हॉट गर्लफ्रेंड सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी सीनियर लड़की मेरी दोस्त बनी. फिर हम मस्ती करने होटल में गए. वहाँ हमने कैसे चुदाई का मजा लिया?
दोस्तो, मैं आपका अपनी सीनियर मैडम की चुदाई की कहानी में एक बार फिर से स्वागत करता हूँ.
हॉट गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी के पहले भाग
कालेज की सीनियर लड़की से दोस्ती और सेक्स
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैंने मैडम के टॉप को उतार कर उन्हें एक स्पोर्ट ब्रा में कर दिया था.
अब आगे हॉट गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी:
मैंने एक गहरी नजर से उनकी भरी हुई चूचियों को देखा और उनके करीब हो गया.
मैं मैडम को गले से चूमता हुआ नीचे उभारों की ओर बढ़ रहा था.
मेरी इस हरकत ने उन्हें बेचैन कर दिया था.
मैडम ने टेबल पर बैठ कर अपने पैरों के बीच मुझे कस लिया था.
मेरे नीचे वाले बाबूजी (लंड) उनकी इस कसावट को पाते ही जोश में आने लगे था.
मैडम को भी मेरे बाबूजी का क्रोध में आने का अहसास हो चुका था.
इस पर उन्होंने मुझे याद दिलाया कि हमारे बीच क्या तय हुआ था कि हम पहली बार मिल रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखेंगे.
मैंने भी होश में आते हुए उनके होंठों पर किस किया और उन्हें हां में जवाब दिया.
फिर उन्होंने मुझसे कहा- शायद रात मेरे पीरियड्स आ जाएं, तो प्लीज़ मेरे लिए अभी पैड ले आओगे?
मैंने ओके कहा और कपड़े पहन कर जाने लगा.
मैडम मेरे पास आईं और बोलीं- क्या सच में अगर मैं नहीं कहूँ … तो तुम मेरे साथ सेक्स नहीं करोगे?
मैंने कहा- जी हां मेम साब!
मेरी इस अदा पर मैडम खिलखिला कर हंस दीं और मेरे गले से लग गईं.
हम दोनों फिर से किस करने लगे.
मैंने कहा- बेबी, अगर लेट हुआ, तो शॉप बंद हो सकती है.
उन्होंने कहा- ठीक है, जाकर पहले पैड ले आओ … सावधानी रखनी जरूरी है.
उन्होंने सावधानी की बात याद दिलाई तो मैं कुछ सोचने लगा.
फिर मैं बाहर जाकर एक मेडिकल शॉप पर पैड मांगने ही वाला था कि मैसेज की टोन बजी.
उन्होंने व्हाट्सअप पर मैसेज किया था कि बेबी कंडोम भी लेते आना.
मैं खुश हो गया.
मैंने दुकानदार से कहा कि सैनिटरी पैड देना और एक तीन पीस वाला डॉटेड कंडोम का पैकेट भी.
दुकानदार ने मेरे कहे अनुसार मुझे दोनों सामान दे दिए और मुस्कुरा दिया.
शायद उसकी मुस्कराहट की वजह ये थी कि मैं माहवारी के दौरान भी अपनी साथी की चुदाई करने वाला था.
मैंने बिना कुछ रिएक्ट किए उसे पैसे दिए और वहां से निकल गया.
आने से पहले मैंने मैडम को कॉल किया और खाने का ऑर्डर करने के लिए बोला.
उन्होंने- ठीक है.
फोन कट हो गया.
मैं रूम के बाहर पहुंचा, तो अन्दर से तेज आवाज में टीवी चलने की आवाज आ रही थी.
मैंने कॉल किया और कमरे का दरवाजा खोलने के लिए बोला.
मैडम ने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर खींच कर चुम्बन करने लगीं.
अचानक हुए इस तरह के किस से मुझे उन पर बड़ा प्यार आया और मैं उनके किस का जवाब किस से ही करने लगा.
हम दोनों यूं ही चूमाचाटी करते हुए बिस्तर पर आ गए और किस करते रहे.
मैंने बेड पर उन्हें नीचे लिटा दिया था और खुद उनके ऊपर चढ़ गया था.
इतने में डोर बेल बजी, मैंने अन्दर से पूछा- कौन?
