चीटिंग वाइफ पोर्न स्टोरी मेरे मामा के बेटे की पत्नी के साथ मेरी चुदाई की है. मैं उसे पहले से छोड़ता था पर लॉकडाउन की वजह से हम चुदाई नहीं कर पा रहे थे.
प्रिय पाठको, मैं विक्रांत 33 साल, मेरी पत्नी नैना 31 साल और मेरा बेटा (रिया) 6 साल के हैं.
मैं 5 साल से हर माह 2-3 दिन के लिए अपने बिजनेस के सिलसिले में भटिंडा जाता रहता था.
मेरे सगे मामा जी जितेंद्र (55 साल) और मामी जी लता (54) भटिंडा में ही रहते हैं.
उनके 2 बेटे हैं. एक का नाम भारत है, वो 34 साल का है और दूसरा हितेश 32 साल का है.
भारत की बीवी अमृता 32 साल की और हितेश की बीवी सोनल 30 साल की है.
अमृता और सोनल दोनों सगी बहनें हैं.
सोनल के बच्चे लकी और किशी हैं.
मैं जब भी भटिंडा जाता था तो अपने मामाजी के घर में ही रुकता था.
यह चीटिंग वाइफ पोर्न स्टोरी मार्च 2020 की है.
इस बार मैं अपनी बीवी को साथ लेकर गया था.
उसी समय जैसे ही जनता कर्फ्यू की घोषणा हुई, मैंने विचार बना लिया कि अपने घर वापस चले जाते हैं. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था.
मेरे काम की वजह से मुझे रुकना पड़ा और उसी के बाद लॉकडाउन लगा दिया गया तो हम दोनों वहीं फंस गए.
जैसे कि मैं वहां जाता रहता था, तो मेरी सोनल के साथ सैटिंग पहले से ही चल रही थी.
उसकी विस्तृत सेक्स कहानी में जल्द ही अपलोड करूंगा.
मेरी पत्नी को इस सैटिंग का कोई अंदाजा नहीं था.
सोनल मेरे रुकने से बहुत खुश थी लेकिन मुझे दो टेंशन हो गई थीं कि एक तो लॉकडाउन में सब घर में होते हैं तो सोनल की कैसे लूंगा और दूसरी टेंशन ये कि कहीं नैना को पता न लग जाए.
खैर … ये तो तय हो ही गया था कि मैं अब अनलॉक होने पर ही वापस जा सकूँगा.
मैं सोनल से छत पर मिला और उसके साथ मस्ती करना शुरू कर दी.
मैंने सोनल के मम्मों पर हाथ फेरते हुए कहा- सब घर पर ही हैं, कैसे क्या होगा. मेरी तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा है.
सोनल बोली- क्यों न हम सबको इस खेल में मिला लें!
मैंने कहा- तुम पागल हो गई हो क्या?
वो बोली- मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है बस … ट्राई करते हैं. मैं अपने पति हितेश को और बहन अमृता से बात करके सैटिंग कर लूंगी. तुम अपनी नैना को पटा लो बस.
मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि सोनल कैसे अपनी बहन से बात करेगी, क्या इन दोनों में सब कुछ खुला है!
फिर भी मुझे कुछ मजा आया कि नई चूत का स्वाद मिल सकता है तो मैं सोनल की बात से सहमत हो गया.
ये बात खत्म हुई तो हम दोनों छत पर ही लग गए.
मैंने सोनल की टांग उठा कर लंड पेलना चाहा मगर तभी कुछ आवाज से हुई और सोनल मुझसे अलग हो गई.
अब हम दोनों अपने मिशन पर लग गए.
मैंने अपनी पत्नी नैना से उस रात बात की तो वो बोली- तुम पागल हो गए हो क्या?
जब मैंने उसे सैट किया तो उसने ज्यादा विरोध नहीं किया.
मैंने उससे कहा- जरा सोच, तू, हितेश और भारत, सब एक साथ में होंगे और एक साथ में सेक्स का मजा होगा.
