सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड का मजा मुझे दिया मेरी छोटी बहन की सहेली ने! वह हमरे घर आती थी तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और एक दिन मैं अकेला था घर में … मैंने उसकी सीलबंद चूत का उद्घाटन कर दिया.
मेरा नाम अंश है, मेरी उम्र 21 साल है.
मेरी छोटी बहन की एक सहेली है, जिसका नाम अंकिता है.
उसकी उम्र 20 साल है. उसकी हाइट 5 फुट की है और फिगर 26-24-28 का है.
वह बहुत क्यूट है, उसका रंग एकदम दूध सा गोरा है और घुटनों तक लंबे बाल हैं.
यह सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड कहानी उसी अंकिता की है.
अंकिता से मेरी पहली मुलाकात हमारे घर के एक पारिवारिक कार्यक्रम में हुई थी.
उसके बाद से हम दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई.
हम दोनों हर रोज फोन पर बात करने लगे.
फिर एक दिन मेरे घर पर एक और कार्यक्रम हुआ जिसमें वह आई थी.
उसने पर्पल कलर का टॉप और जींस पहनी हुई थी.
उस टॉप में उसके छोटे छोटे नुकील दूध और उठी हुई गोल गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.
बस उस दिन से मैं उसकी चूत और गांड मारने के सपने देखने लगा.
मुझे वह बहुत ज्यादा अच्छी लगने लगी.
मैं उससे रोज फ्लर्ट करता और बदले में वह भी मुझसे फ्लर्ट करती.
पर एक दिन उसने बताया कि उसका एक ब्वॉयफ्रेंड भी है.
यह सुन कर मुझे बहुत खराब लगने लगा.
तो मैंने उससे बात करना बंद कर दिया.
ऐसे ही 4 महीने निकल गए.
अब मैंने उससे बात करना बिल्कुल बंद कर दिया था.
फिर एक दिन वह मुझसे मिलने हमारे घर आई.
उस दिन घर पर मेरे अलावा और कोई नहीं था.
उसने मुझसे कहा- तू बात क्यों नहीं कर रहा है?
मैंने कहा- मैं तुमसे नाराज हूँ.
उसने नाराज होने का कारण पूछा तो मैंने साफ कह दिया कि तुम बस अपने बॉयफ्रेंड से बात करो, मुझे बात नहीं करनी!
यह सुनकर वह माफी मांगने लगी.
मैंने कहा- माफ कर देने से मुझे क्या मिलेगा?
उसने कहा- जो तू बोलेगा, मैं करूंगी.
ये सुन कर मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने उससे कहा- ठीक है, तुझको मेरा एक काम करना होगा!
वह बोली- हां बता … क्या काम?
तब मैंने कहा- मुझे तुझको बिना कपड़ों के देखना है.
इस बात पर वह थोड़ा सोच में पड़ गई.
फिर थोड़ी देर बाद बोली- ठीक है.
उसने अपना टॉप उतार दिया.
मेरे सामने अब वह ब्रा और जींस में खड़ी थी.
उसके गोरे और नोकदार बूब्स देख कर मेरा लंड जैसे शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था.
मैंने उससे जींस भी उतारने को कहा.
थोड़ी देर सोचने के बाद उसने जींस भी उतार दी.
अब वह मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पैंटी में खड़ी थी.
मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसके बूब्स को छूने लगा.
पहले तो उसने मेरा हाथ हटा दिया पर मैं फिर भी नहीं माना और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा.
थोड़ी देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने उसको किस कर दिया.
वह हड़बड़ा गई … फिर सहज हो गई.
उसे भी मेरे साथ मजा आने लगा था.
वह भी मुझे किस करने लगी.
मैं तो जैसे स्वर्ग में विचरण कर रहा था.
उसके मुँह की गर्मी पाकर मैं निरंतर गर्मी महसूस कर रहा था.
अब मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया.
पहले तो वह मेरा हाथ बार बार निकलने की कोशिश कर रही थी मगर मैंने फिर भी न मानते हुए अपना हाथ अन्दर डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा.
वह किस करती करती आह … आह की आवाज निकालने लगी.
कुछ मिनट तक किस करने के बाद मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना 6 इंच का खड़ा लंड बाहर निकाल कर अंकिता से कहा कि इसे अपने मुँह में ले लो.