बाहर से आवाज आई- सर आपका ऑर्डर है … मैडम ने ऑर्डर किया था.
मैंने कहा- ओके रुको.
दरवाजा खोला मैंने … वेटर रूम में खाना रखकर जाने लगा.
उसके जाते ही हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराने लगे.
वो बोलीं- पहले क्या करना है?
मैंने कहा- भूख शांत करनी है.
वो मेरी दोअर्थी बात का मर्म समझ गईं मगर तब भी वो बोलीं- तो चलो हाथ साफ़ करते हैं.
इस बार उन्होंने दोअर्थी बात कही थी.
फिर हम दोनों खिलखिला कर हंस पड़े.
मैंने कहा- जल्दी से हाथ साफ़ कर लेते हैं … वरना ठंडा हो जाएगा.
इस बार वो वाशरूम में जाने लगीं और कटाक्ष करती हुई बोलीं- हां मुझे मालूम है, मगर फिर से गर्म भी किया जा सकता है.
मैं हंसने लगा.
इसी तरह की मजेदार बातों के बीच हम दोनों ने खाना खाने का तय किया और हैंड वॉश करके वापस आ गए.
मैडम ने खाना एक प्लेट में सर्व किया.
मेरी प्लेट मुझे दे दी और दूसरी प्लेट लगाने लगीं.
मैंने उन्हें रोक दिया और अपनी प्लेट में से ही उन्हें अपने हाथ से खिलाने लगा.
वो बहुत खुश हो गई थीं और मुझे भी अपने हाथ से खाना खिलाने लगीं.
मैं चेयर पर बैठा था और वो टेबल पर बैठी थीं. फिर वो मेरी गोद में आ गईं और मेरे लौड़े पर बैठ कर मेरे हाथों से खाना खाने लगीं; साथ ही वो मुझे भी खिला रही थीं.
हमने खाना खत्म किया तो उन्होंने मेरे हाथ से प्लेट लेकर साइड में रखी और किस करने लगीं.
मैंने भी उन्हें चूमा और हमारी फ़्रेंच किस फिर से शुरू हो गयी.
अब हमारी जुबानें आपस में खेल रही थीं.
उन्होंने मेरी शर्ट को ओपन करके अलग कर दिया और किस करते हुए मेरे सीने के बालों से खेलने लगीं.
थोड़ी देर में मैंने उनका टॉप निकाल दिया और हम दोनों चुंबन की बारिश करने लगे थे.
फिर मैंने उन्हें बेड की ओर इशारा किया- इधर लेटने की व्यवस्था भी है मेम साब.
वो हंस कर मुझ पर से उठीं और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बेड पर ले गईं.
मैं एक वफादार साथी की तरह उनका अनुसरण करने लगा.
हम दोनों बिस्तर पर आ गए, मैंने उनकी तंग स्पोर्ट वाली ब्रा को ऊपर सरका दिया.
उन्होंने मेरी हेल्प करते हुए ब्रा निकाल दी. उनके दोनों परिंदे मानो आज़ाद होने के लिए तड़प रहे थे.
मैंने उनके दोनों मम्मों को बारी बारी से चूमा और हल्के से दबाते हुए उनकी आहें निकलवाने लगा.
मैं बेड पर लिटा कर मैडम के दोनों दूध को बारी बारी से चूम चूस रहा था. दोनों के चूचुकों को अपने होंठ में दबा कर खींचते हुए चूस रहा था.
इससे मैडम की मीठी आहें निकल रही थीं और वो बिना कुछ बोले इस बात का अहसास दे रही थीं कि उन्हें मेरे होंठों से निप्पल खींच कर चूसने से कितना सुकून मिल रहा था.
कुछ देर बाद मैंने उनकी जींस के बटन को खोला और चैन खोलते हुए जींस नीचे सरका दी.
उनकी पैंटी गीली हो चुकी थी. मैं उनके मम्मों से हटकर किस करते करते नीचे को जाने लगा.
उन्होंने मुझे रोका और कहा- बाकी बाद में कर लेना. अभी मैं आपको अपने अन्दर महसूस करना चाहती हूँ.
मैंने पैंट और अपनी फ्रेंची उतार कर उन्हें अपना लंड हिला कर दिखाया तो वो कामातुर होकर लंड देखने लगीं.
तभी मैंने लौड़े पर कंडोम लगाया और उनके ऊपर आ गया.
