बाद मैं फिर से उस के चूचे दबाने लगा.
इससे वो फिर से गर्म होने लगी.

हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
करीब दस मिनट तक ऐसे ही करने पर हम दोनों गर्म हो गए.

मैंने उससे कहा- अब तो लंड ले लो चूत में.
वो मना करने लगी.

मैंने सोचा कि ये ऐसे नहीं मानेगी.
मैंने उससे बोला- एक गेम खलते हैं. मैं अपना लंड तुम्हारी चूत के ऊपर से ही घिसूंगा … उससे तुम्हें भी बहुत मजा आएगा और मुझे भी!

वो मान ही नहीं रही थी.
मगर मेरे बहुत जोर देने पर उसने हां बोल दिया और बोली- अन्दर मत डालना.
मैंने भी उसे भरोसा देते हुए हां बोला.

फिर मैं उसके पैरों के बीच में आया और उससे पैरों को खोलने को कहा.
उसने पैर फैला दिए, मैं लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा.

मेरे ऐसा करने से उसे बहुत मजा आ रहा था.

वो बस आंख बंद करके वासना से भरी हुई सिसकारियां ले रही थी.
उसकी कमर फिर से लंड अन्दर लेने के लिए उठने लगी थी.

मैंने देखा कि लंड चूत में पेलने का मौका सही है.
बस मैंने देर ना करते हुए लंड को चूत के दरवाजे पर सैट किया और उसके ऊपर लेट गया.

मैंने धीरे से उसके दोनों हाथों को अपने हाथों से पकड़ लिया और मुँह में मुँह रख दिया.
उसने आंखें खोलीं.

मैं उसे किस करने लगा.
वो भी मेरा साथ देने लगी.

नीचे मेरा लंड एकदम रेडी था, चूत की फांकों को प्यार कर रहा था.

मैंने सही मौका देखा कर थोड़ा सा पीछे हुआ और जोर लगा कर एक करारा झटका चूत में लगा दिया.
इससे मेरा आधा लंड मेरी जान की चूत को चीरते हुए अन्दर चला गया.

मेरे इस हमले से उसे बहुत दर्द होने लगा और वो मुझे हटाने की कोशिश करने लगी.

पर मैं पहले से ही तैयार था.
मैंने उसके दोनों हाथों को दबाया हुआ था, तो वो कुछ नहीं कर पा रही थी.

वो चिल्लाने की कोशिश कर रही थी, पर मैंने उसके होंठों में होंठ लगाए हुए थे.
इस कारण से उसकी आवाज बाहर नहीं आ पा रही थी.

उसकी आंखों से आंसू आने लगे.
एक पल के लिए तो उसकी आंखों में आंसू देख कर मेरा मन कर रहा था कि उसे छोड़ दूँ, पर मैंने सोचा ये मौका फिर नहीं मिलेगा.

मैं कुछ देर ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा.
कुछ देर बाद मैंने उसके होंठों को आजाद किया तो वे रोने लगी.

मैंने उससे कहा- बस हो गया, जो होना था … बस अब सिर्फ मजा आएगा.
मगर वो फिर भी रोए जा रही थी और बोल रही थी- छोड़ दो … मुझे नहीं करना

मैंने उसके हाथों को छोड़ा और कहा- अब हिलना मत, नहीं तो और ज्यादा दर्द होगा.
वो नहीं हिली.

मैं उसके सिर को सहलाने लगा.
कुछ देर ऐसा करने से वो नॉर्मल हो गई और मुझे किस करने लगी.

मैंने देखा कि अब सब सही है, देर नहीं करनी चाहिए, पूरा लंड पेल देना चाहिए.
तो मैंने लंड हल्का सा पीछे किया और एक हाथ उसके मुँह पर रख कर लंड को पूरी ताकत से अन्दर पेल दिया.

इस बार मेरा पूरा लंड चूत के अन्दर जाकर उसकी बच्चेदानी से टकरा गया.
वो फिर से दर्द से छटपटाने लगी.

मैं उसके दर्द को बिना ध्यान दिए अपना लंड चूत के अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ देर ऐसा करने से मेरी रानी का दर्द खत्म हो गया.
अब वो भी मेरा साथ देने लगी.

मैं धकापेल उसकी चुदाई में लगा रहा.
चुदाई करते हुए हमें करीब दस मिनट हो गए थे.
वो नीचे से जोर जोर से अपनी कमर चलाने लगी थी.

कुछ शॉट के बाद वो झड़ गई पर मेरा नहीं हुआ था.
मैं उसे पेले जा रहा था.

कुछ देर ऐसे ही करने के बाद वो मुझसे बोली- अब रहने दो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
मैं बोला- बस बेबी, मेरा तो हो जाने दो.

वो बोली- जल्दी करो, नहीं तो मेरी जान निकल जाएगी.
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.

मेरे ऐसा करने से वो फिर से गर्म हो गई और मेरा साथ देने लगी.

करीब 5 मिनट तक करने के बाद मेरा निकलने को हुआ और वो भी झड़ने वाली थी.
मैंने पूरी ताकत से करीब दस झटके लगाए और हम दोनों साथ में झड़ गए.

मैं लंड चूत के अन्दर ही डाले रह कर उसके ऊपर लेट गया.
फर्स्ट सेक्स विद देसी GF के बाद पता नहीं कब हम दोनों की आंख लग गई.

जब मेरी नींद खुली तो मेरा लंड अभी भी अन्दर ही था.
मैंने जैसे ही लंड बाहर निकाला तो देखा कि मेरी जानू की चूत में खून के कतरे लगे हैं और बिस्तर में भी.

मेरा लंड का भी बुरा हाल था.
मैंने सोचा कि मेरी रानी के उठने से पहले इसे साफ कर दूँ. कहीं ये देख कर डर ना जाए.

पर जैसे ही मैं साफ करने के लिए उठा, उसी समय वो भी उठ गई.
जैसे ही उसने अपनी चूत को देखा, वो रोने लगी.

मैंने उसे समझाया- पहली बार में ऐसा होता ही है. अब कभी नहीं होगा.
मेरे बहुत समझाने पर वो मान गई.

फिर मैंने टाइम देखा तो 4 बज चुके थे. मैंने उससे बोला- अब मैं चलता हूं नहीं तो कोई हमें देख लेगा.

मैंने अपने कपड़े पहने और उसे भी पहनाए, फिर उसे एक किस किया और उससे कहा कि दरवाजा बंद कर लो. मैं जा रहा हूँ.

वो जैसे ही उठी, तो उससे उठा भी नहीं जा रहा था. वो दीवार का सहारा लेकर दरवाजे तक आई.
मैंने दरवाजा खोला और उसे किस करके बाहर चला गया.

मैं अपने घर आकर सो गया.
फिर 8 बजे मैंने उसे फोन किया और उससे पूछा- कब कैसी हो?

वो बोली- तुमने तो मेरी पूरी चूत फ़ाड़ दी. पर दर्द अब कम है.
मैंने उसे लव यू बोला और फोन रख दिया.

इसके बाद मैंने उसे बहुत बार चोदा.
फिर एक साल बाद उसकी शादी हो गई.

दोस्तो, आपको ये फर्स्ट सेक्स विद देसी GF कैसा लगा? जरूर बताएं. ये मेरी मेल और हैंगआउट आईडी है. सम्पर्क जरूर करना.
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