गर्लफ्रेंड फक़ स्टोरी में पढ़ें कि मैंने अपनी क्लासमेट से दोस्ती की. मैंने उसे चोदना चाहता था. तो बहाने से मैंने उसे अपने घर बुलाया और योजना बना कर उसे उत्तेजित करके चोदा.
दोस्तो, आज मैं आपको अपनी पहली चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड की चुदाई करके अपनी चाहत पूरी की.
सबसे पहले मैं आपको अपना परिचय दे देता हूँ.
मेरा नाम रॉकी है, मैं 20 वर्ष का हूं और मैं छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले के एक गांव का रहने वाला हूँ.
मेरी कोई गर्लफ्रेंड तो थी नहीं क्योंकि अभी तक मैंने जितनों को प्रपोज किया था, सभी ने मना कर दिया था.
यह गर्लफ्रेंड फक़ स्टोरी अभी एक महीने पहले की है.
क्या करें, जैसे जैसे जवानी आती है चुदाई और अन्तर्वासना हमें घेरती जाती है और हम चूत और गांड की तलाश में लगे रहते हैं.
मैंने भी अपने इर्द गिर्द खोजना चालू कर दिया कि कोई चूत मिल जाए लेकिन मुझसे कोई पटती ही नहीं थी.
मैं अपनी एक पुरानी सहपाठिन को लगातार व्हाट्सएप में प्रपोज करता रहा. उसे फ्लर्ट करता रहा कि कैसे भी वो मेरे साथ पट जाए लेकिन वो मेरी बातों को हमेशा ही मजाक में लेती थी.
बस ये अच्छी बात थी कि वो मेरे साथ चैट करती थी और मेरी बात से गुस्सा नहीं होती थी.
मैंने प्लान बनाया कि कैसे उसको चोदा जाए.
उसका नाम मंजू था और उसकी उम्र 19 वर्ष की थी.
मंजू बहुत खूबसूरत थी.
उसकी फिगर ऐसी मादक कि कोई भी देखता रह जाए.
उसके बड़े बड़े चूतड़ों को देख कर किसी का भी लंड कुलांचें भरने लगे.
उसके मस्त तने हुए मम्मों को देख कर मुझे लगता था कि मंजू के मालदा आम चूसने का मजा ही कुछ और होगा.
बारहवीं पास करने के बाद हम दोनों अलग अलग कॉलेज में आ गए थे.
मैंने एक दिन उसको अपने घर में आने के लिए कहा.
उस दिन मेरे घर में कोई नहीं था.
पहले तो उसने ना कर दी लेकिन बाद में मान गई और मेरे घर आ गई.
उसके घर आते ही मैंने उसका स्वागत किया और उससे चाय के लिए पूछा.
उसकी हां की तो मैं चाय बनाने चला गया.
मैंने उससे कहा- मेरे कमरे में चल कर बैठो, मैं चाय वहीं लेकर आता हूँ.
उसने कहा- क्यों घर में कोई नहीं है क्या जो तुम चाय बनाओगे?
मैंने कहा- हां यार, आज मैं घर में अकेला रहने वाला था … तो बोर न होऊं, इसलिए तुझे बुला लिया था.
वो बोली- अरे तो मैं चाय बना देती हूँ.
मैंने कहा- नहीं यार, मुझे चाय बनानी आती है. तुम कमरे में चलो, मैं अभी आया.
वो मेरे कमरे में चली गई.
मैंने उधर अपने लैपटॉप पर एक ब्लू-फिल्म चला कर छोड़ दी थी और लैपटॉप को बंद कर दिया था.
उधर मैं उसके लिए चाय बना कर लाया और उसको चाय दे दी.
हम दोनों बात करने लगे.
थोड़ी देर बात करने के बाद मैंने उससे पूछा- अभी तुमने ब्वॉयफ्रेंड क्यों नहीं बनाया?
उसने मेरी बात को हंस कर मजाक में लिया और बोली- तुम तो हो न!
मैंने कहा- अरे वाह … मुझे पता ही नहीं था कि मैं तुम्हारा ब्वॉयफ्रेंड हूँ. तुमने भी मुझे कभी बताया ही नहीं.
उसने कहा- चलो ये सब रहने दो, कोई और बात करते हैं.
मैंने कहा- हां ठीक है. अब जब हम दोनों आपस में वो बन ही गए हैं तो उसको लेकर क्या बात करना.
वो हंस दी.
मैंने कहा- तुम जब तक लैपटॉप चलाओ, मैं नहा कर फ्रेश हो जाता हूं.
उसने कहा- ठीक है.
मैं नहाने चला गया उसके बाद मैं झांक कर देखने लगा.
मंजू मेरे लैपटॉप में पहले से चल रही ब्लू-फिल्म देख रही थी जो मैं चलती हुई छोड़ दी थी.