मैं नीचे लंड पर हाथ से पकड़ अन्दर जाने का रास्ता देख रहा था. उन्होंने मेरा लंड पकड़कर छेद पर रगड़ कर रास्ता दिखा दिया.
मैंने उनके कंधे पकड़कर लंड चुत के अन्दर पुश कर दिया.
मेरा लंड उनकी चुत को चीरता हुआ अन्दर समा गया.
उनकी तेज आह निकली मगर उन्होंने अपने होंठों और दांत भींच कर लंड को झेल लिया.
कुछ पल बाद जब लंड ने चुत की गहराई में जाकर खुद को समायोजित कर लिया, तब मैडम की जान में जान आई.
पूरा लौड़ा चुत में जाने के बाद मैं अब हल्के हल्के धक्कों से आगे पीछे करने लगा.
वो भी अपनी कमर हिला कर मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
हमने टीवी की आवाज तेज कर रखी थी, तो उनकी चीख बाहर तक नहीं गयी.
अब हमारे जिस्म एक हो गए थे और हम प्यार के सागर में गोते लगा रहे थे.
कुछ ही देर में मानो दो पहलवान कुश्ती में एक दूसरे को चित करने की होड़ में लगे थे.
एकदम चिल्ड रूम में भी हमारे जिस्म से पसीना निकलने की स्थिति आ गई थी.
करीब दस मिनट तक हमारी चुदाई चली, फिर मैडम स्खलित हो गईं.
उन्होंने हांफते हुए कहा- आह जान मेरा हो गया … तुम्हें निकलना हो तो निकाल सकते हो.
अब हमारे बीच मैडम की तरफ से आप वाला सम्बोधन समाप्त हो गया था और जान व तुम शुरू हो गया था.
मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और पूरी गति से लंड चुत में अन्दर बाहर करने लगा.
कुछ समय बाद मैं भी कंडोम में ही स्खलित हो गया और उनके ऊपर गिर गया.
उन्होंने मुझे अपने सीने से चिपका लिया था और हम दोनों की धड़कनों ने एक दूसरे को सुनना शुरू कर दिया था.
हम कुछ देर यूं ही नंगे एक दूसरे की बांहों में पड़े रहे.
फिर मैं उनके बाजू में लेट गया और वो उठ कर वॉशरूम में चली गईं.
कुछ देर बाद वो खुद को साफ करके बाहर आ गईं.
अभी मैं ऐसे ही आंख मूंदे लेटा था तो उन्होंने मेरे लंड से कंडोम उतारा, जो वीर्य से भरा हुआ था.
मैं उठ गया और बाथरूम में क्लीन करके वापस आ गया.
जब मैं वापस आया तो देखा कि मैडम ने मेरी शर्ट पहन ली थी और वो बेड के किनारे पर बैठी थीं.
मेरे आते उन्होंने मुझे हग किया और हम बेड पर बैठ गए.
मैंने अभी भी कुछ नहीं पहना था और वो मेरी शर्ट और अपनी पैंटी पहनी हुई थीं.
मैंने उनकी आंखों में प्यार से देखा और पूछा- मैं कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि मैंने सोचा ही नहीं था कि इतना बड़ा होगा.
मैंने पूछा- आपको परफोर्मेंस कैसा लगा?
उन्होंने हंस कर कहा कि एकदम फर्स्ट क्लास … हालांकि मैं पहले भी अपने एक्स ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर चुकी हूँ … लेकिन ये वाला उससे दस गुना ज्यादा मस्त था. मैंने बहुत एंजॉय किया और आई लव यू जान.
मैंने भी ‘लव यू टू जान …’ कहकर मैडम को किस किया.
उन्होंने कहा- एक मिनट उठना.
मैंने उठते हुए पूछा- क्या हुआ!
उन्होंने खड़ी होकर मुझे जबरन नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर आकर मेरे लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगीं.
फिर मैडम ने मेरे लौड़े पर अपने होंठ लंड पर रख दिए और लंड चूसने लगीं.
मैं अचानक हुए इस व्यवहार से चौंक गया और खुद को जन्नत में महसूस करने लगा.
मैडम ने बहुत प्यार से लंड चूसा.
उनके होंठों का स्पर्श अपने लंड पर मुझे पागल बना रहा था.