ये बात सुनकर नैना एकदम खामोश हो गई और गुम सी हो गई.
उसकी आंखों में मैंने सेक्स की तड़फ भांप ली थी और समझ गया था कि मेरी बीवी रांड बनने को तैयार है.
वो गर्म हो गई और मेरे साथ सेक्स करने लगी, चूत को मेरे लंड पर पटकती हुई बोली- ठीक है, तुम्हें जो करना है, करो. मैं तुम्हारे साथ हूं.
उसका ये जवाब मेरे लिए कुछ अलग सा था क्योंकि मैं नैना को पिछले कई साल से प्यार कर रहा था और आज तक मैं उसकी लंड बदलने की चाहत को नहीं समझ सका था.
खैर … अब हम दोनों को यहां भटिंडा में ग्रुप सेक्स का मौका रहा था.
अगले दिन सुबह मैंने सोनल को मोबाइल दिखाते हुए इशारा किया और उसके मोबाइल पर मैसेज किया कि दस बजे मिलो.
उसने जवाब दिया- 10:30 पर मेरे कमरे में आ जाओ.
उसके इस मैसेज का मतलब साफ़ समझौता हो गया, इसकी ओर इशारा कर रहा था.
नाश्ता करने के बाद मैं ऊपर उसके कमरे में चला गया.
मेरे मामाजी का घर 2 मंजिल का है, जिसमें 3 कमरे नीचे और 2 कमरे ऊपर बने थे.
मैंने देखा कि हितेश भाई तो अभी ऊपर ही है.
फिर भी मैं चला गया.
जैसे ही मैं रूम में गया, सोनल, हितेश और उनकी बेटी किशी रूम में थे.
मैं जाकर सोफे बैठ गया और टीवी देखने लगा.
टीवी पर न्यूज चल रही थी, मैं वो देखने लगा.
तभी एकदम से हितेश ने टीवी बंद किया और बोला- और सुना क्या चल रहा है?
मैंने जवाब दिया- कुछ नहीं भाई, लॉकडाउन में क्या चलेगा. अब जब तक यह चल रहा है, बस आराम ही करेंगे.
सोनल एकदम से उठी और अपनी बेटी से बोली- किशी चलो नीचे जाओ और ये बर्तन दादी मां को देकर आओ.
किशी बर्तन उठा कर चली गई.
अब सोनल ने कहा- इधर उधर की बात छोड़ो. मुद्दे पर आते हैं. हितेश तैयार है लेकिन अभी अमृता दी ने कुछ जवाब नहीं दिया है.
ये सुनकर मैं खुश हो गया.
हितेश ने पूछा- नैना का क्या मूड है?
मैंने कहा- नैना भी तैयार है.
हितेश ने कहा- लेकिन मेरी एक शर्त है.
मैंने कहा- कैसी शर्त!
हितेश बोला- मैं नैना को चोदूंगा लेकिन अपने इस स्टाइल से!
मैंने कहा- मेरी बीवी को तुम जैसी मरजी चोदो, मुझे कोई समस्या नहीं है. बस उसे तुम अपनी बीवी समझ कर चोदना, फिर चाहे किसी भी पोजीशन में चोद लेना. वो कभी मना नहीं करेगी.
हितेश बोला- ठीक है.
ये सुन कर सोनल और हम सब हंसने लगे.
अब सोनल मेरे करीब आई और बोली- विक्रांत … मुझे तुम चाहिए.
ये सुनकर हितेश हंसते हुए बोला- सही है अपने मतलब का माल पकड़ लो.
मैं उठ कर हितेश के पास गया और बोला- आज ही रात में करें!
हितेश बोला- हां पक्का …. मस्ती करनी है, तो तुम ऊपर साथ वाले रूम में शिफ्ट हो जाओ.
मैंने कहा- ठीक है.