उसकी हालत ये देख कर मैं दंग रह गया कि उसकी चुदास पर ब्लूफिल्म अपना असर दिखा रही थी.
मंजू को बैचैनी हो रही थी.
वह अपने पूरे शरीर को सहला रही थी और धीरे धीरे वह अपनी चूत को सहला रही थी.
कुछ ही पलों बाद मैंने साफ़ देखा कि वो अपनी चूत में उंगली करने लगी थी, उसका जोश बढ़ता चला जा रहा था.
मैंने मन ही मन खुद को धन्यवाद किया.
अब मैं अपने प्लान पर काम करने लगा कि कैसे उसे अपने लौड़े के नीचे लाऊं.
मैं नहाने लगा और मंजू को आवाज दी- मेरा तौलिया और अंडरवियर वहीं बेड पर रखा भूल गया हूं, ज़रा लाकर दे दो यार!
मैंने ये जानबूझ कर किया था ताकि मैं अपना नंगा बदन उसको दिखा सकूँ.
मंजू ने कहा- शिट यार, तुम साथ में लेकर क्यों नहीं गए?
मैंने कहा- सॉरी यार, प्लीज़ दे दो ना!
फिर वो बोली- रुको, ला रही हूँ.
वो मेरे कपड़े लाने लगी.
मैंने थोड़ा सा दरवाजा खोल दिया और कपड़े लेते समय पूरा दरवाजा खोल दिया.
तब मैंने देखा कि मंजू की नजर मेरे नंगे बदन पर टिकी थी और वो मेरे मूसल जैसे लंड को देखे जा रही थी.
इससे मंजू की उत्तेजना और बढ़ रही थी.
तभी मैंने उसके हाथ से तौलिया लिया और मंजू अपने नजरें चुराती हुई चली गई.
मंजू को इस हालत में दखकर मेरा लौड़ा बहुत कड़क हुआ जा रहा था.
मैंने अंडरवियर पहना और उसके बाद मैं गिरने का बहाना करते हुए चिल्लाने लगा- अरे मर गया … आह … कोई उठाओ मुझे मेरी जांघ में मोच आ गई है.
तभी मंजू दौड़ती हुई आई और मुझे उठाने लगी लेकिन मैं जख्मी होने का नाटक करते हुए उसके ऊपर पूरी तरह से चिपक गया.
मंजू मेरे बदन की महक से सहम गई लेकिन मेरी मदद के लिए उसने मुझे पूरी तरह उठाया.
इतने में ही उसका एक रसभरा दूध मुझसे दब गया.
उसने कोई ऐतराज नहीं किया.
उसके बाद वो मुझे बेड की तरफ ला रही थी, तभी मेरा खड़ा हुआ लौड़ा उसकी कमर को बार बार टच कर रहा था.
वो समझ रही थी कि मैं उत्तेजित हूँ.
उसने मुझे बेड में लिटा दिया.
मैंने कहा- आंह मंजू … मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
उसने मेरी टॉवल को हटाया और मेरे अंडरवियर से बाहर निकलने को बेताब मेरे लंड की फूली पहाड़ी को देखा.
मेरा लंड तंबू जैसा खड़ा था.
ये देख कर मंजू के गाल लाल हो गए थे. वो भी वासना में तड़फ रही थी और अपना होश खो रही थी.
उसने कहा- किधर चोट लगी है, लाओ मैं तुम्हारी मालिश कर देती हूँ, उससे तुम्हें आराम आ जाएगा.
फिर क्या था … मैंने झट से हां कर दी.
ये मेरे लिए बहुत अच्छा आमंत्रण था.
मंजू मेरे पैर मालिश करने लगी.
उसके नर्म हाथ लगने से मेरा लौड़ा और ज्यादा फनफनाने लगा था.
लंड चड्डी को फाड़कर बाहर आने को हो रहा था.
मंजू भी मेरी मालिश करती हुई ऊपर को आती जा रही थी.
कुछ ही देर में मंजू का हाथ मेरे लौड़े को टच करने लगा था.
मैं आंख बंद करके मंजू के हाथ का स्पर्श अपने लंड पर पाने को बेचैन हो गया था.
तभी मैंने अपनी एक आंख को हल्का सा खोला और मेरा ध्यान गया कि मंजू का एक हाथ उसकी चूत में है.
वो अपनी चूत को सहला रही है और दूसरे हाथ से मेरे लंड के पास जांघ की मालिश कर रही है.
मतलब सेक्स की भावना का पूरा असर शुरू हो गया था.
तभी उसने से अचानक से मंजू ने मेरा लंड पकड़ लिया.
मैंने अचानक से डरने का ड्रामा किया कि क्या हो गया.
तभी मंजू ने मेरा हाथ अपनी चूत पर रख दिया और वो मुझसे चिपक गई.