जल्दी ही मेरा लंड फिर से आकार में आ गया.
मैंने उन्हें अपने ऊपर आने को कहा.
उन्होंने कंडोम का पैकेट खोल करके लंड पर चढ़ाया और मेरे लौड़े के ऊपर आ गईं. धीरे धीरे उनकी चुत मेरे लंड को अन्दर ले रही थी.
मैडम ‘आहहा आह …’ की आवाज करते हुए लंड चुत में घुसवाने का आनन्द ले रही थीं.
फिर वो मेरे हाथों के पंजे में पंजे फंसा कर मुझे चोदने लगीं. उनके दूध मेरे सीने को रगड़ने लगे.
अनेक बार चुदाई करने के बाद मुझे ये समझ आ गया था कि ये आसन बहुत ही मस्त होता है. इसमें औरत की चुत को लंड का पूरा मजा मिलता है और वो अपने मन की कर लेती है.
चूंकि इस आसन में चुत जल्दी रस छोड़ देती है तो लंड का घमंड भी कायम रहता है.
कुछ देर की चुदाई के बाद मैडम ने मुझे नीचे लेटने का कहा.
मैंने ऐसे ही पल्टी मारी, जिससे लंड चुत में ही घुसा रहा.
इस बार चुदाई में हम दोनों किस करते हुए पूरा आनन्द ले रहे थे.
कभी मैं उनके मम्मों को अपने होंठों में दबा कर चूसता, तो कभी वो अपने हाथ से मुझे दूध पिलातीं.
फिर मैंने मैडम से बेड के नीचे खड़े होने के लिए कहा.
उन्होंने वैसा ही किया और अपना एक पैर ऊपर बेड के साइड में रख कर दोनों टांगों को हल्का सा खोल दिया.
मैंने नीचे से लंड अन्दर घुसा दिया और चुत चोदने लगा.
कुछ देर बाद हम दोनों ने झड़ कर सांस ली. उन्होंने मुझे सीने में लव बाइट दिया और मैंने उनके दोनों मम्मों पर निशान बना दिए.
ऐसे ही प्यार और मस्ती करते हुए कब नींद आ गई, कुछ पता ही नहीं चला.
रात को करीब तीन बजे हम दोनों सो गए थे.
सुबह मेरी नींद पहले खुली. वो मेरी शर्ट पहने सो रही थीं और बहुत मस्त लग रही थीं.
मैंने उन्हें किस किया तो वो कुनमुनाती हुई बोलीं- सोने दो ना … पूरी रात परेशान किया था … सुबह होते फिर शुरू हो गए.
मैं उनको लगातार किस करने लगा और मस्ती करने लगा.
मैडम मेरे सीने से अपना सीना चिपका कर लेटी थीं.
उन्हें मेरा खड़ा लंड महसूस होने लगा था.
वो अपने हाथ से लंड पकड़ कर बोलीं- अभी भी एकदम रेडी है … क्या चीज है यार … थकता ही नहीं है. चलो अब खड़ा है, तो इसे मेरे अन्दर डाल ही दो.
मैं कंडोम पहनकर रेडी हुआ, उन्होंने सीधे लेट कर अपनी टांगें चौड़ी कर लीं. मैंने उनकी कमर के नीचे पिलो रखा, तो उनकी चुत ऊपर को उठ गयी.
मैंने लंड अन्दर डाला और चुदाई चालू हो गई.
कुछ देर चुदाई के बाद हम दोनों उठे और फ्रेश हुए. फिर सुबह आठ बजे नीचे जाकर नाश्ता किया और होटल छोड़ दिया.
हम दोनों ने वादा किया कि अगली बार हम दोनों कुछ ज्यादा समय रूम में बिताएंगे.
इसके बाद मैडम बस पकड़ कर अपने रूम के लिए निकल गईं और मैं टैक्सी लेकर मुंबई आ गया.
दोस्तो, इस तरह से अपने से बड़ी उम्र की लड़की के साथ ये मेरा पहला संभोग बहुत यादगार रहा.
मेरी हॉट गर्लफ्रेंड सेक्स स्टोरी पढ़ने के लिए आप सबका शुक्रिया.
अगली मुलाकात को लेकर मैं जल्दी ही हाजिर होऊंगा. तब तक के लिए आप मेरी इस देसी प्यार सेक्स कहानी के लिए मेल करें.
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