वह भी चुदासी हो गई थी इसलिए बेझिझक वह नीचे झुकी और उसने मेरा लंड हाथ में ले लिया.
मेरी आंखों में देख कर वह मेरे लौड़े को अपने होंठों पर टच करने लगी.
फिर उसने लंड अपने मुँह में ले लिया.
यह उसका पहली बार किसी लंड के साथ वाला मामला था जो मुझे बाद में उसे चोदने के समय मालूम हुआ था.
वह लंड को धीरे धीरे चूसने लगी.
फिर मैंने अपना हाथ उसके सर के पीछे रखा और आगे को खींचा तो मेरा लंड उसके मुँह में पूरा अन्दर तक चला गया.
मैंने कुछ मिनट तक उसके मुँह की चुदाई की.
फिर मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.
अब मैं उसके छोटे छोटे गुलाबी चूचों को चूसने लगा और वह भी आंख बंद करके अपने होंठ काटती हुई मेरे मुँह में अपने दूध चुसवाने का मजा लेने लगी.
उसकी हल्की हल्की सी सीत्कार मुझे उसके साथ सेक्स में दोगुना रस दे रही थी.
कुछ पल बाद मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी चूत चाटने लगा.
वह भी सिहर उठी और कुछ ही पलों में अपनी गांड उठा उठा कर मेरे मुँह में अपनी चूत ठेलने लगी.
मैं भी पूरी शिद्दत से उसकी चूत को लगभग दस मिनट तक चाटता रहा.
वह भी मदहोश होकर आह आह की आवाज निकालने लगी और मेरे सर को अपनी चूत में दबाने लगी.
वह झड़ने को हो रही थी.
ये मैंने समझ लिया था इसलिए मैंने उसकी बुर को चाट कर झाड़ने से अच्छा … चोद कर झाड़ना ज्यादा ठीक समझा.
मैंने उसकी चूत से अपना मुँह हटा लिया तो वह तड़फ उठी और गाली देती हुई बोली- चाट ना भोसड़ी के!
मैं अपना लंड सहलाने लगा.
उसने समझ लिया कि अब लंड मिलन की बेला आ गई.
उसने अपनी टांगें फैला दीं.
मैंने पोजीशन बनाई और अपना लंड उसकी चूत में थोड़ा सा घुसाया.
चूत काफी टाइट होने की वजह से लंड अन्दर नहीं जा रहा था.
मैंने जोर से एक धक्का दे मारा और लंड उसको नन्हीं सी सीलपैक चूत को फाड़ता हुआ आधा अन्दर चला गया.
वह जोर से चीख पड़ी और उसकी चूत से थोड़ा सा खून भी आ गया.
मुझे क्या मालूम था कि ये पहली बार चुद रही है.
मगर खून देख कर मुझे मुस्कान आ गई कि चोखा माल लंड का मुँह में लग गया है.
फिर मैंने एक और जोर का धक्का मारा.
मेरा लंड अंकिता की चूत में पूरा अन्दर चला गया और वह जोर से ‘आह … मर गई …’ कहती हुई चीख पड़ी और उसकी आंखों में आंसू आ गए.
उसकी चूत से खून निकलने लगा.
वह कहने लगी- मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
पर मैं इतना अच्छा मौका नहीं छोड़ना चाहता था तो मैंने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी चूत में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए और उसे चोदने लगा.
वह भी ‘आह … आह …’ की आवाज निकालने लगी और चुदवाने लगी.
उसे भी अब मजा आने लगा.
मैंने 10 मिनट तक उसे इसी तरह चोदा, फिर मैंने बेड पर उसे कुतिया की तरह कर दिया और लौड़े को पीछे से सैट कर दिया.
आज मैंने अपना पुराना सपना पूरा करने वाला था.
मुझे उसकी चूत की जगह उसका पिछवाड़ा मदहोश कर रहा था.
वह मेरी कमीनगी से गाफिल थी.
उसे अहसास ही नहीं था कि मेरी नीयत उसकी गांड पर आ गई है.
मैंने लौड़े में थूक लगाया और उसकी गांड में अपना पूरा लंड एक बार में घुसा दिया.
वह तो मानो बकरे सी हलाक हो गई थी.
उसके कंठ से जोर से ‘आह … मर गई …’ की आवाज निकली और वह चिल्लाती हुई छटपटाने लगी.