मैंने कहा- क्या हुआ जानेमन गर्मी चढ़ गई है क्या?
वो बोली- साले, तूने ब्लू-फिल्म दिखा कर मुझे गर्म कर दिया है और गिरने का ड्रामा करके मुझे लिटा लिया है.
मैंने हंस कर कहा- तेरा मन नहीं हो तो फिर से गिरने का ड्रामा करने लगता हूँ.
वो बोली- अब मारूंगी कुत्ते … मुझे ज्यादा सता मत.
मैंने भी उसकी उत्तेजना को समझ लिया और उसकी चूत में उंगली डाल कर उसे चोदने लगा.
वो आंह आंह करने लगी और उसकी गीली चूत से आग सी महसूस होने लगी.
हम दोनों जवान जिस्मों में आग लग गई और जल्दी ही मैंने उसके सारे कपड़े निकाल दिए.
वो मेरे सामने एकदम नंगी थी.
मैं एक भूखे शेर की तरह उस पर टूट पड़ा और हम दोनों एक दूसरे को चूमने और चाटने लगे.
वो बोली- मुझे तेरा चूसना है.
मैंने कहा- क्या चूसना है?
वो मादक आवाज में बोली- हरामी साले … लंड चूसना है और क्या?
मैंने कहा- तो चल आ जा. साथ में चूसते हैं.
फिर हम दोनों 69 की पोजिशन में हो गए और एक दूसरे के गुप्तांगों को चूस कर खूब रसपान किया.
उसके बाद हमने चुदाई के लिए पोजीशन बनाई.
मंजू टांगें फैला कर सीधी लेट गई.
मेरे सामने उसकी बिना चुदी टपक रही थी.
बहुत कसी हुई चूत थी.
काले रंग की झांटों के मुलायम बाल उसकी चूत को ढक रहे थे.
मैंने उसकी चूत को एक बार फिर से चाटा और चूत गीली कर दी.
इसके बाद मंजू लंड के लिए तड़पने लगी.
वो बोली- रॉकी बेबी प्लीज चोद डालो … मुझे जल्दी से चोद दो.
मेरी गर्लफ्रेंड फक़ के लिए मचल रही थी.
मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी चूत की फांकों में रखा और हल्का सा धक्का देकर अन्दर पेल दिया.
मंजू दर्द से कराह उठी और उसकी आंख से आंसू निकल आए.
मैंने मंजू के होंठों को अपने होंठों से बंद कर लिया था तो उसकी आवाज नहीं निकल पाई थी.
वो बेहद कसमसा रही थी, मगर मैंने उसकी तरफ ध्यान न देते हुए एक दूसरा धक्का दे दिया.
मंजू की फिर से आह निकलने को हुई.
मेरा लंड आधा अन्दर चला गया था, उसकी चूत की सील टूट गई थी और खून की लकीर मेरे लंड को लाल करने लगी थी.
कुछ देर बाद मैंने धीरे धीरे अपनी स्पीड बढ़ा दी.
अब मंजू को भी चूत चुदवाने में मजा आने लगा और वो मजे से गांड उठा कर चुदवाने लगी.
दस मिनट की धकापेल चुदाई में हम दोनों झड़ गए.
उसके बाद दोनों एक दूसरे पर लेटे लेटे हांफने लगे और एक दूसरे किस करते रहे.
फिर आधे घंटे बाद हम दोनों ने फिर से चुदाई की.
चूंकि इस बार उसकी चूत खुल चुकी थी इसलिए ज्यादा मजा आ रहा था.
दो चुदाई के बाद मैंने उसकी गांड को भी चोदा और मंजू की गांड चोद कर ढीली कर दी.
इसी तरह हमने उस दिन 3 बार चुदाई का फुल मजा लिया.
अब हमारा जब भी मन करता है, तब चुदाई का प्लान बना लेते हैं.
कहीं भी अकेले मिलते ही चूमाचाटी का खेल शुरू हो जाता है.
लेकिन गर्लफ्रेंड फक़ के लिए अभी तक हमें कोई सही जगह नहीं मिल पाई है इसलिए हम दोनों काफी उत्तेजित हैं.
आज तो आपके साथ मैं उसी दिन की यादों को ताजा कर रहा हूं.
लेकिन जैसे ही दूसरा मिलन होगा, मैं आपको विस्तार से मंजू की चूत गांड चुदाई की कहानी लिखूँगा.
मैं मंजू के साथ ही किसी और लड़की की चुदाई करने के लिए भी देख रहा हूं कि कहीं कोई और माल मिल जाए तो थ्रीसम चुदाई का मजा आ जाएगा.
यदि आपको मेरी यह गर्लफ्रेंड फक़ स्टोरी आपको कैसी लगी? आप मुझे बताएं.
आपका हैंडसम रॉकी
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