मैं नैना के पास नीचे गया और उससे बोला- हम लोग ऊपर वाले रूम में शिफ्ट कर लेते हैं, अगर मस्ती करना है तो ये ज्यादा जरूरी है.
मैंने नैना से ये जानबूझकर बोला था. इससे उसका सेक्स की मस्ती करने का उत्तर फिर से मिल जाता … अगर वो ना करती तो बात कुछ अलग होती.
मगर उस कुतिया को तो मुझसे ज्यादा आग लगी थी.
वो बोली- अभी करना है या थोड़ी देर बाद!
मैंने उसे किस किया और बोला- बस थोड़ी देर बाद करेंगे.
नैना ने पैकिंग कर ली और मैंने मामीजी से कहा- हम दोनों ऊपर हितेश भाई के साथ वाले रूम में शिफ्ट कर रहे हैं.
मामीजी बोलीं- क्यों क्या हुआ?
मैंने कहा- उसमें बालकनी है और खुली छत भी है, तो वहां मजा आएगा. अभी पता नहीं मामी जी, कितने दिन ये लॉकडाउन चलेगा!
मामी जी बोलीं- ठीक बेटा, जैसी तेरी मर्जी.
ये सुनकर अमृता भाभी, नैना के पास आईं और बोलीं- पक्का … बालकनी की वजह से जा रहे हैं, या कुछ मजे वजे लेने हैं!
नैना शर्मा गई और बोली- नहीं भाभी बस बालकनी …
तभी मैंने नैना की बता काटकर एकदम से कह दिया कि अमृता भाभी आप भी आ जाओ न ऊपर. सब मिल कर रहेंगे.
अमृता भाभी बोलीं- हम्म … मैं बात करती हूं तुम्हारे भाई से … अभी वो लैपटॉप से फ्री हो जाएं.
ये कह कर अमृता भाभी हंस दीं और किचन में चली गईं.
फिर हम लोग ऊपर वाले फ्लोर यानि सोनल और हितेश के साथ वाले कमरे में शिफ्ट कर गए.
जैसे ही मैं सामान लेकर ऊपर गया, हितेश भागा भागा आया और मेरी मदद करके उसने मेरा सामान सैट करवा दिया.
दोनों बच्चे वहीं खेल रहे थे.
नैना ने कहा- थैंक्स भैया.
हितेश बोला- वेलकम जी.
मैं अब रूम में आराम कर रहा था. नैना वॉशरूम में थी. अभी शाम के 5 बज रहे थे.
हितेश मेरे पास आया और बोला- चल छत पर चलते हैं. मुझे कुछ बात करनी है.
मैंने कहा- तू चल … मैं आता हूं.
दस मिनट बाद नैना वॉशरूम से बाहर आ गई.
मैंने उससे कहा- हितेश मुझे छत पर आने की बोल कर गया है. मैं उससे बात करके आता हूं. तुम चाहो तो आराम करो या सोनल के पास चली जाओ.
नैना बोली- ठीक है.
मैं ये बोलकर हितेश के साथ ऊपर छत पर आ गया.
हितेश बोला- देख भाई मुझे नहीं पता कि रात में क्या होगा. अगर कुछ गलत हो जाए, तो हम बाद में बैठ कर उसे समझ लेंगे.
मैंने कहा- देख भाई, कोई टेंशन नहीं लेना. नैना एकदम तैयार है. मैंने उसे सब समझा दिया है. मजे देने और लेने हैं बस.
ये सुनकर हितेश खुश हो गया और मुझे गले लगा कर बोला- यार सच बताऊं?
मैंने कहा- हां सिर्फ सच ही बोल!
हितेश बोला- देख भाई, मैं तेरी नैना को न जाने कब से चोदना चाहता था लेकिन कभी बोल नहीं पाया. तुम बुरा मत मानना.
मैंने कहा- नहीं भाई, इसमें बुरा क्या मानना. तुम अपना दिल और लंड खोल कर उसको पेलो, मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है.