वह मुझे गाली देती हुई मना करने लगी.
मैंने उसके लंबे बाल पकड़े और तेज तेज धक्के लगाते हुए उसकी मस्त मखमली गांड को चोदने लगा.
पूरा कमरा उसकी थर्रा देने वाली आवाजों से गूंज उठा.
मुझे इतना ज्यादा मजा पहले कभी नहीं आया था.
कुछ देर बाद वह चुप हो गई और गांड मरवाने का सुख लेने लगी.
दस मिनट बाद मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला तो देखा कि उसकी गांड का छेद पूरा खुल चुका था.
फिर हम दोनो सोफे पर आ गए.
मैंने उसे सोफ़े से टिका कर खड़ा किया और पीछे से उसकी मस्त गांड को जोर जोर से चोदने लगा.
उसकी गांड लाल हो गई थी.
अंकिता भी मस्त हो गई थी.
वह बोली- आह साले … और जोर से चोद लवड़े … मुझे बहुत मजा आ रहा है. मेरी गांड और चूत फाड़ दे आज!
कुछ देर बाद वह उठी और उसने मुझे बेड पर लेटा दिया.
वह मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी चूत पर रख कर बैठ गई.
उसने एक ही बार में मेरा पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया और जोर जोर से चुदवाने लगी.
मैं उसके बूब्स को जोर से दबाने और चूसने लगा.
वह चिल्ला रही थी- आह … आह … और चोद मुझे … आह!
अंकिता मस्ती से मेरे लंड पर उछल उछल कर मुझसे अपने दूध चुसवाती हुई चुदवाने लगी.
उसकी गांड उछलती देख कर मुझे जन्नत का अहसास हो रहा था.
अंकिता की गर्म गर्म चूत से पानी निकल रहा था.
यह देख कर मुझे और जोश आ गया और मैंने फुल स्पीड से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया.
वह भी अपनी पहली चुदाई के पूरे मजे ले रही थी.
अब वह झड़ गई और थोड़ी देर बाद मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया.
मैंने अपना पूरा पानी उसकी गर्म चूत में ही निकाल दिया.
वह काफी थक गई थी. उसकी गांड में दर्द भी हो रहा था.
सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड के बाद मैंने उससे कहा- कुछ पिएगी?
वह मेरी तरफ हंस कर देखती हुई बोली- हां, बियर पीने का मन कर रहा है.
मैंने कहा- ओके अभी लाता हूँ.
मैंने अपने कमरे की अलमारी में से बियर की कैन और व्हिस्की की बोतल निकाली और किचन से मग व बर्फ लेकर आया.
फिर मग में बर्फ डाल कर बियर डाली और उसे दे दी.
मैंने अपनी बियर में व्हिस्की मिला कर चुस्की लेना शुरू की.
हम दोनों ने दो दो पैग खींचे और मैंने सिगरेट सुलगा ली.
वह भी सिगरेट की तरफ अपना हाथ बढ़ाती हुई बोली- देना जरा.
मैंने उसकी उंगलियों में सिगरेट दे दी.
इस तरह से हम दोनों ने शराब और सिगरेट का मजा लेते हुए एक दूसरे के साथ फिर चूमाचाटी शुरू कर दी.
अब वह फिर से तैयार हो गई थी.
इस बार मैंने उसे दीवार से सटा कर खड़ा किया और उसके दोनों हाथ बांध कर खड़ा कर दिया, फिर उसकी एक टांग उठा कर अपना लौड़ा उसकी चूत में पेल दिया.
वह आह करके लौड़े को गड़प कर गई.
मैं उसे धकापेल चोद रहा था.
वह मजा लेती हुई बोली- आज ही पूरा कामसूत्र लिख देना भोसड़ी के … साले के दिमाग में न जाने कौन कौन से आसन घुसे हुए हैं.
मैं हंस कर उसे पेलता रहा.
बाद में मैं उसकी बुर में ही झड़ गया.
इसके बाद मैं अंकिता को रोज चोदने लगा.
बाद में उसने मुझे बताया कि उसका ब्वॉयफ्रेंड और कोई नहीं, मैं ही था.
वह मुझे चिढ़ा रही थी.
दोस्तो, मेरी सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड कहानी आपको कैसी लगी, प्लीज कमेंट्स में जरूर बताएं.