ये सुनकर वो और ज्यादा उत्तेजित हो गया और बोला- तुम सोनल की गांड मार लो, चूत मार लो. मुझे भी कोई दिक्क्त नहीं है … आई लव यू भाई.
फिर मैंने कहा- तो अब देर किस बात की है.
हम दोनों जल्दी से नीचे वापस आ गए.
दोनों हितेश के कमरे में घुसे तो देखा कि नैना और सोनल आपस में बात कर रही थीं.
बेड पर 4-5 सेक्सी सेक्सी सी नाइटी पड़ी थीं.
सोनल ने हम दोनों को देखा तो वो लगभग चिल्ला कर बोली- अभी बाहर जाओ. बाद में आना.
उसने हम दोनों को बाहर निकाल कर दरवाजा लॉक कर लिया.
हम दोनों बाहर बच्चों के साथ खेलने लगे.
फिर हम दोनों ने ये तय किया कि रात के खाने के बाद हम दोनों बच्चों को सुला देंगे और अपनी अपनी बीवियां बदल कर अपने अपने कमरे में रहेंगे या हम लोग कमरा बदल लेंगे.
रात को करीब 9 बजे जैसा फैसला हुआ था, डिनर करके हम लोग ऊपर आ गए और बच्चों को सुलाने लगे.
करीब साढ़े दस तक दोनों बच्चे सो गए.
मैंने नैना के माथे पर किस किया और उससे कहा- नैना, आज अपनी रात का मजा ले लो … तुम भूल जाना कि वो मेरा कजिन है. तुम बस उसे एक मर्द या अपने बीएफ की तरह समझो और एन्जॉय करो. सेक्स करने के बाद हम दोनों एक दूसरे के साथ हुए अनुभव शेयर करेंगे.
वो बोली- हां पक्का.
फिर मैं सोनल के पास चला गया और हितेश भी नैना के पास जाने के लिए तैयार था.
बस वो दोनों मेरे आने का इंतजार कर रहे थे.
मैं सोनल के कमरे में गया और हितेश मुझे बेस्ट ऑफ़ लक कह कर नैना के पास मेरे कमरे में चला गया.
मैंने रूम लॉक किया और बच्चों की तरफ देखा.
नैना के बच्चे अलग सोफा वाले बेड पर सो रहे थे.
मैंने सोनल को अपनी बांहों में जकड़ा और उसे किस किया. वो भी मेरे किस का मजा लेने लगी. हम दोनों ने होंठों को जोड़ दिए और लम्बा चुम्बन करना शुरू कर दिया.
आआह … मुझे तो मानो तरन्नुम आ गई थी.
दो मिनट के बाद सोनल बोली- आज हमारी मस्ती भरी रात है. हम दोनों को किसी बात का डर नहीं है.
मैंने उसे जोर से चूमा और कहा- हां जान … आज न मुझे अपनी बीवी का डर है और न तुझे अपने पति का.
हम दोनों हंसने लगे.
सोनल बोली- मैं एक मिनट में आती हूं.
वो बाथरूम में चली गई और मैं बिस्तर पर लेट गया.
रूम में जीरो वाट लाल रंग का बल्ब जल रहा था, उसकी डिम लाइट थी.
वो बाथरूम से बाहर आई, तो मैं उसे देख कर पगला गया. क्योंकि मैं उसको इस रूप में पहली बार देख रहा था.
आज की रात सोनल की चुत चुदाई की मस्त रात होने वाली थी.
दोस्तो मैं अपनी इस Xxx चुदाई की कहानी के अगले भाग में आपको बताऊंगा कि किस तरह से सोनल मेरे लौड़े से चुदी और मेरी बीवी नैना के बारे में उसने क्या खुलासा किया.
यह चीटिंग वाइफ पोर्न स्टोरी आपको कैसी लग रही है? आप मुझे मेल करना न भूलें.
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चीटिंग वाइफ पोर्न स्टोरी का अगला भाग: ममेरे भाई से बीवी की अदला बदली- 2